शब्द (word) | विलोम (vilom) |
तामसिक | सात्विक |
tamsik | satvik |
दोस्तों यदि हम तामसिक के विलोम शब्द की बात करें तो आपको बतादें कि तामसिक का मतलब होता है जो तमोगुण से संबंधित होता है। मांस मछली अंडा लहसुन आदि को तामसिक भोजन माना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । दोस्तों इंसान को तीन गुणों वाला जाना जाता है तामसिक ,सात्विक और रजोगुण । इस दुनिया के अंदर आपको जितने भी इंसान मिलेंगे उनकी यह तीन गुणों वाली प्रकृति मे से कोई एक होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो दोस्तों तामसिक इंसान की जब हम बात करते हैं तो यह गुण राक्षसों के अंदर पाया जाता है।
असल मे जो इंसान इंसान होते हुए भी राक्षसी काम करते हैं उनको तामसिक नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तामसिक लोग जो होते हैं वे इस दुनिया के अंदर तमाम बुरे काम करते हैं । याद रखें तामसिक लोगों का मकसद ही बुरा होता है। इसकी वजह से वे दूसरों को नुकसान पहुंचाते हैं और धन को लूटते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और सारे गलत काम यही लोग करते हैं। इस तरह के लोगों को तामसिक इंसान के नाम से जाना जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं यही लोग दुनिया के अंदर अशांति के कारण होते हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
और सबसे बड़ी बात तो यह होती है कि तामसिक लोग अच्छे इंसानों को भी नहीं टिकने देते हैं। और यह लोग अधिक मारकाट मचाने का काम करते हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यही आपके लिए सही होगा । दोस्तों तामसिक साधनाएं भी होती हैं।
जैसे कि आप भूत प्रेत की साधना आदि करते हैं तो इस तरह की साधना को तामसिक साधना के नाम से जाना जाता है। हो सकता है कि इसकी मदद से वे अपना फायदा करते हैं लेकिन इस प्रकार की साधना का प्रयोग यह दूसरों का नुकसान पहुंचाने के लिए भी करते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और यही आपके लिए सही होगा । दोस्तों आपने कर्ण पिशाचनी की साधना का नाम तोकई बार सुना ही होगा । कर्ण पिशाचनी एक प्रकार की महिला होती है। और यह कान के अंदर आपके भूत काल को बता देती है।
लेकिन आपको यह भी पता होना चाहिए कि इस तरह की साधना को करना हर किसी के बस की बात नहीं होती है। इसका कारण यह है कि इसके अंदर आपको पेशाब पीना पड़ता है और खुद का लैट्रिंन वैगरह खाना पड़ता है। यह तो सिर्फ एक प्रकार की साधना होती है। इसके अलावा भी बहुत सारी साधनाएं होती हैं।
जोकि तामसिक प्रवृति की होती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और यही आपके लिए सही होगा । दोस्तों तामसिक साधना जो होती है वह आमतौर पर काफी अच्छी नहीं होती है। इसलिए किसी भी इंसान को इस तरह की किसी भी साधना के अंदर नहीं
फंसना चाहिए । यदि कोई इंसान इस प्रकार की साधना के अंदर फंस जाता है तो उसके बाद उसकी आत्मा की दुर्गति होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। और आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
यदि आपको साधना करनी ही है तो फिर आपको सात्विक साधना करनी चाहिए । यही आपके लिए सही होगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। क्योंकि सात्विक साधना आपके लिए एकदम से सही होगी । आप इस बात को समझ सकते हैं।
और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । दोस्तों तामसिक साधना किसी काम की नहीं होती है। लेकिन इसके अपने फायदे होते हैं। इसका जो सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि इसको आप आसानी से सिद्ध कर सकते हैं। यदि आप इसको आसानी से सिद्ध कर लेते हैं तो उसके बाद किसी तरह की समस्या नहीं होती है। यदि वहीं आप सात्विक साधना करने बैठ जाते हैं तो इसके अंदर आपको काफी अधिक समय लग सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और तामसिक साधना के अंदर आपको अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती है। यही कारण है कि हर कोई सात्विक साधना को करना पसंद करता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और यही आपके लिए सही होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। दोस्तों तामसिक साधनाएं आमतौर पर काफी अच्छी हो सकती हैं लेकिन यह बस कुछ समय के लिए ही अच्छी होती हैं। यदि आप इनके संपर्क मे निरंतर रहते हैं तो उसके बाद आप
बार बार बीमार रहने लग जाते हैं और उसके बाद आपको कोई गम्भीर बीमारी के शिकार भी हो सकते हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और यही आपके लिए सही होगा ।
इसलिए आपको तामसिक साधना को नहीं करना चाहिए ।और यदि आप मुक्ति चाहते हैं तो उसके बाद तो इसको आपको बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए । आपको बतादें कि दैत्य देवताओं से अधिक ताकतवर होते हैं। आपको इस बात को नहीं भूलना चाहिए । इसलिए वे आपको बहुत कुछ दे सकते हैं लेकिन उसके बदले मे वे आप से ले भी लेते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसलिए किसी दैत्य से संपर्क बनाना आपके लिए डेंजर हो सकता है।
उधार का विलोम शब्द या काम का विलोम , उधार का उल्टा क्या होता है…
योगी का विलोम शब्द क्या होगा ? yogi ka vilom shabd योगी का विलोम शब्द या योगी का विलोम…
उपहार का विलोम शब्द या उपहार का विलोम , उपहार का उल्टा क्या होता है ? uphar vilom shabd…
स्वादिष्ट का विलोम शब्द या स्वादिष्ट का विलोम , स्वादिष्ट का उल्टा क्या होता है…
प्रकाश का विलोम शब्द या प्रकाश का विलोम , प्रकाश का उल्टा क्या होता है…
samrat ka vilom shabd सम्राट का विलोम शब्द, सम्राट शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, सम्राट का उल्टा samrat ka vilom…