दोस्तो इस लेख में हम प्रातःकाल का पर्यायवाची शब्द pratahkal ka paryayvachi shabd या प्रातःकाल का समानार्थी pratahkal ka samanarthi shabd शब्द के बारे मे जानेगे इसके अलवा इस लेख में हम प्रातःकाल के बारे मे महत्वपूर्ण जानकारी का अध्ययन करेगे तो लेख को देखे ।
शब्द {shabd } | {paryayvachi shabd / samanarthi shabd} |
प्रातःकाल | सबेरा, भोर, प्रभात, प्रत्यूष, सवेरे काल, समय से पहले की, प्रातःकालीन, अहर्मुख, प्रत्युषसी, गोसर्ग, प्रात, मिनुसार, बिहान, अरूणोदय, कल, दिनमुख, तड़का, सकाल । |
प्रातःकाल in hindi | sabera, bhor, prabhaat, pratyoosh, savere kaal, samay se pahale kee, praatahkaaleen, aharmukh, pratyushasee, gosarg, praat, minusaar, bihaan, aroonoday, kal, dinamukh, tadaka, sakaal . |
प्रातःकाल in English | morning, dawn, dawn, early morning, before time, early morning, Morning, Tomorrow, prabhat, daybreak, Aurora, dawn, dayspring, daylight, morn, morrow. |
1. सबेरा – Sabera
2. भोर – Bhor
3. प्रभात – Prabhaat
4. प्रत्यूष – Pratyush
5. सवेरे काल – Savere Kaal
6. समय से पहले की – Samay Se Pehle Ki
7. प्रातःकालीन – Praatahkaalin
8. अहर्मुख – Aharmukh
9. प्रत्युषसी – Pratyushasi
10. गोसर्ग – Gosarg
11. प्रात – Praat
12. मिनुसार – Minusar
13. बिहान – Bihan
14. अरूणोदय – Arunoday
15. कल – Kal
16. दिनमुख – Dinamukh
17. तड़का – Tadaka
18. सकाल – Sakaal
प्रातःकाल शब्द को हिंदी भाषा में सुबह का समय कहा जाता है जिसे सवेरे के नाम से भी जानते है । अर्थात् सूर्य की प्रथम किरण के साथ होने वाली रोशनी के समय को प्रातःकाल के नाम से जाना जाता है और इसे प्रातःकाल कहा जाता है । इसके अलावा इस समय को सुबह भी कहा जाता है ।
प्रातःकाल के समय मे बहुत कुछ घटनाए ऐसी होती है जिसके कारण से मनुष्य न केवल कुछ समय के लिए बल्की उम्र भर के लिए अपने आप को स्वस्थ बना सकता है और इसके साथ ही अपने पूरे दिन में जो भी काम किया जाता है उसे बडा ही आनन्द के साथ पूरा कर कसता है । प्रातःकाल से जीवन मे लाभ निम्न हो सकते है –
दोस्तो यह बात सत्य है की प्रातःकाल के समय मे अगर कोई व्यक्ति भ्रमण करता है तो उसका जीवन स्वस्थ बन जाता है । क्योकी प्राप्त काल के समय हमारा दिमाग पूरी तरह से शांत होता है और इस समय वायुमंडल की जो हवा होती है वह भी पूरी तरह से शांत और शुद्ध होती है ।
जिसका शरीर में प्रवेश करने से शरीर को बडा फायदा होता है । जिसके कारण से श्वास के कारण से होने वाली बीमारियां दूर हो जाती है। इसके साथ ही अगर प्रातःकाल के समय में योग भी कर लिया जाए तो बडा फायदा हो जाता है । क्योकी योग मे जो शक्ति है वह किसी और मे नही होती ।
इस तरह से शुद्ध हवा के बिच मे योग करने से हमारा शरीर का अंग अंग खिल उठता है । और जीवन मे बीमारियो से दूर होने मे मदद मिलती है । यहि कारण है की वर्तमान में लोग प्रातःकाल के समय में भ्रमण करने के साथ साथ योग भी करते है ताकी वे अपने जीवन मे स्वस्थ रह सके ।
दोस्तो प्रातःकाल के समय मे किसी प्रकार का शोर शराबा नही होता है जिसके कारण से चारो और की वायु भी शुद्ध रूप मे बनी रहती है । इस समय अनेक तरह के पेड पौधो की खुशबू को महसूस किया जा सकता है । और इस समय अगर कोई मनुष्य भ्रमण करता है तो उसे बडा ही शकुन प्राप्त होता है और उसका मन आनन्दित हो उठता है। जिसके कारण से उस मनुष्य के जीवन मे शांति प्राप्त होती रहती है ।
दोस्तो अगर आप कभी प्रातःकाल के समय मे भ्रमण कर कर आए हो तो आपको यह पता होगा की उस समय जो हमारे आस पास के पेड पोधो की खुशबू है और चिडियो की बोलचाल और वातावरण की खूबसूरती को देख कर मन बडा ही आनन्दित हो उठता है । इस समय में कुछ समय गुजारने के बाद मे पूरा का पूरा दिन ही बडा अच्छा बितता है ।
दोस्तो जैसा की हमने बताया की सुबह के समय मे भ्रमण करने के कारण से ताजा ऑक्सीजन प्राप्त होती है । इसका कारण होता है की रात को किसी प्रकार के वाहन से गैस नही निकलती है और लगभग अन्य कार्यो से भी वातावरण मे किसी प्रकार की गैस नही निकलती है । जिसके कारण से वायु शुद्ध बनी रहती है और इसके साथ ही सूर्य की प्रथम किरण के साथ पेड पौधे ऑक्सीजन देने का काम शुरू कर देते है और वातवरण मे जो Co2 होती है उसे अपने भोजन बनाने में उपयोग मे लते है । जिसके कारण से प्रातःकाल शुद्ध ऑक्सीजन प्राप्त होती है ।
जो लोग अपने जीवन को योगासन के साथ गुजारना चाहते है उसके लिए सबसे अच्छा समय प्रातःकाल का ही होता है । क्योकी इस समय योग करने पर पूरे के पूरे शरीर को फायदा पहुंचता है । और यही कारण है की लोग इसी समय सबसे अधिक योग करते है ।
दोस्तो जो लोग अपना ध्यान केंद्रीत करना चाहते है उनके लिए यह समय सबसे अच्छा रहता है क्योकी इस समय अगर कोई व्यक्ति ध्यान करने की कोशिश करता है तो उसका मन भी उसका साथ देता है क्योकी वह रात भर आराम करने के कारण से शांत रहता है और वातावरण का सहयोग भी बहुत मिलता है ।
क्योकी चारो और शोर शराबा नही रहती है । जिसके कारण से ध्यान करने में कठिनाई नही आती है । और यही कारण है की प्रातःकाल के समय ध्यान किया जाता है । बहुत से साधू व संत अपना ध्यान इसी समय करते है ।
दोस्तो प्रातःकाल का समय ऐसा होता है की मन पूरी तरह से शांत होता है जिसके कारण से अगर कोई विधार्थी इस समय अध्ययन करता है तो वह जो भी अध्ययन करता है वह याद होने के बहुत ही ज्यादा चांस होते है । क्योकी इस अध्ययन मे हमारा वातावरण भी सहयोग देता है क्योकी किसी प्रकार की आवाज न होने के कारण से अध्ययन बडा ही अच्छा होता है । यही कारण है की बहुत से बच्चे सुबह 4 बजे से अध्ययन करने मे लग जाते है ।
दोस्तो हिंदुओ का मानना है की जो व्यक्ति प्रातःकाल के समय में जल्दी उठता है उसके घर मे खुशी की छाया रहती है । और कहा जाता है की माता लक्ष्मी का वास उसी घर मे होता है जिसमे लोग प्रातःकाल के समय जल्दी उठते है । साथ ही सूर्य देव को भी प्रातःकाल के समय देखने वाले लोगो को लाभ प्राप्त होता है । जिसके कारण से कह सकते है की जो व्यक्ति प्रातःकाल उठता है उसे बडा लाभ प्राप्त होता है ।
दोस्तो प्रातःकाल का समय बडा ही मन मोहक वाला होता है जिसे देखने के लिए अनेक लोग रोजाना सवेरे जल्दी उठते है । प्रातःकाल के समय मे चारो और किसी भी प्रकार का शोर नही होता है । बल्की कुछ अंधेरा छाया रहता है । जब आसमान को देखे तो वह कुछ निला व कुछ राख के जैसा होता है ।
इसके साथ ही कुछ समय के बाद मे ऐसा नजारा देखने को मिलता है की रोशनी से डर कर अंधेरा दूर भागने लग जाता है । यह नजारा बडा ही सुन्दर होता है और मन को शांति प्रदान करती है । इसके साथ ही चिडियो की मधुर आवाज मनमोह लेती है । जिसके कारण से ऐसा लगता है की मानो मैं उडने लगा हूं ।
चिडियो की मधुर आवाज के साथ ही आस पास के पेड पौधो की खुशबू को सुघने से मन मे आन्नद भर जाता है और मन पूरी तरह से खिल उठता है । यह नजारा कुछ समय तक जारी रहता है । तभी आसमान की तरफ लाल लाल किरणे दिखाई देने लगती है जो की सूर्य के निकलने के पहले का नजारा होता है। इस नजारे को देखना बडा ही अच्छा महसुस कराता है क्योकी यह एकमात्र ऐसा नजारा होता है जब सूर्य को देखा जा सकता है ।
कुछ समय मे सूर्य पूरी तरह से बाहर आ जाता है और इस समय सूर्य को आराम से देखा जा सकता है जिससे हमारी आंखो को नुकसान नही पहुंच पाता है । क्योकी इस समय सूर्य की किरणो का तेज कम ही होता है । कुछ ही समय के बाद मे सूर्य पूरी तरह से निकल जाता है और सूर्य की रोशनी बढने लग जाती है यह प्रातःकाल के समय का अंत आने का संकेत होता है ।
क्योकी इसके बाद के समय को प्रातःकाल नही कहा जा सकता है । इसके अलावा प्रातःकाल के समय में पूरी तरह से शुद्ध ऑक्सीजन का होना शरीर को बडा फायदा देता है । अंत मे कह सकते है की प्रातःकाल का समय बडा अच्छा होता है ।
दोस्तो प्रातःकाल के समय किया जाने वाले भ्रमण को प्रातःकाल की सैर कहा जाता है । और इस समय सैर केवल मनुष्य ही नही बल्की पक्षिया अधिक करती है । क्योकी रात के बित जाने पर और प्रात: काल होते ही विभिन्न तरह के पक्षी अपनी उडान भरने को तैयार हो जाती है और भोजन की तलाश में काफी अधिक दूरी तय कर लेती है इसे पक्षियो के द्वारा कि जाने वाली प्रातःकाल की सैर कहा जाता है ।
इसी तरह से मनुष्य भी भ्रमण करता है मगर वह अपने उपयोग और शुद्ध हवा को लेने के लिए करता है । जिसके लिए मनुष्य सुबह जल्दी उठता है और जैसे ही सवेरा होने लगता है वह अपने घर से निकल जाता है और जैसे ही प्रातःकाल के समय की सुरूआत होती है उसी के साथ मनुष्य अपने चारो और वातावरण में जो घटनाए घटित होती है उसका आनन्द लेती है। इस तरह से भ्रमण की यह प्रक्रिया प्रातःकाल की सैर कही जाती है ।
दोस्तो उपर बताए गए निम्नि कारणो की वजह से हम कह सकते है की प्रातःकाल का हमारे जीवन मे बडा महत्व होता है क्योकी यह जीवन को इतना अधिक सरल बना देता है जिसके कारण से बहुत सी कठिनाईयो से आसानी से दूर हो जाते है । और प्रातःकाल का समय एक ऐसा समय होता है जो मनुष्य को तनाव मुक्त करने में बडा सहयोग प्रदान करता है । अत: प्रातःकाल का समय हमारे लिए बडा महत्व रखता है ।
दोस्तो सबसे पहले तो आपको पता होना चाहिए की प्रात काल क्या होता है वैसे इसे सवेरे के रूप में जाना जाता है । और इसके बारे में हमने आपको उपर बता दिया है ।
अब क्योकी प्रात काल होने के बाद ही मानव के जीवन का कार्य शुरू होते है तो आप कह सकते है की यह मानव के लिए उपयोगी है । क्योकी जब अंधेरा पृथ्वी से दूर होना शुरू होगा तभी तो प्रातकाल होगा और अंधेरा मानव के लिए जरूरी है तो सुबह भी जरूरी है । क्योकी सुबह होने पर ही दिन होगा ओर दिन मानव के लिए उपयोगी है । तो कहा जा सकता है की प्रातकाल मानव के लिए उपयोगी है ।
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