सुमित्रा नाम की राशि Sumitra naam ka rashi
सुमित्रा नाम की राशि Sumitra naam ka rashi ,सुमित्रा एक बहुत ही सुंदर नाम होता है। सुमित्रा कई लड़कियों का नाम होता है। यह एक अच्छा नाम है। यदि आप अपने बच्चे का नाम सुमित्रा रख रहे हैं तो आपको इस नाम के बारे मे सब कुछ मालूम होना चाहिए ? जैसे कि सुमित्रा नाम के बच्चे कैसे होते हैं ? और उनके साथ क्या क्या समस्याएं आती हैं ? इसके उपर भी हम विस्तार से चर्चा करने वाले हैं। वैसे सुमित्रा नाम के लोग स्वाभाव से ही गुस्से वाले होते हैं लेकिन इनके अंदर बुद्धि या प्रतिभा की कोई भी कमी नहीं होती है। यह अपनी प्रतिभा के दम पर सफलता को अर्जित करते हैं।
सुमित्रा नाम की राशि Sumitra naam ka rashi
सुमित्रा नाम के लोगों की राशी कुंभ होती है।इनके अराध्य देव शनि और हनुमानजी माने गए हैं।इनको इन्हीं दो देवताओं की पूजा करनी चाहिए । सुमित्रा नाम के लोग काफी परोपकारी होते हैं। और दूसरों का भला करने वाले होते हैं।
नाम | सुमित्रा |
अर्थ | सूरज , रोशनी |
लिंग | लड़की |
धर्म | हिंदु |
शुभअंक | 8 |
राशी | कुंभ |
स्वामीग्रह | शनि |
शुभरंग | काला, बैंगनी और गहरा नीला रंग |
शुभदिन | शनिवार और मंगलवार |
शुभरत्न | नीलम |
सामान्यरोग | ऐंठन, एलर्जी, हडियो के रोग और सांस से जुड़े रोग |
सुमित्रा नाम का अर्थ
- सुमित्रा नाम के अलग अलग अर्थ होते हैं। सबसे पहला अर्थ है। एक ऐसा इंसान जोकि शुभचिंतक होता है। या ऐसा इंसान जो किसी के बारे मे अच्छा सोचने वाला होता है। वही सुमित्रा है।
- सुमित्रा का मतलब एक अच्छा दोस्त भी होता है।एक ऐसा दोस्त जो बुरी परिस्थितियों के अंदर आपकी मदद करता है । वही सुमित्रा है।
- राजा दशरत की पत्नी का नाम भी सुमित्रा था जो कि महाभारत का एक करेक्टर है।
सुमित्रा नाम के लोगों का रिश्ता
दोस्तों सुमित्रा नाम के लोगों का स्वाभाव तो काफी अच्छा होता है लेकिन यह बाहर से आपको काफी कठोर लग सकते हैं। इनका अराध्य देव शनि होता है।हालांकि हर कार्ये को यह काफी बेहतर ढंग से करने की क्षमता रखते हैं। वैसे तो सुमित्रा नाम के लोग हर किसी से हंसी मजाक और मिलना जुलना पसंद नहीं करते हैं लेकिन जिनको यह जानते हैं उनसे यह हंसी मजाक और मिलना जुलना पसंद करते हैं। जिस किसी से यह प्यार करते हैं उस प्यार को पूरी ईमानदारी से निभाते हैं।प्यार के अंदर धोखा देना इनको कभी भी पसंद नहीं आता है।
और यदि कोई इनको प्यार मे धोखा देता है तो उसे यह पसंद नहीं करते हैं। इस प्रकार के रिश्ते इनके पास अधिक समय तक नहीं चल पाते हैं।हालांकि पहले यह चेतावनी भी देते हैं। इसके अलावा इनके अंदर रिश्तों की काफी गहरी समझ होती है। और यह सच और झूठ को बहुत ही आसानी से पहचान लेते हैं।
इन सबके अलावा इनके अंदर मदद करने की प्रव्रति होती है।जिसकी वजह से यह एक परिवार मे रहना पसंद करते हैं । और परिवार के दुख दर्द को आसानी से बांट लेते हैं। इसके अलावा यदि रिश्तों के अंदर कोई समस्याएं आती हैं तो यह उन समस्याओं को बहुत ही आसानी से यह सुलझा लेते हैं।
सुमित्रा नाम के इंसानों का जीवन काफी बेहतरीन होता है। यह अपने पूरे जीवन को सिस्टम से जीना पसंद करते हैं। इनका पूरा जीवन काफी सुलझा हुआ होता है। और यह रिश्तों के मामलों मे काफी साफ होते हैं। और इनके निर्णय भी काफी अटल होते हैं।
सुमित्रा नाम के लोगों की शारीरिक संरचना
इस नाम के लोग काफी लंबे कद के हो सकते हैं। आपका चेहरा बड़ा, गर्दन, पीठ, पेट, कमर, जांघों, और पैर लम्बे हो सकते है।इनके चेहरे की बनावट काफी सुंदर होती है जिससे गम्भीरता का आभास रहता है।
इनकी आंखें भी काफी चमकदार होती हैं। आप किसी भी प्रकार का दिखावा करना पसंद नहीं करते हैं। यही आपकी काफी अदभुत बात है।
सुमित्रा नाम के लोगों के गुण
जैसा कि आपको पता ही होगा कि हर नाम के इंसान के अपने गुण होते हैं यदि आप सुमित्रा नाम के लोगों को समझना चाहते हैं तो आपको उनके अच्छे गुणों के बारे मे भी समझने की जरूरत है।
दूसरों से संवाद नहीं करने की इच्छा
आपको पता है कि कुछ लोग काफी अधिक बातें करते हैं लेकिन सुमित्रा नाम के लोग बहुत ही कम बोलते हैं। और उनको अधिक बोलना भी पसंद नहीं होता है।यही वजह है कि यह अपना अधिकतर समय चुप रहने मे ही गुजारते हैं । हालांकि यह अपने खास किस्म के लोगों से बात अवश्य ही करते हैं।
दूसरों की सुनना कम पसंद
सुमित्रा नाम के लोगों को दूसरों की फालतू बातों को सुनना पसंद नहीं होता है। यह हमेशा अच्छी चीजों को सुनना पसंद करते हैं। यदि कोई अच्छी चीजें बता रहा है जो इनके स्वाभाव के अनुरूप है तो यह उसे भरपूर सुनेंगे नहीं तो नकार देंगे । हालांकि इनके इस प्रकार के व्यवहार की वजह से इनका कभी कभी अमर्यादित भी माना जाता है।
संवेदनशील होते हैं सुमित्रा नाम के लोग
दोस्तों सुमित्रा नाम के लोग काफी संवेदनशील होते हैं। इनके मन मे जीवों के प्रति संवेदना होती है। यदि कोई तकलीफ के अंदर होता है तो यह उसकी मदद करते हैं। क्योंकि वैसे भी इनको मदद करना काफी अच्छा लगता है। यह किसी को दुख के अंदर नहीं देख सकते हैं।
मजबूत इच्छाशक्ति वाले होते हैं
बहुत कम लोगों की मजबूत इच्छाशक्ति होती है । लेकिन सुमित्रा नाम के लोगों की इच्छा शक्ति काफी मजबूत होती है। इसका मतलब यह है कि यह एक बार जिस किसी कार्य को करने की ठान लेते हैं। उसके बाद यह उसे पूरा करके ही रहते हैं। यह स्लो स्लो आगे बढ़ते रहते हैं। हार आसानी से यह नहीं मानते हैं। यही वजह है कि यह जो चाहते हैं । उसे पा लेते हैं।
दूरदर्शी होते हैं
सुमित्रा नाम के लोग काफी दूरदर्शी होते हैं। इसका मतलब यह है कि यह लोग दूर की सोच कर चलने वाले होते हैं। जो कुछ भी करते हैं पहले यह देखते हैं कि इससे भविष्य के अंदर क्या प्रभाव पड़ सकता है। यह कभी भी कोई ऐसा कार्य करना पसंद नहीं करते हैं जो भविष्य के अंदर नुकसान का कारण बन सकता है।
मार्गदर्शक होते हैं
जो काम इनको आता है उसके अंदर यह एक अच्छे मार्गदर्शक की भूमिका निभा सकते हैं। क्योंकि यह उस कार्य को काफी बेहतर ढंग से कर सकते हैं। और दूसरो ं को समझा भी सकते हैं। यह इनके लिए काफी अच्छी बात है।
सहनशील होते हैं सुमित्रा नाम के लोग
दोस्तों सुमित्रा नाम के लोगों की एक खास बात यह भी होती है कि यह सहनशील होते हैं। इसका मतलब यह है कि यह हर परेशानी को आसानी से सहन कर सकते हैं। और सहनकरने के बाद भी पीछे हटने वालों मे से नहीं होते हैं। कुलमिलाकर इसका मतलब यह है कि परेशानियों या नाकामियों को सहन करने की क्षमता इनमे अधिक होती है।
कल्पनाशील होते हैं सुमित्रा नाम के लोग
दोस्तों सुमित्रा नाम के लोग काफी कल्पनाशील होते हैं। इसका मतलब यह है कि इनको चीजों की कल्पना करने का अच्छा आभास होता है। यह तरह तरह की कल्पना कर सकते हैं। और कई बार अपनी कल्पनाशीलता का प्रयोग कहानी और दूसरी चीजों को लिखने मे भी करते हैं।इनके अंदर यह गुण मौजूद होता है।
मैत्री स्वाभाव वाले हाते हैं
दोस्तों सुमित्रा नाम के लोग मैत्री स्वाभाव वाले होते हैं। इसका मतलब यह है कि यह हर किसी के साथ एक मित्र की तरह बात करना पसंद करते हैं। और हर किसी से जल्दी घुल मिल जाते हैं। खास कर उन लोगों से जो इनके स्वाभाव के अनुकूल होते हैं।
मजाकिया होते हैं सुमन नाम के लोग
दोस्तों सुमन नाम के लोग काफी मजाकिया होते हैं जिसका मतलब यह है कि यह हंसी मजाक करना पसंद करते हैं लेकिन हर किसी के साथ हंसी मजाक करना इनकी आदत नहीं होती है। यह अक्सर उन लोगों के साथ हंसी मजाक करते हैं जिनको यह अपना मानते हैं।
स्पष्टवादी होते हैं सुमित्रा नाम के लोग
दोस्तों सुमित्रा नाम के लोग काफी स्पष्टवादी होते हैं। इसका मतलब यह है कि यह सीधी बात कहने वाले होते हैं।इनकी इसी निति की वजह से कई बार दूसरे लोगों को इनकी बात चुभ जाती है लेकिन यह उसकी अधिक चिंता नहीं करते हैं।
सुमित्रा नाम के लोग काफी ईमानदार होते हैं
सुमित्रा नाम के लोगों की यह भी एक खास बात होती है कि यह ईमानदार होते हैं।यह जो कुछ भी कार्य करते हैं उसको पूरी ईमानदारी के साथ करते हैं। इनकी ईमानदारी की वजह से कई बार इनका दूसरों के साथ झगड़ा भी हो जाता है।
प्रगतिशीलता का गुण
सुमित्रा नाम के लोगों के अंदर यह भी गुण पाया जाता है।इसका मतलब यह है कि यह उन लोगों की तरह नहीं होते हैं जो जीवन के अंदर स्थिर बने रहते हैं। इनके अंदर बदलाव बहुत ही तेजी से आते हैं। खुद को बदलने की क्षमता इनकी बहुत ही अच्छी होती है। यही वजह है कि कुछ ही सालों के अंदर आप इनके व्यवाहार मे बड़ा बदलाव देख सकते हैं।
सदाजीवन उच्च विचार
दोस्तों सुमित्रा नाम के लोगों के अंदर यह भी गुण होता है।यह साधा जीवन और उच्च विचार वाले होते हैं। इसका मतलब यह है कि यह दिखावे पर यकीन नहीं रखते हैं। वरन करने पर यकीन रखते हैं। क्योंकि यह दिखावा करना फालतू ही मानते हैं।
खुद को नियंत्रित करने मे सक्षम
दोस्तों सुमित्रा नाम के लोगों की खास बात यह होती है कि यह खुद को नियंत्रित करने मे सक्षम होते हैं। यह उन लोगों की तरह नहीं होते हैं जोकि मामूली सी बात के उपर क्रोधित हो जाते हैं और अपना आपा खो बैठते हैं।
धैर्यवान होते हैं सुमित्रा नाम के लोग
दोस्तों सुमित्रा नाम के लोग जल्दबाजी करना पसंद नहीं करते हैं।यह काफी धैर्यवान होते हैं। क्योंकि इनको धैर्य से काम लेना अच्छे से आता है। यही वजह है कि यह काफी झुझारू प्रवृति के होते हैं। और सफलता प्राप्त करके ही दम लेते हैं।
अंदर से काफी मधुर होते हैं
बाहर से देखने मे यह आपको काफी बोरिंग लग सकते हैं लेकिन अंदर से देखने मे यह काफी मदहोश होते हैं। और इनका व्यवहार काफी अच्छा होता है। इतना अच्छा कि इसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है।
अच्छे लोगों को सलाह देना पसंद करते हैं
सुमित्रा नाम के लोग काफी ज्ञानी भी होते हैं लेकिन यह हर किसी को सलाह देना पसंद नहीं करते हैं। यदि इनको लगता है कि सलाह काम करेगी यह तभी सलाह देना पसंद करते हैं। अन्यथा चुप रहना ही बेहतर समझते हैं।
सुमित्रा नाम के लोगों मे रोग
सुमित्रा नाम के लोगों को कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं जैसे कि सांस से संबंधित रोग हो सकते हैं। और दिल की बीमारी भी हो सकती हैं। मानसिक रोग, ऐंठन, गर्मी, जलोद आदि रोग हो सकते हैं। इसके अलावा सुरेंद्र नाम के जातकों को सांस से संबंधित रोग और रक्त संचार की समस्याएं हो सकती हैं।संचार प्रणाली, ऐंठन, एलर्जी, अप्रत्याशित बीमारी और दुर्घटनाओं का शिकार बना सकता है।
सुमित्रा नाम के लोगों की दोस्ती
सुमित्रा नाम के लोगों को दोस्ती भी सोच समझ कर ही करनी चाहिए ।क्योंकि एक बुरा दोस्त आपके लिए काफी नुकसान दायी हो सकता है।वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला व मकर आदि कुछ ऐसी राशी हैं जिनके साथ सुरेश नाम के लोगों की अच्छी बनती है। सी प्रकार से मेष, कर्क, सिंह व वृश्चिक कुछ ऐसी राशियां हैं जिनके साथ कम बनती है।
सुमित्रा नाम के लोगों के लिए शुभ अंक
सुमित्रा नाम के लोगों के लिए लोगों के लिए शुभ अंक 8 होता है। 8, 17, 26, 35, 44, 53, 62, 71, 80 शुभ होती है। इनके अलावा 5, 6 अंक शुभ, 3, 7 अंक सम एवं 1, 2, 9 अंक अशुभ फलकारी होते हैं।
सुमित्रा नाम के लोगों के लिए शुभ रंग
दोस्तों सुमित्रा नाम के लोगों के लिए शुभ रंग काला, बैंगनी और गहरा नीला रंग शुभ रंग कहे जाते हैं।यदि आपका नाम सुमित्रा है तो आप किसी भी शुभ कार्य के अंदर जाते समय या आरम्भ करते समय इस रंग के कपड़े पहनते हैं तो यह आपके लिए काफी फायदेमंद होता है।
सुमित्रा नाम के लोगों के लिए शुभ दिन
दोस्तों सुमित्रा नाम के लोगों की राशी कुंभ होती है।और इनके लिए शुभ दिन शनिवार और मंगलवार होते हैं। यदि यह कोई अच्छा काम शूरू करना चाहते हैं तो इनको शनिवार और मंगलवार के दिन कर सकते हैं। यह इनके लिए काफी फायदेमंद होता है।
Sumitra Mahajan
सुमित्रा महाजन का जन्म : 12 अप्रैल 1943 को हुआ था। एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो 2014 से 2019 तक लोकसभा की अध्यक्ष थीं । [२] वह भारतीय जनता पार्टी से हैं । 1989 से 2019 तक मध्य प्रदेश के इंदौर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व सबसे लंबे समय तक संसद की महिला सदस्य के रूप में किया था।
इन्होंने 1999 ई से 2004 ई तक केंद्रिय मंत्री के रूप मे कार्य किया और अनेक प्रकार के कार्यभार को संभाला ।उन्होंने सामाजिक न्याय और अधिकारिता पर स्थायी समिति और ग्रामीण विकास पर स्थायी समिति की अध्यक्ष का पद भी संभाला था।
सुमित्रा महाजन का जन्म चितपावन ब्राह्मण परिवार में उषा और पुरुषोत्तम साठे के घर चिपलून , महाराष्ट्र में हुआ था । उन्होंने एमए और एलएलबी इंदौर विश्वविद्यालय से किया था।पढ़ना, संगीत, नाटक और सिनेमा के साथ-साथ गायन भी इनकी पहली पसंद था। 18वीं सदी की समाज सुधारक अहिल्याबाई होल्कर को अपने पूरे जीवन में प्रेरक व्यक्ति के रूप में स्वीकार किया है। इसके अलावा इन्होंने मातोश्री नामक एक किताबी भी लिखी थी जिसका विमोचन नरेंद्र मोदी ने किया था।
सुमित्रा महाजन ने 1982 में इंदौर नगर निगम में एक नगरसेवक के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की । वह बाद में 1984 में इंदौर नगर निगम के उप महापौर के रूप में चुनी गईं। और कांग्रेस के अंदर भी वह कार्य कर चुकी थी।
इंदौर स्थित महाराष्ट्र ब्राह्मण सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार धडवले ने आरोप लगाया कि 1997 और 2003 के बीच बैंक में हुए घोटालों में सुमित्रा महाजन और उनके बेटे मिलिंद महाजन की भूमिका थी । हालांकि केस के बाद इनको हटा दिया गया हालांकि इनके उपर यह आरोप साबित नहीं हो पाया था।
Sumitra Guha
विदुषी सुमित्रा गुहा एक भारतीय शास्त्रीय गायिका हैं, जिन्हें शास्त्रीय संगीत के कर्नाटक और हिंदुस्तानी स्कूलों में उनकी विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है ।भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया था।सुमित्रा गुहा, नी राजू, का जन्म आंध्र प्रदेश में स्थानीय रूप से प्रसिद्ध गायिका श्रीमती के घर हुआ था ।उनकी बहन सुप्रसिद्ध कर्नाटक गायिका और 15वीं शताब्दी के संत-संगीतकार,अन्नामाचार्य, श्रीमती के संकीर्तन की प्रतिपादक भी हैं।गुहा ने अपनी मां से ही पहली संगीत की शिक्षा प्राप्त की थी।
11 साल की उम्र मे उनको शास्ति्रय संगीत की शिक्षा देना आरम्भ कर दिया गया था।कर्नाटक शास्त्रीय संगीत के एक प्रसिद्ध संगीत गुरु एसआर जानकीरमन ने उनको संगीत सिखाना शूरू कर दिया था।
आंध्रप्रदेश के एक छोटे से गांव के अंदर पली होने की वजह से वह शूरू से ही डॉक्टर बनना चाहती थी। उन्होंने , दर्शनशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई की और उसके बाद 1964 ई में हिंदुस्तानी संगीतसीखना शुरू कियाऔर किराना घराने के पंडित ए. कानन और विदुषी मलबिका कानन के अधीन संगीत की पढ़ाई जारी रखी थी।पटियाला घराने के उस्ताद बड़े गुलाम अली खान के संरक्षण के अंदर रहकर संगीत की शिक्षा भी ग्रहण की थी।
गुहा ने 19 साल की उम्र मे शादी की थी।लेकिन उसके बाद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई को जारी रखा ।1972 में ऑल इंडिया रेडियो की बी-ग्रेड कलाकार बन गईं । उसी समय थिरूमाला मंदिर के अंदर एक कलाकार के रूप मे भी इन्होंने काम किया ।उसके बाद इन्होंने आकाशवाणी दुरदर्शन के लिए भी काम किया ।
अब तक इनको कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
- 1997 में संगीत कला केंद्र, आगरा से संगीत कला रत्न, राष्ट्रीय संगीत पुरस्कार
- 2006 में संगम कला समूह से सर्वश्रेष्ठ संगीत शिक्षक पुरस्कार,
- 2006 में गामा महाराज स्मृति सम्मान,
- 2007 में विश्व जागृति मिशन से राष्ट्र भूषण सम्मान ,
- 2008 में दिल्ली तेलुगु अकादमी से डीटीए उत्कृष्टता पुरस्कार,
- तेलुगु नियोक्ता कल्याण संघ (दिल्ली) से महंधरा उत्कृष्टता पुरस्कार,
- 2009 में फेस अवार्ड, नादब्रह्म शिरोमणि 2010
उत्पन्न होने वाली | सुमित्रा राजू 21 जनवरी आंध्र प्रदेश , भारत |
अल्मा मेटर | विश्वभारती विश्वविद्यालय |
सक्रिय वर्ष | 1972–वर्तमान– |
जीवनसाथी | प्राण कुमार गुहा |
माता–पिता | आरजी नारायण राजू (पिता)राज्यलक्ष्मी राजू (माता) |
रिश्तेदारों | शोभा राजू (बहन), श्रेयश सरकार (भतीजे), फुलरेनु गुहा (दादी मौसी) |
पुरस्कार | पद्म श्री |
संगीत कैरियर | |
शैलियां | हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत , कर्नाटक संगीत , विश्व संगीत , किराना घराना |
व्यवसाय | हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक |
Sumitra Charat Ram
इनका जन्म और मृत्यु 17 नवंबर 1914 – 8 अगस्त 2011 को हुए थे ।यह डीसीएम श्रीराम ग्रुप के उद्योगपति लाला चरत राम की पत्नी थीं ।यह एक प्रख्यात भारतीय था कला संरक्षक , ईम्प्रेस्सारिओ थी।
उनका जन्म 1917 में दीवाली के दिन राजा ज्वाला प्रसाद और रानी भाग्यवती के यहाँ संयुक्त प्रांत के मेरठ में हुआ था। इनके पिता सिंचाई के मुख्य अभियंता थे ।यह अपने पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी थी: भाई धर्म वीरा , कांति वीरा और सत्य वीरा, और बहनें यशोदा और सुशीला।इनके बड़े भाई धर्म वीरा कर्नाटक और बंगाल के राज्यपाल भी रह चुके हैं।
इनके पति चरत राम ने श्रीराम पिस्टन, जे इंजीनियरिंग, उषा इंटरनेशनल और श्रीराम इंडस्ट्रियल एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एसआईईएल) जैसी कंपनियों का निर्माण किया। 16 मई 2007 को 89 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।इनके ससुर लाला श्री राम ने लेडी श्री राम कॉलेज 1956 के अंदर स्थापित की थी।
Sumithra (actress)
सुमित्रा एक भारतीय अभिनेत्री हैं। वह तमिल, मलयालम, कन्नड़ और तेलुगु भाषा की फिल्मों के अंदर काम कर चुकी है।1974 और 1986 के बीच की फिल्मों के अंदर यह मुख्य नायिका की भूमिका मे यह दिखाई देती है।यह केरल मे पैदा हुई थी और इनके तीन भाई हैं।इनके पिता तेल शोधक कम्पनी के अंदर काम करते थे ।यह अपनी स्कुली शिक्षा ने नृत्य सीखा और काफी अच्छी डांसर बन गई ।
उन्होंने 1980 में उल्लेखनीय कन्नड़ फिल्म निर्देशक डी। राजेंद्र बाबू से शादी की थी और उनकी दो बेटियां उमाशंकरी व नक्षत्र हैं।तामिल के अंदर इनके द्धारा की जाने वाली फिल्मे कुछ इस प्रकार से हैं ।
- अवलुम पेन थाने (1974) – तमिल में डेब्यू
- ओरु कुदुम्बथिन कढ़ाई (1975)
- ललिता (1976)
- मोगम मुप्पाधु वरुशम (1976)
- भुवना ओरु केल्वी कुरी (1977)
- रघुपति रागव राजाराम (1977)
- नंदा अन्ना नीला (1977)
- अन्नान ओरु कोयल (1977)
- चित्तू कुरुवी (1977)
- नी वाज़वा वेन्दम (1977)
- निज़ल निजामगिराधु (1978)
- इवल ओरु सीथाई (1978)
- इराइवन कोडुथा वरम (1978)
- कन्नमूची (1978)
- मचानई परथींगाला (1978)
- पावथिन संबलम (1978)
- वताथुक्कुल चाधुरम (1978)
- सोनाधु नी थाना (1978)
- जस्टिस गोपीनाथ (1978)
- रुद्र थंडवम (1978)
- कन्नन ओरु काई कुज़ानथाई (1978)
- मुथल इरावु (1979)
- कदवुल अमैथा मेदई (1979)
- मुगाथिल मुगम परकलाम (1979)
- आदु पाम्बे (1979)
- थेविगल (1979)
- अंबे संगीता (1979)
- नी सिरिथल नान सिरिपेन (1979)
- चेलाकिली (1979)
- मजई पट्टालम (1980)
- अयस्क मुथम (1980)
- पोन्नुक्कू यार कावल (1980)
- पाक्कू वेथलाई (1981)
- तिरुप्पंगल (1981)
- पट्टाम पाधवी (1981)
- देइवा थिरुमनंगल-श्रीनिवास कल्याणम (1981)
- वसंतकलाम (1981)
- नेलिकन्नी (1981)
- एंगम्मा महारानी (1981)
- सांगली (1982)
- ऐनी ऐनी (1983)
- अवल ओरु कावियाम (1983)
- कुयिल कुयाइल (1984)
- फिर कूडू (1984)
- अन्था उरावुक्कू साची (1984)
- वेली (1985)
- कन्नी रासी (1985)
- मायावी (1985)
- पूर्णामी अलैगल (1985)
- येमात्राठे येमाराठे (1985)
- ओरु मनिथन ओरु मनावी (1986)
- महाशक्ति मरिअम्मन (1986)
- वेलिचम (1987)
- वीरपांडियन (1987)
- माइकल राज (1987)
- थे नी थुनाई (1987)
- पूव इलम पूव (1987)
- अग्नि नटचतिराम (1988)
- मप्पिल्लई सर (1988)
- पनक्करन (1989)
- सत्तथिन थिरप्पु विज़ा (1989)
- मीनाक्षी थिरुविलयदल (1989)
- वेलाई किदाईचुडुचु (1990)
- नान पुदीचा मपिल्लई (1991)
- नट्टई थिरुदथे (1991)
- चिन्ना थंबी (1991)
- एमजीआर नागरील (1991)
- पिल्लई पासम (1991)
- कर्पूरा मुलई (1991)
- सिंगरवेलन (1992)
- पंडितुराई (1992)
- सत्यम अधु निचयम (1992)
- इधु नम्मा भूमि (1992)
- कट्टलाई (1993)
- एंगा मुथलाली (1993)
- धुरुवा नचतिराम (1993)
- मारवन (1993)
- हवाई अड्डा (1993)
- पगाइवन (1997)
- अरसियाल (1997)
- उन्नुदान (1998)
- कल्लाझगर (1999)
- जोड़ी (1999)
- वडागुपट्टी मापिल्लई (2001)
- सामी (2003)
- धर्मपुरी (2006)
- थुलाल (2007)
- वीरप्पू (2007)
- इंदिरालोहथिल ना अज़गप्पन (2008)
- सिंगम (2010)
- सिंगम 2 (2013)
- चंद्रा (2013)
- वीरम (2014)
- मुथिना कथिरिका (2016)
- इलामई ऊँजल (2016)
- सिंगम 3 (2017)
- सामी 2 (2018)
- राजावसम (2020)
कन्नड़ भाषा के अंदर की जाने वाली कुछ फिल्मे इस प्रकार से हैं
- मुगियादा काठे (1976)
- मक्कला सैन्या (1980)
- राजेश्वरी (1981)
- असंभव (1985)
- कर्ण (1986)
- रवि मूडी बंदा (1986)
- मिस्टर राजा (1987)
- सत्यम शिवम सुंदरम (1987)
- ओंडागी बालू (1989)
- सिदिदेदा गंडू (1990)
- रामचारी (1991)
- गोपी कृष्णा (1992)
- गुरु ब्रह्मा (1992)
- श्री रामचंद्र (1992)
- रंजीता (1993)
- आनंद ज्योति (1993)
- आदिपति (1994)
- जेनिना होल (1997)
- चेलुवा (1997)
- कुरुबाना रानी (1998)
- मंगलम तंतुनानेना (1998)
- शांति शांति शांति (1998)
- जयदेव (1998)
- प्रेमोत्सव (1999)
- ओ प्रेमावे (1999)
- चोरा चित्त चोरा (1999)
- अप्पू (2000)
- चामुंडी (2000)
- श्री हरिश्चंद्र (2001)
- मदुवे अगोना बा (2001)
- धूम (2002)
- ध्रुव (2002)
- अप्पू (2002)
- अन्नावरु (2003)
- श्री राम (2003)
- अभि (2003)
- नीनांद्रे इष्ट (2003)
- साहूकारा (2004)
- पक्कादमने हुदुगी (2004)
- सर्वभूमा (2004)
- मेलुसेयर सविगाना (2004)
- ऑटो शंकर (2005)
- सई (2005)
- एनकाउंटर दयानायक (2005)
- ऋषि (2005)
- अजय (2006)
- मिलाना (2007)
- अन्नावरु (2006)
- अभि (2003)
- जैकी (2010)
- मैना (2013)
- चामुंडी (2007)
- साहूकारा (2006)
- उप्पी दादा एमबीबीएस (2005)
- ध्रुव (2002)
- धूम (2002)
- सई (2005)
- मुसंजे माथु (2008)
- गोकुला (2009)
- चंद्रा (2013)
- ब्रह्मा (2014)
- एंडेंडिगु (2015)
- बॉक्सर (2015)
- चमक (2017)
- तारक (2017)
तेलुगू के अंदर की कुछ फिल्मे इस प्रकार से हैं
- अंडाला रामुडु (1973)
- गरुजुथुन्ना कथा (1977)
- वरलाबाई
- मनसा वीणा (1984)
- श्रवण संध्या (1986)
- ब्रह्म रुद्रुलु (1986)
- त्रिमुर्तुलु (1987)
- अहा ना-पेलंता! (1987)
- विजेता विक्रम (1987)
- गीतांजलि (1989)
- रुद्रवीना (1988)
- बॉबबिली राजा (1990)
- (एडाविलो अन्ना) (1997
- मानसीची चूडू (1998)
- समरसिम्हा रेड्डी (1999)
- बुज्जी गढ़ी बाबई (1998)
- भालेदेवी बसु (2001)
- संतोषम (2002)
- जय चिरंजीवा (2005)
- सुपर (2005)
- राराजू (2006)
- पूला रंगाडु (2012)
- ब्रह्मा (2014)
- पावर (2014)
- प्रेमथो मी कार्तिक (2017)
- अम्म्मा गारी इलू (2018)
- एंथा मंचिवादवुरा (2020)
मोहन नाम की राशि और व्यवहार ,शुभ अंक के बारे मे जानकारी
सुरेश नाम की राशी और स्वाभाव प्यार और फेमस लोग