तलवार का पर्यायवाची शब्द या तलवार का समानार्थी शब्द (talwar ka paryayvachi shabd ya talwar ka samanarthi shabd) के बारे में आज हम इस लेख में जानने वाले है । तो अगर आप भी यह जानना चाहते है तो लेख देखे –
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd / samanarthi shabd) |
तलवार | कृपाण, भुजाली, ख़ंजर, करवाल, कटार, कत्ती, असि, शायक, चन्द्रहास, खडग, शायक, शम्शीर, तेग, सिरोही । |
तलवार in Hindi | krpaan, bhujaalee, khanjar, karavaal, kataar, kattee, asi, shaayak, chandrahaas, khadag, shaayak, shamsheer, teg, sirohee . |
तलवार in English | sword, saber, broadsword, skewer, glaive, backsword. |
दोस्तो तलवार का अर्थ होता है तेग या लोहे का लंबा धारदार प्रसिद्ध हथियार। यानि तलवार लंबी ब्लेड से बना एक तरह का शस्त्र होता है । जो की काफी धार वाला होने के कारण से मानव के शरीर को काटने के काम में आता है ।
हमार भारत में जो प्राचीन समय में राजा महाराजा हुआ करते थे उनके पास कुछ ऐसा ही शस्त्र हुआ करता था । जिसका उपयोग वे दुश्मनो को मारने के लिए करते थे । कहा जाता है की तलवार का उपयोग सबसे पहले राजपुत यानी क्षत्रियों के द्वार किया गया था । और आपको बता दे की इनके पास आज भी तलवार मिल जाती है ।
अगर हम बात करे तलवार शब्द के अर्थ की तो इसका अर्थ कुछ इस तरह से हो सकता है –
एक लौहे का बना धार वाला लंबा और पतला शस्त्र तलवार होता है ।
लोहे का लंबा धारदार प्रसिद्ध हथियार यानि तलवार ।
एक तरह का हथियार जिसका उपयोग राजपुत किया करते है यानि तलवार ।
वह शस्त्र जिसे राजपुत या क्षेत्रिय मां भवानी का दर्जा देते है तलवार होती है ।
एक तरह का खंजर जिसे दुश्मनो के शरीर में घोपा जाता था । वह जिसे करवाल के नाम से जाना जाता है ।
इस तरह से दोस्तो तलवार का अर्थ एक तरह के शस्त्र से होता है । जिसका प्रयोग प्राचीन भारत के राजा महाराजाओ के द्वारा अच्छी प्रकार से किया गया था ।
महाराणा प्रताप ने अपनी तलवार से अनेक दुश्मनो का वध किया ।
भारत की रानी लक्ष्मी बाई ने अंग्रेजो को तलवार से चुन चुन कर मार दिया ।
शिवाजी महाराज ने अपनी तलवार से अनेक दुश्मनो का अंत कर दिया ।
आज भी भारतिय तलवार का सामना कोई दुश्मन करने से डरता है ।
आज के समय में घर में कृपाण को रखना गैर कानूनी है ।
महेश जी आपके पास यह करवाल क्या कर रही है आपको पता नही क्या आज के समय में इसे रखना कानून के विरूद्ध है ।
अंग्रेजो का अंत करने कें लिए रानी लक्ष्मी बाई को तेग का सहारा लेना ही पड़ा ।
शिवाजी महाराज ने सिरोही जैसे ही अपने हाथो में ली दुश्मन तुरन्त डर कर भाग गए ।
दोस्तो आज के समय में बहुत से लोग ऐस है जिनको तलवार के बारे में नही मालूम है । और उनकी जीवन में कभी तलवार हाथ में भी नही ली होती है । तो आपको बता देते है की तलवार एक तरह का हथियार होता है । जो की आज के समय में अपने पास रखना कानून के विरुद्ध है । हालाकी फिर भी बहुत से लोग इसे अपने पास रखते है ।
अगर आपकी तलवार नही देखी गई है तो मित्रो आपको बता देते है की तलवार एक लोहे की ब्लैड से बना हथियार होता है जो की पतला, लंबा और धारदार होता है । जिसको अगर किसी व्यक्ति पर चलाया जाता है तो उसकी उसी समय मोत हो जाती है । इस तरह की तलवार का उपयोग प्राचीन समय में हमारे अनेक राजा महाराजाओ के द्वारा किया जा चुका है ।
वैसे बता दे की तलवार एक तरह की नही होती है । बल्की तलवार अलग अलग तरह की होती है । कुछ तलवार ऐसी होती है जो की आगे से वक्राकार होती है तो कुछ तलवार ऐसी होती है जो की पूरी की पूरी सीधी होती है । तो इस तरह से तलवार के प्रकार भी बन जाते है ।
वैसे आपको बता दे की तलवार अलग अलग तरह से बनती है । क्योकी एक तलवार मे मजबुती जीतनी अधिक जरूरी होती है उसमें धार होना उतना ही अधिक जरूरी होता है । आज के समय की बात करे तो धार वाली तलवार का होना कानून के विरुद्ध होता है। मगर प्राचीन समय में जो हमारे राजा महाराजा हुआ करते थे उनके पास तलवारो की अनेक सख्या होती थी ।
मगर महाराज की एक प्रिय तलवार होती थी जो की खासकर उनके लिए ही बनाई जाती थी । वह तलवार धार वाली होने के साथ साथ काफी मजुबत होती थी । तलवार इतनी ताक्तवर होती थी की उसका उपयोग कर कर सामने जो भी होता है उसकी गर्दन तक को काटा जा सकता है । राजा महाराजाओ के द्वार ऐसा अनेक बार किया जा चुका है । अगर आप इतिहास पढते है तो आपको तलवार के बारे में बहुत कुछ पता होगा ।
वैसे तलवार जीतनी कम वजन की लगती है वह उतने कम वजन की नही होती है । बल्की तलवार का वजन काफी अधिक होता है । और राजाओ के पास जो तलवारे थी उनका वजन तो अधिक से अधिक था ।
हालाकी आपको बता दे की राजाओ की जो सेना हुआ करती थी वे भी तलवार का उपयोग करते थे ।
वैसे आज के समय में अगर बात करे तो दोस्तो तलवार अनेक तरह की होती है । आपको बता दे की केवल भारत में भी अनेक तरह की तलवारो का प्रयोग किया जा चुका है । वैसे राजाओ के पास तलवार का होना आम बात होता है । मगर आपको बता दे की राजा एक तरह की तलवार रखना पसंद नही करते थे । बल्की बहुत ही अलग अलग तरह की तलवार होती थी ।
राजपुत राजा जो होते थे उनका यह एक अच्छा शस्त्र होता था । राजपुत राजा ही अधिक तलवार अपने पास रखते थे और तलवार से ही दुश्नमो का सिर धड़ से अलग करते थे । आपको बता दे की कहा जाता है की मां भवानी दर्जा देते है । तो रही बात की तलवार कितने तरह की होती है तो तरवार के प्रकार कुछ इस तरह से होते है
दोस्तो वैसे भारतीय तलवार के रूप में एक ऐसी तलवार को जाना जाता है जो की आगे से वर्ताकार होती है । यानि आमारूप से तलवार सीधी होती है । मगर भारतीय तलवार का आकार सीधा नही होता है । बल्की आगे से वर्ताकार हो जाता है ।
वैसे आपको बता देते है की भारतीय तलवार का अधिक उपयोग भारतीय उपमहाद्वीप में किया गया था ।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस तलवार को कृपाण के नाम से भी जाना जाता है । इस तलवार में एक घुमावदार ब्लेड लगा होता है जो की धार वाला होने के कारण से दुश्मन को काटने का दम रखता है । इसी तरह की तलवार को सिरोही तलवार के रूप में भी जाना जाता है ।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की यह तलवार के रूप में जाने जाने वाला एक तरह का चाकू होता है जिसका उपयोग विशेष रूप से सिखों के द्वारा किया जाता है । जो की आगे से घुमावदार होता है ।
सिखो के द्वारा यह कहा जाता है की पहले कृपाण तलवार जो थी वह एक चाकू के रूप में नही थी बल्की यह एक तरह की पूर्ण तलवार ही थी । मगर समय के साथ कानून के नए नियम बने और इस कारण से कृपाण तलवार को छोटा करना पड़ा और एक चाकू का रूप देना पड़ गया था । और आज इस तलवार को एक चाकू के रूप में देखा जाता है ।
कहा जाता है की कृपाण तलवार गुरु गोबिंद सिंह के द्वार दी गई थी ।
असी के नाम से जाने जाने वाली एक तरह का हथियार तलवार ही होता है । कहा जाता है की महाभारत में एक असीसे नाम की कथा है और उसके अनुसार ही यह तलवार जुड़ी होती है । जिसका मतलब है की यह तलवार महाभारत से किसी न किसी तरह से जुड़ी है ।
यह भी कहा जाता है की यह तलवार भगवान ब्रह्माजी के द्वारा देवो के देव महादेव को दी गई थी। क्योकी जैसे जैसे धर्म में किसी तरह की रूकावट आती है या दुष्ट और पापी होते है उनके अंत के लिए ही इस तलवार की उत्पत्ति हुई थी ।
आपकी जानकारी के लिए बता देते है की फ़िरंगी के नाम से जाने जाने वाली एक तरह का हथियार तलवार होती है । जो की असल में भारतिय तलवार का ही एक रूप होता है । कहा जाता है की इस तलवार का उपयोग पश्चिमी यूरोपीय लोगो के द्वारा किया गया था । यह तलवार सीधी होती है और कुल 89 से 96 सेंटीमीटर लंबी देखने को मिलती है । आगे से यह काफी पतली और तीखी होती है । अगर आपका कभी भाला देखा गया है तो उसकी नोक को देखा होगा उसी के समय आगे से यह तलवार होती है ।
यह एक धार वाला हथियार होता है जो की तलवार के रूप में ही जाना जाता है । कहा जाता है की इसका उपयोग अहोमों द्वारा किया जाता था । हालाकी मित्रो आपको बता दे की आज के समय में जब ओहोम लोगो के द्वारा जब विवाह किया जाता है तो होगडांग तलवार का उपयोग किया जाता है ।
मगर मित्रो प्राचीन समय की बात करे तो इस तलवार का उपयोग अहोम साम्राज्य के लोग तो करते थे । मगर सभी के द्वारा नही किया जाता था । बल्की जो राजा महाराजा या मंत्री वगैरह होते थे केवल वे ही इस तलवार का उपयोग करते थे।
इस तरह से दोस्तो तलवार होती है और उनके प्रकार होते है ।
इस तरह से दोस्तो आपको तलवार का पर्यायवाची शब्द या तलवार का समानार्थी शब्द के बारे में बता दिया गया है ।
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