सिंह का पर्यायवाची शब्द या सिंह का समानार्थी शब्द (sinh ka paryayvachi shabd ya sinh ka samanarthi shabd) के बारे में आज हम इस लेख में बडे ही विस्तार से जानेगे । इसके साथ ही सिंह से जुडी विभिन्न तरह की जानकारी हासिल करेगे । तो लेख को देखे ।
शब्द (shabd) | सिंह का पर्यायवाची शब्द या सिंह का समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd / samanarthi shabd) |
सिंह | हरि, केसरी, शेर, केशरी, मृगपति, पंचमुख, हृर्यक्ष, केहरी, मृगेन्द्र, मृगराज, पारीन्द्र, वनराज, कष्ठीरव, नाहर, पंचशिख, शैलाट, मीमविक्रम, मृगेन्द्र, सटांक, केशी, महावीर, इमारि, मृगारि, क्रव्याद, नखी, मानी, सारंग, शार्दूल, विक्रान्त, बहुबल, नखरायुघ, महावीर, ललित, पुण्डरीक, बबर । |
सिंह in Hindi | hari, kesari, sher, keshari, mrgapati, panchamukh, hrryaksh, kehari, mrgendr, mrgaraj, paarindr, vanaraj, kashthirav, naahar, panchashikh, shailat, mimavikram, mrgendr, satank, keshi, mahavir, imaari, mrgari, kravyaad, nakhi, maani, sarang, shaardool, vikrant, bahubal, nakharayugh, mahaavir, lalit, pundarik, babar . |
सिंह in english | lion, tiger |
सिंह को हिदी भाषा में शेर के रूप में जाना जाता है जो की जंगल का राजा होता है और जंगल पर राज करता है । इसके अलावा जंगल का सबसे ताक्तवर और खतरनाक जानवर । जिसे शेर के नाम से भी जाना जाता है सिंह होता है । इकसे अनेक तरह के अर्थ हो सकते है जो है –
विश्व में पाई जाने वाली बड़ी बिल्लियों में से ही एक सिंह होता है । जो की एक मासाहारी जीव के रूप में जाना जाता है । यह देखने में भले ही अच्छे लगते हो मगर यह खतरनाख होते है जो की अपने शिकार को कभी भी नही छोडते है । इस तरह के सिंह को जंगल का राजा कहा जाता है । जो की विभिन्न तरह के जीव जंतुओ का अंत कर कर अपना भौजन करते है ।
क्योकी यह मासाहारी जीव है जिसके कारण से अपना भोजन करने के लिए हिरण जैसे छोटे जानवर का अंत कर सकते है । मगर जब दो तीन सिंह मिल जाते है तो यह हाथी और जीराफ जैसे विशाल जंतुओ का शिकार भी करने से नही डरते है । हालाकी कुछ जगहो पर तो देखा जाता है की जंगली भैंस का भी सिंह शिकार कर लेती है ।
सिंह मुख्य रूप से चार तरह के हो सकते है जिनमें से मादा और नर सिंह और शिशु मादा और नर सिंह ।
ऐसा बताया जाता है की मादा सिंह हिरण जैसे छोटे जानवारो का शिकार करती है और इसी के विपरित जब बडे जानवरो के शिकार की बात आती है तो नर सिंह की बात होती है ।
दोस्तो सिंह को मुख्य रूप से दो प्रकारो में बाटा जा सकता है । जिनमें से सिंह के परीवार के रूप में प्रकार बनता है और सिंह के बाहरी आकार के आधार पर सिंह को बाटा जा सकता है । तो आइए जानते है सिंह के प्रकार
सिंह की बाहरी त्वचा का रंग और इसके शरीर पर पाए जाने वाले बाल के आधार पर इस प्रकार का वर्णीकरण किया जा सकता है ।
दोस्तो यह वह सिंह होता है जिसकी त्वचा पर पाए जाने वाले बालो का रंग सफेंद होता है । हालाकी यह सिंह ही होता है। असल में इस तरह के सिंह के बाल कुछ पीलापन लिए हुए होते है जिसके कारण से देखने में ऐसा लगता है की सिंह सफेंद रंग का है ।
दोस्तो यह वह सिंह होता है जिसकी गर्दन पर घने बाल पाए जाते है । इस तरह के सिंह देखने में काफी अधिक सुंदर लगते है । और ऐसा भी माना जाता है की इस तरह के सिंह की तरफ मादा सिंह बडी आसानी से आकृषित होती है । इसके अलावा मानव को भी यह सिंह बडा अच्छा लगता है ।
यह वह सिंह होता है जिसके शरीर पर पाई जाने वाली गर्दन पर बाल नही पाए जाते है । जिसके कारण से ही इस तरह के सिंह को बाल रहित सिंह के नाम से जाना जाता है । इस तरह के सिंह बहुत ही कम देखने को मिलता है । हालाकी वर्तमान में तो किसी भी तरह के सिंह को बहुत कम देखा जा सकता है । क्योकी इनकी सख्या कम हो गई है ।
यह भी एक तरह का सिंह का ही प्रकार होता है । हालाकी यह सिंहनी या मादा सिंह होती है । मगर देखने में ऐसा नही लगता है । क्योकी यह नर सिंह होने का दिखावा करती है । आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस तरह के सिंहनी के शरीर की गर्दन पर बाल नही पाए जाते है ।
अगर आप इस तरह के सिंहनी को देखते हो आपको यह तक नही लगेगा की यह सिंह नही है बल्की यह सिंहनी होती है । क्योकी इसे सिंह होने का भ्रम पैदा करना आता है । जिसके कारण से आसानी से कोई इसे पहचान नही पाता है । और इसी बात का फायदा उठा कर यह अपना शिकार आसानी से कर लेती है ।
दोस्तो सिंह बाघ, तेंदुआ, चीता, जैगुअर, कूगर जैसे जानवरो में से ही एक होता है । जिसे बडी बिल्ली के रूप में भी जाना जाता है । क्योक जानवरो से लेकर मानव तक नर मादा और शिशु नर और मादा में बटे होते है तो उसी तरह से सिंह को भी चार प्रकार में बाट सकते है और सभी के अलग अलग तरह के कार्य होते है –
आपकी जानकारी के लिए बता दे की हिंदू धर्म के भगवान विष्णु का एक अवतार है जिसे नर सिंह के नाम से जाना जाता है । मगर यहां पर नर सिंह का यह मतलब नही होता है । बल्की जो सिंह प्रजाति में नर होता है उसे नर सिंह कहा जाता है ।
यह बहुत ही ताक्तवर होता है और अपने दिन के कुल 24 घंटो मे से 20 घंटे आराम करने के लिए लेता है । मगर जब यह अपने बाकी के चार घंटे को जीता है तो एक राजा की तरह जीवन जीता है ।
एक नर सिंह हाथी, जीराफ, जंगली भैंस आदी का शिकार कर सकता है । और यह कार्य झूंड में मिल कर करते है । नर सिंह की एक खासियत होती है की जब भी यह झूंड में रह कर शिकार करते है तो शिकार हो जाने के बाद में शव को बाराबर बाट लेते है । इसके अलावा नर सिंह हिरण, खरगोश जैसे छोटे जानवारो का शिकार नही करते है । मगर जब कभी इनके सामने कोई बडा शिकार नही होता है तो यह ऐसा कर सकते है ।
इसके अलावा नर सिंह अपने बच्चो की देख रेख करने का काम भी करते है। और ऐसा वह तब करते जब मादा सिंह शिकार करने के लिए जाते है ।
दोस्तो जिस तरह से मनुष्य में स्त्री और पुरूष होता है उसी तरह से सिंह में भी नर सिंह और मादा सिंह होता है । और जो यह मादा सिंह होती है वह सिंह प्रजाति की स्त्री होती है । जिस तरह से सिंह शिकार के रूप में जाना जाता है उसी तरह से मादा सिंह को भी शिकार के रूप में जाना जाता है । क्योकी यह भी शिकार करती है ।
मगर यहां पर यह ध्यान रखना जरूरी है की मादा सिंह कभी भी हाथी, जीराफ, जंगली भैंस जैसे बडे जानवारो का शिकार नही करते है । बल्की यह छोटे जानवरो का शिकार करते है ।
इसके अलावा मादा सिंह में शिशु को जन्म देने की छमता होती है और उनका पालन पौषण करने के लिए इनमें चार थन पाए जाते है ।
यह वह सिंह होता है जो की नर और मादा सिंह का बच्चा होता है । हालाकी यह बच्चा नर होता है । आपकी जानकारी के लिए बता दे की शिशु नर सिंह अपने व्यस्क जीवन तक बहुत ही कम पहुंच पाते है । इसका मुख्य कारण यही होता है की इन्हे अपना पेट भरने के लिए अपने समूहसे अलग होना पडता है ।
यह वह सिंह होता है जो की नर और मादा सिंह की संतान होती हे जो की मादा होती है । यह भले ही सिंह की तरह ताक्तवर नही होती हो मगर यह भी शिकार करने लग जाती है ।
दोस्तो सिंह को जंगल का एक ऐसा जानवर के रूप में जाना जाता है जो की बहुत ही ताक्तवर होता है ।और वह जंगल में पाए जाने वाले छोटे मोटे सभी प्रकार के जानवारो का शिकार करता है । जैसे – हिरण, खरगो, जिराफ, हाथी, जंगली भैस आदी ।
इन सभी जानवारो का शिकार करने के लिए सिंह को कुछ अलग करना होता है और अपने शरीर का पूरा बल लगाना होता है । तब जाकर शिकार हो पाता है ।
जिस तरह से सिंह को एक छोटा शिकार करना होता है तो वह उसे अकेला ही कर सकता है । और आपने सुना होगा की सिंह कभी भी अपने शिकार को नही छोडता है और ऐसा ही कुछ शिकार करते समय होता है ।
हालाकी सिंह शिकार करने के लिए अपने दो कदम पिछे जरूर रखता है ताकी अच्छी छलाग लगा कर शिकार पर झपटा मारा जा सके।
मगर सिंह हाथी जैसे विशाल जीव का शिकार करने के लिए इस प्रक्रिया को नही अपनाता है । बल्की हाथी का शिकार करने के लिए सिंह झूंड बनाता है और इस झूंड के साथ होकर शिकार करता है । क्योकी हाथी ताक्तवर और विशाल होता है जिसके कारण से अकेले सिंह से मार नही खाता है ।
इस तरह से हमने सिंह के पर्यायवाची शब्द के बारे में तो जान ही लिया मगर साथ में सिंह से जुडी विभिन्न तरह की जानकारी बोनस में हासिल कर ली है ।
यह सब जान कर आपको कैसा लगा बताना न भूले ।
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