सिंघाड़ा का पर्यायवाची शब्द या सिंघाड़ा का सामनार्थी शब्द (singhara ka paryayvachi shabd ya singhara ka samanarthi shabd, water chestnut synonym in Hindi ) के बारे में आपको इस लेख में काफी अच्छी तरह से जानने को मिलेगा । अगर आप भी यह जानना चाहते हो की सिंघाड़ा क्या है और इसे अन्य किस नाम से बुलाया जाता है तो आपको बता दे की यह लेख आपके लिए काफी उपयोगी होने वाला है।
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd ya shabdarth shabd) |
सिंघाड़ा | सिंघाण, शृंगाटक, वाटर कैलट्रॉप, वाटर चेस्टनट, ट्रैपा बिस्पिनोसा, ट्रापा नटंस, संघाटिका, शृंगमूल । |
सिंघाड़ा in Hindi | singhaan, shrngaatak, vaatar kailatrop, vaatar chestanat, traipa bispinosa, traapa natans, sanghaatika, shrngamool . |
सिंघाड़ा in English | water chestnut, kind of a pastry, kind of a firework |
सिंघाड़ा in sanskrit | शृंगाटक |
दोस्तो सिंघाड़ा का अर्थ होता है सिंघाण । यानि पानी में उत्पन्न एक तिकोना फल जिसका उपयोग खाने के रूप में होता है और सब्जी भी बनाई जाती है । तो ऐसे फल को सिंघाड़ा कहते है । वैसे आपको बता दे की हिंदू धर्म में जब व्रत किया जाता है तब भी इस फल को खाया जा सकता है ।
अगर बात करे सिंघाड़ा के अर्थ की तो इसका अर्थ कुछ इस तरह से समझा सकते है –
तो इस तरह से दोस्तो सिंघाडा एक फल होता है । जो की देखने में तीन कोनो का होता है । यह जो फल होता है वह अनाज में नही आता है तो इसे व्रत के समय भी खाया जा सकता है ।
सिंघाड़ा एक तरह का फल वाला पौधा होता है जो की आपको पानी के अंदर ही देखने को मिलता है । दरसल यह जो सिंघाड़ा होता है वह पानी के अंदर लगने वाला ही एक तरह का फल होता है । और यह आपको पता होना जरूरी है । दोस्तो आपको बता दे की सिंघाड़ा जो होता है वह एक तरह का लता पर लगने वाला एक तरह का फल होता है । यह जो फल होता है उसे खाने के लिए इसे पहले छीलना होताहै और इसके बाद में इस फल को खाया जाता है ।
सिंघाड़ा जो फल होता है वह दुनियाभर के बहुत से हिस्सो में आसानी से देखने को मिल जाते है । यह कच्चे और पक्के दोनो तरह के होते है । दरसल जो सिंघाड़ा कच्चे होते है वे आसानी से खाय जाते है । मगर जो पक्के होते है उन्हे खाना कठिन होता है । दरसल पक्के सिंघाड़ा को खाने के लिए पहले उन्हे तोड़ना होता है ओर यही काम कठिन होता है ।
क्योकी जब सिंघाड़ा पक जाते है । पकने के बाद में सिंघाड़ा जो होते है वे कठोर हो जाते है । मगर कच्चे होने पर वे एक तरह के फल की तरह होते है और आपको बात दे की इसे खाने के लिए आपको पहले इसका जो छिलका होता है उसे उतारना होता है और फिर अपने दांतो से आसानी से इसे खाया जा सकता है ।
इसकी जो लता होती है वह पानी के अंदर फैलती है और पानी के अंदर ही इस तरह के सिंघाड़ा की खेती होती है और इस तरह की खेती जो होती है उसके कारण से अच्छी मात्रा में सिंघाड़ा को पैदा किया जा सकता है ।
मगर आपको बाता दे की सिंघाड़ा को तोड़ने के लिए पानी के अंदर उतरना होता है और यही काम सबसे अधिक कठिन होता है । क्योकी पानी में इसके लिए काफी समय तक रहना होता है । और आपको पता होगा की बहुत समय तक पानी में रहने के कारण से भी बहुत तरह की समस्या हो सकती है ।
सिंघाड़ा जो होते है वे दुनिया के बहुत से इलाको में आसानी से पाए जाते है । आपको बात दे की यह भारत काक एक राष्ट्रीय खजाने के रूप मे जाना जाता है । सिंघाड़ा जो होता है उसे झीलो या फिर जलाशयो के अंदर लगाया जाता है और इसकी जो जड़े होती है वे काफी लंबी होती है जो की पानी में फैली रहती है । दोस्तो आपको बता दे की सिंघाड़ा जो होता है वह एक तरह का फल है ओर इसका उपयोग खाने में होता है ।
अगर आज के समय में सिंघाड़ा का सेवन कोई करता है तो उसे बहुत ही अधिक फायदा मिल जाता है । दोस्तो आपको बात दे की सिंघाड़ा पोषक तत्वों का पावरहाउस के रूप में जाना जाता है । क्योकी यह स्वास्थ्य को बढाने वाले बहुत से पौषक तत्वो को अपने पास रखता है ।
आपको बात दे की इसके पास आपको एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन, खनिज और आहार फाइबर में उच्च मात्रा में पाए जाते है । और इसका मतलब हुआ की सिंघाड़ा जो होते है वे काफी अधिक उपयोगी हो सकते है । आपको बता दे की सिंघाड़ा एक ऐसा फल होता है जिसमें आपको सिंघाड़ा मैंगनीज, तांबा और विटामिन बी 6 भी अच्छी मात्रा में मिल जाते है और इकसा मतलब हुआ की सिंघाड़ा जो होता है वह आपके लिए फायदेमंद होता है ।
इसके पास कोलेस्ट्रॉल की भी मात्रा होती है और यह वयस्को के लिए भी बहुत उपयोगी माना जाता है । अगर इसे खाया जाता है तो हृदय की रक्षा करने में मदद करने के लिए दिखाया गया है।
इस तरह से दोस्तो अगर कोई सिंघाड़ा का सेवन करता है तो उसे एक नही बल्की बहुत सारे फायदे देखने को मिल जाते है । अगर हम उन फायदो के बारे में बात करे तो वह कुछ इस तरह से होगे —
अगर कोई गर्भावस्था में है तो उसे जानना जरूरी होता है की सिंघाड़ा जो होता है उसके लिए बहुत ही अधिक फायदेमंद होता है । दरसल इसमें पोटेशियम, मैग्नीशियम, तांबा, मैंगनीज और सेलेनियम पाया जाता है जो की मानव को काफी अधिक जरूरी होता है ।
दोस्तो कहा जाता है की अगर कोई गर्भावस्था में इस सिंघाड़ा का सेवन करता है तो यह मां के लिए तो अच्छा होता ही है बल्की बच्चे के लिए भी अच्छा होता है । और इस बारे में एक गर्भवती महिला को पता होना जरूरी है । अगर कोई गर्भवती महिला है तो उसे पता होना चाहिए की यह आपके वजन को भी कम करने का काम करता है ।
अक्षर गर्भवती मलिहा को रक्तचाप की समस्या देखने को मिल जाती है । तो अगर किसी गर्भवती महिला को इस तरह की समस्या देखने को मिल जाती है तो उसे बता दे की यह उसके रक्तचाप को नियंत्रण करने का काम करता है।
इतना ही नही बल्की यह मतली और उल्टी को रोने का काम भी करेगा जिसका मतलब है की गर्भवास्था में जो मतली या उल्टी देखने को मिलती है तो उसे बहुत ही अधिक फायदे देखने को मिल जाते है । इतना ही नही बल्की यह बच्चे और मां की जो मांसपेशियों और हड्डियों को भी स्वस्थ रखने का काम रकता है और इस बारे में एक गर्भवती महिला को जानकारी होनी जरूरी है ।
दोस्तो आपको बता दे की यह जो सिंघाड़ा होता है उसके अंदर आपको आयोडीन भी होता है । और आपको पता होगा की आयोडीन की कमी के कारण से मानव को कई तरह के रोग हो जाते है ।खास कर जो गले के रोग होते है उसे दूर करने के लिए इस आयोडीन का उपयोग होता है ।
और क्योकी यह सिंघाड़ा में होता है तो इसका मतलब यह होता है की अगर आप सिंघाड़ा का सेवन करते है तो इससे क्या होता है की आयोडीन की मात्रा बढती है और मानव के जो थायरॉयड ग्रंथि से जुड़े रोग होते है उन्हे दूर करने में मदद करने का काम करते है ।
दोस्तो आयोडीन जो होता है मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत जरूरी होता है । तो इसका बहुत ही अधिक फायदा देखने को मिल जाता है और यह आपको तो पता होगा ही ।
अगर किसी को पीलिया की समस्या है तो उस स्थिति के अंदर भी डॉक्टर के द्वारा सिंघाड़ा खाने की सलाह दी जाती है । दोस्तो आपको बता दे की यह जो सिंघाड़ा होता है वह मानव को पीलिया से बचाने का काम करता है । दरसल इसके अंदर जो पोषक तत्व होते है वे इसे पिलिया में फायदे देने का काम करता है और इस बारे में आपको पता होना चाहिए ।
इसके अंदर क्या होता है की एंटीऑक्सीडेंट होते है और इसकी संख्या काफी अधिक होती है । और यह जो एंटीऑक्सीडेंट होता है वह मानव के स्वास्थ्य के लिए तो फायदेमंद होते ही है साथ ही यह पीलिया के रोगियो के लिए भी बहुत ही अधिक गुणकारी माने जाते है । इतना ही नही बल्की इसके अंदर बहुत कुछ ऐसा होता है जो की इसे बहुत ही उपयोगी बनाने का काम करता है और यह तो आपको पता होना ही चाहिए ।
बवासीर आज के समय में एक ऐसी समस्या है जो की लगभग सभी के अंदर देखने को मिल जाती है । आपको बात दे की इसे पाइल्स के नाम से भी जाना जाता है । तो अगर किसी को इस तरह की समस्या होती है तो आपको बता दे की यह काफी भयानक होती है
और इससे छुटकारा पाना मुश्किल होती है तो अगर इस तरह की समस्या किसी को होती है तो उसके लिए सिंघाड़ा काफी अधिक फायदेमंद होते है । आपको बता दे की सिंघाड़े प्राकृतिक चिकित्सा माना गया है जो की बावासीर को ठील करता है । इसके लिए आप एक तो कच्चे सिंघाड़ा का सेवन कर सकते है इसके अलावा इसके जूस का भी उपयोग किया जा सकता है ।
कैल्शियम के के कारण से ही हड्डिया जो होती है वह काफी अधिक मजबूत बन जाती है ओर अगर सिंघाड़ा का उपयोग करते है तो आपको बता दे की इससे हड्डियो को मजबूत बनाने का काम किया जा सकता है । इतना ही नही दांत के लिए भी यह काफी अधिक फायदेमंद होते है । दरसल दांत जो होते है वे भी एक तरह की हड्डिया है और यह आपको पता होना चाहिए । इसका उपयोग महिला और पूरेषो दोनो के द्वारा किया जा सकता है इतना ही नही बल्की इसका यूज जो भी करता है उसे फायदे देखने को मिल जाते है ।
अस्थमा के बारे में शायद आपको पता होगा की यह भी एक भयानक बीमारी होती है । मगर आपको बात दे की इस तरह की बीमारी को दूर करने के लिए आपकेा नियमित रूप से सिंघाड़ा का सेवन करना चाहिए । या फिर जिस किसी को इस तरह की समस्या है तो उसे इसका उपयोग करना चाहिए ।
क्योकी इससे काफी अधिक फायदे देखने को मिल जाते है । दोसतो सिंघाडा जो होता है उसके अंदर आपको पता है की बहुत कुछ पाया जाता है और अनेक तरह के विटामिन भी पाए जाते है तो यह जो कुछ होता है वह मानव को अस्थमा से दूर करने का काम करता है । और इस बारे में तो आपको पता होगा तो अच्छा है ।
इस तरह से दोस्तो सिंघाड़ा खाने से कई तरह के फायदे भी मिलते है ।
दोस्तो हमने इस लेख में यह जान लिया है की सिंघाड़ा क्या है और इसका पर्यायवाची शब्द क्या होते है । आपको बता दे की कई बार परिक्षाओ में यह पूछा जा चुका है की सिंघाड़ा का पर्यायवाची क्या है । तो इन्हे याद जरूर करे ।
दोस्तों हम बात कर रहे हैं घर मे चारपाई के टूटने के बारे मे ।…
मौत तो हर घर मे होती है। और जो इंसान मर जाता है , वह…
Mota ka vilom shabd मोटा का विलोम शब्द, मोटा शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, मोटा का उल्टा mota…
नफ़रत का विलोम शब्द या नफ़रत का विलोम , नफ़रत का उल्टा क्या होता है…
दिवस का विलोम शब्द या दिवस का विलोम , दिवस का क्या होता है ? divas ka…
सदाचारी का विलोम शब्द या सदाचारी का विलोम , सदाचारी का क्या होता है ? sadachari ka…