सुभाष नाम की राशि subhash naam ki rashi सुभाष शब्द का हिंदी अर्थ सुभाष बहुत से लड़कों का नाम होता है।यह एक काफी अच्छा नाम है। इस नाम के लड़कों के अंदर अनेक प्रकार के अच्छे गुण होंतें हैं। यदि आप किसी सुभाष नाम के लड़के के बारे मे जानना चाहते हैं तो आपको यह लेख पूरी जानकारी प्रदान करेंगा ।सुभाष नाम यदि आप अपने बच्चे का रख रहे हैं तो आपको इसके अर्थ के बारे मे पता होना चाहिए । सुभाष नाम के लोगों का शुभ अंक होता है। और यह स्वाभाव से थोड़े गुस्सेल होते हैं लेकिन काफी बुद्यिमान भी होते हैं।
सुभाष नाम के लोगों की राशी कुंभ होती है और इनके अराध्यदेव हनुमानजी और शनिदेव होते हैं।इस नाम के लोग काफी अक्लमंद होते हैं और बुद्यिमान भी होते हैं।परोपकारी होती है। मेष राशी के लोगों के साथ रहना यह अधिक पसंद करते हैं।दिमागी तौर पर काफी मजबूत होते हैं। स्वाभाव के अंदर काफी जटिल होने की वजह से इनको समझना इतना आसान कार्य नहीं होता है।
नाम | सरिता |
अर्थ | स्वर्णकार, सुनार |
लिंग | लड़की |
धर्म | हिंदु |
शुभ अंक | 8 |
राशी | कुंभ |
स्वामी ग्रह | शनि |
शुभ रंग | काला, बैंगनी और गहरा नीला रंग |
शुभ दिन | शनिवार और मंगलवार |
शुभ रत्न | नीलम |
सामान्य रोग | ऐंठन, एलर्जी, हडियो के रोग और सांस से जुड़े रोग |
यदि आप अपने बच्चे का नाम सुभाष रख रहे हैं तो आपको उसके नाम के अर्थ के बारे मे पता होना चाहिए ।ताकि आप उसके गुणों के बारे मे पता लगा सकें । हालांकि नाम के अर्थ और गुणों मे भिन्नता हो सकती है।
सुभाष का एक मतलब उदय होता है।एक ऐसा इंसान जो नई चीजों को उदय करता है। सूर्य के उदय होने जैसा सबके लिए अच्छा फील कराने वाला ।
शानदार भी सुभाष नाम का मतलब होता है। कुछ ऐसा जो अपने आप मे शानदार हो ।
शीतलता भी सुभाष का अर्थ होता है।एक ऐसा इंसान जोकि शीतलता प्रदान करता है। चंद्रमा के समान शीतलता देने वाला । वाणी की शीतलता सबसे अधिक महत्वपूर्ण होती है।
सुभाष नाम के लोगों की राशी कुंभ होती है और इनका स्वामी शनिदेव होने की वजह से यह काफी गम्भीर स्वाभाव के होते हैं। यह अपने कार्य को काफी अच्छे तरीके से करते हैं। हालांकि यह बाहर से अलग दिखते हैं लेकिन अंदर से पूरी तरह से अलग ही होते हैं।
वैसे यह हर किसी के मुंह लगना पसंद नहीं करते हैं लेकिन जिस इंसान को जानते हैं उसी के साथ मजाक करना पसंद करते हैं। इनको अजनबियों से बातें करना उतना अच्छा नहीं लगता है यह अकेलापन अधिक पसंद करते हैं।
यह जब किसी से प्यार करते हैं तो उस प्यार को पूरी ईमानदारी से निभाते हैं लेकिन प्यार मे धोखें को कभी भी पसंद नहीं करते हैं।
यदि कोई इनको प्यार मे धोखा देता है तो इस प्रकार के रिश्ते को यह तोड़ना ही उचित समझते हैं। इनको रिश्तों की काफी गहरी समझ होती है। यही कारण है कि यह रिश्ते के अंदर जो भी समस्या आती है उसके बारे मे आसानी से पहचान लेते हैं।और रिश्तों से जुड़ी बहुत सारी समस्याओं को आसानी से यह खुद ही सोल्व कर लेते हैं।
सुभाष नाम के लोगों का जीवन उलझा हुआ नहीं होता है। यह पूरी तरह से सुलझा हुआ होता है। यह हर कार्य को पूरे रूटिन के साथ करते हैं। और रिश्तों के मामले मे यह दिल से पूरे साफ होते हैं। यही कारण है कि इनकों काफी पसंद किया जाता है।
दोस्तों सुभाष नाम के लोगों के अंदर कई प्रकार के खास गुण होते हैं।जिनके बारे मे जानना चाहिए । यदि आप सुभाश नाम के व्यक्तियों को समझना चाहते हैं तो उनके गुणों के बारे मे भी बहुत ही अच्छे तरीके से जानना जरूरी होता है।
सुभाष नाम के लोग काफी कल्पनाशील होते हैं।यह अपनी कल्पना शक्ति का अच्छे से विकास कर चुके होते हैं। और यह अपनी कल्पना शक्ति के जरिये अनेक प्रकार की समस्याओं का आसानी से समाधान कर सकते हैं। और अपनी कल्पनाशक्ति का यह काफी बेहतर प्रयोग कर सकते हैं।
दोस्तों सुभाष नाम के लोग काफी मैत्री स्वाभाव वाले होते है। इसका अर्थ यह है कि यह हर किसी के साथ अपना मैत्री स्वाभाव दिखते हैं। और इनके अच्छे स्वाभाव की वजह से बहुत से लोग इनसे बात करना काफी पसंद करते हैं।
दोस्तों सुभाष नाम के लोग काफी मजाकिया होते हैं। इसका मतलब यह है कि यह अपने साथियों के साथ काफी मजाक करना पसंद करते हैं। लेकिन हर किसी के साथ यह मजाक करना पसंद नहीं करते हैं।देखने मे यह आपको काफी गम्भीर इंसान लग सकते हैं लेकिन अंदर से यह पूरी तरह से मजाकिया होते हैं।
सुभाष नाम के लोग काफी स्पष्टवादी होते हैं।इसका अर्थ यह है कि यह जो कुछ भी कहते हैं उनको घूमा फिराकर करना पसंद नहीं करते हैं वरन स्पष्ट तरीके से कहते हैं। हालांकि इसकी वजह से बहुत से लोगों को इनकी बात बुरी लग सकती है लेकिन यह हमेशा हकीकत बोलते हैं।
दोस्तों सुभाष नाम के लोग काफी ईमानदार होते हैं।इनको जो भी कार्य दिया जाता है यह उसे पूरी ईमानदारी से करते हैं। और बहुत कम मौके ऐसे होते हैं जब यह काम से अपना जी चुराते हैं।
दोस्तों सुभाष नाम के लोग काफी प्रगतिशील होते हैं। इसका मतलब यह है कि यह जो कुछ भी करते हैं। उससे बहुत कुछ सीखते चले जाते हैं। यह उन लोगों की तरह नहीं होते हैं जोकि अपनी गलतियों से नहीं सीखते हैं। यह गलतियों से सीख कर प्रगति करने वालों मे से होते हैं।यदि आप इनके आस पास रहते हैं तो आप पाएंगे कि यह काफी तेजी से प्रगति करते जा रहे हैं।
सुभाष नाम के लोग काफी उर्जावान होते हैं।इसका मतलब यह है कि यह लोग अपने कार्य के अंदर निरंतर लगे रहते हैं। कार्य की निरंतरता ही तो इनको सफलता दिलाती है। निरंतर कार्य करने की वजह से इनके अंदर काफी आत्मविश्वास आ जाता है।
प्यार के अंदर ईमानदारी बरतने वाले इंसान काफी कम ही होते हैं।कुछ इंसान ऐसे होते हैं जो प्यार मे ईमानदारी बरतने को अच्छा समझते हैं। खैर प्यार मे यह खुद तो ईमानदार होते ही हैं वरन अपने साथी से भी ईमानदारी की अपेक्षा करते हैं।
दोस्तों सुभाष नाम के लोग काफी संवेदनशील होते हैं। इसका मतलब यह है कि यदि इनको कोई नुकसान या फायदा देता है तो इनके दिल पर यह काफी गहरा असर डालता है। यदि कोई इनको धोखा देता है तो इसका प्रभाव इनके अंदर काफी देखा जा सकता है। संवेदनशीलता का मतलब यह है कि आप इनको जल्दी से प्रभावित कर सकते हैं।यह वो इंसान हैं जो दूसरों की परवाह करते हैं।
दोस्तों सुभाष नाम के लोग काफी रचनात्मक होते हैं। इसका मतलब यह है कि यह नई चीजों के पक्ष मे होते हैं। और रचनाओं को करने मे इनकी काफी रूचि होती है।और अपने अंदर बदलाव करके सफलता आसानी से हाशिल कर लेते हैं।
सुभाष नाम के लोगों की सबसे बड़ी खास बात दूरदर्शिता भी होती है। यह दूर की सोच कर चलने वाले होते हैं। यह जो कोई भी कार्य करते हैं उसके बारे मे यह नजर मारते हैं कि इसका दूर प्रभाव क्या होगा ? उसके बाद ही उस कार्य को पूरा करते हैं। जो एक अच्छे मनुष्य की पहचान होती है।
दोस्तों सुभाष नाम के लोग काफी कंजूस नहीं होते हैं।लेकिन इनको फिजुल खर्च पसंद नहीं होता है।यह बस धन को उतना ही खर्च करते हैं जितना की इनको जरूरत होती है। फालतू की चीजों के उपर इनको धन खर्च करना पसंद नहीं होता है।
दोस्तों सुभाष नाम के लोग जीवन की सादगी को काफी पसंद करते हैं। इसका मतलब यह है कि यह जीवन के अंदर सादे तरीके से रहते हैं लेकिन इनके विचार उच्च होते हैं। इनका मानना होता है कि जीवन को कृत्रिम रूप से बनाना काफी बेकार साबित हो सकता है।
दोस्तों सुभाष नाम के लोगों कि एक खास बात यह भी होती है कि यह खुद पर आसानी से नियंत्रण रखने मे सक्षम होते हैं। इसका मतलब यह है कि जब भी विकट परिस्थिति होती है तो यह अपना आपा नहीं खोते हैं वरन खुद को आसानी से नियंत्रित रखने मे सक्षम होते हैं।
दोस्तों सुभाष नाम के लोगों की एक खास बात यह भी होती है कि यह धैर्यवान होते हैं । इसका मतलब यह है कि इनके अंदर धैर्य होता है। और यह किसी भी कार्य को करते हैं तो उसके अंदर जल्दी परिणाम की उम्मीद कम ही रखते हैं। बस इनका इस बात पर अधिक फोक्स होता है कि यह किस पर अपने कार्य को काफी बेहतर ढंग से कर सकते हैं।
दोस्तों सुभाष नाम के लोगों की सबसे बड़ी खास बात यह होती है कि यह स्वाभाव से काफी मधुर होते हैं। बाहर से भले ही यह सख्त दिखाई देते हों लेकिन अंदर से यह काफी मधुर होते हैं। इनके व्यवहार का हर कोई कायल हो सकता है।
दोस्तों सुभाष नाम के लोग अंतर मुखी होते हैं।इसका मतलब यह है कि यह लोग अपने अंदर की दुनिया मे रमण करने वाले होतें हैं। इनको अकेलापन काफी पसंद होता है। अकेले रहना और खुद से बातें करना इनको काफी अच्छा लगता है। इनका यह स्वाभाव दूसरे लोग आसानी से नहीं समझ पाते हैं। यही कारण है कि लोग इनको पागल समझ सकते हैं। हालांकि यह पागल होते नहीं हैं। क्योंकि लोगों की मोटी बुद्धि के अंदर यह फिट नहीं हो पाते हैं।
सुभाष नाम के लोगों की सबसे बड़ी खास बात यह होती है कि यह हर किसी को सलाह भी नहीं देते हैं। इनको यह पता होता है कि किसको सलाह देना है ? असल मे यह उन्हीं लोगों को सलाह देते हैं जो इसके योग्य होते हैं। पालतू के अंदर सलाह देकर यह अपना समय नष्ट नहीं करते हैं।
दोस्तों सुभाष नाम के लोगों को सांस की समस्याएं अधिक होती हैं।इसके अंदर मानसिक रोग, ऐंठन, गर्मी, जलोद आदि रोग हो सकते हैं। इसके अलावा सुरेंद्र नाम के जातकों को सांस से संबंधित रोग और रक्त संचार की समस्याएं हो सकती हैं।संचार प्रणाली, ऐंठन, एलर्जी, अप्रत्याशित बीमारी और दुर्घटनाओं का शिकार बना सकता है।इनको दिल की बीमारी होने का खतरा भी अधिक होता है।
सुभाष नाम के लोगों वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला व मकर आदि राशी के लोगों के साथ बनती है। मेष, कर्क, सिंह व वृश्चिक आदि कुछ ऐसी राशियां होती हैं जिनके साथ इनकी कम बनती है। हालांकि सुभाष नाम के लोगों की सबसे बड़ी खास बात यह है कि अनको अपने दोस्त सोच और समझ कर बनाने चाहिए क्योंकि वे इनको धोखा दे सकते हैं।
सुभाष लोगों के लिए शुभ अंक 8 होता है। 8, 17, 26, 35, 44, 53, 62, 71, 80 शुभ होती है। इनके अलावा 5, 6 अंक शुभ, 3, 7 अंक सम एवं 1, 2, 9 अंक अशुभ फलकारी होते हैं।
दोस्तों सुभाष नाम के लोगों के लिए काला, बैंगनी और गहरा नीला रंग शुभ होता है ।और इनको शनिवार और मंगलवार के दिन इस प्रकार के रंगों से युक्त कपड़ों को धारण करना चाहिए ।इसके अलावा यदि आप कोई शुभ कार्य करने जा रहे हैं तो इस प्रकार के कपड़ों को धारण कर सकते हैं।
सुभाष नाम के लोगों की राशी कुंभ होती है।इन लोगों के लिए शुभ दिन मंगलवार और शनिवार होता है। यदि आप कोई शुभ कार्य करने जा रहे हैं तो आप इसे मंगलवार या शनिवार के दिन कर सकते हैं। यह आपके लिए शुभ होता है।
सुभाष नाम के लोगों के लिए शुभ रत्न नीलम होता है।इससे आपके कार्य क्षेत्र के अंदर प्रगति मिलती है। नीलम को पहनने से पहले आपको उसको पहनने की पूरी विधि का पता होना चाहिए । पूर्ण विधि विधान के तहत पहना गया नीलम ही काफी फायदेमंद होता है।
दोस्तों बहुत सारे फेमस लोगों का नाम सुभाष होता है।यदि आपका नाम सुभाष है तो आपको यह जानना होगा कि सुभाष नाम के कितने इंसान फेमस हैं?
इनका जन्म जन्म 29 सितंबर 1957 को हुआ था।भारत सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री, ग्रामीण विकास थे ।इन्होंने सीकर में एसके कॉलेज से स्नातक किया।
वह एक एथलीट हैं और कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपने राज्य और विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने 12 दिसंबर 1980 को सुषमा महरिया से शादी की। उनके एक बेटा और एक बेटी है।1 नवंबर 2016 को इन्होंने कांग्रेस ग्रहण करली थी । जबकि यह अटलबिहारी सरकार के अंदर तीन बार मंत्री रह चुके थे ।
जन्म 30 नवंबर 1950 के अंदर इनका जन्म हुआ था। यह एक अरबपति मिडिया ग्रुप ऐसैल के अध्यक्ष रह चुके हैं।सन 2016 मे राज्यसभा चुनाव में हरियाणा राज्य के लिए भारतीय संसद के ऊपरी सदन के लिए चुने गए , एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में भारतीय जनता पार्टी के विधायकों का समर्थन था ।
चंद्रा का जन्म आदमपुर, हिसार जिले , हरियाणा में हुआ था । उनके परिवार पर ] 3.5 लाख का कर्ज था। और यही वजह थी कि इनका परिवार इनका खर्च नहीं उठा सकता था। उसके बाद इन्होंने व्यवसाय के अंदर शामिल होने के लिए स्कूल छोड़ दिया था। और फिर भारतिय खादय आपूर्ति के अंदर शामिल हो गए थे ।
1992 में, उन्होंने हांगकांग में स्टार टीवी के साथ मिलकर Zee TV , देश का दूसरा निजी व्यावसायिक टेलीविजन चैनल लॉन्च किया , और 2003 में, डिश टीवी , भारत में पहला उपग्रह टेलीविजन प्रदाता बन गया था।
सुभाष घई का जन्म 24 जनवरी 1945 ई के अंदर हुआ था। यह एक भारतिय फिल्म निर्माता और निर्देशक हैं।भारत के नागपुर में जन्मे सुभाष घई के पिता दिल्ली में एक दंत चिकित्सक थे। घई ने रोहतक , हरियाणा से वाणिज्य में स्नातक किया , और फिर फ़िल्म एंड टेलीविज़न इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया , पुणे से सिनेमा में स्नातक किया ।
एक टीवी को दिये गए साक्षात्कार के अंदर इन्होंने बताया कि जब वे पहली बार बुम्बे आए थे तो किसी ने उनको भाव तक नहीं दिया क्योंकि उनको कोई भी जानता ही नहीं था । उसके बाद इन्होंने डेल कार्नेगी की हाउ टू विन फ्रेंड्स नाम पुस्तक को पढ़ा और टैनिक्क का इस्तेमाल किया तो काम मिलने लगा ।
बुम्बई के अंदर फिल्म प्रतियोगिता मे 5000 लोगों ने उस समय भाग लिया था।और उन्मे से घई भी एक थे। वे इस प्रतियोगिता के अंदर दूसरे स्थान पर रहे थे ।घई ने हिंदी सिनेमा में अपने करियर की शुरुआत एक अभिनेता के रूप में की, जिसमें तकीदेर (1967) और आराधना (1969) सहित फिल्मों में छोटी भूमिकाएँ थीं । वह 1970 के दशक के उमंग और गुमराह (1976) में पुरुष प्रधान थे ।
1970 में घई ने पुणे की एक लड़की से शादी की उनका नाम रेहाना उर्फ मुक्ता था। वह अपनी पत्नी, मुक्ता घई और बेटियों, मेघना घई पुरी और मुसकान घई के साथ मुंबई में रहते हैं। यहीं पर इनकी एक बड़ी बिल्डिंग है।इनको कई सारे पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।जिनमे से कुछ इस प्रकार से हैं।
1986 | राष्ट्रीय पुरस्कार |
1992 | फिल्मफेयर अवार्ड |
1998 | फिल्मफेयर अवार्ड |
2006 | राष्ट्रीय पुरस्कार |
2015 | आईफा |
2015 | व्यापार जगत |
2017 | स्क्रीन अवार्ड |
2017 | अमर उजाला |
2018 | इकोनॉमिक टाइम्स-एज |
2019 | पहला डोरमा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और बाजार |
इनका जन्म जन्म 26 मार्च 1947, श्रीनगर मे हुआ था। यह एक भारतीय-अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और एक ऐतिहासिक संशोधनवादी हैं। वह ओक्लाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी-स्टिलवॉटर में कंप्यूटर विज्ञान विभाग के रीजेंट प्रोफेसर हैं।यह स्वदेशी के काफी अधिक समर्थक थे । इनके कार्यों की कई वैज्ञानिकों ने काफी आलोचना की थी।2019 में, भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री व भारत में चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार दिया गया था।
उनके भाई कंप्यूटर वैज्ञानिक अविनाश काक हैं और उनकी बहन साहित्यिक सिद्धांतकार जयश्री ओडिन हैं। लंदन में विजिटिंग फैकल्टी और बेल लेबोरेटरीज , मुरै हिल में अतिथि शोधकर्ता थे । 1977 में, वह टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च , बॉम्बे में एक शोधकर्ता थे।
वैसे आपको बतादें कि यह एक ऐसे वैज्ञानिक थे जोकि वेदों के महत्व को स्वीकार करते थे । इनका मानना था कि वेदों को लिखने वाले ने योग बल की मदद से वह सब कुछ खोज लिया था जिसको हम आधुनिक विज्ञान की खोज मानते हैं। असल मे यह पहले ही हजारों साल पूर्व खोजे जा चुके थे । हालांकि उनकी बात सुनने वाला भी कोई नहीं था क्योंकि अक्सर वामपंथ खुद ही गाता है और फिर खुद ही सुनता है।
इनका जन्म और मृत्यु 11 दिसंबर 1929 – 31 मई 2002 ई के अंदर हुआ था। और यह स्पीन गेंदबाजों मे से एक थे ।गुप्ते ने 1951-52 में अपनी शुरुआत की और अगले सीज़न से भारत के प्रमुख स्पिनर के रूप में वीनू मांकड़ से पदभार संभाला । उन्हें वेस्ट इंडीज के लेग स्पिनर विल्फ्रेड फर्ग्यूसन के नाम पर रखा गया ।
व्यक्तिगत जानकारी | |
पूरा नाम | सुभाषचंद्र पंढरीनाथ गुप्ते |
उत्पन्न होने वाली | 11 दिसंबर 1929 बॉम्बे , बॉम्बे प्रेसीडेंसी , ब्रिटिश भारत |
मर गए | 31 मई 2002 (72 वर्ष की उम्र) पोर्ट-ऑफ-स्पेन , त्रिनिदाद और टोबैगो |
बल्लेबाजी | दांए हाथ से काम करने वाला |
बॉलिंग | लेागोके गुगली |
संबंधों | बल्लू गुप्ते (भाई) |
गुप्ते का अंतर्राष्ट्रीय करियर इंग्लैंड के 1961-62 के भारत दौरे के दौरान विवाद हुआ था। इस विवाद के अंदर रहने के दौरान, होटल के एक रिसेप्शनिस्ट ने इनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई । इस कार्यवाही के अंदर इनके उपर मद्रास हाईकोर्ट मे केस भी चला था। लेकिन बाद मे उनको टीम से बाहर कर दिया गया । और उसके बाद वे टीम के अंदर कभी नहीं लिये गए । 13 दिसंबर 1961 को इन्होंने अपना अंतिम मैंच इंलैंड के खिलाफ खेला था।
सुभाष पालेकर एक भारतीय कृषक हैं, जिन्होंने प्राकृतिक खेती के बारे मे अपनी किताबों के अंदर विस्तार से बताया है।इनका जन्म भारत के महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के एक छोटे से गाँव बेलोरा में हुआ था । 2016 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया ।
पालेकर से कृषि में एक स्नातक की डिग्री है नागपुर से की थी। डिग्री के दौरान वे सतपुड़ा के आदिवासी लोगों के साथ काम करते थे ।1972 के बाद उन्होंने अपने खेत मे काम करना शूरू किया । खेती पर उनके कई मिडिया लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
पालेकर 1998 तक पुणे, महाराष्ट्र में एक प्रसिद्ध मराठी कृषि पत्रिका, बाली राजा की संपादकीय टीम में थे।इन्होंने 20 से अधिक किताबें मराठी के अंदर लिखी थी।और इनकी लिखी किताबों का अलग अलग भाषा मे अनुवाद किया गया है।
भारत में 30 मिलियन से अधिक किसान महाराष्ट्र , कर्नाटक , तेलंगाना , आंध्र प्रदेश , तमिलनाडु , केरल , पंजाब , हरियाणा आदि जगहों पर इनकी बताई तकनीक से खेती की जा रही है।14 जून 2017 को, श्री। सुभाष पालेकर को प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शून्य बजट खेती पर आंध्र प्रदेश राज्य के सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था ।
सुभाष प्रसाद यादव का जन्म मार्च 1967 को 27 को हुआ था।यह बिहार के राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके थे ।वे लालू प्रसाद यादव के बहनोई , पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और गोपालगंज निर्वाचन क्षेत्र के सांसद और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के भाई हैं ।
उनके पिता श्यो प्रसाद चौधरी थे। उन्होंने 1986 में मुक्ति आदर्श उच्च विद्यालय ( BSEB ) से मैट्रिक किया , 1989 में गोपालगंज कॉलेज ( बिहार विश्वविद्यालय ) से कला में इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण की और फिर 1991 ई के अंदर मगध से बीए किया था।
सुभाष प्रसाद यादव सचिवालय में एक क्लर्क का काम करते थे लेकिन जब उनकी बहन राबड़ी देवी मुख्यमंत्री बनी तो 1997 मे उन्हें अपनी बहन का समर्थन मिला उसके बाद वे सन 2004 ई के अंदर राज्य सभा के सदस्य बन गए ।
जन्म 9 जून 1984 को हुआ था। यह एक टेलीवीजन अभिनेत्री हैं। यह मराठी और हिंदी टीवी शो के अंदर दिखाई देती हैं।इन्होंने मराठी ,कन्नड और तेलगू फिल्मों के अंदर काम किया है। चक्रव्रति आशोक सम्राट धारावाहिक के अंदर धर्म मे रूप मे इनको जाना जाता है तो एक अन्य धारावाहिक मे इन्होंने बुद्धि की पत्नी का रोल भी इन्होंने निभाया था।
सुभाष लॉयन डेट जैम, एवरेस्ट घरम मसाला, लाइफबॉय, 3 गुलाब और अन्य जैसे उत्पादों के लिए इन्होंने विज्ञापन देने का काम किया सन 2013 ई के अंदर यह काफी लोकप्रिय मॉडल बन गई थी।
इन्होंने पहले बी कॉम किया और एक वकील बनना चाहते थे लेकिन उसके बाद उन्हें निर्देशक केदार शिंदे से मराठी नाटक तू तू मैं मैं में एक भूमिका निभाने का प्रस्ताव मिला और यहां से टेलीविजन उद्योग में उनका कैरियर शुरू हुआ था।
अब तक इनको कई सारे पुरस्कार मिले हैं जिनकी सूचि कुछ इस प्रकार से है।
साल | पुरस्कार |
2005 | ज़ी गौरव पुरस्कार |
2007 | इंडियन टेली अवार्ड |
2008 | इंडियन टेली अवार्ड |
2015 | बिग स्टार एंटरटेनमेंट अवार्ड्स |
2015 | इंडियन टेली अवार्ड |
2016 | कलर्स गोल्डन पेटल अवार्ड्स |
2018 | SAFAL फेस्ट अवार्ड |
इनके द्धारा किये जाने वाले नाटकों के नाम
2003 | साहेब बीबी आनी मे | |
2004–06 | तुमहारी दिश | हिंदी |
200609 में | करम अपना अपना | |
2007–08 | कसम से | |
2008–09 | अठावन वचन | |
2009 | बसेरा | |
2010 | गढ भराई | |
2011 | गुंटाता हृदय | मराठी |
2012 | कॉमेडी एक्सप्रेस | |
2012 | श्रीयुत गंगाधर टिपरे | |
2013-14 | महाभारत | हिंदी |
2014 | कॉमेडी ची बुलेट ट्रेन | मराठी |
2015–2016 | चक्रवर्ती अशोक सम्राट | हिंदी |
सुरेंद्र नाम की राशि और सुरेंद्र का अर्थ व मतलब
सरिता नाम की राशि और सरिता नाम के लोगों का स्वाभाव
सुधा नाम की राशि और सुधा नाम का अर्थ और मतलब
सांड को रोटी खिलाने से क्या होता है हिंदु धर्म के अंदर गाय को माता…
धैर्य का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , धैर्य का उल्टा क्या होता है…
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चोर का विलोम शब्द, चोर शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, चोर का उल्टा Chor vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)चोर पुलिसChor police …
सजीव का विलोम शब्द या सजीव का विलोम , सजीव का उल्टा क्या होता है…
सुगंध का विलोम शब्द, सुगंध शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, सुगंध का उल्टा Sugandh vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)सुगंध दुर्गन्धSugandh Durgandh …