tablet use

ranitidine tablet uses in hindi रैनिटिडीन टेबलेट के फायदे और नुकसान के बारे मे जानकारी

 ranitidine tablet uses in hindi , रेनिटिडिन टैबलेट का उपयोग  ,ranitidine tablet मुख्य रूप से ऐसिडिटी और सीने मे जलन आदि के अंदर प्रयोग की जाती है।यदि आपको इस तरह की समस्या है तो फिर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌इस दवा की जो खुराक होती है वह लिंग के आधार पर अलग अलग होती है। आयु उम्र आदि भी इसके अंदर काफी उपयोगी कारक होते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए इस दवा के सेवन करने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए इस दवा को बिना डॉक्टर के अनुमति के सेवन नहीं करना चाहिए और आप  इस बात को अच्छी तरह ‌‌‌ से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

ranitidine tablet uses in hindi

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि यह दवा आमतौर पर कई तरह की समस्याओं के अंदर काम मे आती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

  • एसिडिटी
  • पेट में अल्सर
  • सीने में जलन
  • जोलिंगर एलिसन सिंड्रोम
  • पेट में गैस
  • हर्निया
  • पेट दर्द
  • मुंह की बदबू
  • लेरिन्जाइटिस
  • प्रेगनेंसी में पेट दर्द
  • प्रेगनेंसी में अपच
  • प्रेगनेंसी में एसिडिटी
  • खट्टी डकार
  • पाचन तंत्र के रोग
  • पेट के रोग
  • गले में जलन

ranitidine tablet uses in hindi एसिडिटी

ranitidine tablet का उपयोग एसिडिटी के अंदर भी किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए पेट गैस आजकल की एक बहुत ही बड़ी समस्या हो चुकी है । और पेट गैस का सबसे बड़ा कारण यही है कि आजकल की जीवनशैली मेहनत रहित हो चुकी है। ‌‌‌ऐसी स्थिति के अंदर पेट गैस काफी फायदेमंद हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।

‌‌‌आपको बतादें कि पेट के अंदर हाइड्रोक्लोरिक एसिड होता है। और पेट की जो अंदरूनी जो परत होती है वह इसके लिए काफी अनुकूलित होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।अब आपके दिमाग के अंदर यह भी सवाल आता होगा कि पेट गैस क्या क्या खाने से होती हैं ? तो हम आपको बतादें कि पेट गैस आमतौर पर कई ‌‌‌ चीजों के खाने से होती है। यहां तक की आप रोटी वैगरह खाते हैं तो उससे भी पेट गैस हो सकती है। पेट गैस का जो सबसे बड़ा कारण होता है शरीर मे उर्जा का कम उपयोग ही होता है। जैसे हम अक्सर खेत के अंदर काम करते हैं तो पेट गैस नहीं होता है। लेकिन कम्यूटर पर बैठ कर काम करते हैं  पेट गैस की समस्या होती है।

एसिडिटी (पेट में जलन) के लक्षण की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं जिसकी मदद से आप इसको आसानी से पहचान सकते हैं कि आपके पेट के अंदर एसिडिटी हो चुकी है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

  • ‌‌‌पेट गैस का सबसे बड़ा जो लक्षण होता है वह सीने के अंदर जलन होता है। इसकी वजह से सीने मे जलन होने लग जाती है। और पेट मे जलन काफी बढ़ सकती है। हालांकि यह भोजन के बाद अधिक होने के चांस होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा सीने के अंदर जलन गले तक महसूस हो सकता है। और कई बार यह द्रव आपको काफी परेशान कर सकता है।
  • अत्याधिक डकार आना और मुंह का स्वाद कड़वा होना।
  • मतली या उलटी।
  • पेट फूलना।
  • लगातार सूखी खांसी आना।
  • घरघराहट।
  • गले में लंबे समय से दर्द।
  • निगलने में कठिनाई या दर्द।
  • छाती या ऊपरी पेट में दर्द।
  • सांसों में बदबू।
  • काला मल या मल में खून।
  • लगातार हिचकी आना।
  • एसिडिटी यदि आपको काफी लंबे समय से हो रही है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपको खाना वैगरह निगलने मे काफी अधिक कठिनाई हो रही है तो उसके बाद आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।
  • इसके अलावा यदि आपका वजन काफी तेजी से घट रहा है तो भी आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
  • ‌‌‌यदि आपको काफी समय से खांसी है और गले की समस्या है तो डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
  • एंटी-एसिड दवाएं ले रहे हैं, लेकिन एसिडिटी की समस्या अभी भी बनी हुई है तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपका स्वर काफी अधिक बैठ गया है तो फिर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • छाती में दर्द के साथ-साथ गर्दन, जबड़े, टागों या बाजू आदि में दर्द महसूस हो रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।

‌‌‌अब हम बात करते हैं कि पेट गैस का क्या क्या लक्षण हो सकता है ? तो दोस्तों आपको बतादें कि पेट गैस के कई सारे लक्षण हो सकते हैं। और उन लक्षणों की मदद से आप यह पहचान सकते हैं कि आपको पेट गैस की समस्या हो गई है।

  • एसिडिटी की समस्या अधिकतर खान पान से जुड़ी है आपको भोजन को अच्छे से चबा चबा कर खाना चाहिए जिससे कि पेट मे गैस काफी कम हो जाएगी ।
  • इसके अलावा उन पदार्थों को कम खाना चाहिए जिससे कि पेट गैस होने की संभावना काफी अधिक होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌यदि आप अधिक तले हुए भोजन का उपयोग करते हैं तो इसकी वजह से आपको पेट गैस होने के चांस काफी कम हो जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • गर्भावस्था में भी एसिड रिफ्लक्स हो जाता है। क्योंकि इसकी वजह से शरीर के अंदरूनी अंगों पर काफी अधिक दबाव बढ़ जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ज़्यादा तला हुआ खाना खाने से भी पेट की समस्या हो सकती है। तला हुआ खाना पचने में ज्यादा समय लगाता है । इससे आंत तक जाने की गति काफी धीमी हो जाती है जिससे कि पेट मे काफी गैस बनती है।

‌‌‌अब दोस्तों हम आपको बताने वाले हैं कि पेट ऐसिडिटी को आप किस तरह से कम कर सकते हैं। वैसे यह खानपान से तो जुड़ी होती ही है। इसके अलावा भी हम आपको कुछ टिप्स के बारे मे बताने वाले हैं जिसकी मदद से आप इसको कम कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • ‌‌‌सबसे पहली बात आपको अधिक से अधिक फल और सब्जी का सेवन करना चाहिए  । यह आपके पेट के अंदर गैस को कम करने का काम करते हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
  • ‌‌‌आमतौर पर यदि आपके पेट के अंदर काफी अधिक गैस बन रही है तो आपको सिर्फ एक बार मे ही सारा खाना नहीं खाना चाहिए । वरन आपको बार बार खाना खाना चाहिए । आप दिन मे दो से 3 बार खाना खा सकते हैं। जिससे कि भोजन को पचाना आसान हो जाता है।
  • ‌‌‌यदि आपका वजन काफी अधिक हो गया है तो फिर आपको अपने वजन को कम करने के बारे मे विचार करना चाहिए अधिक वजन सही नहीं होता है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। अपने वजन को कम करने के बारे मे विचार करें ।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको दिन मे अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक फायदेमंद होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि पेट गैस हो गया है तो अब हम इसके उपचार के बारे मे बात करने वाले हैं।

मतलब यही है कि जब आप डॉक्टर के पास पेट गैस की समस्या को लेकर जाते हैं तो डॉक्टर सबसे पहले आपको चैक करता है वह आपको पेट गैस की दवाएं देता है। ‌‌‌और अधिकतर केस के अंदर पेट गैस की समस्या जो होती है वह दवाओं से हल हो जाती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट के लिए भी कह सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

ranitidine tablet uses in hindi पेट मे अल्सर

‌‌‌पेट मे अल्सर का होना एक प्रकार से आम समस्या होती है। इसके अंदर पेट के अंदर विकसित घाव होते हैं जोकि आंत के अंदर या फिर बाहरी परत के अंदर विकसित हो सकते हैं।यह आमतौर पर भोजन नली और छोटी आंत के अंदर विकसित हो सकती है।इसके अंदर पेट मे दर्द होता है और दर्द नाभी और छाती तक भी महसूस होता है।

‌‌‌यह वैसे काफी डेंजर होता है। और यदि आप इसका समय पर इलाज नहीं करवाते हैं तो यह काफी घातक साबित होता है। इसकी वजह से शरीर के अंदर दूसरी तरह की बीमारियां भी होने लग जाती हैं। इसकी वजह से इसका जल्दी ही ईलाज किया जाना बेहद ही जरूरी होता है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌अब हम यदि पेट मे अल्सर होने के लक्षणों की बात करें तो इसके अंदर कई तरह के लक्षण हो सकते हैं जिसकी मदद से पेट मे अल्सर हो सकता है। यदि पेट मे अल्सर होता है तो आप लक्षणों की मदद से बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं।

  • अल्सर का दर्द आमतौर पर पेट के ऊपरी मध्य भाग में होता है यह दर्द नाभी के ऊपर और छाती के नीचे तक जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • इसके अलावा अल्सर की वजह से पेट मे जलन हो सकती है। और दांत काटने जैसा दर्द महसूस हो सकता है।
  • ‌‌‌पेट मे जो अल्सर होता है वह रात और सुबह के समय काफी अधिक प्रभावी हो जाता है।
  • इसके अलावा आपको बतादें कि अल्सर के दौरान होने वाला दर्द आमतौर पर कुछ समय और कुछ मिनटों के अंदर ही प्रभावी रह सकता है।
  • अल्सर के दर्द में भोजन, एंटासिड्स, या उल्टी से राहत मिलती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । ‌‌‌इसके अलावा आपको बतादें कि पेट के अंदर यदि अल्सर हो जाता है तो इसकी वजह से पेट मे रक्तस्त्राव होने लग जाता है और यह रक्तस्त्राव कम या अधिक हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । रक्तस्त्राव हो रहा है या फिर नहीं हो रहा है ‌‌‌इसका पता कई तरह से चल सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अंदर होता यह है कि उल्टी के साथ खून बाहर आ रहा है तो उसके बाद आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश दे रहा है आपको उसका पालन करना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • अल्सर  के कारणों के बारे मे सटीक जानकारी नहीं है। लेकिन माना जाता है कि यह आमतौर पर पेट के अंदर किसी तरह के संक्रमण की वजह से भी हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते  हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌अब आपके दिमाग के अंदर यह भी आता होगा कि पेट के अंदर अल्सर से बचाव के लिए क्या किया जा सकता है ?तो हम आपको बताने वाले हैं कि  पेट के अंदर अल्सर से बचाव करने के लिए आप कई तरह के उपाय कर सकते हैं।

शराब, धम्रपान, दर्दनिवारक दवा, कैफ़ीन और नॉन-स्टेरायडल एंटी इनफ्लेमेंट्री ड्रग्स यदि आप अधिक मात्रा के अंदर सेवन करते हैं तो इससे क्या होता है कि सहन करने की शक्ति काफी कम हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । हेलिकोबैक्टर पाइलोरी से आपको बचाव करने के लिए आपको दूषित पानी और भोजन  से दूर रहना चाहिए । यदि आप टॉयलेट वैगरह का यूज करते हैं तो फिर आपको  अपने हाथों को सही तरह से धोना जरूरी होता है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌और यदि आप अपने हाथों को सही तरह से नहीं धोते हैं तो बैक्टिरिया से संक्रमित हो सकते हैं और यह आपके लिए नुकसान का सौदा हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

ranitidine tablet uses in hindi सीने में जलन

‌‌‌सीने मे जलन एक आम प्रकार की समस्या होती है। और कई लोगों के अंदर यह समस्या देखने को मिलती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । सीने मे जलन की वजह से हर्ट अटैक जैसे लक्षण नजर आते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌और इसकी वजह से पेट की जो सामग्री होती है वह गले के अंदर भी आ जाती है जिसकी वजह से काफी अधिक समस्या का सामना करना पड़ता है।

‌‌‌और इसकी वजह से मुंह के अंदर काफी कड़वा स्वाद का भी अनुभव होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌अब यदि हम बात करें सीने मे जलन के कारणों के बारे मे तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं जिसकी वजह से सीने मे जलन हो सकती है तो आइए जानते हैं इसके बारे मे

  • सीने मे जलन आमतौर पर खाना खाने के बाद या फिर सोने के बाद महसूस होती है।
  • ‌‌‌और कई बार पेट से अम्ल उपर आने की वजह से इसको हर्ट रोग की तरह भी देखा जाता है हालांकि इसके अंदर हर्ट रोग के कोई भी लक्षण नजर नहीं आते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌यदि आप झुकते हैं या फिर लेटते हैं तो इसकी वजह से सीने मे जलन काफी अधिक बढ़ सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि सीने के अंदर जलन होती है तो इसकी वजह से गले के नीचले हिस्से के अंदर खट्टा स्वाद भी महसूस हो सकता है।
  • इसके अलावा यदि सीने के अंदर जलन काफी अधिक समय से रहती है तो यह काफी डेंजर हो सकती है। इसकी वजह से दांतों की उपर परत नष्ट हो जाती है और दांतों के अंदर कीड़े हो सकते हैं। ‌‌‌इस वजह से यदि किसी को सीने मे जलन की समस्या है तो उसे एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।
  • ‌‌‌वैसे तो कुछ लोगों के सीने मे जलन कुछ समय के लिए होती है उसके बाद अपने आप ही ठीक हो जाती है यदि सीने मे जलन अपने आप ठीक नहीं होती है तो उसके बाद आपको डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है।
  • ‌‌‌इसके अलावा सीने के अंदर जलन बार बार हो रही है और दवाओं से  भी ठीक नहीं हो रही है तो फिर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌यदि सीने मे जलन के साथ ही छाती के अंदर दर्द भी हो रहा है तो भी आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और डॉक्टर जो निर्देश देता है उसका पालन करना चाहिए ।

‌‌‌अब हम बात करने वाले हैं कि सीने मे जलन क्यों होती है तो दोस्तों इसके कुछ कारण होते हैं जिसकी वजह से सीने मे जलन होती है। हम उन कारणों पर बात करतें हैं।

आपको बतादें कि भोजन टयूब 10 इंच लंबी होती है। और भोजन करने के बाद इसी टयूब से गुजरता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌उसके बाद भोजन पेट से जुड़े छिद्रो से होकर जाता है। और भोजन के गुजरने के बाद यह उसी समय बंद हो जाते हैं।लेकिन यदि यह छिद्र ठीक तरह से बंद नहीं होते हैं तो इसकी वजह से अम्ल आमतौर पर उपर की तरफ आ जाता है और उसके बाद सीने मे जलन होने लग जाती है।

‌‌‌इसके अलावा यदि कोई गर्भवति महिला है तो उसके अंदर सीने मे जलन होना आम समस्या होती है। इसके अंदर एसिड उपर की तरफ आ जाता है जिसकी वजह से सीने मे जलन होने लग जाती है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आप अधिक नशा करते हैं तो इसकी वजह से भी आपके सीने मे जलन हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌जिन लोगों का वजन अधिक होता है उनके सीने मे जलन होने के चांस काफी अधिक होते हैं। यदि आपका भी वजन काफी अधिक है तो फिर आपको चाहिए कि आप अपने वजन को कम करने के बारे मे प्रयास करें तभी आपको फायदा हो सकता है।

‌‌‌यदि आप अधिक कॉफी चाय वैगरह आती पीते हैं तो उसकी वजह से भी सीने के अंदर जलन हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा यदि आप अधिक मसालेदार चीजों का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से भी आपके सीने के अंदर जलन हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए कम मसालेदार चीजों का सेवन आपको करना चाहिए आप समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आपको खाने के बाद तुरंत ही लेटने की आदत है तो फिर आपको यह बंद कर देना चाहिए । नहीं तो फिर आपके लिए काफी बड़ी समस्या हो सकती है।

यदि आप अधिक तनाव मे रहते हैं नींद की कमी की समस्या है तो फिर आपको सीने मे जलन होने के चांस काफी अधिक हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि आपको हर्निया की समस्या है तो इसकी वजह से भी छाती के अंदर जलन हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वैसे हर्निया का कोई इलाज नहीं है। इसका ईलाज सिर्फ ऑपरेशन से ही होता है।

‌‌‌सीने के अंदर जलन से बचाव के उपाय के बारे मे हम बात करने वाले हैं तो आइए जानते हैं इसके बचाव के कुछ उपायों के बारे मे ।

  • ‌‌‌यदि आपको भी सीने के अंदर जलन की समस्या है तो आप कुछ दवाएं ले सकते हैं। हालांकि आपको सभी दवाएं अपने डॉक्टर की मर्जी से ही लेनी चाहिए । यदि आप बिना डॉक्टर की मर्जी के दवाएं लेते हैं तो इससे आपको ही नुकसान हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए अपने डॉक्टर की मर्जी से ही दवाएं ‌‌‌ ले सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा आप अदरक का सेवन करें । माना जाता है कि यदि आप अदरक का सेवन करते हैं तो इससे सीने मे जलन से राहत मिल सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप शराब और तंबाखू का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से भी आपको सीने मे जलन हो सकती है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप शराब ओर तंबाखू का सेवन ना करें । नहीं तो आपकी समस्या और अधिक बढ़ सकती है।
  • ‌‌‌इसके अलावा अचानक आपको अधिक मात्रा के अंदर भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए वरन आपको थोड़ी थोड़ी मात्रा के अंदर भोजन करना चाहिए । क्योंकि यदि आप एक साथ ही भोजन कर लेते हैं तो उसे पचाने मे काफी अधिक समस्या होती है आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌यदि आपका वजन काफी अधिक है तो आपको अपने वजन को कम करने के बारे मे विचार करना चाहिए । अधिक वजन का होना अच्छा नहीं होता है आप इस बात को समझ सकते हैं अपने वजन को कम करने के लिए उचित उपाय करना जरूरी है।
  • ‌‌‌यदि आप सो रहे हैं तो अपने लिए एक तकिया लगाकर सोए । ऐसा करने का फायदा यह होगा कि आपके गले तो जो ऐसिड आ जाता है वह नहीं आएगा । यह एक अच्छा उपाय है जिसको आप कर सकते हैं। इसके बारेम े आपको पता होना चाहिए।
  • ‌‌‌और यदि आपको टाइट कपड़े पहनने की आदत है तो फिर आपको टाइट कपड़े नहीं पहनने चाहिए । क्योंकि इससे भी सीने के अंदर जलन की समस्या हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

ranitidine tablet uses in hindi गर्ड या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग

गर्ड या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग भी एक प्रकार का रोग होता है । यह रोग आमतौर पर तब होता है जब आपके पाचन तंत्र के अंदर जो चीजें होती हैं वे आपकी भोजन नली के अंदर वापस आ जाती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।और क्योंकि भोजन जो पेट से नली मे आता है उसके अंदर ‌‌‌ऐसिड़ होता है और हमारा गला इसके लिए अनुकूलित नहीं होता है। ऐसी स्थिति के अंदर गले मे जलन होती है और यदि लगातार यह समस्या बनी रहती है तो इसकी वजह से गले की नली मे क्षति हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि आपको इस तरह की समस्या है तो आप अपनी जीवन शैली को बदल सकते हैं और इस समस्या से छूटकारा पा सकते हैं। हालांकि इसके लिए दवाएं भी उपलब्ध हैं और उनका इस्तेमाल किया जा सकता है।

‌‌‌गर्ड के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं इसकी मदद से आप आसानी से इसको पहचान सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपको यह लक्षण दिखाई देते हैं तो फिर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।

  • ‌‌‌सबसे पहला लक्षण तो यह है कि गले मे गांठ का महसूस होना
  • इसके अलावा सूखी खांसी का होना
  • गले की आवाज का बैठना ।
  • निगलने में कठिनाई
  • और छाती के अंदर दर्द का होना
  • सीने मे जलन ।

‌‌‌यदि आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको चाहिए कि आप एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें और आपका डॉक्टर आपको जों निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । इसके अलावा आपको बतादें कि लंबे समय तक इस रोग को अनदेखा यदि आप करते हैं तो फिर समस्या हो सकती है। ‌‌‌क्योंकि उसके बाद यह रोग काफी गम्भीर हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

गर्ड (जीईआरडी) किस वजह से होता है तो इसके पीछे कई सारे कारण होते हैं। हम आपको कुछ कारणों के बारे मे बताने वाले हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • ‌‌‌यदि आपको अधिक मोटापा है तो इसकी वजह से गर्ड होने के चांस काफी अधिक हो सकते हैं आपको मोटापा कम करने के बारे मे विचार करना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । ‌‌‌सिर्फ मोटापे का इतना नुकसान ही नहीं है। इसके अलावा भी बहुत सारे नुकसान हैं।
  • गर्भावस्था मे यदि हैं तो गर्ड की समस्या कॉमन होती है। इसको लेकर आपको अधिक सोच विचार करने की जरूरत नहीं होती है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
  • मुंह में खुश्की होना  भी इसके लक्षण हो सकते हैं। खुश्की का मतलब होता है कि आपको बार बार छोटी खांसी आती रहती है। इसके अंदर कफ नहीं होता है बस ऐसे ही खांसी आती है। वह भी कभी कभी ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपको मधुमेह की समस्या है तो फिर गर्ड होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं मधुमेह का समय पर इलाज करवाना बहुत ही जरूरी होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

गर्ड (जीईआरडी) से बचाव के लिए आप क्या कर सकते हैं ? तो हम आपको कुछ टिप्स के बारे मे बताते हैं इसकी मदद से आप कुछ कर सकते हैं जिससे कि आपको गर्ड होने के चांस काफी कम हो जाएंगे तो आइए जानते हैं इसके बारे मे ।

  • ‌‌‌अक्सर हम लोग एक साथ ही भोजन खाते हैं आपको चाहिए कि आप एक साथ पूरा भोजन ना खाएं वरन आपको थोड़ा थोड़ा भोजन खाना चाहिए । जिससे कि भोजन आसानी से पच जाएगा । और ऐसिड के उपर आने के चांस काफी कम हो जाएंगे । यह एक अच्छा तरीका है गर्ड के  प्रभाव को कम करने का ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि हम बात करें तो आपको नशा नहीं करना चाहिए । यदि आप नशा करते हैं तो आपको गर्ड होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाएंगे । आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए और आप इस बात  को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप बिस्तर पर सो रहे हैं तो आप एक तकिया लगाकर सो सकते हैं जिसका फायदा यह होगा कि आपको जो गर्ड की समस्या है वह नहीं होगी । इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌यदि आपको भोजन करने के तुरंत बाद लेटने की आदत है तो आपको लेटना नहीं चाहिए क्योंकि इससे क्या होगा कि जो पेट का ऐसिड होता है वह आपके गले तक आ सकता है और आपको समस्या का सामना करना पड़ सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌यदि आपका वजन अधिक है तो आपको अपने वजन को कम करने के बारे मे विचार करना चाहिए । अधिक वजन का होना सही नहीं होता है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌यदि आप अधिक कसे हुए कपड़े पहनते हैं तो आपको ऐसा नहीं करना चाहिए अधिक कसे हुए कपड़ों को पहनना अच्छा नहीं होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।

गर्ड के परीक्षण की यदि हम बात करते हैं तो डॉक्टर आपका कई तरह से परीक्षण कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । हम यहां पर आपको कुछ परीक्षण के बारे मे बता रहे हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • ‌‌‌इसके लिए आपके डॉक्टर आपकी भोजन नली के अंदर ऐसिड की मात्रा की जांच करने के लिए आपके नाक के रस्ते से एक रॉड को अंदर डालते हैं और यह एक कम्प्यूटर उपकरण से जुड़ी होती है। इससे यह पता चल जाता है कि आपकी भोजन नली के अंदर ऐसिड की मात्रा कितनी है। और उसके आधार पर डॉक्टर उपचार करते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको बतादें कि डॉक्टर आपके पाचन तंत्र का एक्सरे भी ले सकता है इसके अंदर डॉक्टर आपको पीने के लिए पहले दवा देता है और उसके बाद पाचन तंत्र का एक्सरे के लिए कहा जाता है। और उसके बाद डॉक्टर आपके पेट के अंदर की स्थिति को देखता है कि पेट के अंदर किसी तरह की कोई समस्या तो नहीं है।
  • एंडोस्कोपी के अंदर आमतौर पर एक छड़ होती है और उसके उपर कैमरा लगा होता है उस कैमरे को शरीर के अंदर डाला जाता है और उसके बाद अंदर की स्थिति के बारे मे निरिक्षण किया जाता है। यदि अंदर किसी तरह की समस्या होती है तो वह आसानी से पकड़ मे आ जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

जीईआरडी की वजह से अब क्या क्या नुकसान हो सकता है इसके बारे मे भी हम चर्चा कर लेते हैं। यदि गर्ड काफी लंबे समय तक रहता है तो इससे कुछ भयंकर नुकसान हो सकते हैं इसके बारे मे हम आपको बताने वाले हैं।

  • ‌‌‌यदि लगातार पेट का जो ऐसिड होता है वह उपर की तरफ आता है तो भोजन नली के उत्तक उसकी वजह से क्षतिग्रस्त हो जाते हैं और इसकी वजह से भोजन नली काफी संकुचित हो जाती है जिसकी वजह से भोजन निगलने मे काफी अधिक कठिनाई होने लग जाती है आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि पेट से ऐसिड लगातार आता रहता है तो इसकी वजह से भोजन नली के अंदर घाव हो जाता है और यही घाव काफी अधिक नुकसान का कारण बनता है। इसकी वजह से नसे क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। और कई बार इसके अंदर खून बहने लग जाता है।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि इस समस्या का नियमित रूप से इलाज नहीं किया जाता है तो इसकी वजह से भोजन नली का कैंसर होने के चांस अधिक हो जाते हैं। इसलिए बेहतर यही है कि आपको चाहिए कि आप इस रोग का उपचार करें। समय पर यदि उपचार करते हैं तो इससे समस्या काफी हद तक सुलझ सकती है इसके बारे मे आपको पता होना ‌‌‌चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

ranitidine tablet uses in hindi  जोलिंगर एलिसन सिंड्रोम

जोलिंगर एलिसन सिंड्रोम एक प्रकार की दुर्लभ बीमारी होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इस बीमारी के अंदर होता यह है कि छोटी आंत के उपर की तरफ काफी अधिक टयूमर बन जाते हैं जिसकी वजह से आमतौर पर अधिक मात्रा मे पेट गैस का निर्माण होता है और काफी समस्या होती है।

स एसिड से पेट में छाले और दस्त जैसे लक्षण होने लगते हैं। भूख न लगना, खाने की नली में दर्द, कुपोषण, मतली, उल्टी में खून आना और सांस लेने मे समस्या का होना इस तरह के कुछ लक्षण इसके प्रकट होने लग जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

जोलिंगर एलिसन सिंड्रोम के पैदा होने के कारणों के बारे मे अभी भी ठीक तरह से पता नहीं चल पाया है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । लेकिन माना जाता है कि छोटी आंत के आस पास लिम्फ नोड के अंदर टयूमर बनने की वजह से यह समस्या होने लग जाती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌और इसकी वजह से गैस्ट्रिन हॉर्मोन का निर्माण होता है और उल्टी दस्त और दूसरे लक्षण प्रकट होने लग जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते  हैं।

जोलिंगर एलिसन सिंड्रोम के यदि उपचार की बात करें तो वैसे इसका कोई भी उपचार नहीं है। इसके अंदर जो टयूमर होते हैं वे छोटे छोटे होते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यह टयूमर का ऑपरेशन करके ही निकाला जा सकता है। और डॉक्टर आमतौर पर एक बड़े टयूमर को ही निकालने की सलाह देते हैं। ‌‌‌एक छोटे टयुमर को निकालने की सलाह नहीं देते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वरन इन छोटे टयूमर को ऐसे ही रखा जाता है और दवाओं की मदद से इनको बढ़ने से रोक दिया जाता है।

ranitidine tablet uses in hindi ‌‌‌मुंह की बदबू

‌‌‌मुंह की बदबू के बारे मे आप जानते ही हैं। इसके अंदर आपके मुंह के अंदर खराब गंध आती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।और कई बार यह शर्मनाक भी हो सकती है। इसका कारण यह है कि जब आप किसी के पास बैठते हैं तो आपके पास उस इंसान को बैठने मे समस्या हो सकती है। जैसे कि आप किसी मिटिंग के अंदर हैं ‌‌‌तो इसकी वजह से आपकी ईमेज पर काफी बुरा असर पड़ता है आप इस बात को समझ सकते हैं और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌यह समस्या महिला और पुरूषों दोनों के अंदर ही हो सकती है। हालांकि यह कोई गम्भीर समस्या नहीं है । आप इसका उपचार बहुत ही आसानी से कर सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि हम मुंह की बदबू के लक्षण की बात करें तो कई लक्षण हो सकते हैं। यदि इसके साथ ही आपको बुखार और खांसी वह बलगम की समस्या है तो फिर डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा यदि आपके मुंह के अंदर बदबू आ रही है तो इसे छिपाने का प्रयास आपको बिल्कुलभी नहीं करना चाहिए।  यदि आप इसको छिपाने का प्रयास करते हैं तो इससे आपको और अधिक परेशानी हो सकती है। इसलिए अपने डॉक्टर के पास जाएं और इसके बारे मे आपको बता देना चाहिए।  ताकि दवाएं की मदद से आपकी ‌‌‌समस्या को ठीक किया जा सके आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌दोस्तों यदि हम मुंह की बदबू के कारणों की बात करें तो इसके कई सारे कारण होते हैं। सबसे बड़ा कारण होता है बैक्टीरिया  मुंह एक प्रकार से इस तरह की जगह होती है जिसके अंदर बैक्टिरिया बहुत ही आसानी से पनप जाते हैं। इसलिए निरंतर मुंह की साफ सफाई करना बहुत ही जरूरी होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।

  • ‌‌‌यदि खाना खाने के बाद अपने मुंह को ठीक तरह से साफ नहीं करते हैं तो इसकी वजह से मुंह के अंदर कई तरह के भोजन के कण दांतों के बीच फंस जाते हैं और इसकी वजह से मुंह की बदबू पैदा हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • इसके अलावा ‌‌‌यदि आपके मसूड़ों के अंदर सूजन है तो इसकी वजह से भी मुंह की बदबू की समस्या और अधिक हो सकती है। मसूड़ों मे सूजन होने की स्थिति के अंदर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन भी करना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा कई बार क्या होता है कि हम दांतों की साफ सफाई को ठीक तरह से नहीं कर पाते हैं जिसकी वजह से मुंह के अंदर बदबू आने लग जाती है इसलिए आपको चाहिए कि आप अपने दांतों की साफ सफाई पर अधिक ध्यान दें तभी कुछ फायदा हो सकता है।
  • ‌‌‌यदि मुंह के अंदर किसी तरह का घाव हो गया है तो उसकी वजह से भी मुंह के अंदर बदबू आ सकती है। इसके लिए आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और घाव के इलाज के बारे मे बात करनी चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि दांतों के अंदर किसी तरह का संक्रमण हो चुका है तो इसकी वजह से भी मुंह के अंदर बदबू आ सकती है। और दांतों से यदि पस निकल रहा है तो यह भी मुंह की बदबू का कारण बन सकता है। इसका इलाज किया जाना जरूरी होता है।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपने यदि नकली दांतों का प्रयोग किया है तो इसकी वजह से भी मुंह के अंदर बदबू हो सकती है। आपको चाहिए कि आप नियमित रूप से नकली दांतों की साफ सफाई पर ध्यानदें ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि मुंह के अंदर कैंसर हो चुका है। या छाले हो चुके हैं तो इसकी वजह से भी मुंह की बदबू हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।
  • साइनसाइटिस की समस्या यदि आपको है तो इसकी वजह से भी मुंह के अंदर बदबू हो सकती है।
  • आपको फेफड़ों की यदि कोई बीमारी है तो इसकी वजह से भी मुंह के अंदर बदबू हो सकती है।
  • लहसुन, प्याज और मसालेदार भोजन  यदि आप करते हैं तो इसकी वजह से भी मुंह के अंदर बदबू की समस्या हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • यदि आप शराब और तंबाखू आदि का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से भी मुंह के अंदर बदबू हो सकती है। वैसे यह नशे की चीजें काफी अधिक हानिकारक होती हैं। आपको इसके बारे ‌‌‌मे पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌अब हम बात करते हैं कि मुंह के अंदर यदि बदबू आ रही है तो आप किस प्रकार से इस बदबू को सही कर सकते हैं इसके बारे मे हम आपको कुछ बताने वाले हैं। यदि आप नीचे दिये गए टिप्स को फोलो करते हैं तो इससे मुंह की बदबू को दूर किया जा सकता है आप इस बात को समझ सकते हैं।

  • ‌‌‌सबसे पहली बात यदि आप नकली दांत को लगवा रखे हैं तो फिर आपको चाहिए कि आप उन नकली दांतों को सही तरह  से साफ करें । यदि आप उनको समय पर साफ नहीं करते हैं तो इसकी वजह से मुंह के अंदर बदबू की समस्या हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपका मुंह काफी अधिक सूखता है तो यह भी बदबू का कारण बन सकता है। इसलिए आपको चाहिए कि आप अपने मुंह को सूखने ना दें । तंबाखू वैगरह का सेवन करने की वजह से भी मुंह सुखता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। ‌‌‌और यदि मुंह सुखने की समस्या कम नहीं हो रही है तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करें ।
  • प्याज, लहसुन और मसालेदार भोजन यदि आप करते हैं तो इसकी वजह से भी मुंह के अंदर बदबू की समस्या हो सकती है। इसलिए आपको इस तरह के भोजन का सेवन कम करना चाहिए। इसके अलावा कॉफी और शराब का सेवन भी आपको कम करना चाहिए।  यह सब आपके लिए समस्या बन सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा समय समय पर अपने दांतों की सफाई पर आपको अधिक ध्यान देने की जरूरत है आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि समय पर आप दांतों की सफाई पर ध्यान नहीं देते हैं तो इसकी वजह से भी मुंह के अंदर बदबू पैदा हो सकती है आप इस बात को समझ सकते हैं।

ranitidine tablet uses in hindi  हर्निया

‌‌‌हर्निया के अंदर यह होता है कि शरीर के जो अंदर का भाग होता है वह बाहर आने लग जाता है। यह आमतौर पर किसी कमजोर मांसपेशी की वजह से हो सकता है।वैसे आपको बतादें  हर्निया पेट के अंदर होता है। और यह नाभी के आस पास हो सकता है जिससे कि शरीर का अंग काफी बाहर आ सकता है। ‌‌‌और इसकी वजह से शरीर मे काफी अधिक दर्द भी हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा आपको बतादें कि हर्निया अपने आप ही ठीक कम चांस मे होता है इसके लिए आपको सर्जरी की आवश्यकता होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  और कई बार हर्निया की वजह से खून की सप्लाई रूक जाती है। और ऐसी स्थिति के अंदर आपको जल्दी से ऑपरेशन करवाने की जरूरत होती है। ‌‌‌यदि हम हर्निया के लक्षणों की बात करें तो इसके अंदर एक गांठ या उभार  दिखाई देता है आप इसको छूकर भी महसूस करते हैं। और इसके अंदर दर्द भी होता है।इनमें सीने में जलन, निगलने में परेशानी और सीने में दर्द शामिल हैं। हालांकि कुछ मामलों मे हर्निया के कोई भी लक्षण नहीं होते हैं। लेकिन जब आप ‌‌‌एक्सरसाइज वैगरह करते हैं तो इसका एहसास होता है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

हर्निया  के कई सारे कारण हो सकते हैं। कई बार शरीर पर दबाव पड़े की वजह से भी हर्निया विकसित हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  और आप बात को समझ सकते हैं। इसके अलावा यदि शरीर का कोई हिस्सा काफी अधिक कमजोर है तो उसकी वजह से भी हर्निया विकसित हो सकता है।

  • ‌‌‌जैसे गर्भ के अंदर बच्चे के पेट की दीवार यदि सही तरह से विकसित नहीं होती है तो उसकी वजह से भी हर्निया विकसित हो सकता है।
  • इसके अलावा यदि आपको लंबे समय तक खांसी होती है तो उसकी वजह से ऐसा हो सकता है।
  • और शरीर के उपर अधिक दबाव की वजह से ऐसा हो सकता है।

‌‌‌वैसे यदि हम हर्निया के बचाव की बात करें तो हर्निया से बचना संभव नहीं है लेकिन आप कुछ उपाय कर सकते हैं जिसकी मदद से आप हर्निया को रोक सकते हैं। और अपने पेट पर पड़ने वाले दबाव को काफी कम कर सकते हैं जिससे कि हर्निया का जोखिम काफी कम हो जाता है आप इस बात को समझ सकते हैं।

  • ‌‌‌यदि आपको हर्निया के शूरूआती लक्षण दिख रहे हैं तो आपको अपने डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए । यह आपके लिए काफी जरूरी हो जाता है और समय पर यदि आप इलाज करवाते हैं तो आपको किसी तरह की कोई भी समस्या नहीं होगी ।
  • इसके अलावा यदि आपको लगातार खांसी आ रही है तो फिर आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए और ‌‌‌इसके लिए उचित  उपाय करवाने की जरूरत हो सकती है।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप कोई वजन उठाने का काम करते हैं तो आपको अधिक वजन को उठाने से बचना होगा अधिक वजन का उठान हर्निया के लिए सही नहीं होता है इससे हर्निया होने की संभावना काफी अधिक बढ़ जाती है।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप मल वैगरह त्याग कर रहे हैं और पेशाब कर रहे हैं तो आपको अधिक जोर लगाने से बचना होगा । नहीं तो आपके लिए काफी अधिक समस्या हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌अब दोस्तों हम आपको हर्निया के प्रकार के बारे मे बताने वाले हैं।

इनगुइनल हर्निया भी इसका एक प्रकार होता है। यह आम प्रकार का हर्निया होता है और यह आमतौर पर 70 फीसदी से अधिक लोगों के अंदर देखने को मिलता है। इसके अंदर पेट के नीचले हिस्से से आंत उभरकर आ जाती है। इसके अलावा आपको बतादें कि यह ‌‌‌पुरूष और महिलाओं दोनों के अंदर पाया जाता है। लेकिन यह आमतौर पर पुरूषों के अंदर काफी अधिक होता है आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

हाइटल हर्निया  के अंदर आमतौर पर हमारा जो डायफ्राम होता है वह हमारे छाती के गुहा तक पहुंच जाता है। और डायफ्राम आमतौर पर एक तरह से मांसपेशियों का आवरण होता है। इस तरह का जो हर्निया होता है वह 50 फीसदी लोगों के अंदर देखने को मिलता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।हालांकि यह 50 साल से अधिक उम्र ‌‌‌के लोगों के अंदर काफी अधिक देखने को मिलता है। यदि इस प्रकार का हर्निया है तो फिर आपको समझ लेना चाहिए कि डॉक्टर से परामर्श करें । यदि बच्चों मे यह है तो यह जन्म दोष का परिणाम हो सकता है।

अम्बिलिकल हर्निया आमतौर बच्चों के अंदर काफी अधिक देखने को मिलता है। इसके अंदर जो आंत का उभार होता है वह नाभि तक पहुंच जाता है। हालांकि यह अधिकतर केस के अंदर अपने आप ही ठीक हो जाता है। खासकर तब जब मांसपेशियां मजबूत होती हैं। हालांकि यह ठीक नहीं होता है तो उसके बाद डॉक्टर से परामर्श करना ‌‌‌ चाहिए ।

इंसिज़नल हर्निया आमतौर पर सर्जरी के बाद होने की संभावना होती है। खास कर जिस हिस्से के अंदर चीर फाड़ की गई है वहां पर काफी कमजोर त्वचा हो जाती है।

स्पोर्ट्स हर्निया  आमतौर पर पेट के नीचले हिस्से के अंदर होता है और यह उत्तक के फटने की वजह से हो सकता है।

ranitidine tablet uses in hindi खट्टी डकार

‌‌‌वैसे तो आपको बतादें कि खट्टी डकार का आना कोई भी समस्या नहीं है। लेकिन इसका मतलब यह है कि आपके पेट के अंदर हवा काफी अधिक हो चुकी है। जिसकी वजह से खट्टी डकार आ रही है। इसके अलावा अधिक खाना खाने या फिर यदि आप तैलिय भोजन करते हैं तो उसकी वजह से भी यह समस्या हो सकती है। हालांकि अधिकतर केस ‌‌‌के अंदर यह आपके पेट के अंदर गैस होने की वजह से हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।

कोल्ड ड्रिंक तथा शराब पीने और कुछ दवाओं की वजह से भी खट्टी डकार की समस्या हो सकती है। वैसे डकार आना अच्छा होता है लेकिन खट्टी डकार आपको काफी असहज कर सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए ‌‌‌ सही होगा ।

‌‌‌इसके अलावा आपको बतादें कि यदि खट्टी डकार आती है तो आपको कम भोजन का सेवन करना चाहिए अधिक भोजन का सेवन करना आपके लिए काफी हानिकारक हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

खट्टी डकार के लक्षण के बारे मे बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं जिसकी मदद से आप यह पता लगा सकते हैं कि आपको खट्टी डकार की समस्या हो रही है।

  • जैसे यदि आपको खट्टी डकार की समस्या हो रही है तो यह पेट मे दर्द भी पैदा कर सकती है।वैसे अधिक खाने और पेट के अंदर अल्सर होने की वजह से पेट मे दर्द ‌‌‌ होने की समस्या काफी अधिक हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा पेट मे यदि अधिक गैस बन जाती है तो इसकी वजह से पेट बोलने लग जाता है और आप आसानी से यह पहचान सकते हैं कि आपके पेट के अंदर समस्या हो चुकी है और आपके लिए यह सही नहीं होगा आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा ऐसिड़ की वजह से पेट के उत्तकों को काफी अधिक क्षति होती है जिसकी वजह से भी पेट के अंदर दर्द हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌यदि आप भोजन ठीक तरह से नहीं करते हैं या फिर आप आपके भोजन के अंदर फाइबर की कमी है तो उसकी वजह से कब्ज होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और कब्ज की वजह से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि पेट के अंदर काफी अधिक गैस बन जाती है तो इसकी वजह से सीने के अंदर भी जलन हो सकती है। और इसकी वजह से आपको खट्टी डकार आ सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌और कई बार क्या होता है कि पेट के अंदर काफी अधिक गैस बन जाती है इसकी वजह से पेट फूलने लग जाता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आपको खट्टी डकार आ रही है तो सबसे पहले घरेलू उपायो का यूज कर सकते हैं। यदि घरेलू उपायों का यूज करने के बाद भी आपको इससे आराम नहीं मिलता है तो फिर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करें । यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌अब हम खट्टी डकार के कारणों के बारे मे बात करें तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • ‌‌‌जब बैक्टीरिया खाना आपके पेट के अंदर पचा रहा होता है तो इसकी वजह से पेट मे गैस बनती है और आपको खट्टी डकार आ सकती है। हालांकि यह बहुत हद तक भोजन पर निर्भर करता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
  • सिड रिफ्लक्स  और दूसरे तरह के पाचन से जुड़े विकार यदि आपको हैं तो इसकी वजह से भी ऐसिड रिफलेक्स हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
  • शराब, कैफीन युक्त भोजन या पेय और कार्बोनेटेड पेय और अधिक खाने और भोजन को अच्छी तरह से नहीं चबा कर खाने की वजह से भी खट्टी डकार की समस्या हो जाती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। ‌‌‌इसलिए आपको चाहिए कि आप भोजन को सही तरह से चबा कर खाएं । और उसके बाद ही आपके लिए काफी अधिक सही रहेगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा कुछ लोग काफी अधिक मोटे होते है। और मोटापे की वजह से पेट पर काफी अधिक जोर पड़ता है जिसकी वजह से ऐसिड भोजन नली के अंदर आ जाता है और इसकी वजह से खट्टी डकार आने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • गर्भावस्था के अंदर खट्टी डकार का आना सबसे आम बात होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।गर्भ होने की वजह से पेट पर काफी अधिक दबाव बढ़ जाता है और बार बार खट्टी डकार के आने के चांस होते हैं। गर्भवती महिलाओं को कम अंतराल पर बार-बार खाना होता है जिससे यह परेशानी और बढती है। ‌‌‌इसके अलावा आपको बतादें कि खट्टी डकार के और भी बहुत सारे कारण होते हैं जिनके बारे मे हम आपको बता रहे हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप खाना खाने के बाद तुरंत ही लैट जाते हैं तो इससे भी खट्टी डकार की समस्या हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌खट्टी डकार से कैसे बचें ? इसके बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। दोस्तों यदि आप भी खट्टी डकार से परेशान हैं तो कुछ टिप्स हैं जिनको आप फोलों कर सकते हैं और उसके बाद खट्टी डकार से बच सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो आइए इन टिप्स के बारे मे हम आपकों बताने वाले हैं।

  • ‌‌‌सबसे पहले यदि आप धुम्रपान करते हैं तो आपको धुम्रपान करना बंद कर देना चाहिए  क्योंकि धुम्रपान खट्टी डकार का सबसे बड़ा कारण होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और बंद नहीं कर सकते हैं तो कम से कम करें की कोशिश करें ।
  • ‌‌‌इसके अलावा कुछ लोगों को खाने को काफी जल्दी जल्दी खाने की आदत होती है यदि आपको भी खाने को काफी जल्दी जल्दी खाने की आदत है तो फिर आपको इसका त्याग कर देना चाहिए । और खाने को अच्छी तरह से चबा कर खाना चाहिए  तभी आपके लिए कुछ फायदेमंद हो सकता है।
  • ‌‌‌सोने यदि जा रहे हैं तो खाना को सोने से कुछ घंटे पहले खाना चाहिए । आमतौर पर जब आप खाना खाने के बाद तुरंत ही लेट जाते हैं तो फिर आपको ऐसा नहीं करना चाहिए । ऐसा करने से ऐसिड भोजन नली मे आ सकता है और समस्या हो सकती है।
  • कार्बोनेटेड पेय का सेवन यदि आप करते हैं तो इसकी वजह से भी आपको खट्टी डकार हो सकती है। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको यह सब करना बंद कर देना होगा तभी आपके लिए फायदा होगा और आपकी समस्या काफी कम हो जाएगी आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌यदि आप अधिक तेल और नमक वाले खाने खो खाते हैं तो उसकी वजह से आपके पेट मे गैस वैगरह बन सकती है और आपको खट्टी डकार आने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वैसे भी आजकल तेल की चीजें हम लोग काफी अधिक ही खाते हैं।
  • ‌‌‌यदि आपको पेट के अंदर अल्सर जैसी समस्या है तो तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।

‌‌‌वैसे तो आपको खट्टी डकार के लिए डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं होती है। लेकिन यदि आपको लंबे समय से यह आ रही है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।

ranitidine tablet uses in hindi ‌‌‌गले मे जलन

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि इस दवा का उपयोग गले के अंदर जलन मे भी किया जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । दोस्तों गले के अंदर जलन होना आमतौर पर आम ही होता है और यह कई सारे कारणों की वजह से हो सकता है जैसे कि एसिड रिफलेक्स और  संक्रमण सर्दी जुकाम व गले के कैंसर की वजह से हो सकता है।

‌‌‌इसके अलावा गले के अंदर जलन होती है तो इसकी वजह से बोलने और चीजों को निगलने मे काफी कठिनाई होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यदि काफी समय तक गले के अंदर जलन जारी रहती है तो उसके बाद आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है ‌‌‌ आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और यही आपके लिए सबसे अधिक  सही होगा ।

‌‌‌वैसे तो यदि गले के अंदर जलन होती है तो आप इसको घरेलू उपायों से ठीक कर सकते हैं। लेकिन यदि यह घरेलू उपायों से ठीक नहीं होती है तो उसके बाद आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए।  आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा यदि गले के अंदर संक्रमण की वजह से गले मे जलन होती है तो इसको इलाज करना काफी अधिक जरूरी होता है। यदि लंबे समय तक इसका इलाज नहीं किया जाता है तो उसके बाद यह संक्रमण छाती तक फैल सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आपको गले के अंदर संक्रमण के किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो फिर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि हम गले मे जलन के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं। जिनकी मदद से आप इसको पहचान सकते हैं। तो आइए जानते हैं इसके लक्षणों के बारे मे विस्तार से

  • पेट के एसिड गले तक आना
  • मुंह से बदबू आना
  • मितली होना
  • आवाज खराब होना
  • गले में बलगम
  • गले में भोजन फंसने जैसे महसूस होना
  • डकार आना
  • गर्दन की ग्रंथियों में सूजन आना
  • ‌‌‌सिरदर्द होना
  • छाती मे दर्द होना
  • गला बैठना
  • लंबे समय तक खांसी होना ।

‌‌‌हालांकि आपको यह बतादें कि हर इंसान के अंदर समान लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। कुछ अलग तरह के लक्षण भी हो सकते हैं।यदि आपको गले के अंदर दर्द और चीजों को निगलने मे काफी कठिनाई हो रही है तो आपको अपने डॉक्टर से दवा लेनी चाहिए।  गले मे जलन और बुखार भी यदि है तो डॉक्टर से संपर्क करें । इसके अलावा ‌‌‌यदि शरीर का वजन कम हो रहा है तो भी आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए । कई बार गले मे जलन गले के कैंसर की वजह से भी होती है। यदि आपको लगता है कि गले का कैंसर है तो फिर अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

टॉन्सिल्स में पस बनने लगी है तो फिर आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए।  इसलिए यदि आपके गले के अंदर जलन काफी लंबे समय तक रहती है तो आपको डॉक्टर को दिखा देना चाहिए । यदि आप डॉक्टर को नहीं दिखाते हैं तो फिर आपकी समस्या बढ़ सकती है।

ranitidine tablet का उपयोग क्या गर्भवति महिलाएं कर सकती हैं ?

ranitidine tablet  का उपयोग गर्भवति महिलाएं कर सकती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप किसी और तरह की दवा का उपयोग कर रहे हैं तो आपको इस दवा का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । ‌‌‌लेकिन आपको इस दवा का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना काफी अधिक जरूरी होता है।

ranitidine tablet  का उपयोग क्या स्तनपान करने वाली महिलाएं कर सकती  हैं

ranitidine tablet  का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाएं भी कर सकती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । लेकिन यदि आप किसी तरह की दवा का पहले से ही सेवन कर रही हैं तो फिर आपको इस दवा का सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्टर ‌‌‌ से परामर्श करना चाहिए और उसके बाद ही आपको दवा का सेवन करना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । ‌‌‌यदि आपको दवा का कोई भी साइड इफेक्ट दिखाई देता है तो फिर आपको दवा का उपयोग करना बंद कर देना चाहिए ।

ranitidine tablet  का सेवन करने से गुर्द पर क्या असर पड़ता है

ranitidine tablet  का सेवन करने से गुर्दे पर किसी भी तरह का बुरा असर नहीं पड़ता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। लेकिन यदि आपको गुर्दे की समस्या पहले से ही है तो फिर आपको ranitidine tablet का ‌‌‌सेवन नहीं करना चाहिए और यदि आप सेवन करते भी हैं तो आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए कि आप पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें और उसके बाद ही आप इसका सेवन करें तभी आपके लिए काफी उपयोगी हो सकता है।

ranitidine tablet  का सेवन करने से लिवर पर क्या असर पड़ता है ?

ranitidine tablet   का यदि आप सेवन करते हैं तो इससे आपके लिवर पर कोई भी बुरा असर नहीं पड़ता है। लेकिन यदि आपको लिवर की पहले से परेशानी है तो उसके बाद आपको इस दवा को सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आप इस बात ‌‌‌ को अच्छी तरह से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और यही आपके लिए सही होगा ।

ranitidine tablet  का सेवन करने से हर्ट पर क्या असर पड़ता है ?

दोस्तों ranitidine tablet  का सेवन करने से हर्ट पर कई तरह से असर हो सकता है ranitidine tablet   आमतौर पर हर्टके लिए वैसे तो पूरी तरह से सुरक्षित होती है लेकिन यदि आपको किसी तरह का हर्ट का रोग है तो फिर आपको इस दवा का सेवन नहीं ‌‌‌ करना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और दवा का सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो भी निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

ranitidine tablet का सेवन करने से क्या आदत लग सकती है ?

ranitidine tablet का यदि आप सेवन करते हैं तो इससे आपको किसी भी तरह की आदत नहीं लग सकती है। इसलिए आप इसको उतने समय तक आसानी से सेवन कर सकते  हैं जितने समय तक डॉक्टर आपको इसको सेवन करने की सलाह देते हैं। ‌‌‌यह दवा कोई नशीली नहीं है जोकि आदत को लगा सकता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।

ranitidine tablet लेने के बाद भारी मशीनरी पर काम करना और गाड़ी चलाना सुरक्षित है

ranitidine tablet  का उपयोग करना वैसे तो पूरी तरह से सुरक्षित होता है आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा । ranitidine tablet का सेवन करने से आपके दिमाग पर किसी भी तरह का असर नहीं होता है।

ranitidine tablet का सेवन करने के बाद आप गाड़ी भी चला सकते हैं और आप किसी भी भारी मशीनरी का यूज भी कर सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

ranitidine tablet का उपयोग मानसिक विकार के अंदर किया जा सकता है ?

ranitidine tablet  का उपयोग मानसिक विकार के अंदर किया जा सकता है। तो इसका उत्तर है नहीं । यह दवा किसी भी तरह के मानसिक उपचार के लिए नहीं है। यदि आपको किसी तरह की मानसिक समस्या है तो फिर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना ‌‌‌ चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।

ranitidine tablet का सेवन करने पर क्या शराब पी सकते हैं

ranitidine tablet   का सेवन करने के बाद आप शराब नहीं पी सकते हैं आपको इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। ranitidine tablet   को लेने के बाद आप यदि शराब पीते हैं तो फिर आपको भयंकर नुकसान हो सकता है। इसलिए आपको ‌‌‌इसके बारे मे पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

ranitidine tablet का यदि ओवरडोज हो जाता है तो फिर क्या करना चाहिए

ranitidine tablet  की जिनती मात्रा आपको बताई गई है आपको उतनी ही मात्रा का सेवन करना चाहिए यदि आप गलती से भी अधिक मात्रा का सेवन कर लेते हैं तो इसका नुकसान आपको देखने को मिलेगा । और आपका डॉक्टर के पास जाना पड़ सकता है। इसलिए ‌‌‌ दवा की सही मात्रा का सेवन करना बहुत ही जरूरी होता है।

ranitidine tablet  को कहां पर रखना चाहिए

ranitidine tablet  को आप आमतौर पर सही जगह पर रखना जरूरी होता है। एक तो आपको इसको फ्रीज मे नहीं रखना चाहिए । यदि आप इसको फ्रीज के अंदर रखते हैं तो यह खराब हो सकती है। इसके अलावा आपको धूप के अंदर भी नहीं रखना चाहिए । इसकी वजह से भी यह खराब हो सकती है। ‌‌‌इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए यही आपके लिए सही होगा ।

Recent Posts

  • Uncategorized

चारपाई का टूटना शुभ या अशुभ जाने खास बातें

दोस्तों हम बात कर रहे हैं घर मे चारपाई के टूटने के बारे मे ।…

2 days ago
  • Uncategorized

मरे हुए लोगों के कपड़ों का क्या करें जाने सच

मौत तो हर घर मे होती है। और जो इंसान मर जाता है , ​वह…

3 days ago
  • Uncategorized

motaka vilom shabd मोटा का विलोम क्या है?

Mota ka vilom shabd मोटा का विलोम शब्द, मोटा शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, मोटा का उल्टा mota…

3 days ago
  • Uncategorized

नफ़रत  का विलोम शब्द क्या है nafrat  ka vilom shabd kya hai ?

नफ़रत  का विलोम शब्द या नफ़रत  का विलोम , नफ़रत  का उल्टा क्या होता है…

3 days ago
  • Uncategorized

divas ka vilom shabd  दिवस का विलोम शब्द ?

दिवस का विलोम शब्द या दिवस का विलोम , दिवस का क्या होता है ? divas ka…

3 days ago
  • Uncategorized

sadachari  ka vilom shabd  सदाचारी का विलोम शब्द ?

सदाचारी का विलोम शब्द या सदाचारी का विलोम , सदाचारी का क्या होता है ? sadachari  ka…

3 days ago