शनि को खुश करने के उपाय के बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। शनिदेव भारतीय ज्योतिष और पौराणिक कथाओं में एक प्रमुख ग्रह और देवता हैं। यह ग्रह हिन्दू ज्योतिष में विशेष महत्व रखता है इनको कर्मों का फल देने वाला माना जाता है । शनि को अशुभ ग्रह माना जाता है, क्योंकि जब किसी के उपर शनि की साढ़े साती लगती है , तो उसके जीवन के अंदर बहुत अधिक परेशानी आना शूरू हो जाती हैं।
आपको पता ही है , कि जब शनिदेव किसी को उसके कर्मों का फल देते हैं , तो उसका विनाश तय होता है। और यदि आपकी कुंडली के अंदर शनिदोष है , तो उस दोष को दूर करने के लिए आपको उपाय किया जाना काफी अधिक जरूरी होता है। धर्मग्रंथो के अनुसार सूर्य की पत्नी संज्ञा की छाया के गर्भ से शनि देव का जन्म हुआ, कहा जाता है कि शनिदेव जब अपने माता के गर्भ मे थे , तो माता शिव की भक्ति के अंदर इतनी अधिक डूब गई कि उनको खाने पीने की सुध भी नहीं थी ।उसकी वजह से शनि का रंग श्याम हो गया । अपने पुत्र को श्याम रंग का देखकर सूर्य देव ने अपनी पत्नी पर यह आरोप लगाया कि शनिदेव उसका पुत्र नहीं है।उस दिन के बाद से ही शनि अपने पिता के प्रति शत्रुता का भाव रखते हैं। और कहा जाता है कि शनिदेव ने भगवान शिव को प्रसन्न किया और वरदान प्राप्त किया कि युगो युगों तक तुम्हारे नाम से मनाव तो क्या देवता भी कांपेंगे ।
यह तो थी शनिदेव की एक छोटी सी कहानी । अब हम आपको यह बताने का प्रयास करते हैं कि आप किस तरह से शनिदेव को खुश कर सकते हैं। वे कौनसे तरीके हैं , जिसकी मदद से आप ऐसा कर सकते हैं , तो आइए इनके बारे मे जानने का प्रयास करते हैं।
दोस्तों यदि आप शनिदेव को खुश करना चाहते हैं , तो आपको यह उपाय करना होगा । इसके अंदर आपको करना यह है कि किसी भी पीपल के पेड़ के नीचे आपको सूर्यउदय से पहले सरसों के तेल का दीपक जलाना होगा । और उसके साथ ही आपको वहां पर दूध और धूप को अर्पित करना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं , तो ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते है। इसके अलावा यदि आपके यहां पर बरगद का पेड़ है , तो हर शाम को आप उसके नीचे सरसों के तेल का दीपक जला सकते हैं।
दोस्तों यदि आप शनिदेव को खुश करना चाहते हैं , तो फिर आपको मांस का सेवन नहीं करना चाहिए । मांस का सेवन करना अच्छा नहीं होता है। और माना जाता है ,कि मांस का सेवन करने से शनिदेव रूष्ट होते हैं। इसलिए मांस के सेवन से आपको दूरी बनानी चाहिए ।
दोस्तों यदि आप शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं , तो फिर यह उपाय कर सकते हैं। आपको कभी भी शराब का सेवन नहीं करना चाहिए । शराब का सेवन करने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं। और यदि आपको साढ़े साती चल रही है , तो फिर आपको शराब का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए ।
दोस्तों जिन लोगों के उपर शनिदेव की दशा चल रही है , उनको लाल चंदन की माला को धारण करना चाहिए । ऐसा करने से माना जाता है , कि शनि की दशा दूर होती है। और जीवन के अंदर कष्ट कम आते हैं , तो यह एक छोटा सा उपाय है , जिसका प्रयोग आप कर सकते हैं। लेकिन आप जो भी लाल चंदन की माला का प्रयोग कर रहे हैं , वह अभिमंत्रित माला होना चाहिए । तभी आपको फायदा होगा ।
दोस्तों यदि आपके उपर शनि की दशा चल रही है , तो फिर आपको यह उपाय करने चाहिए । इसके अंदर आपको करना यह है , कि आटे को चीटियों के बिलों पर डाल देना होगा । ऐसा आप रोजाना कर सकते हैं। अक्सर आपने कई लोगों को सुबह सुबह चिंटियों के बिलों पर आटे को डालते हुए देखा होगा , तो आप शनिदेव को खुश करने के लिए यह कर सकते हैं। कुछ दिन जब आप करेंगे , तो आपको इसका फायदा भी मिलना शूरू हो जाएगा । हमें भी कई बार जब शनि अच्छा नहीं चल रहा होता है , तो चींटियों को आटा डालने को कहा जाता है , ताकि शनिदोष को दूर किया जा सके ।
दोस्तों यदि आप काले धागे का प्रयोग करते हैं , तो उसकी वजह से भी शनि देव प्रसन्न होते हैं। इसके लिए आपको करना यह है कि काले धागे को बिच्छू घास की जड़ के साथ यदि आप अपने गले मे धारण करते हैं , तो ऐसा करने से भी आपको शनिदोष का असर कम होता है। कई लोग इस तरह के प्रयोग करते हैं। यदि आपको मंत्र का नहीं पता है , तो आप किसी जानकार से संपर्क कर सकते हैं।
अपने घर के अंदर आपको शनिदेव की मूर्ति रख लेनी होगी । और उसके बाद आपको उसके आगे काले तिल के तेल का दीपक जला देना होगा । फिर शनिदेव का पूरी विधि से पूजा पाठ करना होगा ।ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। और आपके उपर शनि कष्ट दूर हो जाता है। यह एक बहुत ही सरल उपाय है , जिसका प्रयोग आप कर सकते हैं। इसके अलावा और भी कई सारे उपाय हैं , जिनका प्रयोग आप कर सकते हैं।
दोस्तों अक्सर आपने कई लोगों को काले कुत्ते को रोटी खिलाने के बारे मे सुना होगा । यदि आप शनिदेव को खुश करना चाहते हैं , तो आपको काले कुत्ते को सरसों के तेल से चुपड़ी हुई रोटी खिलानी होगी । माना जाता है कि यदि आप ऐसा करते हैं , तो शनिदेव आपके उपर कृपा करते हैं , तो आपके जीवन के अंदर खुशियां आती हैं। आप यह उपाय हर शनिवार को कर सकते हैं। जिससे कि आपके कष्ट काफी कम हो जाएंगे।
दोस्तों कौआ को शनिदेव का वाहन माना जाता है। और यदि आप शनिदेव को खुश करना चाहते हैं , तो आपको कौआ को रोजाना अनाज खिलाएं । जिन स्थानों पर कौआ रहते हैं , आपको वहां पर जाना है , और आनाज डालकर आ जाना है। माना जाता है , कि यदि आप ऐसा करते हैं , तो आपके जीवन के कष्ट कम हो जाते हैं। कौआ को अनाज खिलाने से शनिदोष के दूर होने मे काफी हद तक मदद मिलती है।
हालांकि कौआ को बहुत सारे लोग अच्छा नहीं मानते हैं। लेकिन कौआ कोई बुरा जानवर नहीं है। यह भी आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होता है।
शनि स्तोत्र का पाठ करने से भी आपको काफी अधिक फायदा मिलता है। आप रोजाना शाम को शनिदेव की मूर्ति के आगे एक दीपक जलाएं और उसके बाद शनि स्त्रोत का पाठ करें आपको फायदा जरूर ही मिलेगा ।
नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठनिभाय च।
नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ।।
नमो निर्मांस देहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च।
नमो विशालनेत्राय शुष्कोदर भयाकृते।।
नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्णेऽथ वै नम:।
नमो दीर्घायशुष्काय कालदष्ट्र नमोऽस्तुते।।
नमस्ते कोटराक्षाय दुर्निरीक्ष्याय वै नम:।
नमो घोराय रौद्राय भीषणाय कपालिने।।
नमस्ते सर्वभक्षाय वलीमुखायनमोऽस्तुते।
सूर्यपुत्र नमस्तेऽस्तु भास्करे भयदाय च।।
अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तुते।
नमो मन्दगते तुभ्यं निरिस्त्रणाय नमोऽस्तुते।।
तपसा दग्धदेहाय नित्यं योगरताय च।
नमो नित्यं क्षुधार्ताय अतृप्ताय च वै नम:।।
ज्ञानचक्षुर्नमस्तेऽस्तु कश्यपात्मज सूनवे।
तुष्टो ददासि वै राज्यं रुष्टो हरसि तत्क्षणात्।।
देवासुरमनुष्याश्च सिद्घविद्याधरोरगा:।
त्वया विलोकिता: सर्वे नाशंयान्ति समूलत:।।
प्रसाद कुरु मे देव वाराहोऽहमुपागत।
एवं स्तुतस्तद सौरिग्र्रहराजो महाबल:।।
वैसे तो शनि स्त्रोत को पढ़ना काफी अधिक कठिन होता है। फिर भी यदि आप यह नहीं कर सकते हैं , तो आप इसको सीख सकते हैं।और जब आप बार बार अभियास करेंगे , तो उसके बाद आपको यह पढ़ना भी आने लग जाएगा ।
दोस्तों घोड़े की नाल के बारे मे तो आपने कई बार सुना ही होगा । कि यदि हम घर के अंदर घोड़े की नाल को लगाते हैं , तो इससे काफी अधिक फायदा होता है। और आपके जीवन की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। घोड़े की नाल की यदि आप अंगूठी बनाकर पहनते हैं , तो इससे भी शनिदोष दूर होता है। इसके लिए आपको घोड़े की नाल से बनी अंगूठी को दाहिने हाथ की उंगली मे धारण करें । लेकिन जो भी आप अंगूठी बना रहे हैं , वह घोड़े की यूज की गई नाल से बनी होनी चाहिए नहीं तो यह काम नहीं करेगा ।
आजकल क्या हो रहा है , कि बिना यूज की गई घोड़े की नाल लेकर आते हैं । इस तरह की घोड़े की नाल का कोई फायदा नहीं होता है। आपको वह घोड़े की नाल लेकर आना है , जोकि घोड़े ने यूज किया है।
यदि आपको पता है कि आपके उपर शनि की दशा चल रही है , तो फिर आप यह उपाय कर सकते हैं। इसके अंदर आपको करना यह है कि शनिवार के दिन एक कांसे के बाटके के अंदर तिल का तेल भरें और उसके बाद उस तेल के अंदर अपनी परछाई को देखें । फिर आपको उस तेल को दान करना चाहिए । माना जाता है कि यदि आप ऐसा करते हैं , तो आपके जीवन के अंदर खुशी आती है।
वैसे हर घर के अंदर कांसे का एक आध बर्तन तो मिल ही जाता है। हालांकि अब कांसे के बर्तन आना बंद हो चुके हैं। और लोग इनका यूज नहीं करते हैं। मगर पहले बहुत अधिक यूज किया करते थे ।
दोस्तों यदि आप शनिदेव को खुश करना चाहते हैं , तो फिर यह उपाय कर सकते है। इसके अंदर आपको करना यह है , कि शुक्रवार की रात को काले चने पानी के अंदर भीगो देना चाहिए । शनिवार के दिन ये चने, कच्चा कोयला और लोहे की पत्ती एक काले वस्त्र में बांध कर मछलियों के सामने आपको डाल देना होगा । आपको ऐसा हर
शनिवार मतलब 7 शनिवार को करना होगा । यदि आप ऐसा करते हैं , तो इससे आपका शनिदोष दूर हो जाएगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। अक्सर इस तरह के उपाय कई लोग करते हैं । खास कर वे लोग जिनके उपर शनिदोष होता है। क्योंकि शनिदोष काफी अधिक भयानक होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
दोस्तों सबसे पहले आपको एक काला धागा नेपना है। वह 19 हाथ का होना चाहिए । उसके बाद आपको उसकी एक माला बना लेना है। माला बनाने के बाद आपको करना यह है कि उसको अपने गले के अंदर धारण कर लेना है। जैसे ही आप उसको गले के अंदर धारण करेंगे । तो आपको इसका फायदा भी नजर आने लग जाएगा ।
वैसे भी यह एक अच्छा उपाय है। कोई भी आसानी से कर सकता है।
शनिदेव के कई सारे मंत्र होते हैं। यदि आप उनका जाप करते हैं , तो इससे आपको काफी अधिक फायदा मिलेगा । इसके बारे मे हम आपको यहां पर बता रहे हैं।
शनि बीज मंत्र:
“ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः”
शनि गायत्री मंत्र:
“ओं शनैश्चराय विद्महे छायापुत्राय धीमहि, तन्नो मंदः प्रचोदयात्।”
शनि तन्त्र मंत्र:
“ॐ शं शनैश्चराय नमः धृं धीं धूं शं सनैश्चराय नमः।”
शनि महामंत्र:
“ॐ शं शनैश्चराय नमः”
शनि ग्रह गायत्री मंत्र:
“ओं काकध्वजाय विद्महे खड्गहस्ताय धीमहि, तन्नो मंदः प्रचोदयात्।”
दोस्तों यदि आप शनिदेव को खुश करना चाहते हैं , तो आप यह उपाय कर सकते हैं। इसके लिए आपको करना यह है कि शनि यंत्र को विधि पूर्वक अपने घर के अंदर स्थापित करना है। शनियंत्र के बारे मे यदि जानकारी नहीं है। तो इसके बारे मे अपने आस पास के पंडित जी से आपको बात करनी चाहिए । वे आपको इसके बारे मे सब कुछ सही सही बताएंगे । यदि आप शनिदेव के यंत्र को विधि पूर्वक स्थापित नहीं करते हैं ,तो उसके बाद समस्या होगी और आप जो भी कार्य कर रहे हैं , वह कार्य आप नहीं कर पाएंगे ।
और शनि यंत्र की पूजा करें । इसके लिए शनि यंत्र की विधि पूर्वक पूजा करें । और काला पुष्प वैगरह को शनिदेव के सामने आपको चढ़ाना चाहिए ।
शनि देव को खुश करने के उपाय शमी के पेड़ की जड़ का प्रयोग
दोस्तों शमी के पेड़ के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। शमी के पेड़ की जड़ का प्रयोग करके भी आप शमी की जड़ को उखाड़कर विधिपूर्वक पूजा करके घर ले आएं । उसके बाद किसी पंडित से शनि जयंति के दिन इस जड़ को अभिमंत्रित करें , और बाजू के अंदर धारण करें ।ऐसा करने से भी शनिदोष दूर होते हैं। और आपके जीवन की सभी समस्याओं का समाधान होता है।
दोस्तों बंदरों की सेवा करने से भी काफी फायदा होता है। या आप काले कुत्तों की भी सेवा कर सकते हैं।इसके लिए हर शनिवार के दिन बंदरों को बूंदी के लड़डू आपको खिलाने चाहिए । ऐसा करने से आपके जीवन के अंदर जो शनि से जुड़े कष्ट आ रहे हैं , वे काफी कम हो जाएंगे । यदि आपके यहां पर बंदर नहीं हैं , तो आप काले कुत्तों को यह सब चीजें खिला सकते हैं। इससे भी काफी अधिक फायदा होगा ।
दोस्तों यदि आप शनि को खुश करना चाहते हैं , तो आपको यह उपाय करने चाहिए । इसके लिए सबसे पहले आपको एक लौहे की कटोरी को लेना होगा । और घर के किसी अंधेरे भाग के अंदर उसको रख देना होगा । फिर उसके अंदर सरसों का तेल भर देना चाहिए ।इसके अंदर एक सिक्का आपको डाल देना होगा । ऐसा करने से आप शनिदेव को प्रसन्न करने मे सक्षम हो जाएंगे । यह एक छोटा सा तरीका है। जिसका यूज आप कर सकते हैं।
यदि आप कष्टों से छुटकारा पाना चाहते हैं , तो आपको ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए । यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । इस मंत्र का जाप करने से आप शनिदेव को प्रसन्न करने मे भी सक्षम हो जाएंगे ।
दोस्तों यदि आपको शनिदोष से बचना है , तो आपको यह प्रयोग हम बता रहे हैं। यह कर सकते हैं। इसके अंदर आपको करना यह है कि रोजाना खाना खाते समय काली मिर्च और काले नमक का प्रयोग करें । ऐसा करने से आपको काफी अधिक फायदा होगा । और शनिदोष की समस्या नहीं होगी ।
यदि आप काले घोड़े को काले तिल के लडडू गुड़ के अंदर मिलाकर खिलाते हैं , तो इससे आपको फायदा होगा । और शनिदोष को दूर करने मे काफी हद तक मदद मिलेगी ।तो यह एक छोटा सा उपाय है जिसको आप घर सकते हैं। इसकी मदद से आप शनिदेव को प्रसन्न करने मे सफल होंगे ।
शनिदोष यदि आपके उपर है , तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं। जिसकी मदद से आपको यह पता चल जाता है , कि आपके उपर शनिदोष है या फिर नहीं है। , तो आइए जानते हैं शनिदोष के कुछ लक्षण के बारे मे विस्तार से ।
इस तरह से इस लेख के अंदर हमने शनि देव को खुश करने के उपायों के बारे मे जाना और उम्मीद करते हैं कि आपको यह पसंद आया होगा ।यदि आपके मन मे कोई सवाल है , तो आप हमें बता सकते हैं। हम आपके सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे ।
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