tranexamic acid injection uses in hindi tranexamic acid injection का उपयोग मुख्य तौर पर रक्त स्त्राव के इलाज के लिए किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यह दवा मुख्य तौर पर शरीर के अंदर इंजेक्ट की जाती है। और यदि हम इसकी खुराक की बात करें तो यह उम्र और लिंग के हिसाब से अलग अलग हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इस इंजेक्सन को डॉक्टर जब पर्ची के अंदर लिखकर देता है तभी आपको इसका उपयोग करना चाहिए । वरना आपके लिए नुकसान का सौदा हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यदि आप इस इेंजेक्सन को लेने के बाद किसी भी तरह का साइड इफेक्ट का अनुभव करते हैं तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।और तब तक आपको इस दवा का उपयोग करना बंद कर देना चाहिए । यदि हम इसके डोज की बात करें तो यह आपका डॉक्टर ही आपको बताएगा कि आपको इस दवा का डोज कितनी बार लेना होगा ।उसके हिसाब से ही आपको प्रयोग करना चाहिए ।
tranexamic acid injection का उपयोग रक्तस्त्राव के अंदर किया जाता है। जब किसी इंसान का खून बहने लग जाता है और ,खून की हानि होने लग जाती है तो उसको रक्त स्त्राव के नाम से जाना जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आपको पता होगा कि हमारे शरीर के अंदर जो खून बहता है वह बंद रक्तवाहिनियों के अंदर बहता है लेकिन उन वाहिनियों पर किसी तरह की चोट लग जाती है तो इसकी वजह से खून बाहर बहने लग जाता है। और यह किसी सामान्य कारणों की वजह से भी बह सकता है जैसे कि मासिक धर्म के अंदर । इसके अलावा यह बच्चे के जन्म के बाद खून का बहना बहुत ही सामान्य होता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
यदि आपको किसी वजह से अधिक रक्तस्त्राव हो रहा है तो अपने डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए। क्योंकि यह आपके लिए काफी नुकसानदायी हो सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए। शरीर के किसी हिस्से पर यदि चोट लग जाती है और उसके बाद खून नहीं रूक रहा है तो इंसान की मौत तक हो सकती है। इसलिए इस तरह के इंसान को जितना जल्दी हो सके अपने डॉक्टर के पास लेकर जाना चाहिए । इसके अलावा कई बार सिर के अंदर चोट लगने से भी आंतरिक खून का बहाव हो जाता है जोकि बहुत अधिक डेंजर हो जाता है । जिसकी वजह से इंसान की मौत तक हो सकती है।
इसके अलावा यदि आप पहले से ही खून को पतला करने की दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो उसके बाद खून का बहाव रूकना काफी कठिन हो जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
रक्तस्राव के लक्षण की यदि हम बात करें तो सामान्य स्थिति के अंदर यदि चोट वैगरह लग जाती है तो खून का बहाव अपने आप ही रूक जाता है जिसको रक्त का थक्का बनना कहा जाता है। लेकिन यदि खून का बहाव नहीं रूकता है तो आपके परेशान होने की जरूरत है। खास कर यदि आपको इससे जुड़ी कोई बीमारी है तो समस्या हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
यदि आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको एक बार अपने डॉक्टर सें संपर्क करना चाहिए । क्योंकि अधिक खून का बहाव होने की वजह से इंसान की मौत तक हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
रक्तस्राव के कारण की यदि हम बात करें तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं जिसकी वजह से खून का बहाव हो सकता है तो आइए जानते हैं उन कारणों के बारे मे विस्तार से ।
इस तरह से यह कुछ कारण होते हैं जिसकी वजह से खून बह सकता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।यदि आपको इनमे से कोई भी कारण है तो आप अपने डॉक्टर को सीधे ही बता सकते हैं जिससे कि खून बहने की स्थिति को रोका जा सकें।
रक्तस्राव का परीक्षण की जरूरत खास तौर पर तब पड़ती है जब अंदर रक्त का बहाव हो रहा हो । इसके लिए परीक्षण किया जाता है और इसकी मदद से यह पता लगाया जाता है कि शरीर के अंदर रक्त का प्रवाह तो नहीं हो रहा है। उसके बाद ही इसका इलाज किया जाता है। इसके लिए कई तरह के टेस्ट मौजूद हैं।
यदि हम रक्तस्त्राव के इलाज की बात करें तो सबसे पहले इस बात का पता लगाया जाता है कि शरीर के अंदर खून बह क्यों रहा है। उसके बाद जब कारण पकड़ मे आ जाता है तो फिर इसका इलाज किया जाता है। और समस्या का हल किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
हीमोफीलिया वैसे तो यह रोग बहुत ही कम लोगों के अंदर देखने को मिलता है। यह अनुवांशिक होता है जोकि माता पिता से बच्चों मे प्राप्त होता है। यदि किसी को यह रोग हो जाता है तो उसके बाद उसके अंदर चोट लगने पर खून का बहाव नहीं रूक पाता है।
हीमोफिलिआ ज़्यादा या कम हो सकता है। अगर आपके शरीर में क्लॉटिंग फैक्टर की थोड़ी ही कमी है तो रक्तस्त्राव सिर्फ किसी सर्जरी या ट्रॉमा के बाद होगा। और आपको बतादें कि आप इस रोग से बच नहीं सकते हैं क्योंकि यह जनेटिक होता है।
हीमोफीलिया की समस्या यदि आपको है तो आपको चाहिए कि आप एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें और आपका डॉक्टर आपको जोभी निर्देश देता है। आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा और आप समझ सकते हैं।
हीमोफीलिया के प्रकार के बारे मे बात करें तो यह मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है। हीमोफीलिया ए एक प्रकार का रोग होता है। जिसके अंदर फैक्टर ए काम करता है। और इस रोग से ग्रस्ति रोगियों के अंदर गम्भीर स्थिति हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
हीमोफीलिया B क्लॉटिंग फैक्टर 9 की कमी हो जाती है। शरीर के अंदर इसकी कमी हो जाने की वजह से खून के थक्के नहीं बन पाते हैं और इसकी वजह से काफी अधिक समस्याएं होती हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
हीमोफीलिया रोग हल्का, मध्यम या गंभीर भी हो सकता है, यह खून में क्लॉटिंग फैक्टर की मात्रा पर निर्भर करता है।हीमोफीलिया की वजह से कई बार बार खून बहने की समस्या भी होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
हीमोफीलिया के लक्षण की यदि हम बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं जिसकी मदद से आप हीमोफीलिया को बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं। इसकी वजह से खून बह सकता है और आपकी त्वचा भी नीली पड़ सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
यदि आपको उपर लिखे सभी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो भी निर्देश देता है आपको इसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
हीमोफीलिया तब होता है जब आपके शरीर के अंदर रक्तस्त्राव होता है तो आपके शरीर के अंदर रक्त को रोकने के लिए क्लोटिंग होती है। और क्लोटिंग की वजह से आपका रक्तस्त्राव रूक जाता है। लेकिन यदि आपके शरीर के अंदर क्लोटिंग फैक्टर की कमी हो जाती है तो उसके बाद यदि किसी भी तरह से रक्तस्त्राव हो जाता है तो उसके बाद क्लोटिंग होना बंद हो जाने की वजह से रक्त स्त्राव रूकता नहीं है। और समस्या काफी अधिक हो जाती है।
हीमोफीलिया की एक अन्य स्थिति के अंदर अक्वायर्ड हीमोफीलिया कहा जाता है इसके अंदर आपकी जो रोगप्रतिरोधक क्षमता होती है उसके अंदर आपकी प्रतिरोधक क्षमता क्लोटिंग नहीं बनने देती है। जिसकी वजह से यह हो जाता है।कैंसर और गर्भावस्था आदि समस्याओं की वजह से ऐसा हो सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
हीमोफीलिया इनहेरिटेंस भी एक प्रकार का हीमोफीलिया होता है और यह समस्या आमतौर पर जींस के अंदर बदलाव होने की वजह से होती है। यह बदलाव तब हो सकता है जब माता पिता से यह जींस हमारें अंदर आता है। और यह समस्या सिर्फ लड़कों को ही होती है। लेकिन यदि किसी लड़की को हीमोफीलिया होता है। तो उसके बाद वह उसके प्रभाव मे नहीं होगी । लेकिन यदि उसको लड़का होता है तो उसको हीमोफीलिया हो जाता है। लेकिन यदि उसको लड़की होती है तो उसको हीमोफीलिया नहीं होता है। वरन यह हीमोफीलिया का वाहक बनती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
हीमोफीलिया के बचाव के उपाय के बारे मे बात करें तो इससे बचने का कोई उपाय नहीं है। क्योंकि यह माता पिता से बच्चों मे आता है। इसकी वजह से इसको रोका नहीं जा सकता है। बस यदि काउंसलिंग की जाए तो इसके बारे मे आपको पता लग जाता है। हीमोफीलिया काफी डेंजर रोग होता है। यदि खून बह रहा है और इस खून के बहाव को रोका नहीं जाता है तो इसकी वजह से इंसान की मौत तक हो सकती है।
हीमोफीलिया का परीक्षण की यदि हम बात करें तो इसका पता ब्लड टेस्ट की मदद से लगाया जा सकता है। यदि सर्जरी के दौरान ब्लड निकलता है मतलब रूकता नहीं है तो इसकी वजह से भी हीमोफीलिया हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
हीमोफीलिया का पता लगाने के लिए शारीरिक जांच भी की जाती है।
हीमोफीलिया यदि हल्का है तो जीवन की मध्यम आयु के अंदर इसका पता चल जाता है। लेकिन यदि इसकी स्थिति काफी गम्भीर है तो हीमोफीलिया का पता जन्म के पहले साल ही चल जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
हीमोफीलिया का इलाज की यदि हम बात करें तो इसके लिए क्लोटिंग फैक्टर को बदलना होता है। और इसके लिए आपको नया खून दिया जाता है। यह थैरेपी कुछ लोगों को लगातार देनी पड़ती है। तो कुछ को इसकी कभी कभी आवश्यकता होती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
और यह जो थैरेपी होती है। इसकी मदद से काफी कुछ किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। इस थैरेपी की मदद से रक्तस्त्राव को रोकने का काम भी किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
हीमोफीलिया कई बार क्या होता है कि यह एक जटिल समस्या को पैदा कर देता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। और यदि इसका जल्दी ही इलाज नहीं किया जाता है। तो उसके बाद यह काफी डेंजर तरीके से आपके लिए घातक साबित हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
एब्नार्मल यूटराइन ब्लीडिंग के अंदर भी इस दवा का उपयोग किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यह स्थिति तब होती है जब मासिक धर्म के दौरान काफी अधिक खून का बहाव हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।गर्भावस्था के दौरान रक्तस्राव होना एक अलग समस्या है।
यदि आपको गर्भावस्था के दौरान खून का बहाव हो रहा है तो फिर आपको चाहिए कि आप एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें। वरना यदि आप लापरवाही बरतते हैं तो समस्या काफी अधिक गम्भीर हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।
tranexamic acid injection यदि कोई गर्भवति महिलाएं ले सकती हैं। तो इसके उपर काफी विपरित प्रभाव पड़ सकता है। और नुकसान हो सकता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप गर्भवति महिला को इससे दूर रखें। यदि इस इंजेक्सन को लेने की आवश्यकता भी पड़ जाती है तो आप एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें और आपका डॉक्टर आपको जो भी निर्देश देता है। आपको उसका पालन करना चाहिए। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा और आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि आप किसी तरह की दवा वैगरह ले रहे हैं और यह इंजेक्सन लेना चाहते हैं तो भी आपको इसके बारे मे एक बार अपने डॉक्टर को बताना चाहिए। ताकि किसी तरह के नुकसान से आप बच सकते हैं और साइड इफेक्ट भी ना हो।
tranexamic acid injection स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक रहता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। यदि इस इंजेक्सन को लेने के बाद किसी तरह के बुरे प्रभाव दिखाई देते हैं तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपके डॉक्टर जोभी आपको निर्देश देते हैं उसका पालन आपको करना चाहिए । यदि आप किसी तरह की दवा वैगरह ले रहे हैं तो इसके बारे मे भी अपने डॉक्टर के बताएं ताकि आप किसी तरह के नुकसान से बच जाएं।
दोस्तों tranexamic acid injection का सेवन करने से किडनी पर काफी बुरा असर पड़ सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।tranexamic acid injection से किडनी को नुकसान तो नहीं होता है। लेकिन यदि आप किडनी से जुड़ी किसी तरह की बीमारी की दवा ले रहे हैं तो आपको चाहिए कि आप एक बार अपने डॉक्टर से इसके बारे मे बात करे और उसके बाद ही इस इंजेक्सन को लें । जिससे कि किसी भी तरह का दुष्प्रभाव आपको नहीं होगा । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
tranexamic acid injection का लिवर पर वैसे तो किसी भी तरह का बुरा असर नहीं पड़ता है। लेकिन यदि आपको किसी तरह की लिवर से जुड़ी समस्या है और आप इस इंजेक्सन को लेना चाहते हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें और उसके बाद ही आप इसे ले सकते हैं । इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। इसके अलावा यदि आप कोई दवा भी ले रहे हैं तो tranexamic acid injection को लेने से पहले इसके बारे मे बताएं । ताकि आप किसी भी तरह के साइड इफेक्ट से बहुत ही आसानी से बच जाएं । लेने के बाद किसी भी तरह का दुष्प्रभाव दिखाई देता है। तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें ।
दोस्तों आपको बतादे कि tranexamic acid injection का आपके हर्ट पर काफी अधिक बुरा असर पड़ता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। हालांकि यदि आपको हर्ट से जुड़ी कोई समस्या है तो फिर आपको इस इंजेक्सन को लेने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए और उसके बाद ही आपको इस इंजेक्सन का उपयोग करना चाहिए। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
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