Nar ka vilom shabd नर का विलोम शब्द ?
नर का विलोम शब्द, नर शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, नर का उल्टा Nar ka vilom shabd
शब्द (word) | विलोम (vilom) |
नर | नारी |
nar | Nari |
नर का विलोम शब्द और अर्थ
दोस्तों नर का मतलब होता है जो पुरूष है और जो खास प्रकार के शुक्राण y पैदा करता है जो मादा के x के साथ मिलकर बच्चा पैदा करते हैं।प्रकृति ने नर और मादा को अलग अलग बनाया है। इसके पीछे क्या कारण है ? इसके बारे मे तो पता नहीं है लेकिन नर को मादा से अधिक ताकतवर बनाया गया है।इसका कारण यही है कि नर बाहर काम करने के लिए जाता है तो मादा घर के अंदर ही रहती है। यह प्रथा प्राचीन काल से ही चली आ रही है। हालांकि इंसानों के अंदर भी कई ऐसी जाति हैं जहां पर माताओं की चलती है और पुरूषों को दुल्हा बनकर पराये घर जाना होता है।इसी प्रकार जानवरों की कुछ प्रजातियों मे मदा नर की तुलना मे अधिक ताकतवर होती है। शायद यह उसकी रक्षा के लिए हो सकता है।
खैर यदि इंसानों मे हम नर की बात करें तो इंसानों मे नर कमजोर महिलाओं पर अत्याचार करते आएं हैं। हालांकि महिलाएं शारीरिक रूप से उतनी कमजोर नहीं होती हैं जितनी की मानसिक रूप से होती हैं।अक्सर प्राचीन काल से ही हर क्षेत्र के अंदर नरों का वर्चस्व रहा है। कारण यह है कि नर नारी की तुलना मे अधिक ताकतवर होते हैं जो नारी को अपने वश मे रखते हैं।
नर को इतनी ताकत देने के पीछे प्रकृति की मंशा यही रही होगी कि नर अपने परिवार की रक्षा इसी ताकत से कर सकता था। पहले कबिले हुआ करते थे और एक नर कबिले का सरदार होता था। एक कबिले से दूसरे कबिले का युद्ध होता था। और जो कबिला जीत जाता था वह हारे हुए कबिले का सब कुछ छीन लेता था।
यदि आप इतिहास पढ़ें होंगे तो आपको पता चलेगा कि पहले नर कबिलों मे रहा करते थे और उन कबिलों का कोई स्थाई ठिकाना नहीं हुआ करता था। खाने के लिए मांस का प्रयोग करते थे । हालांकि खेती करने की प्रक्रिया भी बहुत ही पहले आ चुकी थी।
कई सभ्यताओं मे इस बात के प्रमाण मिले हैं कि लोग खेती किया करते थे । हालांकि नर ने जब से खेती करने के बारे मे जाना तब से वे स्थाई तौर पर कबिलों के रूप मे रहने लगे । कबिले के सरदार के रूप मे किसी ऐसे नर को चुना जाता था जोकि काफी ताकतवर होता था। और सरदार के रूप मे चुनने से पहले उसकी अच्छी तरह से परीक्षा ली जाती थी।एक प्राचीन जनजाति मे तो शेर के साथ लड़ाई करने की प्रथा थी। इस जनजाति के कई नर ऐसे थे जो शेर को मार देने के लिए जाने जाते थे । हालांकि इस प्रकार की प्रथा को धीरे धीरे समाप्त कर दिया गया है।
और लोगों को मुख्य धारा मे लाने का प्रयास किया जा रहा है।वैसे आपको बतादें कि नर का विकास उसकी जरूरतों के अनुसार हुआ है। आप विकास पर ध्यान देंगे तो आपको पता चलेगा कि हर विकास जरूरतों से ही हुआ है।और जिस चीज की जरूरत नहीं होती है वह अपने आप ही समाप्त हो जाती है।
नारी का विलोम शब्द और अर्थ
दोस्तों नारी का उल्टा नर होता है।नारी का मतलब स्त्री होता है जिसको मादा भी कहा जाता है। स्त्री के अंदर yy गुण सूत्र होते हैं।जो पुरूष के गुणसूत्र से मिलकर बच्चा पैदा करते हैं।खैर नारी स्वाभाव से कोमल होती है। प्रकृति ने उसकों कोमल बनाया है। इसका कारण यह है कि एक मां को बच्चे पालने की जरूरत होती है और इसके अंदर उसका कोमल स्वाभाव काफी महत्व रखता है। यदि वह कठोर होगी तो एक बच्चे को पालना काफी कठिन हो जाएगा ।इसी प्रकार से वैज्ञानिक रिसर्च मे यह भी सामने आया है कि एक स्त्री को पुरूष की तुलना मे दर्द अधिक होता है। कारण यह है कि उसके अंदर दर्द को सहन करने वाले तंतु अधिक होते हैं।
खैर यदि हम समाज की दशा मे स्त्री की बात करें तो बहुत ही बुरी स्थति मे आज स्त्री है।एक तो भारत के कई राज्यों के अंदर गिरता लिंगानुपता बहुत अधिक चिंता का विषय बनता जा रहा है। कई लोगों को शादी के लिए लड़की नहीं मिल पा रही है।
और बहुत से लोग तो शादी के लिए लड़की अलग जगहों से खरीदकर लाते हैं।इसी प्रकार से कल न्यूज मे आ रहा था कि एक लड़का दो लाख रूपये देकर दूर से लड़की की शादी करके लाया था लेकिन बिचौलिया बहुत अधिक घटिया निकले और सारे पैसे खा गए ।यह सब उस इंसान की कहानी नहीं है।लगभग सभी लोगों की यही कहानी बन चुकी है। आजकल अनेक लड़कों को लड़कियां नहीं मिल पा रही हैं।
अब यदि बात करें सरकार की तो सरकार भी कुछ नहीं कर पा रही है। क्योंकि सरकार बस अभियान ही चला रही है। उससे अधिक सरकार भी कुछ नहीं कर पा रही है। लड़कियों के लिए किसी प्रकार की सुरक्षा नहीं है। भारत के हालात तो बहुत अधिक बुरे हैं। इसके लिए सरकार जिम्मेदार है।
रेप जैसे बढ़ते अपराध पर आज भी भारत सरकार कोई अच्छा कानून नहीं बना पाई है।और यदि आज कोई अकेली महिला किसी सुनसान ईलाके से जा रही है तो उसके लिए बहुत बड़ा खतरा है। भले ही वह माने या ना माने । ऐसी लाखों घटनाएं हो चुकी हैं कि दिन मे ही अकेली महिला को देखकर उठा लिया गया हो ।और रात के अंदर तो महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।जो महिलाएं रात मे काम करती हैं वे किसी भी तरह से सुरक्षित नहीं हैं। अक्सर क्या होता है कि रात मे काम करने वाली महिलाओं के साथ गलत काम हो जाते हैं।
और इससे भी बड़ी समस्या यह है कि महिलाएं जिधर भी जाती हैं पुरूष उनको घूरने लग जाते हैं। अचानक से यदि कोई महिला को कई सारे पुरूष घुरने लग जाएं तो फिर क्या कहा जा सकता है।
कुल मिलाकर स्त्री या नारी की स्थिति पहले से अधिक दयनिय हो चुके हैं। पहले सब लोग बिना कपड़ो के रहते थे तो यह बहुत ही आम बात थी लेकिन अब सबसे बड़ी समस्या यह है कि सब बस यही सोच लेकर पूरे दिन घूमते रहते हैं।आज के समय मे महिलाएं बहुत ही कम सुरक्षित हैं।