न्यारा का पर्यायवाची शब्द क्या है
न्यारा का पर्यायवाची शब्द या न्यारा का समानार्थी शब्द (nyara ka paryayvachi shabd / nyara ka samanarthi shabd) के बारे में इस लेख में आपको जानने को मिलेगा । जिसके साथ ही आप न्यार से जुड़ी विभिन्न तरह की जानकारी हासिल करेगे । तो आप इस लेख के साथ बने रहे ।
न्यारा का पर्यायवाची शब्द या न्यारा का समानार्थी शब्द (nyara ka paryayvachi shabd / nyara ka samanarthi shabd)
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd / samanarthi shabd) |
न्यारा | पृथक, अद्भुत, अलग, निराला, भिन्न, अजीब, अनोखा, बेजोड़, जुदा, अकेला, दूरस्थ । |
न्यारा in Hindi | prthak, adbhut, alag, niraala, bhinn, ajeeb, anokha, bejod, juda, akela, doorasth. |
न्यारा in English | separate, extraordinary, distinct, aloof, uncommon, different. |
न्यारा का अर्थ हिंदी में || Meaning of nyara in hindi
दोस्तो न्यारा शब्द का हिंदी में अर्थ होता है जो पास नही होता है यानि दूरस्थ । जैसे की आप अपने माता पिता दादा दादी के साथ रहते है तो आप सभी संयुक्त होते है । मगर जब आप अपने माता पिता से अलग रहते है तो आप न्यारा होते है । इसे अनेक तरह के अर्थों के जरीय समझा जा सकता है जो है ।
- जो पास नही रहता है यानि दूरस्थ ।
- जो एक दूसरे से अलग रहता हो यानि अलग ।
- जो अन्य लोगो से अलग रहता है यानि पृथक ।
- जो दूसरो से मेल नही खाता हो यानि निराला ।
- जीसका किसी के साथ कोई जोड़ नही है यानि बेजोड़ ।
- जो अपनो से अलग हो गया है यानि जुदा ।
- जो केवल अकेला रहता हो यानि अकेला ।
- इस तरह से जुदा, अकेला, पृथक, भिन्न, निराला आदी सभी न्यारा के अर्थ होते है ।
न्यारा शब्द का वाक्य में प्रयोग || use of nyara word in sentence in Hindi
- किशोर अपने माता पिता से न्यारा रहता है ।
- जब से राम के दोनो बेटो का विवाह हुआ है राम न्यारा रहने लगा है ।
- राहुल का अभी तो विवाह हुआ ही था और अभी से यह न्यारा हो गया ।
- आजकल के लोग छोटी सी बात पर न्यारा हो जाते है ।
न्यारा के पर्यायवाची शब्दो का वाक्य में प्रयोग
- जब महेश के गलत कामो के बारे में उसके घर वालो को पता चला तो महेश के पिता ने उसे अलग कर दिया ।
- किशोर जब गलत करता हुआ पकड़ा गया तो पिताजी ने उसे जायदाद से पृथक कर दिया ।
- जब रिया को पता चला की उसका पति उसे धोका दे रहा है तो रिया अपने पति से जुदा हो गई ।
- रिया अपने माता पिता से भिन्न सोच रखती है ।
न्यारा शब्द क्या है इसका मतलब क्या है
दोस्तो न्यारा का मतलब होता है अलग होना । जैसे अगर किसी स्थान पर अलग होने की बात हो रही है तो वह न्यारा होता है । आपने कभी न कभी समाज के अंदर प्रयोग होने वाले न्यारा शब्द को सुना होगा । दोस्तो हम बात कर रहे है एक परिवार के कुछ सदस्य एक दूसरे से अलग रहने लग जाते है उस समय की ।
जब एक बेटा अपने माता पिता व अपने भाई से अलग रहने लग जाता है । और सब कुछ अलग करता है । तो वह एक तरह का न्यारा होता है । दोस्तो उसी तरह से जब कोई व्यक्ति दूसरो से अलग हो जाता है तो वह भी न्यारा होता है ।
दोस्तो इस तरह से समझ में आता है की न्यारा का मतलब अलग होना होता है । जिसे हम पृथक होना भी कह सकते है । दोस्तो मान लो की आप पांच मित्र है और सभी एक साथ एक ही कमरे मे रहते है और सभी एक साथ खाना बनाते है तो इस तरह से रहने को हम सयुक्त कहेगे ।
इसी तरह से जब आप सभी एक दूसरे से अलग अलग रहने लग जाते है । यानि आप अलग रह कर जो कुछ करने लग जाते है तो यह एक तरह से पृथक रहना होता है । और इस तरह से रहने को ही अलग रहना या न्यारा रहना कहा जाता है । दोस्तो इस तरह से न्यारा रहने का प्रयोग होता है ।
वर्तमान में परिवार के लोग एक दूसरे से न्यारा बहुत ही अधिक हो रहे है । आपने देखा होगा की आपके आस पास रहने वाले लोगो के दो बेटे होते है तो वे भी दो अलग अलग जगहो पर रहते है । दो जगहो पर खाना बनाते है । मगर दोस्तो प्राचीन समय में ऐसा नही था बल्की प्राचीन समय में लोग हमेशा सयुक्त रहना पसंद करते थे ।
आपने अनेक तरह की कहानिया सुनी होगी । जिसमें आपको पता चलता है की माता पिता और दादा दादी सभी एक साथ रहते है । तो यह एक तरह का सयुक्त रहना होता है । और वर्तमान में जब कोई व्यक्ति अपने भाई, पिता, काका, चाचा, दादा दादी आदी के साथ एक साथ रहता है तो यह भी सयुक्त रहना होता है ।
इस तरह से जो लोग रहते है हम उन्हे न्यारा नही कह सकते है बल्की हम केवल उन लोगो को ही न्यारा कहेगे जो की अलग रहते है । दोस्तो आपने कभी न कभी यह देखा होगा की कुछ लोग अपने माता पिता से झगड़ा कर कर अलग हो जाते है तो असल में वे लोग न्यारा होते है ।
अक्सर बच्चे यह पसंद करते है की उनके माता पिता अपने माता पिता के साथ ही रहे । यानि बच्चे अपने दादा दादी और चाचा चाची के साथ ही रहना पसंद करते है । क्योकी वे सभी से समान प्रेम करते है तो यह एक तरह का सयुक्त रहना होता है । इसे हम न्यारा नही कह सकते है । मगर मित्रो ऐसा आज नही होता है । बल्की वर्तमान में लोग एक साथ रहना ही पसंद नही करते है ।
आपने देखा होगा की प्राचीन समय में लोगो में एकता हुई करती थी । जब गाव के लोग किसी बात को कहते थे तो पूरा गाव मानता था । और गाव का हर सदस्य यह प्रवाह करता था की वह उस बात के नियम को नही अपनाए । बल्की सभी एक साथ रहते थे और एक ही बात करते थे ।
मगर आज ऐसा नही है । बल्की आज गाव का कोई व्यक्ति अगर किसी बात को कह भी देता है तो यह जरूरी नही है की सभी वह बात मान जाएगे । क्योकी यह सब न्यरा होने का ही परिणाम होता है ।
इस तरह से हम कह सकते है की आज का संसार एक दूसरे से न्यारा होने वाला ही बन गया है । क्योकी एक मां के दोनो बेटे भी अपनी मां को छोड़ कर एक दूसरे से न्यारा रहने लगे है । यानि अपनी मां के साथ दोनो बेटे भी नही रहते है । इस तरह से न्यारा होना अच्छा नही है । क्योकी जीसने जन्म दिया है जिसने हमारा पालन किया है उनसे अलग होना सही नही है । इस दुनिया में न्यारा होना सही भी होता है और सही नही भी होता है । यह अनेक तरह के कारणो पर निर्भर करता है की आप न्यारा किस कारण से हो रहे है ।
न्यारा होने का कारण क्या है
दोस्तो आज लोग एक दूसरे से अलग है तो इसका अनेक तरह के कारण होते है । और उनमे से सबसे अधिक कारण यही देखने को मिलते है की लोग एक साथ रहना पसंद नही करते है । इसके अलावा अनेक तरह के कारण है जो है –
अलग होने की सोच
दोस्तो आज यह मुल कारण बन चुका है की सभी एक दूसरे से अलग रहना चाहते है । क्योकी उनमें बचपन से ही यह सोच बैठ जाती है की वे जब बड़े होगे तो वे अपने भाई से या अपने माता पिता से न्यारा हो जाएगे । और यही सोच मुल कारण है की लोग न्यारा बन रहे है । कोई यह नही चाहता है की वह अपने माता पिता भाई के साथ रहे ।
परिवार में एकता न होना
दोस्तो जब आपके परिवार में किसी तरह की बात होती है तो उस बात को सभी आसानी से मान लेते है तो यह एकता होती है । मगर वर्तमान में ऐसा नही हो रहा है । क्योकी अलग अलग सोच होने के कारण से सभी एक दूसरे की बात नही मानते है । और इस तरह से एकता खत्म हो रही है । और यही कारण न्यारा होने का है ।
क्योकी जब घर में दो महिलाए होती है तो एक महिला को आलू की सब्जी अच्छी लगती है तो दूसरी को आलू की सब्जी अच्छी नही लगती है तो इस तरह से दोनो एक दूसरे से न्यारा हो जाते है । क्योकी दोनो में इस बात को लेकर झगड़ा होने लग जाता है की मुझे यह पसंद है मुझे यह पसंद नही है ।
सभी मेरी बाते माने
दोस्तो आज यह समय आ चुका है की एक परिवार में जीतने भी लोग रहते है वे चाहते है की सभी उनकी बात माने । सभी उनकी बातो के अनुसार काम करे । मगर ऐसा नही होता है । जैसे की एक पुरूष दूसरे पुरूष को जो कहता है वह वह नही करता है और इसी तरह से दूसरा जो कहता है वह पहला नही करता है ।
यानि दोनो एक दूसरे की बात नही मानते है और यह कारण भी न्यारा होने का बन चुका है । क्योकी हर कोई चाहता है की इस घर में उसकी बात मानी जाए । मगर ऐसा जब तक न्यारा नही होते है तब तक संभव नही है । क्योकी एक परिवार में अधिक से अधिक सदस्य है जो की एक व्यक्ति की बात नही मानते है ।
इस तरह से हमने केवल कुछ कारणो को बताने की कोशिश की है । मगर यह जरूरी नही की न्यारा होने का केवल यही कारण है । इसके अलावा भी अनेक तरह के कारण हो सकते है ।
विशेष कर आज लोग धन के लिए न्यारा होते है । हालाकी यह तो आपको भी मालूम है की लोगो के न्यारा होने का कारण क्या है । मगर यहां पर हम यह बताने के लिए नही आय है । बल्की आपको बता दे की यहां पर हम केवल न्यारा शब्द के पर्यायवाची शब्दो के बारे में बात करने के लिए आए है ।
इस कारण से आप एक बार इन पर्यायवाची शब्दो को और देख ले ताकी आपको अच्छी तरह से याद हो जाए ।