शरीर का पर्यायवाची शब्द या शरीर का समानार्थी शब्द (sharir ka paryayvachi shabd / sharir ka samanarthi shabd) के बारे में आज हम बडे ही विस्तार से जानने वाले है तो आपका स्वागत है हमार ब्लॉग www.paryayvachishabd.co.in में ।
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (sharir ka paryayvachi shabd / sharir ka samanarthi shabd) |
शरीर | कलेवर, गात्र, वपु, संहनन, काय, देह, मूर्ति, तन, तनु, तनू, क्षेत्र, पुर, घन, अड्ग, पिण्ड, मूनात्मा, स्वर्गनलोकेश, स्कन्ध, कुल, बल, प्राणागार, वपुष, वेर, बदन,संचर । |
शरीर in Hindi | Kalevara, gatra, vapu, sanhanana, kaya, deha, murti, tana, tanu, tanu, ksetra, pura, ghana, adga, pinda, munatma, svarganalokesa, skandha, kula, bala, pranagara, vapusa, vera, badana,sancara. |
sharir synonyms in English | body, corporality, corporis, corpus, outer man, trichotomy. |
किसी जीवधारी में पाए जाने वाले समस्त अंगो का वह समूह जो की एक इकाई के रूप में होता है शरीर कहलाता है। और इस तरह से शरीर शब्द के अर्थ अनेक रूपो में हो सकते है यानि –
शरीर से जुडे रोचक तथ्य // interesting facts about the body in Hindi
जीवधारियो का एक ऐसा अंग जिसमें अनेक तरह की हंड्डिया, अनेक तरह की कोशिका, अनेक तरह की मांसपेशियां आदी तरह के अंगो से जुडकर एक समुंह बनाता है उसे शरीर कहा जाता है ।
शरीर में अनेक तरह की क्रिया होती रहती है जिसके कारण से शरीर की नियमिती बनी रहती है और इसमें अनेक तरह के अंग होते है जीनसे मिलकर ही एक शरीर बनता है । जैसे हम बात करे की मानव के शरीर की तो मानव के शरीर में खोपडी, खोपडी में दिमाग, आंखे, नाक, कान, जीभ, दांत, मुंह, श्वासनली, हृदय, फेफडे, आमाशय, यकृति आदी तरह के अंग होते है और यह एक आवरण के द्वारा ढके हुए है । जिसके कारण से यह सभी अंग एक समुंह में जुड जाते है और इसी समुह को शरीर कहा जाता है ।
मानव शरीर में अनेक तरह कें अंग पाए जाते है जिनसे मिलकर ही एक शरीर बनता है । इन सभी अंगो का स्थान अलग अलग होता है और क्रियाए भी अलग अलग होती है । आइए जानते है मानव शरीर कें अंगो के बारे में –
मानव शरीर में मस्तिष्क सिर में पाया जाता है जो की बाहर से एक खोल के द्वारा ढका रहता है जिसे खोपडी कहा जाता है । मस्तिष्क मानव शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग होता है क्योकी यह सभी केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र का नियमन और नियंत्रण करने का काम करता है । जिसके कारण से शरीर में सभी क्रियाएं सही तरह से बनी हरती है । मानव शरीर की खोपडी के पास आंख, नाक, मुह, कान पाए जाते है और यह किसी न किसी तरह से दिमाग से जुडे होते है और दिमाग इन्हे भी चलायमान रखने में मदद करता है ।
यह एक तरह का छीद्र होता है जो दोनो आखो के निचे व बिच में और होठो के उपर बना होता है । इसका मुख्य कार्य सांस लेना होता है । मगर इसके साथ ही यह गंध को पहचानने का काम भी करता है । इस तरह से नाक मानव शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग होता है क्योकी सांस के जरीय ही शरीर में ऑक्सीजन का प्रवेश होता है । जो की शरीर के लिए बहुत जरूरी है ।
कान मानव शरीर का वह अंग होता है जो की किसी भी तरह की ध्वनी को सुनने का काम करता है । कान चेहरे और सिर के साईड में दिखाई देने वाला अंग हाता है जो की सिर के अंदर तक रहता है और यह मस्तिष्क से जुडा होता है । जो की ध्वनी को सुन कर उसे तरंगो के रूप में मस्तिष्क के पास पास भेजता है ।
दोस्तो आंख मानव शरीर का एक अंग होता है जो की किसी भी दृश्य को देखने और पहचानने का काम करता है । यह कैमरे की तरह काम करता है जिसे कंट्रोल करने के लिए दिमाग का आधे से ज्यादा भाग काम में आता है ।
यह मानव शरीर का ही एक भाग होता है जो की मुंह से जुडा होता है । इसे इस तरह से भी कह सकते है की मुंह का जो बाहर निकला भाग होता है वह होठ होता है ।
मानव शरीर का वह अंग जिसमे होंठ, मसूड़े, जीभ, दाँत, मुँह का तालु आदी होते है मंह कहलाता है । यह मुख्य रूप से शरीर को भोजन प्रदान करने में सहायक होता है । क्योकी दांत भोजन को पिसने का काम करते है और जीभ भोजन को लसलसा बनाती है जिसके कारण से भोजन में लार मिल जाती है और भोजन का सही तरह से पांचन किया जा सके । इस तरह से मुंह मुख्य रूप से भोजन के रूप में उपयोग आता है ।
यह भी एक शरीर का हिस्सा है जो की मुख्य रूप से पेट के हिस्से के रूप में जाना जाता है ।
मानव शरीर का वह अंग जिसके आधार पर मानव अपने शरीर का वजन उठाने में सक्षम होता है और जो धरती से जुडा होता है पैर कहा जाता है । पैर में पांच उंगली पाई जाती है ।
यह शरीर का वह हिस्सा होता है जो की हंसली, कंधे ब्लेड और प्रगंडिका नामक तीन हड्डियो से मिलकर बनी होती है । इसके साथ ही कुछ मांसपेशियां भी जुडी रहती है । कंधे शरीर को हाथो से जोडे रखती है और हाथ से उठने वाले भार को उठाने में मदद करता है।
मानव शरीर का वह भाग जो की गर्दन और उदर के बिच में स्थित होता है छाती कही जाती है । इसके अंदर फेंफडे, मासपेशिया, और हृदय होता है । जो की शरीर के अंदर की और स्थित होते है ।
यह दुध उत्पन्न करने वाली स्वेद ग्रथिया होती है जो की स्त्री अपने बच्चो को भोजन के रूप में देती है । यह पुरूषो में भी देखने को मिलते है । मगर पुरूषो में इनका उपयोग नही होता है ।
मनुष्य शरीर का ही एक भाग होता है जो की कंधो से जुडा होता है । इन दोनो को हाथ कहा जाता है । जिसका उपयोग किसी भी तरह के कार्यों को करने के लिए किया जाता है । यह सभी चतुष्पाद कशेरुकी पशुओं में देखने को मिलते है । मगर इन्हे अग्रपाद के नाम से जाना जाता है ।
यह मानव शरीर का ही भाग होता है जोकी हाथो के अंत में होता है । इसमें पांच पांच उंगली देखने को मिलती है । जिसका प्रयोग मानव अपनी आवश्यकता के अनुसार करता है ।
यह वह भाग होता है जो की हाथ और पैरो में देखने को मिलता है । हमारे एक हाथ में पांच उगली होती है और उसी तरह से हमारे एक पैर में भी पांच उगली देखने को मिलती है ।
बाल भी मानव शरीर का हिस्सा होता है जो की खोपडी पर उगे रहते है । इनका प्रयोग मानव के शरीर में होता है । मगर इन्हे नष्ट करने पर मानव को किसी तरह का कष्ट देखने को नही मिलता है ।
यह मानव शरीर के मुंह में पाई जाने वाला लचीला अंग होता है जो की अनेक तरह की स्वाद उत्पन्न करने वाली ग्रंथियो से जुडी होती है । यह भोजन को लसलसा बनाने में मदद करती है जिसके कारण से भोजन का आसानी से पाचन भी होता है ।
यह मानव शरीर के मुंह में पाया जाता है जिसका मुख्य काम भोजन को अच्छी तरह से पिसना होता है । इनमें से कुछ दांत ऐसे भी होते है जोकी कठोर भोजन को चिरने फाडने के काम में आते है । कुछ दांतो का आकार मोटा होता है जो की भोजन को बारीक से बारीक पिसने के काम में आता है ।
यह नवजात शिशु का गर्भनाल से अलग हुआ भाग होता है जिसे नाभी कहा जाता है । यह मानव शरीर का ही एक भाग होता है । यह एक गड्ढे के रूप में देखने को मिलता है ।
इस तरह से मानव का शरीर अनेक तरह के बाहि्य आवरणो से बना होता है । मगर इसके अंदर जो अंग पाए जाते है वे मानव शरीर को मुख्य योगदान करते है । जिनमें से मुंह में पाय जाने वाले अंग । उसी तरह से हमारी खोपडी में अनेक तरह के अंग होते है जो की बाहि्य शरीर के आवरण खोपडी से ढके रहते है। उसी तरह से नेत्र होता है जो की शरीर कें अंदर व बाहर दोनो का भाग होता है क्योकी यह बाहर भी देखा जाता है और अंदर तक रहता है ।
इस कारण से कह सकते है की मानव के शरीर के बाहर दिखने वाले अंगो का भी मानव जीवन में महत्व होता है । क्योकी यह शरीर कें अंदर के भागो से जुडकर महत्वपूर्ण भुमिका निभाता है ।
इस तरह से हमने शरीर के पर्यायवाची शब्द या शरीर के सामनार्थी शब्दो के बारे में जान लिया है । अगर आपको किसी तरह का प्रशन पूछना है तो कमेंट करे ।
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