सु नाम की राशी su naam ki rashi सु पर बहुत सारे नाम होते हैं। जैसे कि सुनिता ,सुमन सुभुद्रा,सुधा आदि । यदि आप सु नाम वालों के बारे मे विस्तार से जानना चाहते हैं तो आपको यह लेख पढ़ना चाहिए । सु नाम के लोग काफी बुद्धिमान और ईमानदार होते हैं ।
सु नाम की राशी कुंभ होती है। और इनका स्वामी शनिदेव होता है। इनको हनुमानजी की भी पूजा करनी चाहिए ।यदि यह लोग कोई शुभ कार्य कर रहे हैं तो मंगलवार और शनिवार के दिन ही करना चाहिए ।
धर्म | हिंदु |
शुभअंक | 8 |
राशी | कुंभ |
स्वामीग्रह | शनि |
शुभरंग | काला, बैंगनी और गहरा नीला रंग |
शुभदिन | शनिवार और मंगलवार |
शुभरत्न | नीलम |
सामान्यरोग | ऐंठन, एलर्जी, हडियो के रोग और सांस से जुड़े रोग |
सु नाम के लोगों की राशी कुंभ होती है। और इनके स्वामी शनिदेव होते हैं। इनका स्वाभाव देखने मे काफी कठोर होता है लेकिन यह अंदर से काफी कोमल दिखते हैं।इनको समझना इतना आसान नहीं होता है। कारण यह है कि यह बहुत ही साधारण नजर आते हैं लेकिन यह काफी जटिल किस्म के होते हैं।दो गला जीवन सु नाम के लोगों को पसंद नहीं होता है। अपनी बात के पक्के होते हैं।
वैसे यह अधिक बोलना पसंद नहीं करते हैं लेकिन यदि कोई इनके करीब होता है तो यह उससे अधिक बातें करते हैं। हर किसी के साथ बस यह लिमिट की बातें ही करते हैं।
सु नाम के लोगों की एक खास बात यह होती है कि यह जिस किसी से प्यार करते हैं।उसे पूरी ईमानदारी से निभाते हैं। प्यार मे धोखा देना इनको पसंद नहीं होता है। और यदि इनका कोई साथी इनको प्यार मे धोखा देता है तो फिर यह उसे चेतावनी देते हैं। उसके बाद भी यदि वह नहीं सुधरता है तो फिर उसके साथ सारे संबंध तोड़ने मे ही अपनी भलाई समझते हैं।सु नाम के लोगों को रिश्तों की गहरी समझ होती है।यह रिश्तों के अंदर आने वाली समस्याओं को आसानी से सुलझा लेते हैं।
दोस्तों सु नाम के लोगों की राशी कुंभ होने की वजह से इनके अंदर भी कुंभ राशी वाले जातकों के गुण होते हैं। यदि आप इनका स्वाभाव के बारे मे जानना चाहते हैं तो नीचे पढ़ें ।
दोस्तों सु नाम के लोग कल्पना शक्ति के धनी होते हैं।यह अपनी इस शक्ति का प्रयोग अनेक प्रकार की समस्याओं के समाधान व रचात्मक कार्यों के अंदर करते हैं।
दोस्तों सु नाम के लोग मैत्री स्वाभाव के होते हैं। इसका मतलब यह है कि यह हर किसी से आसानी से संबंध स्थापित कर लेते हैं। और इनका व्यवहार मित्रवत होता है। यह अधिक गुस्सेल नहीं होते हैं।
दोस्तों सु नाम के लोग काफी मजाकिया होते हैं। जिसको यह पसंद करते हैं उससे मजाक करना इनको पसंद होता है। हालांकि यह जिनसे गहरे से जुडे होते हैं उसी से मजाक करना पसंद करते हैं हर किसी से इनको भी मजाक करना पसंद नहीं होता है।
दोस्तों सु नाम के लोग काफी स्पष्टवादी होते हैं।इसका मतलब यह है कि यह अपनी बात को बहुत ही साफ तरीके से रखते हैं। और कई बार इनकी यही सफाई इनके उपर ही भारी पड़ जाती है लेकिन यह इसकी चिंता नहीं करते हैं।
सु नाम के लोग काफी ईमानदार होते हैं। इनको जो भी कार्य दिया जाता है वह पूरी ईमानदारी से करते हैं। और इनकी ईमानदारी की वजह से ही तो लोग इनकों काफी पसंद करते हैं।
दोस्तों सु नाम के लोगों मे यह खासियत होती है कि यह अपनी गलतियों से सीखते हैं। एक बार यह जो गलती कर देते हैं उसके बाद उस गलती का विस्तार से अध्ययन करते हैं और अपनी उन कमियों को सुधारने का प्रयास करते हैं जिसकी वजह से यह गलती हुई है।
दोस्तों सु नाम के लोग काफी उर्जावान होते हैं । इसका मतलब यह है कि यह अपने कार्य को सही तरीके से करते हैं और इतनी जल्दी थकने वाले इंसानो मे से नहीं होते हैं। यही कारण है कि यह कई बार बड़ी से बड़ी सफलताओं को अर्जित करते हैं।
दोस्तो सु नाम के लोग काफी संवेदनशील होते हैं।इसका अर्थ यह है कि कोई भी घटना इनको अंदर तक प्रभावित करती है। यह दूसरों की मदद करना अपना फर्ज समझते हैं। और दूसरों की मदद करने से इनके दिल को सकून मिलता है।
दोस्तों सु नाम के लोग दूर की सोच कर चलने वाले होते हैं। यह जोभी कार्य करते हैं । वह पूरी तरह से सोच समझकर ही करते हैं। यदि इनको लगता है कि इस कार्य से उनको भविष्य मे नुकसान हो सकता है तो यह उस कार्य को करना उतना पसंद नहीं करते हैं।
दोस्तों सु नाम के लोगों को फिजुल खर्च करना संभव नहीं होता है । यह केवल उन्हीं जगहों पर पैसा खर्च करते हैं जहां पर आवश्यक होता है। बिना आवश्यकता के पैसा खर्च नहीं करते हैं।
दोस्तों सु नाम के लोगों का यह मानना होता है कि इंसान को दिखावा कम करना चाहिए । वरन इंसान के विचार उच्च होने चाहिए । यदि इंसान के विचार बेहतरीन होते हैं तो वह एक दिन काबिल इंसान बन ही जाएगा ।
दोस्तों सु नाम के लोगों को गुस्सा तो आता है लेकिन यह गुस्से के अंदर भी खुद को नियंत्रित करने मे सक्षम होते हैं। और असल मे यह काफी समझदार इंसान होने की वजह से ऐसा कर पाते हैं।गुस्सा इनको इतनी आसानी से पागल नहीं बना सकता है ।
दोस्तों सु नाम के लोग काफी धेर्यवान होते हैं।यह किसी भी काम के अंदर जल्दबाजी नहीं करते हैं । जो भी कार्य इनको दिया जाता है वह आराम से करना पसंद करते हैं। इतनी जल्दी निराश नहीं होते हैं।अपनी अडिगता की वजह से ही तो कई बार यह ऐसी सफलताएं भी अर्जित कर लेते हैं कि सहज ही इनके उपर विश्वास नहीं होता है।
सु नाम के लोगों मे कई प्रकार की बीमारियां होती हैं।सके अंदर मानसिक रोग, ऐंठन, गर्मी, जलोद आदि रोग हो सकते हैं। इसके अलावा सुरेंद्र नाम के जातकों को सांस से संबंधित रोग और रक्त संचार की समस्याएं हो सकती हैं।संचार प्रणाली, ऐंठन, एलर्जी, अप्रत्याशित बीमारी और दुर्घटनाओं का शिकार बना सकता है।इनको दिल की बीमारी होने का खतरा भी अधिक होता है।
दोस्ती हमेशा ही अच्छे लोगों से ही करनी चाहिए ।यदि आप खराब लोगों से दोस्ती करते हैं तो यह आपके लिए ही नुकसानदायी होगा । सो दोस्ती के लिए बेहतरीन लोग चुने ।वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला व मकर आदि कुछ ऐसी राशी हैं जिनके साथ सुरेश नाम के लोगों की अच्छी बनती है। इसी प्रकार से मेष, कर्क, सिंह व वृश्चिक कुछ ऐसी राशियां हैं जिनके साथ कम बनती है।
इस नाम के लोगों के लिए शुभ अंक 8 होता है। 8, 17, 26, 35, 44, 53, 62, 71, 80 शुभ होती है। इनके अलावा 5, 6 अंक शुभ, 3, 7 अंक सम एवं 1, 2, 9 अंक अशुभ फलकारी होते हैं।
सु नाम के लोगों के लिए शुभ रंग काला, बैंगनी और गहरा नीला होता है। और इनको इसी रंग के कपड़े पहनने चाहिए । मंगलवार और शनिवार के दिन इनके लिए काफी शुभ होते हैं
दोस्तों यदि हम सु पर यदि नाम की बात करते हैं तो इस नाम पर बहुत सारे नाम हैं जो फेमस हो चुके हैं। आइए जानते हैं सु नाम के कुछ फेमस लोगो के बारे मे ।
सुमित्रा महाजन का जन्म : 12 अप्रैल 1943 को हुआ था। एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो 2014 से 2019 तक लोकसभा की अध्यक्ष थीं।1989 से 2019 तक यह मध्यप्रदेश से संसद की सदस्य थी।इसके अलावा यह सामाजिक न्याय और अधिकारिता पर स्थायी समिति और ग्रामीण विकास पर स्थायी समिति की अध्यक्ष का पद भी संभाला था।
सुमित्रा महाजन का जन्म चितपावन ब्राह्मण परिवार में उषा और पुरुषोत्तम साठे के घर चिपलून , महाराष्ट्र में हुआ था। इन्होंने एमए और एलएलबी इंदौर विश्वविधालय से किया था।अहिल्याबाई होल्कर से यह काफी प्रभावित थी।सुमित्रा महाजन सन 2003 के अंदर घोटालों का आरोप भी लगा ।
विदुषी सुमित्रा गुहा एक भारतीय शास्त्रीय गायिका हैं। इनको संगीत की स्कूल के अंदर विशेष तौर पर जाना जाता है।पद्म श्री पुरस्कार से भी इनको सम्मानित किया गया था।गुहा, नी राजू, का जन्म आंध्र प्रदेश में स्थानीय रूप से प्रसिद्ध गायिका श्रीमती के घर हुआ था। और इन्होंने अपनी मां से संगीत की शिक्षा को प्राप्त किया था।
11 साल की उम्र मे उनको शास्ति्रय संगीत की शिक्षा देना आरम्भ कर दिया गया था।कर्नाटक शास्त्रीय संगीत के एक प्रसिद्ध संगीत गुरु एसआर जानकीरमन ने उनको संगीत सिखाना शूरू कर दिया था।
आंध्रप्रदेश के एक छोटे से गांव मे यह रहने वाली थी और शूरू मे यह डॉक्टर बनना चाहती थी ।और इन्होंने दर्शनशास्त्र की पढ़ाई भी उसके बाद 1964 ई के अंदर इन्होंने संगीत सीखना शूरू किया ।19 साल की उम्र मे इनकी शादी हो गई लेकिन इसके बाद भी इन्होंने संगीत की शिक्षा लेना जारी रखा ।
इनका जन्म और मृत्यु 17 नवंबर 1914 – 8 अगस्त 2011 को हुए थे ।यह डीसीएम श्रीराम ग्रुप के उद्योगपति लाला चरत राम की पत्नी थीं ।यह एक प्रख्यात भारतीय था कला संरक्षक थी।उनका जन्म 1917 में दीवाली के दिन राजा ज्वाला प्रसाद और रानी भाग्यवती के यहाँ संयुक्त प्रांत के मेरठ में हुआ था। इनके पिता सिंचाई के मुख्य अभियंता थे।यह अपने 5 भाई बहनों मे छोटी थी।16 मई 2007 को 89 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।इनके ससुर लाला श्री राम ने लेडी श्री राम कॉलेज 1956 के अंदर स्थापित की थी।
सुमित्रा एक भारतीय अभिनेत्री हैं। वह तमिल, मलयालम, कन्नड़ और तेलुगु भाषा की फिल्मों के अंदर काम कर चुकी है।1974 और 1986 के बीच की फिल्मों के अंदर यह मुख्य नायिका की भूमिका मे यह दिखाई देती है। यह केरल के अंदर पैदा हुई थी । इनके 3 भाई हैं।और इनके पिता एक तेलशोधक कम्पनी मे काम करते थे ।इन्होंने राजेंद्र बाबू से शादी की थी और उनकी दो बेटियां उमाशंकरी व नक्षत्र हैं।
कन्नड़ भाषा के अंदर की जाने वाली कुछ फिल्मे इस प्रकार से हैं
तेलुगू के अंदर की कुछ फिल्मे इस प्रकार से हैं
इनका जन्म 30 जनवरी सन 1976 को हुआ था।यह एक भारतिये फिल्म अभिनेता और हास्य अभिनेता हैं । यह मलयालम के अंदर काफी अधिक लोकप्रिय हैं।अब तक यह 200 से अधिक फिल्में कर चुके हैं।केरल सरकार ने इनको अनेक पुरस्कारों से भी सम्मानित किया था।
सूरज भी सेकेंडरी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट लेने के बाद सेना के अंदर जाने पर विचार कर रहे थे लेकिन बाद मे यह साइकिल से गिर गए तो इनका एक हाथ टूट गया जिससे कि इनको सेना मे जाने का विचार त्याग करना पड़ा ।उन्होंने पहली बार केरला टीवी पर प्रसारित होने वाले कॉमेडी कार्यक्रम के अंदर काम किया था।
साल | शीर्षक |
2000 | कॉमेडी थिल्लाना |
2003-2005 | सन्मानसुल्लावरक्कु समाधानम् |
2005 | सैंडनगोपालम |
2005 | महिला छात्रावास |
2011-2012 | कॉमेडी स्टार्स सीजन 1 |
2013 | जगपोगा |
2013 | भीम ज्वेल्स कॉमेडी फेस्टिवल |
2013 | भरथंगनमरुडे श्राधक्कु |
2014-2017 | मनमपोल मंगलम |
2015-16 | कॉमेडी सुपर नाइट |
जूनियर चाणक्य | |
2016 | मुझे जवाब बेचो |
2017 | सौदा या नहीं सौदा |
2017–2018 | कॉमेडी सुपर नाइट 3 |
2017 | मिडुक्की |
2018 – 2019 | ठकरप्पन कॉमेडी मिमिक्री महामेला |
2019 | सूरज के साथ कॉमेडी नाइट्स |
2020 – | अजीब रातें |
Suraj Kumar का जन्म 29 नवंबर 1988 को हुआ था।यह एक क्रिकेटर हैं। इनका जन्म भारत मे हुआ था बाद मे यह नेपाल चले गए और अब नेपाली ही बोलते है।।अक्टूबर 2018 में, उन्हें ओमान में 2018 आईसीसी विश्व क्रिकेट लीग डिवीजन थ्री टूर्नामेंट के लिए ओमान के दस्ते में नामित किया गया था
सूरज ने आदर्श विद्या मंदिर , ललितपुर, नेपाल में पढ़ाई की और जेवियर एकेडमी साइंस कॉलेज से अपनी शिक्षा को पूरा किया और उन्होंने पर्यावरण के अंदर मास्टर डिग्री हाशिल की थी।उन्होंने 2007 में रेशमा अमात्य से शादी की थी । यह दोनों पहले से ही एक दूसरे को काफी पसंद करते थे ।कांतिपुर इनका पहला शो था जिससे कि इनको काफी अच्छी पहचान मिली थी।
उत्पन्न | 5 नवंबर 1979 (उम्र 41) काठमांडू |
जीवनसाथी | रेशमा अमात्य , ( 2007 का एम. ), |
व्यवसाय | |
प्रदर्शन | सूरज सिंह ठाकुरी के साथ इट्स माई शो |
नेटवर्क | कांतिपुर टेलीविजन |
अंदाज | प्रस्तुतकर्ता वीडियो जॉकी , निर्माता, निर्देशक, अभिनेता। |
देश | नेपाल |
पिछला शो | भूषण दहल परिवर्तन के साथ कांतिपुर घूम गम को बुलाओ |
सूरज शर्मा का जन्म 21 मार्च सन 1993 को हुआ था।इन्होंने 2012 के अंदर आई एक फिल्म लाइफ ऑफ पारी से शूरूआत की थी।शर्मा का जन्म और पालन- पोषण नई दिल्ली , भारत में एक मलयाली परिवार में हुआ था ।उनका एक छोटा भाई, श्रीहर्ष शर्मा है, जिन्होंने दो फिल्मों में अभिनय किया है।
साल | शीर्षक | भूमिका |
2012 | पाई का जिवन | पाई पटेल |
2014 | मिलियन डॉलर आर्म | रिंकू सिंहो |
2015 | उमरिका | वृद्ध रमाकांति |
2016 | अपने नक्शे जलाएं | इस्माइल |
2017 | फिल्लौरी | कानन गिलो |
2017 | भूखा | अंकुर जोशी |
2017 | खोया | देव मुखर्जी |
2019 | हैप्पी डेथ डे 2यू | समर घोष |
2019 | हत्यारा आदमी | Fedex |
2019 | अवैध | हसन |
टीबीए | शादी का मौसम |
Suraj Desai एक खिलाड़ी थे ।कोल्हापुर, महाराष्ट्र के अंदर इनका जन्म हुआ था और इनकी पत्नी का नाम प्रियंका देशाई है।महाराष्ट्र के एक छोटे से गांव के अंदर इनका जन्म हुआ था।कबड्डी खेलने का शौक इनको बचपन से ही था। यह अपने पिता के साथ भी कबड्डी खेलते थे ।
इनका जन्म 29 सितंबर 1957 को हुआ था।भारत सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री, ग्रामीण विकास थे ।इन्होंने सीकर में एसके कॉलेज से स्नातक किया।यह एक एथलीट हैं। और इनकी सुषमा महरिया से शादी हुई थी।इनकी एक बेटा और बेटी हैं। इन्होंने 2016 ई के अंदर कांग्रेस ग्रहण कर ली थी।यह अटलबिहारी सरकार के अंदर 3 बार मंत्री रह चुके हैं।
इनका जन्म 30 नवंबर 1950 को हुआ था।यह एक अरबपति मिडिया ग्रुप ऐसैल के अध्यक्ष रह चुके हैं।सन 2016 मे राज्यसभा चुनाव में हरियाणा राज्य के लिए भारतीय संसद के ऊपरी सदन के लिए चुने गए , एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में भारतीय जनता पार्टी के विधायकों का समर्थन था । जन्म आदमपुर, हिसार जिले , हरियाणा में हुआ था। इनके परिवार के उपर काफी कर्ज होने की वजह से इन्होंने कम उम्र के अंदर ही स्कूल छोड़ दिया था । बाद मे खाध्य आपूर्ति के अंदर शामिल हो गए थे । 1992 में, उन्होंने हांगकांग में स्टार टीवी के साथ मिलकर Zee TV , देश का दूसरा निजी व्यावसायिक टेलीविजन चैनल लॉन्च किया था।
सुभाष घई का जन्म 24 जनवरी 1945 ई को हुआ था। यह एक फिल्म निर्माता और निर्देशक हैं। इनके पिता दिल्ली में दंत चिकित्सक थे ।घई ने रोहतक , हरियाणा से वाणिज्य में स्नातक किया , और फिर फ़िल्म एंड टेलीविज़न इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया , पुणे से सिनेमा में स्नातक किया ।
इन्होंने मिडिया को दिये गए एक इंटरव्यू मे बताया था कि जब यह पहली बार दिल्ली आये थे तो किसी ने इनको भाव तक नहीं दिया था बाद मे डेल कार्नेगी की बुक पढ़ने के बाद सक्सेस की तरफ बढ़ने लगे ।
बुम्बई के अंदर फिल्म प्रतियोगिता मे 5000 लोगों ने उस समय भाग लिया था।और उन्मे से घई भी एक थे। वे इस प्रतियोगिता के अंदर दूसरे स्थान पर रहे थे ।घई ने हिंदी सिनेमा में अपने करियर की शुरुआत एक अभिनेता के रूप में की, जिसमें तकीदेर (1967) और आराधना (1969) सहित फिल्मों में छोटी भूमिकाएँ थीं।
1970 में घई ने पुणे की एक लड़की से शादी की उनका नाम रेहाना उर्फ मुक्ता था। वह अपनी पत्नी, मुक्ता घई और बेटियों, मेघना घई पुरी और मुसकान घई के साथ मुंबई में रहते हैं। इनको मिले पुरस्कार इस प्रकार से हैं।
1986 | राष्ट्रीय पुरस्कार |
1992 | फिल्मफेयर अवार्ड |
1998 | फिल्मफेयर अवार्ड |
2006 | राष्ट्रीय पुरस्कार |
2015 | आईफा |
2015 | व्यापार जगत |
2017 | स्क्रीन अवार्ड |
2017 | अमर उजाला |
2018 | इकोनॉमिक टाइम्स-एज |
2019 | पहला डोरमा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और बाजार |
इनका जन्म जन्म 26 मार्च 1947, श्रीनगर मे हुआ था। यह एक भारतीय-अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और एक ऐतिहासिक संशोधनवादी हैं। वह ओक्लाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी-स्टिलवॉटर में कंप्यूटर विज्ञान विभाग के रीजेंट प्रोफेसर हैं।
सन 2019 ई के अंदर इनको भारत सरकार ने पदमश्री पुरस्कार सम्मानित किया था।वैसे आपको बतादें कि यह वेदों पर विश्वास करते हैं। इनका मानना है कि वेद ही श्रेष्ठ हैं। वेदों को लिखने वाले योग बल से सब कुछ जान चुके थे ।
यह एक भारतिय कृषक हैं जिन्होंने प्राकृतिक खेती के बारे मे अपनी किताबों मे विस्तार से बताया है।इनका जन्म भारत के महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के एक छोटे से गाँव बेलोरा में हुआ था । 2016 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया ।
इन्होंने कृषि की डिग्री नागपूर से की थी। 1972 के अंदर इन्होंने खेती करना शूरू कर दिया था। और खेती पर लिखे लेख इनके कई पत्रिकाओं मे प्रकाशित हुए थे ।
पालेकर 1998 तक पुणे, महाराष्ट्र में एक प्रसिद्ध मराठी कृषि पत्रिका, बाली राजा की संपादकीय टीम में थे।इन्होंने 20 से अधिक किताबें मराठी के अंदर लिखी थी। और इन किताबों को कई भाषाओं के अंदर अनुवाद भी किया जा चुका है।भारत में 30 मिलियन से अधिक किसान महाराष्ट्र , कर्नाटक , तेलंगाना , आंध्र प्रदेश , तमिलनाडु , केरल , पंजाब , हरियाणा जैसी जगहों पर इनकी बताई तकनीक से खेती की जा रही है।
सुभाष प्रसाद यादव का जन्म मार्च 1967 को 27 को हुआ था।यह बिहार के राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके थे ।वे लालू प्रसाद यादव के बहनोई , पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और गोपालगंज निर्वाचन क्षेत्र के सांसद और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के भाई हैं ।
सुभाष प्रसाद यादव सचिवालय में एक क्लर्क का काम करते थे लेकिन जब उनकी बहन राबड़ी देवी मुख्यमंत्री बनी तो 1997 मे उन्हें अपनी बहन का समर्थन मिला उसके बाद वे सन 2004 ई के अंदर राज्य सभा के सदस्य बन गए ।
इनका जन्म जन्म 9 जून 1984 को हुआ था। यह मराठी अभिनेत्री हैं और इसके साथ ही कन्नड , और तेलगू फिल्मों मे भी यह काम कर चुकी हैं।चक्रव्रति आशोक सम्राट धारावाहिक मे भी इन्होंने काम किया है।
सुभाष लॉयन डेट जैम, एवरेस्ट घरम मसाला, लाइफबॉय, 3 गुलाब और अन्य जैसे उत्पादों के लिए इन्होंने विज्ञापन देने का काम किया सन 2013 ई के अंदर यह काफी लोकप्रिय मॉडल बन गई थी।यह पहले एक वकील बनाना चाहती थी लेकिन बाद मे अभिनेत्री बन गई।इनको मिले कुछ पुरस्कार
साल | पुरस्कार |
2005 | ज़ी गौरव पुरस्कार |
2007 | इंडियन टेली अवार्ड |
2008 | इंडियन टेली अवार्ड |
2015 | बिग स्टार एंटरटेनमेंट अवार्ड्स |
2015 | इंडियन टेली अवार्ड |
2016 | कलर्स गोल्डन पेटल अवार्ड्स |
2018 | SAFAL फेस्ट अवार्ड |
यह एक भारतिय अभिनेत्री हैं जिन्होंने तेलुगु के अंदर अपनी भूमिका निभाई थी।श्रीरंगम , तिरुचिरापल्ली , तमिलनाडु में जन्मी और पली- बढ़ी । अब तक इन्होंने बहुत सारी फिल्मों के अंदर काम किया है। इनमे से कुछ फिल्मों की लिस्ट इस प्रकार से है।
सुधा चंद्रा का जन्म 27 सितंबर 1965 को हुआ था।यह एक भारतिये अभिनेत्री और मॉडल हैं।कन्नड़, मलयालम, मराठी, तेलुगु और बंगाली आदि भाषाओं की फिल्मों मे दिखाई देती हैं।
सुधा चंद्रन का जन्म मुंबई में हुआ था । उनके माता-पिता तमिलनाडु से केरल के पलक्कड़ चले गए थे। सुधा चंद्रन से उसे बीए अर्जित मीठीबाई कॉलेज से किया था। और एमए बुम्बई कॉलेज से किया था।सन 1981 ई के अंदर इनके पैर मे चोट लगी थी और बाद मे इनका ऑपरेशन भी हुआ था।
साल | फ़िल्म |
1984 | मयूरी |
1986 | मलारुम कलियुम |
1986 | सर्वम शक्तिम् |
1986 | धर्मम् |
1986 | नांबिनार केदुवथिल्लई |
1986 | नाचे मयूरी |
1986 | वसंता रागम |
1987 | कलाम मारी कथा मारी |
1987 | बेदी |
1987 | चिन्ना थम्बी पेरिया थम्बी |
1987 | चिन्ना पूवे मिले पेसू |
1987 | थये नीये थुनै |
1988 | ओरिजित्ता कोली |
1988 | ओलविना आसरे |
1988 | थंगा कलासम् |
1989 | बिसिलू बेल्डिंगलु |
1990 | Rajnartaki |
1990 | Thanedaar |
1990 | Pati Parmeshwar |
1991 | मसकरी |
1991 | कुर्बान |
1991 | जान पछान |
1991 | जीण की साजा |
1992 | Nishchaiy |
1992 | Nishchay |
1992 | Inteha Pyar Ki |
1992 | Qaid Mein Hai Bulbul |
1992 | Shola Aur Shabnam |
1992 | Insaaf Ki Devi |
1993 | Phoolan Hasina Ramkali |
1993 | अवं अनंतपद्मनाभं |
1994 | Anjaam |
1994 | दलदु चिरयौ धीर धीर |
1994 | बालि उमर को सलाम |
1995 | मिलन |
1995 | Raghuveer |
1999 | Hum Aapke Dil Mein Rehte Hain |
1999 | Maa Baap Ne Bhulso Nahi |
2000 | Tune Mera Dil Le Liyaa |
2001 | Ek Lootere |
2004 | कृपया मुस्कुराएं |
2006 | Shaadi Karke Phas Gaya Yaar |
2006 | मालामाल वीकली |
2008 | सत्यम |
सलाम | |
2008 | Pranali |
2010 | सिकंदर महान |
2011 | Venghai |
2013 | अमीरिन अधी भगवान |
2013 | Paramveer Parshuram |
2013 | क्लियोपेट्रा |
2015 | गुरु सुकरन |
2016 | बहन की |
2016 | Babuji Ek Ticket Bambai |
2017 | Tera Intezaar |
2017 | विजीथिरु |
2018 | सामी २ |
2018 | क्रिना |
2019 | शून्य |
Sudharani का जन्म सन 1941 को हुआ था।मुख्य रूप से कन्नड़ फिल्मों, तेलुगु , तुलु और मलयालम सिनेमा में काम किया है। यह एक भारतिय कलाकार और मॉडल हैं। जब यह 3 साल की थी तब इनको बिस्कुट के लिए मॉडल चुन लिया गया था।नकी माँ ने उन्हें पांच साल की उम्र में नृत्य कक्षाओं में दाखिला दिलाया।और 7 साल की उम्र मे इन्होंने बच्चों पर आधारित लघु फिल्म के अंदर काम किया था।इनकी एक बेटी निधि भी है।
1991 | पंचम वेद | कर्नाटक राज्य फिल्म पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए |
1992 | मैसूर मल्लिगे | फिल्मफेयर अवार्ड्स साउथ | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री |
कर्नाटक राज्य फिल्म पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए कर्नाटक राज्य फिल्म पुरस्कार | ||
2000 | स्पर्षा | फिल्मफेयर अवार्ड्स साउथ | सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री |
2015 | वास्तु प्रकारा | फिल्मफेयर अवार्ड्स साउथ |
से नाम की राशि क्या है s name ki rashi
स नाम की राशि क्या है s naam se rashi
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बुद्धि का विलोम शब्द या बुद्धि का विलोम , बुद्धि का उल्टा क्या होता है…