पक्षी का पर्यायवाची शब्द या पक्षी का समानार्थी शब्द (pakshi ka paryayvachi shabd ya pakshi ka samanarthi shabd) के बारे में आपको इस लेख में पूरी तरह से जानकारी मिलने वाली है । तो दोस्तो अरग आप जानना चाहते है की पक्षी के पर्यायवाची शब्द क्या होते है तो लेख तो देखना होगा ।
शब्द | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd / samanarthi shabd) |
पक्षी | पंछी, परिन्दा, खेचर, पखेरू, नभचर, चिडिया, खग, दविज, विहंग, अण्डज, विहग, शकुन्त, गगनचर, पतंग । |
पक्षी in Hindi | panchhee, parinda, khechar, pakheroo, nabhachar, chidiya, khag, davij, vihang, andaj, vihag, shakunt, gaganachar, patang . |
पक्षी in English | bird, birdie, dicky, dickey, adherent, votary. |
दोस्तो पक्षी का अर्थ होता है पंछी या गगनचर । यानि जिनके पंख पाए जाते है और अपने पंखो के सहारे आसमान में उडते रहते है जैसे चिड़िया, तोता, चील आदी सभी पक्षी होते है । दोस्तो पक्षी का नाम आते ही अगर आपके सपने किसी उड़ने वाले जानवर का नाम आता है तो आप उससे समझ सकते है पक्षी क्या होते है । क्योकी आपको देखने को मिलता है की पक्षी जो है उसके पंख होते है और आसमान में उड़ते रहते है । साथ अंडे भी देते है तो ये सभी पक्षी होते है ।
इस तरह से दोस्तो पक्षी के अर्थ की बात करे तो निम्न तरह से अर्थ दिया जा सकता है जो है –
वह जानवर जिसकें पंख पाए जाते है और उड़ने में सक्षम होते है पक्षी होते है ।
उड़ने वाले जन्तु यानि पक्षी ।
एविस् श्रेणी के जन्तु को भी पक्षी के रूप में जाना जाता है ।
वे जन्तु जो की अण्डा देने वाले रीढ़धारी प्राणी होते है पक्षी होते है ।
वह जिसे परिन्दा कहा जाता है ।
वह जो आकाश में उड़ता है यानि नभचर ।
एक तरह की चिड़िया जो होती है वह पक्षी के रूप मे जानी जाती है ।
वह जिसे खग कहा जाता है ।
गगन में उड़ने के कारण से जिसे गगन चर कहा गया है ।
तो इस तरह से दोस्तो पक्षी का अर्थ एक ऐसे जंतु से होता है जो की पंख से उड़ने में सक्षम होता है और जिसे जीव विज्ञान की भाषा में एविस् श्रेणी में शामिल कर दिया गया है सभी पक्षी होते है ।
राम जी आपने तो जीवन में बहुत पक्षी देखे है ।
मैं एक पक्षी प्रेमी हूं तो आपको मेरे घर में पक्षी ही देखने को मिलेगे ।
रामाराव एक फोटोग्राफर है जो की जंगलो में कई वर्षों तक रह कर विभिन्न तरह के पक्षी की फोटो खिचता है ।
आज दुनिया में पक्षियो के जीवन के अनेक पलो के बारे में हमे विडियो देख कर पता चलता है ।
यह भारत है प्रधान यहां पर आपको अलग अलग तरह के लोग देखने को मिलते है तो यहां पर कई तरह के पछी भी देखने को मिलते है ।
जैसे ही परिन्दे को पिंजरे से छोड़ा गया वह उड़ ही नही रहा था तो देख कर लग रहा था की परिन्दा उड़ना ही भूल गया है ।
हमारे घरो में अक्षकर नभचर आते रहते है ।
आज की इस दुनिया में हम जीतना मुबाईल का प्रयोग कर रहे है उससे नभचरो को उतना ही खतरा हो रहा है ।
दोस्तो जीवन विज्ञान की भाषा में बात करे तो पक्षी वे होते है जो की एविस् श्रेणी में शामिल किए गए जंतु है । मगर आम भाषा में पक्षी वह होता है जिसकें पंख पाया जाता है और आसमान में उड़ता है । जैसे आज हम चील, चिड़िया आदी तरह के आसमान में उड़ने वाले जंतु को देखते है तो यह सभी पक्षी होते है ।
आपकी जानकारी के लिए बता देते है की पक्षी को अण्डज कहा जाता है । इसका कारण यह है की पक्षी जो होते है वे अंडे देते है । और अंडो से फिर नए जीवन का जन्म होता है । कहने का अर्थ है की नए पक्षी का जम्न अंडो से होता है ।
अधिकतर पक्षी आसमान में उड़ते रहते है । आप जीस स्थान पर रहते है वहां पर अलग अलग तरह के पक्षी होगे । ऐसा नही है भारत में भी सभी स्थानो में एक ही तरह के पक्षी है । और ऐसा भी नही है की पुरे विश्वा में एक तरह के पक्षी है । बल्की अलग अलग स्थान में अलग अलग तरह के पक्षी होते है ।
जैसे की आपको बता देते है की बर्फिले इलाको के जो पक्षी होते है उनका रंग सफेद होता है । और हमारे यहां पर पाए जाने वाले पक्षी कुछ अलग तरह के होते है । तो इस तरह से कहने का मतलब है की पक्षी भी अलग अलग तरह के होते है । और इसे हम पक्षी का प्रकार कहेगे ।
दोस्तो आपकी जानकारी के लिए बता देते है की इस धरती पर पक्षी की कुल 1301 प्रजातियाँ मोजूद है । जिसका मतलब यह है की पक्षी कुल 1301 प्रकार के होते है तो आप यह आप यह समझ लो की इतने प्रकार के पक्षी के बारे में बताना आसान नही होता है ।
मगर आपकी जानकारी के लिए बता देते है की कवेल भारत की बात करे तो कुल 42 प्रकार के पक्षी आपको देखने को मिल कसते है । और इसका मतलब है की भारत में पक्षी 42 प्रकार के होते है तो आइए जानते है पक्षी के बारे में –
दोस्तो भारत में पाए जाने वाले सभी तरह के पक्षियो में से सबसे पहले नाम पर आती है चिड़िया । क्योकी यह लगभग पूरे भारत में देखी जा सकती है । आपकी जानकारी के लिए बता देते है की केवल चिड़िया की बहुत सारी प्रजाति होती है । जिसमें अगल अलग तरह की चिड़िया सामिल होती है ।
कुछ ऐसी चिड़िया होती है जो की अगल तरह की होती है जैसे की काले रंग की और वे शांकाहारी नही होती है । बल्की वे किड़े मकोड़ो को खाती है । आपकी जानकारी के लिए बता देते है की बहुत सारी चिड़िया ऐसी भी होती है जो की शाकाहारी होती है । दोस्तो पहले चिड़िया जो थी वह केवल शाकाहारी भोजन करती थी । मगर समय के साथ बदलाव होता गया और एक समय ऐसा आया की चिड़िया किड़े मकोड़ो को खाने लग जाती है ।
दोस्तो भारत में बच्चो को हिंदी वर्णमाला सिखाते समय बताया जाता है क से कबूतर । तो यह वही कबूतर होता है । ओर इस कबूतर को विज्ञान में कोलम्बिडाए कुल में शामिल किया गया है । यह देखने में छोटा मगर मोटा होता है । एक चोंच होती है दो आखे होती है ।
गर्दन पतली होती है । दो पैर पाए जाते है । और अपने पंखो के सहारे उड़ान भरता है । आपकी जानकारी के लिए बता देते है की कबूतर की प्रजाति लगभग पूरे विश्व में पाई जाती है । ओर हमारे भारत की बात करे तो यहां पर काला कबूतर, सफेद कबूतर, पीला कबूतर आदी तरह से देखे जा सकते है ।
हालाकी दोस्तो विज्ञान की भाषा में सभी को एक अपना नाम दिया गया है । और वे उस नाम के आधार पर ही जाने जाते है । कबूतर को कुछ लोग अपने घर में पालते है और उनको खाते भी है । अगर किसी तरह का एक ऐसा मकान है जहां पर कोई नही रहता है तो ऐसे स्थानो पर कबूतर देखे जा सकते है । अक्सर फिल्मो में कबूतर को दिखाया जाता है । हमारे आस पास भी कुछ ऐसे स्थाना है जहां पर कबूतर देखे जा सकते है ।
दोस्तो एक पक्षी के रूप में तीतर भी भारत में पाया जाता है । भारत में तीतर की अलग अलग प्रजाति पाई जा सकती है । आपकी जानकारी के लिए बता देते है की तीतर आकार में छोटा होता है । लगभग कबूतर के जीतने आकार का होता है । हालाकी कुछ तीतर ऐसे भी होते है जो कबूतर के आकार से छोटे होते है ।
अक्सर तीतर ऐसे स्थानो पर पाए जाते है जहां पर मानव कम ही रहते है । हमारे आस पास भी तीतर देखे जाते है । मगर दोस्तो आपकी जानकारी के लिए बता देते है की आज के समय में लोग तीतर को मार कर खाते है जिसके कारण से इनकी सख्या कमी होती है ।और यह जो तीतर होता है वह भी एक तरह का पक्षी होता है ।
तीतर के पंख पाए जाते है और अपने पंखो के सहारे आसमान में उड़ते रहते है ।
दोस्तो जब पक्षी की बात आती है और चील की बात नही आती हो तो ऐसा कभी नही होगा । क्योकी चील सबसे उंचाईयो में उड़ने वाला एक पक्षी होता है । इसे गरूड़ के रूप में भी जाना जाता है । मगर आपको बता दे की चील अलग है और गरूड़ अलग है । मगर एक समझने के कारण से इसे अलग नही माना जाता है । आपकी जानकारी के लिए बता देते है की आज के समय में चील की सख्या कम ही देखने को मिलती है । हालाकी इसका कारण यह है कीचील की आबादी कम हो रही है ।
दोस्तो पक्षी के रूप में कोयल को काफी अधिक जाना जाता है । क्योकी जब कोयल बोलती है तो सभी को अच्छा लगता है और कौवा की आवाज कोई नही सुनना चाहता है । हालाकी दोस्तो आपको यह बता दे की कोयल और कोवा असल में मादा नर होते है ।
कोयल का रंग अधिकतर काला होता है । आपकी जानकारी के लिए बता दे की भारत में कोवा या कोयल पाई जाती है और आज कौवा की मटके से पानी निकाल कर पीने की कहानी काफी प्रचलित है ।
इसके अलावा भी कोवा पर अनेक तरह की कहानिया बनी हुई है । जो की आपके अध्ययन में बार बार आती रहती होगी ।
इस तरह से दोस्तो हमने इस लेख में पक्षी के पर्यायवाची शब्द या पक्षी के समानार्थी शब्द के बारे में जान लिया है । अगर लेख पसंद आया तो कमेंट करे ।
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