पालक का पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (palak ka paryayvachi shabd ya palak ka samanarthi shabd, synonyms of spinach in hindi) क्या होते है ऐसा बार बार परिक्षाओ में पूछा जाता है । मगर यह मालूम बहुत ही कम लोगो को होता है की पालक को और किन नामो से जाना जाता है । मगर आपको भी इस बारे में पता नही है तो कोई बात नही क्योकी हम आपको बता देगे की पालक के पर्यायवाची शब्द या समानार्थी होते है
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd ya shabdarth shabd) |
पालक | पालकी, स्पिनेसिया ओलरेसिया, पालककयाः, स्पिनेच , |
पालक in Hindi | paalakee, spinesiya olaresiya, paalakakayaah, spinech , |
पालक in English | spinach |
पालक in sanskrit | पालककयाः , पालकी |
दोस्तो पालक का अर्थ होता है एक तरह की सब्जी । इसके अलावा इसे एक तरह का पादप भी कहा जाता है जो की विज्ञान की भाषा में Spinacia oleracea के नाम से जाना जाता है । यह जो पालक का पादप होता है उसे विज्ञान में अमरन्थेसी कुल में रखा गया है ।
पालक की सब्जी बनाई जाती है और इसका उपयोग चटनी बनाने में भी होता है । साथ ही सब्जी को सजाने के रूप में भी पालक का उपयोग किया जाता है ।
इस तरह से दोस्तो पालक जो होता है वह एक तरह का पादप होता है । क्योकी इसका उपयोग सब्जी के रूप में किया जाता है तो इसे अधिकतर सब्जी के नाम से ही जाना जाता है । वैसे पालक आसानी से दुकान में मिल जाता है ।
पालक जो होता है वह एक तरह की सब्जी वाला पादप होता है । जिसे बहुत से लोग घास भी कहते है । मगर आपको बात दे की यह एक तरह की सब्जी होती है । पालक देखने में हरा होता है और इसके बहुत सारे पत्ते होते है जिनका उपयोग कर कर सब्जी बनाई जाती है । इसके अलावा पालक जो होता है वह विभिन्न तरह की सब्जी में भी साथ में डाला जाता है । जिसके कारण से सब्जी की सजावट हो जाती है और एक अलग ही तरह का स्वाद आ जाता है ।
पालक जो होते है वे कई तरह के होते है और इसे बनाने के जो तरीके है वे भी कई तरह के होते है । यह एक तरह का पौधा होता है और इसका उपयोग अलग अलग तरह से होताा है । इसका उपयोग सब्जी में तो होता ही है मगर इसके साथ ही इसका जूस बना कर भी उपयोग में लाया जाता है ।
इसमें कैलोरी जो होती है उसकी मात्रा कम होती है और इसके साथ ही जो पौषक तत्व होते है वे भी अधिक मात्रा में होते है जिसके कारण से यह मानव को कई तरह के फायदे दे सकता है । आपको बात दे की इसमें खनिज और विटामिन भी बहुत ही अधिक मात्रा में पाए जाते है और यही कारण है की इसका उपयोग अधिक होता है ।
पालक जो होता है वह गर्मी और सर्दी के अंदर दोनो तरह के वातावरण में उगाया जा सकता है । क्योकी हमारे भारत में यह दोनो तरह की स्थिति होती है तो यह आपको जानकारी होनी जरूरी है । आपको बता दे की गर्मी मे पालक को उगाना जरा सा कठिन होता है मगर सर्दी के अदर इसे अच्छी तरह से उगाया जा सकता है ।
अगर पालक की बात करे तो आपको बता दे की दुनिया में जो भी स्थान होता है वहां पर आपको एक अलग तरह का पालक मिल सकता है । इस तरह से कहा जा सकता है की पालक अनेक प्रकार के होते है जो कुछ इस तरह से है –
पंजाब ग्रीन पालक के नाम से ही आप पता लगा सकते हो की यह एक तरह का पालक है और दूसरा की यह पंजाब में उगाया जाता है । जो की भारत में ही स्थिति है । दोस्तो यह जो पालक होता है उसका स्वाद जो होता है वह थोड़ा सा अलग होता है और यही इसे काफी अलग बनाता है और स्वादिष्ट भी बनाने का काम करता है ।
पांजाब ग्रीन पालक जो होते है वे अपने तिखे स्वाद के कारण से भी जाने जाते है । इसका उपयोग विभिन्न तरह से होता है जैसे की सब्जी में, जूस के रूप में, सब्जी को सजाने में, चटनी बनाने में आदी ।
मगर यह जो पालक होता है वह ज्यादातर गील भूमी में ही उगाया जाता है मगर इसका मतलब यह नही है की इसे सुखी भूमी मे नही उगाया जाता है बल्की वहां पर उगाने के लिए पानी की व्यवस्था करनी होती है और आपको पता होगा की पंजा में गीली भूमी मिल जाती है तो वहां पर यह आसानी से पैदा हो जाता है ।
इसका जो रंग होता है वह देखने में हल्का हरा होता है और इसका थोड़ा सा कड़वा स्वाद होता है । इसमें फाइबर और विटामिन सी पाया जाता है जो की मानव के लिए काफी अधिक फायदेमंद होता है । इसे आप जैसे चाहे वैसे स्तेमाल कर सकते हो ।
पूसा ज्योति पालक की एक महत्वपूर्ण किस्म के रूप में जानी जाती है । कहा जाता है की यह एक तो उच्च मात्रा मे वृद्धि करती है और दूसरा की यह लंबे समय तक टीक सकती है । दोस्तो आपको बात दे की पूसा ज्योति पालक जो होता है उसके बड़े पत्ते होते है जिसका मतलब है की इसका उत्पादन उच्च है और इसके बड़े पत्तो के कारण से यह काफी प्रसिद्ध भी है क्योकी थोड़ा सा पालक बहुत अधिक जो हो जाता है ।
आपको बात दे की यह एक अच्छा पालक माना जाता है । पूसा ज्योति पालक जो होता है वह बहुत ही नरम होता है जिसके कारण से इसके पकाने में भी समय नही लगता है । मगर आपको बता दे की इसे ताजा भी खाया जा सकता है इसका उपयोग सलाद के साथ भी किया जाता है तो जूस के रूप में भी होता है ।
अर्का अनुपमा पालक हाईब्रिड तरीके से तैयार की जाती है। दरसल यह जो सब्जी होती है उसे कुल दो तरह के अलग अलग तरीको से पकाया जा सकता है दो तकनीकों का मिश्रण- पानी के स्नान और माइक्रोवेव का उपयोग किया जाता है जिसके कारण से पालक जो होता है वह काफी अलग तरह का बन जाता है और आपको बात दे की इसका जो स्वाद होता है वह काफी अलग होता है । और यह आपको पता होना जरूरी है । अगर आपको बता दे की आप इस पालक का सेवन करते है तो इसके साथ जरा सा दही भी उपयोग में ले ताकी पालक की जो सब्जी होत है वह काफी अलग बन सके और खट्ठी मिट्ठी लगे ।
अर्का अनुपमा पालक जो होता है वह कई तरह से आपको फायदे दे सकता है क्योकी इसके अंदर जो विटामिन होते है वह हमारे शरीर के लिए जरूरी होते हैं। इसके पास जो विटामिन होते है वह मानव को कई तरह के फायदे देते है अलग अलग अंग पर कार्य करते है जिसके कारण से विकास, मांसपेशियों के कार्य, तंत्रिका कार्य और कई अन्य आवश्यक शारीरिक प्रक्रियाओं में बहुत ही अधिक फायदा देखने को मिलता है और यही कारण होता है की बहुत से लोग इस तरह के पालक को खाने की सलाह भी देते है ।
अगर आप किसी डॉक्टर के पास जाते है तो वह भी आपको पालक खाने की सलाह दे सकता है। इसके पास जो विटामिन होते है वे रोगो से लड़ने और रोगो को दूर करने वाले माने जाते है । यह आज के समय में स्वास्थ्य का एक तरह की दवा बनी हुई है । अगर इसके फायदो के बारे में बात की जाए तो आपको बात दे की कुछ जन्म दोष होते है जो की बहुत से लोगो में देखने को लिम जाते है । मगर आपको बात दे की यह जो जन्म दोष होते है उसे दूर करने के रूप में भी इस पालक को जाना जाता है ।
बनर्जी जायंट पालक के बारे में आपको पता नही है तो आपको बता दे की यह सबसे बड़े पालक में से एक होता है क्योकी इसके पास जो पत्ते होते है वे बड़े होते है और यही कारण है की यह बहुत से लोगो के दिलो मेंबसा हुआ है । अगर आपको पता नही है तो बता दे की यह जो बनर्जी जायंट पालक होता है वह हमारे भारत के अदर भी पाया जाता है ।
इसका जो स्वाद होता है वह आपको जरा सा कुछ भिन्न लग सकता है क्योकी इसके पास कड़वा सा स्वाद होता है हालाकी कुछ मिठा होता है जिसके कारण से आपको जरा सा अलग स्वाद देखने को मिल सकता है । आपको बात दे की इसका उपयोग आप दाल भाती के रूप में कर सकते हो ।
अगर आप बिरयानी खाते है तो उसके अंदर भी इसका उपयोग किया जा सकता है वही पर भारत के बहुत से लोग जो की गाव में रहते है वे खिचड़ी खाते है तो आपको बात दे की यह जो खिचड़ी होती है उसके अंदर भी पालक का उपयोग किया जा सकता है। वैसे आपको बात दे की यह बनर्जी जायंट पालक आज से ही नही बल्की बहुत समय पहले से भारत में बना हुआ है और आज यह काफी अधिक प्रसिद्ध है बनर्जी जायंट पालक भी बंगाल का प्रतीक है।
पूसा ग्रीन पालक जो होता है वह सभी से अलग होता है । क्योकी इसका उपयोग अगर सब्जी में किया जाता है तो एक तो यह स्वाद बड़ा देता है दूसरा की यह भोजन का जो रंग होता है उसे भी कुछ हद तक बदलने की ताक्त रखता है । जिसके कारण से भी इसका उपयोग बहुत से लोगो के द्वारा किया जाता है ।
दोस्तो आपको बात दे की हय जो पालक होता है वह बड़े आकार का होने के कारण से काफी अलग रूप में जाना जाता है । इसे खाना भी आसान होता है तो इसे पकाना भी आसान होता है और यह सब आपको पता होना जरूरी है । दोस्तो पूसा ग्रीन पालक के पास बहुत से ऐसे गुण होते है जिसके कारण से यह भोजन को स्वाद और मनुष्य को स्वस्थ रखने में फायदेमंद होता है । इसके पास जो पत्ते होते है उसमें विटामिन काफी मात्रा में होते है जो की स्वाद को भी बढा देते है और मनुष्य को स्वस्थ भी रखते है ।
पूसा ग्रीन पालक खाने का स्वाद ऐसा ही बनाता है। बल्की यह जो स्वाद देता है वह काफी अगल होता है दरसल यह हल्का, थोड़ा मीठा स्वाद देने का काम करता है जिसके कारण से इसका उपयोग कई तरह से होता है और यह सब आपके लिए उपयोगी जानकारी है ।
इस तरह से दोस्तो पालक के पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द होते है । अगर लेख अच्छा लगा तो कमेंट में बता सकते है ।
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