रुचि का पर्यायवाची शब्द
रुचि का पर्यायवाची शब्द या रूचि का समानार्थी शब्द (ruchi ka paryayvachi shabd / ruchi ka samanarthi shabd) के बारे में यहां पर आपको जानने को मिलने वाला है । इसके साथ ही आपको रुची के बारे में बहुत कुछ जानने को मिलेगा ।
रुचि का पर्यायवाची शब्द या रूचि का समानार्थी शब्द (ruchi ka paryayvachi shabd / ruchi ka samanarthi shabd)
शब्द (shabd) | रुचि का पर्यायवाची शब्द या रूचि का समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd / samanarthi shabd) |
रुचि | इच्छा, कामना, दिलचस्पी, चाह, लगन, अभिलाषा, प्रेम, अभिरुचि, अनुराग, शौक, पसंद । |
रुचि in Hindi | ichchha, kaamana, dilachaspee, chaah, lagan, abhilaasha, prem, abhiruchi, anuraag, shauk, pasand . |
रुचि in English | penchant, choice, gusto, hobby, inclination, palate. |
रुचि का अर्थ हिंदी में || ruchi ka arth Hindi mein
दोस्तो रूची का अर्थ होता है एक तरह की लगन या इच्छा । जैसे की आप किसी तरह के खेल को खलना पसंद करते है और आपको बार बार मना किया जाए की उस खेल को नही खेलना है । मगर फिर भी आप उसे खलते है तो इससे पता चलता है की आपकी उस खेल में रूची यानि इच्छा है ।
जब मनुष्य किसी काम में अपनी इच्छा दिखाता है तो वह रूची होती है । कभी कभार ऐसा होता है की मनुष्य किसी काम में दिन रात लगा रहता है । और यह पैसो के कारण से नही बल्की अपनी लगन या इच्छा के कारण से तो यह रूची होती है । अधिकर लोग ऐसे होते है जो की हमेशा ही पढते रहते है। खासकर अध्यापक तो उनके लिए पढ़ना जरूरी नही है मगर उनकी पढने की इच्छा है और यही रूची है । इस तरह से रूची को अनेक तरह से परिभाषित किया जा कसता है ।
- किसी काम में इच्छा होना ।
- किसी कार्य में लगन होना ।
- कुछ करने की कामना होना यानि कामना ।
- वह काम जिसमें दिल लगता है और मनोरंजन के लिए किया जाता है यानि दिलचस्पी ।
- कुछ करने की इच्छा या चाह होना यानि चाह ।
- किसी के प्रति प्यार या प्रीति होना यानि प्रेम ।
- किसी काम को करने का शौक होना यानि अभिरुचि ।
- वह काम जो करना आपको पसंद होता है यानि पसंद ।
- इस तरह से पसंद, अभिरुची, प्रेम, चाह, इच्छा, कामना, दिलचस्पी आदी सभी रूची के अर्थ होते है ।
रुची शब्द का वाक्य में प्रयोग || ruchi shabd ka vaaky mein prayog
- महेश को खेलने की बहुत रुची है जब देखो खेलता ही रहता है ।
- रामू इतना अधिक बड़ा हो गया मगर आज भी गिल्ली डंडा खेलता है लगता है की इस खेल में रामू की रूची है ।
- आपका बेटा इतना छोटा होने के बाद भी पढने लगा है लगता है की इसकी पढने में रूची है ।
- अक्सर वृद्ध हो जाने के बाद में लोगो की बच्चो के साथ खेलने में रूची बढ जाती है ।
रूची के पर्यायवाची शब्दो का वाक्य में प्रयोग
- कंचन हमेशा से ही पढने में अपनी इच्छा रखती है ।
- इस विद्यालय में केवल यामिनी ही एक ऐसी लड़की है जो की पढने में दिलचस्पी रखती है ।
- जब से रिया कोलेज में हुई है वह चित्रकला के प्रोग्रामो से प्रेम करने लगी है ।
- सरोज का कहना है की उसे फुटबाल खेलने का शौक हमेशा रहता है ।
रुचि का मतलब क्या होता है विस्तार से बताए
दोस्तो रुचि शब्द का मतलब होता है इच्छा । और जहां पर इच्छा की बात होती है वहां पर रुची शब्द का प्रयोग किया जाता है । जैसे की मानव को खेलने में रुची होती है, भोजन करने में रुची होती है, पढने में रुची होती है तो इस तरह से रुची अनेक तरह की हो सकती है ।
रुची का अर्थ आप इस तरह से भी समझ सकते है की जब कोई बालक बचपने में ही किताबो को अधिक से अधिक अपने हाथ में रखता है तो इससे पता चलता है की उसकी पढने में रुची है । तब लोग कहते है की यह बड़ा होकर खुब पढेगा । अक्सर पांच से दस साल के लड़के को ऐसी अवस्था में देखना कोई आम बात नही होती है । बल्की यह पढाई में रूची होना ही दर्शाता है ।
कुछ विद्यार्थी ऐसे भी होते है जो की पढना बहुत ही कम पसंद करते है और वे खेलते बहुत अधिक है । यानि उनको किसी भी तरह के खेल में हिस्सा दिला दो वे कभी मना नही करेगे । वे उस खेल को अपने पुरे मन के साथ खेलेगे । तो इससे समझ में आता है की उन विद्यार्थीयो की खेलने में रूची है ।
दोस्तो वैसे रुची को अनेक तरह से परिभाषित किया जा सकता है । उदहारण के लिए आप अपने आप पर ही थोड़ा ध्यान दे । आप सबसे अधिक क्या करते है । अगर आप युवा है तो आप अधिकतर अपने मुबाईल को हाथ में रखते होगे । अगर आप ऐसा करते है तो इसका मतलब होता है की आप मुबाईल चलाने में रुची रखते है । वर्तमान में ऐसा बहुत हो रहा है । और इस बारे में आपको पता होगा ।
मगर जब आप मुबाईल में अधिक समय नही देते है तो आपके जीवन में कुछ न कुछ ऐसा होगा जिसे आप अधिक समय देते है जैसे की महिलाए खाना बनाने में । कुछ लोग पढने में अधिक से अधिक समयदे देते है और एक बार पढने बैठ जाने के बाद में समय का कुछ पता भी नही चलता है तो यह सब कुछ रुची को ही दर्शाता है । इस तरह से आप भी किसी न किसी काम में रुची जरूर रखते है ।
रुची कितनी तरह की होती है
दोस्तो जब बात रुची के प्रकारो की आती है तो यह कहना बहुत ही मुश्किल होता है की रुची के कितने प्रकार है । क्योकी अलग अलग व्यक्ति में अलग अलग तरह की रुची होती है और इस तरह से बहुत अधिक रुची बन जाती है जैसे –
1. पढ़ने में रुची
दोस्तो जो लोग अधिक से अधिक पढ़ने में अपना समय बिता देते है । जब पढने के लिए बैठते है तो उनको समय का पता भी नही चलता है । तो इस तरह से पता चलता है की उन लोगो की पढ़ने में रुची है । अगर आपने भी यहां तक पढ़ा है तो इससे पता चलता है की आपमें भी पढ़ने की रुची है । जब आप पढाई करते है । और अपको कोई पकड़ कर ले जाता है और कहता है की खेलते है । और आप नही जाना चाहते है बल्की उसे कहते है की मुझे पढ़ना है तो यह एक तरह की रुची होती है । जो की आपकी पढाईकरने में है ।
2. खेलने में रुची
दोस्तो अधिकतर छोटे बच्चे खेलना बहुत ही अधिक पसंद करते है । मगर जब 10 कक्षा के बच्चे को पढ़ने से अधिक खेलना पसंद होता है । और वह घंटो तक खेलता रहता है । तो इससे पता चलता है की उस बच्चे की खेलने में काफी अधिक रुची है। अधिकतर ऐसे लोग अपने जीवन में कुछ न कुछ कर देते है । क्योकी किसी भी खेल को खलेने के लिए रुची होनी बहुत ही जरूरी है ।
अगर आपने में खेलने के प्रति रुची नही है तो आप न खेले । क्योकी आप खेल ही नही सकते है । जैसे की मैं स्वयं हूं । मुझे खेलना अच्छा नही लगता है । मगर मुझे भी फुटबॉल खेलना अच्छा लगता है । कैवल यही खेल मैं खेल सकता हूं । तो इससे पता चलता है की फुटबॉल खेलने में मेरी रूची है । अन्य खेलो में मेरी बिल्कुल भी रुची नही है । तो इस तरह से खेलो में भी रुची होती है ।
3. लिखने में रुची
दोस्तो लिखने वाले लोगो को ही लेखक कहा जाता है । आपने देखा होगा की कुछ लोग ऐसे होते है जीनसे कुछ लिखने को कहा जाए तो वे बहुत अधिक लिख देते है और थकते नही है । तो इससे पता चलता है की उनकी रुची लिखने में है । क्योकी किसी भी तरह की बातो को वही लिख सकता है जीसमें रुची होती है।
आजकल बच्चे विद्यालय का होमवर्क तक करना पसंद नही करते है तो उनकी लिखने में रुची कैसे होगी । आपेन देखा होगा की आपके साथ जो की आपके साथ पढते है या पढ रहे है । वे कुछ न कुछ लिखते होगे । विशेषकर शायरी । तो इससे पता चलता है की उनकी रुची शायरी लिखने में है ।
दरसल जब मैं पढता था तो मेरी रुची शायरी लिखने में थी । और में उस समय खुब लिखता था । मगर वर्तमान में मैने किसी कारण से छोड़ दिया है और अब आप लोगो को लिख कर समझा रहा हूं ।
4. बोलने में रुची
अब आप कहने वाले हो की बोलने में कैसे रुची हो सकती है । मगर दोस्तो आपको पता होना चाहिए की वर्तमान में लोगो में बोलने में अधिक रुची होनी चाहिए । क्योकी जो लोग बोल सकते है वे ही कुछ न कुछ कर सकते है । आपने देखा होगा की कुछ लड़के भाषण देते है । और बहुत लंबा भाषण देते है । भले ही भाषण सुनना आज कोई पसंद नही करता है ।
मगर कुछ लोगो को यह पसंद है और वे इस पर खुब अच्छी तरह से काम करते है । जब उनसे किसी टॉपीक के बारे में भाषण देने को कहा जाए तो वे बड़े खुश होकर ऐसा करते है तो यह भी एक तरह की रुची होती है । क्योकी यह बोल कर पुरा किया जाता है तो यह बोलने की रुची होती है ।
5. पढ़ाने की रुची
दोस्तो बहुत से ऐसे लोग है जो आपके आस पास रह सकते है और वे किसी तरह के अध्यापक की नोकरी भी नही करते है बल्की फ्रि में पढाई कराते रहते है । या फिर जो लोग अध्यापक पद से रिटायर हो जाते है उन्हे आपने देखा होगा । वे रिटायर हो जाने के बाद भी बच्चो को पढाते है । यह पैसो के लिए नही किया जाता बल्की किसी को पढाने में रुची होती है । और यही पढाने की रुची है ।
इस तरह से रुची के पर्यायवाची शब्द या रुची के समानार्थी शब्द के बारे में आप जान गए होगे ।
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