पीलिया का मंत्र बताइए piliya jhadne ka mantra के बारे मे हम आपको यहां पर बताने वाले हैं।पिलिया का नाम तो आपने सुना ही होगा । पिलिया एक प्रकार की बीमारी होती है। जोकि शरीर के अंदर बिलीरुबिन के अधिक हो जाती है। बिलीरुबिन शरीर के अंदर एक पदार्थ होता है , जोकि लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने से बनता है। आपको बतादें कि बिलीरुबिन लिवर की मदद से फिल्टर होकर बाहर निकलता रहता है। लेकिन किसी वजह से यह लिवर मे नहीं जाता है। तो यह फिल्टर होकर बाहर भी नहीं निकल पाता है। ऐसी स्थिति के अंदर शरीर मे इसकी मात्रा काफी अधिक बढ़ जाती है। इस स्थिति को ही पिलिया के नाम से जाना जाता है।
वैसे देखा जाए तो पिलिया छोटे बच्चों को अधिक होने के चांस होते हैं। लेकिन यह आमतौर पर कई बार बड़े बच्चो को भी हो सकता है। और लिवर फैल होने का कारण बन सकता है। इसलिए यदि किसी को पिलिया हो गया है , तो उसे जल्दी से जल्दी डॉक्टर के पास लेकर जाना चाहिए । हालांकि आप सिर्फ झाडू फूंक के भरोसे नहीं बैठे रह सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
पीलिया के कुछ लक्षण होते हैं , जिसकी मदद से आप इसको पहचान सकते हैं। और यह पता लगा सकते हैं कि पीलिया हो चुका है। और उसके बाद कुछ निर्णय ले सकते हैं।
पीलिया एक पाचनतंत्र की बीमारी है जो कि जिगर (लिवर) को प्रभावित करती है। यह रोग पीले रंग की त्वचा, मूत्र में गहरा पीला रंग, पतले दस्त, थकान, उच्चतम तापमान या बुखार, पेट में दर्द और उच्च रक्तचाप जैसे लक्षणों के साथ हो सकता है।
दोस्तों आपको पता ही है कि पीलिया को झाड़ने का मंत्र कुछ लोगों को आता है। और वे मंत्र का प्रयोग करते हुए पिलिया झाड़ने का काम करते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। पीलिया आमतौर पर कई मौलवी भी झाड़ते हैं। यदि आपको तंत्र मंत्र के बारे मे जानकारी नहीं है , तो आप वहां पर जा सकते हैं। और किसी मौलवी से मदद ले सकते हैं। दूसरी बात कुछ मंदिरों के अंदर भी पीलिया झाड़ने का काम किया जाता है। हालांकि यह लोग अधिकतर केस के अंदर पैसा नहीं लेते हैं। हां हो सकता है , कि कुछ लोग पैसा लेते भी हों ।
दोस्तों आपको बतादें कि पीलिया का मंत्र यूज करने से पहले आपको इसकी दवाओं का यूज करना चाहिए । आप दवा का भी यूज करते रहें । और मंत्र का ही यूज करते रहें । ऐसा नहीं है , कि मंत्र काम नहीं करते हैं। लेकिन कई बार क्या होता है , कि किसी तरह की गड़बड़ होने की वजह से मंत्र काम करना बंद कर देते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर आपको मंत्र की बजाय दवाओं का प्रयोग करना अधिक बेहतर होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
वैसे तो आपको बतादें कि यह पिलिया झाड़ने का मंत्र काफी अच्छा है। लेकिन आप इसका प्रयोग गुरू के परामर्श के बिना नहीं कर सकते हैं। यदि आप बिना गुरू के परामर्श के इस मंत्र का प्रयोग करते हैं , तो इससे आपको कुछ भी फायदा नहीं होने वाला है। आप अपना नुकसान कर बैैठेंगे ।इसके लिए हनुमानजी की मूर्ति के आगे बैठें और 1000 मंत्रों का जाप रोजाना 21 दिन तक करें । ऐसा करने से आपका मंत्र सिद्ध हो जाएगा ।
“ओम नमो वीखेताल असराल नारसिंह देव तुषादि पीलिया कूं भिदाती कौरे झौरे पीलिया रहे न नेक निशान जो कहीं रह जाए तो हनुमन्त की आन मेरी भक्ति गुरू की शक्ति फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा।”
जब एक बार मंत्र सिद्ध हो जाता है। और उसके बाद आपको इस मंत्र का प्रयोग कुछ इस तरह से करना है।पीलिया ग्रस्त रोगी को सामने बैठाकर काँसे की कटोरी में तेल डाल कर उसके सिर के ऊपर रखें और तेल को कुश से हिलाते हुए इक्कीस बार मन्त्र बोलें। ऐसा करने से यदि कटोरी का तेल पीला हो जाता है। तो इसका मतलब मंत्र सिद्ध हो चुका है। आप यह कर सकते हैं। और आपको यह फायदेमंद लगेगा ।
दोस्तों यहां पर हम आपको पीलिया झाड़ने का दूसरा मंत्र के बारे मे बता रहे हैं। तो इस मंत्र का प्रयोग आपको बिना गुरू के नहीं करना चाहिए । यदि आप बिना गुरू के इस मंत्र का प्रयोग कर रहे हैं , तो यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद नहीं होगा । वरन आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। सूर्यग्रहण के दिन मंत्र का 108 बार जाप करके सिद्ध करलें । जब प्रयोग करना हो तो शनिवार के दिन तिल का तेल कटोरी के अंदर भरकर रेागी के सिर पर रखें ।तेल को कांसे के बर्तन के अंदर रखना चाहिए । दो से 3 बार आपको कुए की दूब से पीलिया को झाड़ना होगा । ऐसा यदि आप करते हैं , तो पीलिया रोग सदा के लिए चला जाता है।
“ओम नमो बैताल। पीलिया को मिटावे, काटे झारे। रहै न नेंक। रहै कहूं तो डारुं छेद-छेद काटे। आन गुरु गोरख-नाथ। हन हन, हन हन, पच पच, फट् स्वाहा।”
दोस्तों यह मंत्र काफी अधिक सरल है। तो आपको इस मंत्र को सबसे पहले अपने गुरू की आज्ञा से सिद्ध कर लेना होगा । और सिद्ध करने के बाद मंत्र को काँसे के पात्र में जल भरकर, नीम के पत्तों को सरसों के तेल में भीगोकर रोगी को 7 बार झाड़ा देना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं , तो पीलिया की समस्या दूर हो जाती है। यह एक अच्छा मंत्र है , जोकि काफी अधिक फायदेमंद होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
ॐ नमो आदेश गुरु का… श्रीराम सर साधा… लक्ष्मण साधा बाण… काला-पीला-रीता…. नीला थोथा पीला…. पीला चारों झड़े तो रामचंद्रजी रहै नाम…. मेरी भक्ति…. गुरु की शक्ति…. फुरे मंत्र ईश्वरोवाचा।
यदि आप इस मंत्र को सिद्ध करने के बारे मे जानना चाहते हैं , तो इसके लिए आपको अपने गुरू से परामर्श करना होगा । तभी आप मंत्र को सिद्ध करने के बारे मे जान पाएंगे ।
दोस्तों आपके घर के अंदर साबुत धनिया तो मिल जाएगा । क्योंकि यह सब्जी आदि के अंदर प्रयोग होता है। साबुत धनिया पीलिया के अंदर काफी अधिक फायदेमंद होता है। इसके लिए आपको करना यह है कि साबुत धनिया को रात के अंदर भीगो कर रख देना होगा । और सुबह उठने के बाद इसके पानी को पी लेना होगा । ऐसा आपको कुछ समय तक करना होगा । माना जाता है , कि ऐसा करने से पीलिया की समस्या अपने आप ही दूर हो जाती है। हालांकि आपको एक बार अपने डॉक्टर को दिखाने की जरूरत हो सकती है।
दोस्तों मूली के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। और आपने कई बार मूली को खाया भी होगा । यदि आपके यहां पर मूली मौजूद है , तो उसके हरे पत्तों को तोड़ लेकर आएं और उसके बाद उन पत्तों का रस निकाल लेना चाहिए । रस निकाल लेने के बाद आपको रोजाना उनको पीना चाहिए । ऐसा करने का फायदा यह होगा कि आपका पीलिया दूर हो जाएगा । मूली के पत्ते का रस तो डॉक्टर भी बताते हैं।
इस उपाय को भी आप ट्राई कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
दोस्तों गन्ने का रस तो आपने और हमने काफी अधिक पिया ही होगा । आपको बतादें कि गन्ने का रस पीलिया के अंदर पीना काफी अधिक फायदेमंद होता है। यदि आपको पीलिया है , तो फिर गन्ने का रस आपको पीना चाहिए । यह आपको फायदा पहुंचाएगा । ट्राई करने मे कोई भी बुराई नहीं है।
दोस्तों आपको बतादें कि पीलिया के अंदर पानी को सही तरह से पीना चाहिए । बोतल बंद पानी पीने से बचना चाहिए । पानी को सबसे पहले उबाल लेना चाहिए । और उसके बाद उसको ठंडा करने पीना चाहिए । ऐसा करने से संक्रमण को नाश करने मे काफी मदद मिलती है।
दोस्तों यदि किसी को पीलिया की समस्या है , तो उसे ताजा और गर्म भोजन करना चाहिए । ठंडा भोजन करने से हमेशा बचना चाहिए । इसके लिए खिचड़ी और दलिया को आप सेवन कर सकते हैं। यह खाने को अच्छी तरह से पचने मे मदद करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।
दोस्तों पीलिया के लिए नीम के पत्ते काफी अधिक फायदेमंद होता है , क्योंकि नीम के अंदर खास गुण होते हैं। इसके लिए सबसे पहले ताजा नीम के पत्तों को तोड़ ले आएं । और उनका रस आपको निकाल लेना होगा । फिर रोगी को पिलाना चाहिए । ऐसा करने से काफी अधिक फायदा होगा । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
वैसे भी नीम के अंदर कई तरह की बीमारियों को समाप्त करने के गुण होते हैं। इसलिए नीम के पत्तों का प्रयोग कई रोगों के अंदर किया जाता है।
दोस्तों यदि किसी को पीलिया हो गया है , तो उसके लिए अरहर के पत्ते काफी अधिक फायदेमंद होते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इसके लिए रोजाना 60 मिलिलिटर अरहर के पत्तों का रस दिया पिया जाता है , तो इससे पीलिया रोग शांत हो जाता है। यह एक अच्छा तरीका है , जिसका प्रयोग आप कर सकते हैं। और इससे आपको काफी अधिक फायदा मिलेगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।
दोस्तों यदि किसी को पीलिया की समस्या है , तो उसके अंदर करेले के पत्ते का प्रयोग भी काफी अधिक फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए 7 से 10 पत्तों को लें और उसके बाद उनको पानी के अंदर उबाल लेना चाहिए ।और इसके साथ धनिया को भी उबाल कर मिलाना चाहिए । यदि आप ऐसा करते हैं , तो आपको पिलिया की समस्या से छूटकारा मिलता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
दोस्तों मूली के पत्ते भी पीलिया के अंदर आप सीधे ही खा सकते हैं। जैसा कि हमने आपको उपर बताया कि या तो आप इनका जूस बनाकर पी सकते हैं। या फिर आप इनके पत्ते खा सकते हैं। कोई भी परेशानी नहीं होगी । वरन यह आपके पीलिया की समस्या को दूर करने मे मदद करेंगे ।
दोस्तों आपको बतादें कि पिलिया के लिए पपीते के पत्ते काफी अधिक फायदेमंद होते हैं। पपीता तो आपने खाया ही होगा । इसके पत्ते पीलिया के लिए काफी अधिक उपयोगी हो सकते हैं।इसके लिए एक चम्मच पपीते के पत्तों के अंदर एक चम्मच शहद को मिलाएं और उसके बाद उसको दिन मे दो बार खाएं । ऐसा करने से पीलिया की समस्या को कुछ हद तक काबू पाया जा सकता है।
दोस्तों तुलसी के पत्तों का सेवन भी काफी अधिक फायदेमंद होता है। इसके लिए आपको करना यह है , कि कुछ तुलसी के ताजा पत्ते लेकर आएं । और उसके अंदर आपको मूली के रस को मिलाना होगा । फिर आपको दिन मे दो बार इसको सेवन करना होगा । यदि आप यह सब करते हैं , तो काफी अधिक फायदा होगा । और आपको इससे समस्या दूर करने मे काफी मदद मिलेगी । आप इस बात को समझ सकते हैं।
यदि आपके घर के अंदर तुलसी के पत्ते मिल जाते हैं , तो ठीक है। लेकिन यदि आपके घर मे तुलसी के ताजा पत्ते नहीं मिलती हैं , तो फिर आप किसी दूसरे तरीके का प्रयोग कर सकते हैं।
इस तरह से दोस्तों पीलिया के कुछ उपाय होते हैं , जिसकी मदद से आप उपचार कर सकते हैं । लेकिन हम आपको यही सजेशन देना चाहते हैं ,कि इन उपायों को करने से पहले आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो परामर्श देता है। उसका पालन करना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
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