सोमवार वशीकरण मंत्र मे हम सोमवार के दिन होने वाले वशीकरण प्रयोग के बारे मे बता रहे हैं।दोस्तों वशीकरण के अंदर वार का भी बहुत अधिक महत्व होता है।यदि आप सही वार को वशीकरण प्रयोग नहीं करते हैं तो यह काम नहीं करता है। जो वशीकरण जिस वार को दिया होता है। उसे उसी वार को करना होता है। मन मर्जी से किसी भी वार को नहीं चुनना चाहिए । वरना वशीकरण सफल नहीं होगा और वशीकरण करने का कोई फायदा भी नहीं होगा आपकी मेहनत बेकार चली जाएगी । वैसे तो वशीकरण के लिए शुक्रवार ,शनिवार और रविवार का दिन अच्छा होता है।
किसी भी सोमवार के दिन आपको चार लौंग लेने हैं और उनको पान के पत्ते के अंदर लपेटने के बाद अपने मुख के अंदर रख लेना है। उसके बाद जल के अंदर डूबकी लगाएं और एक ही बार मे नीचे दिये गए मंत्र को पढ़ें उसके बाद पानी के उपर आ जाएं।उसके बाद उन लौंग को अपने मुंह से बाहर निकाल लें और फिर जिस किसी स्त्री को वे लौंग किसी भी चीज के अंदर पीस कर खिलादेंते हैं। वह आपके वश मे हो जाएगी ।
ओम जल की योगिनी
पालैकलका नाम
जिसपे भेजूं ,सिपे लाग
सोते सुख न।
बैठे सुख ।
फिर फिर देखो हमारा मुख
मेरी बांधी जो छुटे
तो बाबा नाहर सिंह
की जटा छूटे
सबसे पहले किसी भी चांदी की डिब्बी के अंदर सिंदूर लेकर छत के उपर खुले स्थान पर पूर्णमासी की रात को रख देना चाहिए । उसके बाद सूर्योदय से पूर्व ही उसे उठाकर ले आना होगा । और उसके बाद अपने सिराहने रखदें । अब सोमवार की रात तक सिराहने ही रखे रहने दें ।अब सोमवार की रात को दूध मे ब्रांडी मिलाकर सम्पूर्ण शरीरपर मालिस करलें । अब स्नान करें और कके कोण की ओर मुख करके बैठ जाएं और दाहिने हाथ पर डिबिया रखकर मंत्र का 1008 बार जप करें । यह जाप आप केवल नंगे होकर ही कर सकते हैं। उसके बाद इस सिंदूर से माथे पर जहां भी टीका लगाकर जाएंगे सब वश मे हो जाएंगे।
सिंदूर मोहन शाबर मंत्र
ॐ नमो आदेश गुरु का।
सिंदूर कि माया।
सिंदूर नाम तेरी पती।
कामाख्या सिर पर तेरी उत्पति।
सिंदूर पढ़ी में लगाऊं बिंदी।
वश अमुक होक रहे निर्बुद्धि।
महादेव कि शक्ति।
गुरु कि भक्ति।
न वशी हो तो कामरू कामाख्या कि दुहाई।
आदेश हाड़ी दासी चंडी का।
अमुक का मन लाओ निकाल।
नहीं तो महादेव पिता का वाम पद जाये लाग।
आदेश। आदेश। आदेश।
किसी भी सोमवार की रात के 12 बजे अपनी खाट के पैरों की तरफ नंगे होकर बैठें और उसके बाद गुड़ को 108 बार नीचे दिये गए मंत्रों से मंत्र लेना चाहिए । फिर उस गुड़ को अपनी खाट के नीचे सरकाकर सो जाएं ।उसके बाद सुबह उठें और कपड़े पहनकर उस गुड़ को बच्चों को बांट देना चाहिए । मंत्र जप करते समय मंत्र मे बीच मे उस व्यक्ति का नाम लेना चाहिए जिसको आप अपने वश मे करना चाहते हो ।
इन्नाचात्ववेना शैताना
मेरी शिकलवन ।।
अमुकी के पास ।।
जाना उसे मेरे ।।
पास लाना न ।।
लावै तो तेरी ।।
बेहन भाजजी ।।
पर तीन सौ
तीन तलाक ।।
दोस्तों यह यंत्र बहुत अधिक शक्तिशाली है।यदि आप सबको अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं तो इससे अच्छा कोई दूसरा यंत्र हो ही नहीं सकता है। सबसे पहले नीचे दिये गए यंत्र को गोरोचन की स्याही और अनार की कलम से सोमवार को भोजपत्र पर लिखें और पूजा कर प्राण प्रतिष्ठा करवाएं ।उसके बाद इसको अपने गले के अंदर धारण करलें । ऐसा करने से वशीकरण प्रभाव पैदा हो जाता है।
यदि आप कोई महिला हैं और अपने पति या प्रेमी को वश मे करना चाहती हैं तो किसी भी जगह जहां पर बहुत सारे उल्लू रहते हों वहां पर जाएं और वहां से उल्लू के 7 पंखों को लेकर आएं । अब सोमवार के दिन उन पंखों को पति के सिराहने के नीचे इस प्रकार से रखें किपति की नजर नहीं पड़नी चाहिए । इस प्रकार से धीरे धीरे आपके पति वश मे होना शूरू हो जाएंगे ।
दोस्तों यदि आप किसी स्त्री को अपने वश मे करना चाहते है तो सबसे पहले आपको बाजार से एक पान लाना है और उसको नीचे दिये गए मंत्र की मदद से किसी भी सोमवार को 21 बार अभिमंत्रित करना होगा ।उसके बाद उस पान को स्त्री को खिलादेना है।इस प्रकार से आपको लगातार 3 दिन तक करना होगा । जैसे ही 3 दिन हो जाएंगे वह स्त्री आपका कहना मानेगी ।
क्ष्री राम नाम रबेली अकनकबीरो सुनिये नारी बात हमारी
एक पान संग मंगाय एक पान सेज सौं लावै ।
एक पान मुख मुख बुलावै ,
हम को छोड़ और को देखे ।
तो तेर कलेजा मुहम्मद वीर चखै।
सबसे पहले किसी भी सोमवार की शाम को नहाकर सफेद वस्त्र धारण करें और अपने चारो ओर कच्ची घानी के तेल के 108 दीपक जलाएं ।उसके बाद पीले रंग के आसन के उपर बैठ और पंद्रहिया और लाल गूंजा पौधा रखें ।और आप दक्षिण दिसा की ओर मुख करके बैठें ।स्फटिक की माला की मदद से नीचे दिये गए मंत्र का 108 बार जाप करें । इस प्रयोग की वजह आप जिसको अपने वश मे करना चाहते हैं वह आपके वश मे हो जाएगा ।
नव दुर्गा को सेविए , सोलह कला संम्पूर्ण दो मार्ग संसार के जीना मरना सत्य । छै क्ष्रतुओं की मौज मिले ,तीन लोक का सुख । तेरा भाणा सिर मन्ने बारह राशि मनुष । पंद्रह तिथि । दस इंद्रिया आठ पहर दिन रात एक ज्योति जग मे , जलें न दीपक न बात । चार वेद की जोत है पांच तत्व के मांहि । 11 रूद्र गुरू मान ले , चौदह भुवन तर जाई।।
आपको किसी भी सोमवार की शाम को अपने चारो ओर 100 दीपक जलाना होगा ।उसके अंदर एक एक अच्छा सा लौंग डाल देना होगा ।उसके बाद एक आसान पर बैठकर प्राण प्रतिष्ठि वैजयंती की माला से नीचे दिये गए मंत्र का 108 बार जाप करना है। इसकी मदद से किसी भी स्त्री पुरूष को अपने वश मे कर सकते हो
ओम नमो चामुण्डा माई आई धाई।मूआ मरा लिया उठाई वाल रखे वालनी कपाल रखे कालिका ,दाई भुजा नरसिंह वीर बाईं हनुमंत वीर वीरों का वीर खेलता ,आवता ।वीर लगावे जो यह वशीकरण करे । न करे तो उलट देव उसी पर पड़े फुरो मंत्र ईश्वर वाचा । दुहाई शिव पार्वती की ।
इस मंत्र को किसी भी सोमवार से आरम्भ करना है और रोजाना दो माला जपनी हैं। इस प्रयोग को 51 दिन तक करना होगा ।उसके बाद रविवार के दिन गूगल धूप को जलाएं और फिर तेल पर 21 बार मंत्र पढ़े । यह तेल जिस किसी स्त्री को देंगे और वह इसे लगाएगी तो आपके वश मे हो जाएगी ।
ओम नमो आदेश गुरू को सूरज उगे ।
जाल जलंखा , सर्व युग आवै पांव पडंता ।।
मेरा मुख देखे सब कोई मेरी अतरती करे न कोई ।।
हथेली हणवंत बसै ,भैरू बसे कपाली हो जगत्र की मोहिनी , बींदी देहूली
लारी सुरज सींवण ,जप करण तीनों एक अनन्त,नगरी मोहें पैंठ
तो सो वैरी सौम्यंत । मेरी भक्ति गुरू की शक्ति फरो मंत्र ईश्वर वाचा ।।
सोमवार वशीकरण लेख के अंदर हमने सोमवार के दिन वश मे करने के कुछ तरीकों के बारे मे जाना ।
स्त्री वशीकरण के 15 आसान टोटके satri vashikaran totke
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