Top 20+ रात्रि के पर्यायवाची शब्दो की लिस्ट
दोस्तो इस लेख में हम रात्रि पर्यायवाची शब्द [ratri ka paryayvachi shabd] या रात्रि का सामानार्थी शब्द [ratri ka samanarthi shabd] के बारे मे जानेगे । इसके अलावा इस लेख मे रात्रि के बारे में बडे विश्तार से चर्चा करेगे तो लेख को देखे ।
रात्रि पर्यायवाची शब्द शब्द या रात्रि का सामानार्थी शब्द [ratri ka paryayvachi shabd / ratri ka samanarthi shabd]
शब्द {shabd} | पर्यायवाची शब्द / सामानार्थी शब्द {paryayvachi shabd / samanarthi shabd} |
रात्रि | रात्रि, निशि, रैन, शर्वरी, निशीथ, निशीथिनी, त्रिशमा, यामिनी, क्षणढा, विमाचरी, विभावरी, रजीन, राका, क्षपा, छपा, निशी, कादंबरी, क्षणदा, सिता, कोटर, क्षया, दोषा, असुर । |
रात्रि in hindi | Rata, nisa, raina, sarvari, nisitha, nisithini, trisama, yamini, kṣaṇaḍha, vimacari, vibhavari, rajina, raka, kṣapa, chapa, nisi, kadambari, kṣaṇada, sita, koṭara, kṣaya, dōṣa, asura. |
रात्रि in English | Night, night-time, evening, eventide, vesper, dark, darkness, murk, blackness, mirk, even, obscurity, negritude, nightly, nocturnal, vespertine. |
Top 20+ रात्रि के पर्यायवाची शब्दो की लिस्ट, List of Top 20+ Synonyms of Night
1. रात्रि – Raatri
2. निशि – Nishi
3. रैन – Rain
4. शर्वरी – Sharvari
5. निशीथ – Nishith
6. निशीथिनी – Nishithini
7. त्रिशमा – Trishama
8. यामिनी – Yaamini
9. क्षणढा – Kshanadha
10. विमाचरी – Vimaachari
11. विभावरी – Vibhaavari
12. रजीन – Rajeen
13. राका – Raaka
14. क्षपा – Kshapa
15. छपा – Chhapa
16. निशी – Nishi
17. कादंबरी – Kaadambri
18. क्षणदा – Kshanada
19. सिता – Sita
20. कोटर – Kotar
21. क्षया – Kshaya
22. दोषा – Doshaa
23. असुर – Asur
रात्रि का अर्थ हिंदी में // meaning of night in hindi
दोस्तो रात्रि शब्द का अर्थ अंधेरे से होता है और पृथ्वी पर जब सूर्य अस्त हो जाता है तभी अंधेरा होता है । जिसके कारण से रात्रि का अर्थ सूर्यास्त और सूर्योदय के मध्य का समय होता है । क्योकी सूर्योदय होने के बाद में अंधेरा खत्म हो जाता है जिसके कारण से उसे रात्रि नही कहा जा सकता है । इस तरह से रात्रि का अर्थ घोर अंधकार होना होता है और वह तभी होता है जब रोशनी न हो ।
रात्रि शब्द का वाक्य में प्रयोग, use the word night in a sentence
- महेश दिन मे सही तरह से देख नही सकता और रात्रि में काम करने की बडी बडी बाते फेंक रहा है ।
- रात्रि में मनुष्य को किसी प्रकार की वस्तु दिखाई नही देती है ।
- निशा रात्रि को भी चिमनी जला कर पढाई करती है ।
- कोयले की कमी की वजह से कुछ समय के लिए शहर में अंधकार छा गया जिससे सभी को पता लगा की रात्रि मे कुछ दिखाई नही देता है ।
रात्रि के पर्यायवाची शब्दो के वाक्य में प्रयोग, Use of night synonyms in sentences
- उल्लू एक ऐसा पक्षी है जो की रात्रि को बडी आराम से देख कसता है ।
- राहुल पढाई करने के लिए हॉस्टल मे रहता है मगर वहां पर रात्रि होते ही गेट के ताला लगा दिया जाता है ।
- कल चोर अंधेरी रात्रि का फायदा उठा कर चोरी कर ले गया और किसी को कानो कान खबर तक नही हुई ।
- गुटगुटिया सेठ रात्रि को जंगल से अपने घर आ रहे थे और रात्रि होने के कारण से वे रास्ता भटक गए और दूसरे गाव पहुंच गए ।
रात का पर्यायवाची शब्द या रात का समानार्थी शब्द
दिन का पर्यायवाची शब्द // दिन का समानार्थी शब्द
पल का पर्यायवाची शब्द या पल का समानार्थी शब्द
राशि के सभी पर्यायवाची शब्द // rashi ka paryayvachi shabd
रात्रि से जुडे रोचक तथ्य // interesting facts about night in hindi
- जब सूर्य छिप जाता है तो पृथ्वी पर अंधेरा होने लग जाता है इसी को रात्रि कहा जाता है ।
- क्या आपको पता है की नॉर्वे नाम का एक देश है जहां पर 76 दिन रात्रि नही होती है । क्योकी वहां पर इन 76 दिनों तक सूर्य डूबता नही है और यह समय मई से जुलाई तक का होता है ।
- पृथ्वी अपनी अंडाकार आकृति के साथ सूर्य की परिक्रमा करना और पृथ्वी की परिक्रमा चंद्रमा के करने के कारण से ही रात्रि होती है ।
- क्या आपको पता है की लैंड ऑफ द मिड नाइट सन किसे कहते है यह नॉर्वे नामक एक देश है क्योकी यहां पर 76 दिनो तक रात्रि नही होती हे ।
- क्या आपको पता है की अलास्का में बर्फ सूर्य की रोशनी से इतनी अधिक तपने लग जाती है की वे रात्रि को भी चमती हुई दिखाई देती है और यह नजारा मई जुलाई के बिच का होता है ।
- क्या आपको पता है की दुनिया में एक ऐसा देश भी हैं जहां पर 10 मई से जुलाई के अंत के दिनो तक रात्रि नही होती है और यह देश आइसलैंड है ।
- कनाडा देश भी एक ऐसा देश है जहां पर रात्रि नही होती है और कुल 50 दिनो तक यह नजारा देखा जा सकता है ।
- आपको यह तो पता होगा की मनुष्य अंधेरे मे नही देख पाता है मगर उल्लू एक ऐसा पक्षी है जो रात्रि को ही सबसे अधिक देख पता है ।
- क्या आपको पता है की India में रात्रि नाम से एक फिल्म बनी हुई है जो की Hindi और Telugu भाषा में प्रचलित है । इस मुवी में Ram Gopal Varma ने मुख्य रूप से Directed का काम निभाया है । और इन्होने ही इस मुवी की स्टोरी को लिखा है ।
- फिनलैंड भी एक ऐसा देश है जहां पर लगभग एक महिने तक रात्रि में भी रोशनी देखी जाती है जिसके कारण से कहा जाता है की यहां पर रात्रि नही होती है मगर यह मई से जुलाई के अंत तक ही होता है ।
- भारत में Rajaji नाम की एक फिल्म है जिसमे संडे की रात्रि नाम से एक गाना बना हुआ है । और इसमें गोविदा जी ने अपना किरदार हिरो के रूप मे निभाया है ।
रात्रि होने का कारण क्या है और यह कैसे होती है What is the reason for nightfall and how does it happen?
दोस्तो ब्रह्मांड की रचना को समझना संभव नही है जिसके कारण से रात्रि क्यो होती है इस बात का सटिक उत्तर नही दिया जा सकता है । मगर रात्रि होने के पिछे पृथ्वी का सूर्य के चारो और चक्कर लगाने का होता है । जो की हमेशा ही चलता रहता है ।
क्योकी जैसा बताया की पृथ्वी का आकार गोल नही होता है बल्की उसका आकार अंडाकार होता है और वह अपने इसी आकार के साथ सूर्य के चारो और चक्कर लगाती है । और आपको पता है की जब सूर्य की किरणे सिधे ही पृथ्वी पर पडती है तो पृथ्वी पर उजाला होता है जिसे दिन कहा जाता है ।
मगर जब सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर नही पडती है तो उस समय पृथ्वी पर अंधेरा हो जाता है और उसे रात्रि कहा जाता है । मगर हैरानी की बात है की एक समय में पूरी पृथ्वी पर ही दिन और रात्रि एक साथ नही होते है । यनि कभी भी एक समय मे सभी स्थानो पर दिन नही होता है और कभी भी एक समय मे सभी स्थानो पर रात्रि नही होती है ।
इसका पिछे का पृथ्वी का सूर्य के चारो और चक्कर लगाने का ही होता है । क्योकी चक्कर लगाते समय पृथ्वी का कुछ भाग ऐसा होगा जहां पर सूर्य की रोशनी पडेगी मगर आधा भाग ऐसा होगा जहां पर सूर्य की रोशनी नही पहुंच पाती है ।
जिसक कारण से उस स्थान पर रात्रि होती है । जैसा की बताया जाता है की पृथ्वी अपने अक्ष पर एक चक्कर 24 घंटो मे पूरा कर लेती है और यही कारण है की समय को 24 घंटो का ही बताया गया है । और इसी प्रक्रिया के साथ दिन और रात्रि का बनना चलता रहता है ।
रात्रि को दिखाई देना, night vision
दोस्तो रात्रि का समय ऐसा होता है की चारो और अंधेरा छाया रहता है और इस समय मे मनुष्य को दिखाई नही देता है । क्योकी उसकी आंखो मे ऐसा किसी प्रकार का प्रदार्थ नही है जो की रात्रि मे देखने की छमता रखता है । या यह कह सकते है की मनुष्य की आंखो की सरचना मे ऐसा कुछ होता ही नही है की वह अंधेरे मे देख सके ।
मगर इसके साथ ही कुछ लोग ऐसे भी होते है जो रात्रि मे कुछ दूरी तक देख सकते है । इसका कारण होता है की वे लोग रात्रि मे अपना जीवन गुजारते है और प्रकाश के समय मे वे देखने का काम नही करते है । जिसके कारण से समय के साथ उनकी आंखे रात्रि को देख सकती है मगर यह कुछ ही दूरी तक होती है ।
इसी के साथ बहुत से जन्तु ऐसे होते है जो रात्रि को आसानी से देख सकते है । क्योकी उनकी आंखो की सरचना मे ऐसा कुछ पाया जाता है जो मनुष्य मे नही पाया जाता यानि वे रात्रि मे देखने की श्रमता को हासिल किए हुए है । इस तरह के जानवरो मे से उल्लू को सबसे उपर बताया जाता है ।
क्योकी उल्लू ऐसा प्राणि होता है जो की केवल रात्रि मे ही दिखाई देता है । मगर इनके अलावा भी बहुत से जानवर ऐसे होते है जो रात्रि को देख सकते है उनमे से बिल्ली, चिता तेंदुआ आदी होते है ।
उल्लू को रात्रि को क्यो दिखाई देता है, Why can an owl see at night?
दोस्तो उल्लू एक ऐसा प्राणि होता है जो की रात्रि मे दिन की अपेक्षा अधिक देख सकता है । इसके पिछे का कारण उल्लू की आंखे ही होती है क्योकी उल्लू की आंखो मे एक विशेष प्रकार का प्रोटिन का आवरण पाया जाता है जो की लाल रंग का होती है । इस प्रोटिन के आवरण के कारण से उल्लू की आंखे सवेदनशिल होती है जिससे उल्लू को किसी भी प्रकाश को ग्रहण करने मे आसानी होती है ।
साथ ही उल्लू की आंखो की पुतलिया मनुष्य की पुतलियो की तुलना मे काफी बडी होती है । जिसके कारण से वे कम प्रकाश मे अधिक फैल जाती है और कम प्रकाश को भी अपनी आंखो मे खिच कर उसे देख लेता है ।
रोशनी को खिचने के बाद मे जब उल्लू की आंख मे चित्र बनता है तो उसकी आंख का पर्दा का बहुत बडा योगदान रहता है क्योकी उल्लू की आंखो का पर्दा आंख के लेस से काफी दूरी पर होता है जिसके कारण से दिखाई देने वाले का चित्र बडा बन जाता है और उल्लू के दिमाग को समझ मे आ जाता है की सामने क्या है ।
इसके अलावा उल्लू के लेंस मे भी एक गुण अधिक होता है जो की चित्र को अधिक फोक्स करने की क्षमता रखता है । साथ ही उल्लू की आंखो की जो सवेदनशिल कोशिकाए होती है वह मनुष्य की तुलना मे अधिक शक्तिशाली होती है । इस तरह से उल्लू एक ऐसा प्राणि होता है जो की दिन की तुलना मे रात्रि मे अधिक देख सकता है ।
रात्रि मे कुछ जानवरो की आंखे चमकती है ऐसा क्यो होता है, Why do some animals’ eyes glow at night?
दोस्तो आपने देखा होगा की बहुत से जानवरो की आंखे रात्रि को चमती है उनमे से ही बिल्ली की आंख भी रात्रि को चमकती है । अगर आप रास्ते से जाते हो और आपके आगे से काली बिल्ली निकलती है तो आप बिल्ली को नही देख सकते मगर उसकी आखे दिख जाएगी । इसी तरह से शेर चिता और तेंदूआ जैसे बहुत से जानवरो की आंखे रात्रि को चमती है ।
इसके पिछे का कारण आंखो मे पाए जाने वाला विशेष प्रकार का प्रोटिन आवरण होता है । जिस तरह से बिल्ली की आंख मिनियस टेपटम नामक एक प्रदार्थ का अवरण होता है जो की एक झिल्ली के समान रहता है । इस प्रदार्थ के कारण से जब भी बिल्ली की आंखो मे थोडा सा प्रकाश चला जाता है तो उसकी आंखे चमक उठती है ।
इसी तरह से शेर और चिते की आंखो मे भी आवरण पाया जाता है । जो की प्रकाश को ग्रहण करने के बाद मे चमक उठती है । रात्रि के समय मे इन जानवरो की आंखो को देखने के कारण से बहुत ही अधिक भयभित हो सकते है । क्योकी देखने से यह पता नही चलता की समाने क्या है ।
अगर आपने गोर किया है तो बैल की आंख भी चमकती है । इसका मतलब यह होता है की बैल की आंखो में भी यह प्रदार्थ पाया जाता है । मगर बैल की आंखे बिल्ली की तुलना मे काफी कम चमती है । जो की कभी कभार ही देखा जा सकता है ।
अत: रात्रि के समय आंख का चमकना आंख मे पाए जाने वाले विशेष प्रकार के प्रदार्थ के आवरण के कारण ही होता है ।
रतौंधी नामक रोग मे रोगी को रात्रि के समय दिखाई न देना, night blindness
दोस्तो रात्रि में तो किसी को भी दिखाई नही देता है मगर रतौंधी के रोगी कुछ ऐसे होते है की उन्हे रात्रि मे अपने पास की वस्तु तक नही दिखाई देती हे अगर देती है तो वह साफ दिखाई नही देती है । हालाकी प्रयोगो के द्वारा बताया जाता है की रतौंधी के रोगी को केवल दिन मे ही दिखाई देता है ।
इसके पिछे का कारण उस रोगी की आंख के कॉर्निया का होता है । क्योकी जब कॉर्निया सुख जाता है तो किसी भी प्रकार की वस्तु सही तरह से दिखाई नही देती है । रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा नामक एक विकार होता है जो की इस रोग का मुख्य कारण होता है ।
रात्रि के समय में न दिखाई देने का कारण यही होता है हालाकी बाकी लोगो को रात्रि में सब कुछ दिखाई दे सकता है जिसके लिए प्रकाश की जरूरत होती है मगर इस तरह के रोगी को प्रकाश की कम मात्रा मे दिखाई तक नही देता है ।
रात्रि का महत्व, importance of night
दोस्तो रात्रि का समय दिन के जैसा ही होता है मगर इसमे अंधेरा हो जाने के कारण से कुछ दिखाई न देने का सबसे बडा अंतर होता है । हालाकी रात्रि होने के कारण से मनुष्य को बडा आराम मिलता है क्योकी अगर रात्रि नही होती है तो मनुष्य मशीन की तरह काम करता रहता है और रात्रि होने के कारण से वह अपने आप को आराम कर कर चार्ज करने का काम करता है ।
जिसके कारण से मनुष्य स्वच्थ बना रहता है । और यही कारण है की कहा जाता है की रात्रि सोने के लिए बनी है और दिन काम करने के लिए । इस तरह से हमारे जीवन मे रात्रि का बडा महत्व होता है ।
क्या रात्रि मानव के लिए उपयोगी है Is night useful to humans
जी हां, क्योकी आपने अभी अभी उपर यह पढा है की रात्रि जो होती है वह महत्वपूर्ण होती है की नही और इसके साथ ही आपने बहुत कुछ रात्रि के बारे में जानकारी हासिल की है ।
तो दोस्तो आप इन सभी जानकारी की मदद से यह समझ सकते है की क्यो यह हमारे जीवन में उपयोगी है की नही ।
ऐसे एक कारण नही है बल्की ऐसे बहुत से कारण होते है जिनके कारण से रात मानव के लिए उपयोगी बनी होती है और सबसे बडा कारण यही है की इस समय मानव आराम करने के लिए स्वयं को समय दे सकता है वरना दिन होने पर वह फिर से काम करने लग जाएगा ।
और यह बात हमने आपको उपर बताई है । आपको पता है की रात का समय शांत होता है तो शांति के लिए भी रात्रि का होना जरूरी है । और इस तरह से अनेक कारणो से रात्रि मानव के लिए उपयोगी है ।
इस तरह से हमने रात्रि के बारे मे जान लिया है की इसका पर्यायवाची शब्द क्या होते है । अगर फिर भी किसी प्रकार का कोई प्रशन है तो कमेंट मे पूछ सकते है ।