Tuchchh  ka vilom shabd kya hai तुच्छ का विलोम शब्द है ?

तुच्छ का विलोम शब्दतुच्छ शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, तुच्छ का उल्टा Tuchchh  vilom shabd

शब्द (word) विलोम (vilom)
तुच्छमहान  
Tuchchh Mahan        
        

Tuchchh  ka vilom shabd kya hai तुच्छ का विलोम शब्द है ?

तुच्छ का विलोम शब्द

तुच्छ का विलोम शब्द होता है महान । और तुच्छ के मतलब की यदि हम बात करें तो इसका मतलब होता है जो किसी काम का नहीं होता है वह तुच्छ होता है। जैसे आप शाम को अपने घर से कचरा को बुहार करते हैं और उसके बाद वह आपके लिए किसी काम का नहीं होता है और आप उसे फेंक देते हैं। यह सब तुच्छ ही कलाता है। वैसे ‌‌‌कुछ भी तुच्छ नहीं होता है। आपको इसके बारे मे अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌जिस तरह से हम लोग कचरे को तुच्छ समझते हैं उसी प्रकार से कुछ लोग इंसानों को भी तुच्छ समझते हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप इस बात को आप समझ सकते हैं।

‌‌‌और इस केस के अंदर अधिकतर पैसे वाले इंसान होते हैं। उंची उंची बिल्डिंगों के अंदर रहने वाले लोग आते हैं। दूसरे लोगों को कीड़े मकड़े समझने की आदत होती है। इस तरह के लोग दुनिया के अंदर हर जगह पर मौजूद हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि आप भी इसतरह के इंसान हैं कि आपके पास बहुत अधिक पैसा है और आप ऐश की जिदंगी जी रहे हैं और दूसरों को कीड़े मकड़ों समझ रहे हैं तो आपको यह गलती नहीं करनी चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌असल मे आप जिस अपने सुखी जीवन और और खूबसूरत बीबी पर नाज कर रहे हैं और पैसों पर नाज कर रहे हैं वह सदा ही नहीं रहने वाला है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। अपने जीवन को दुनिया के कल्याण के लिए लगाएं क्योंकि भाई आप इंसान हैं आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आप ही इंसानों वाले काम नहीं करेंगे तो फिर कौन यह काम करेगा । इसलिए खुद की सफलता पर अधिक नाज ना करें । क्योंकि यह बस आंखों का धोखा है जिस तरह से गदंगी के अंदर रैंगने वाले कीड़ें को बाहर की दुनिया से कोई मतलब नहीं होता है उसे लगता है कि सुंदरता यही है उसकी बुद्धि अधिक दूर तक नहीं  ‌‌‌जाती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसी प्रकार से महाज्ञानी इंसान अपने मनगंढत कुछ भी अपनी धारणाएं नहीं बनाता है वह वह जो कुछ भी मानता है वह तर्क और तर्थ्य के आधार पर जी जानने का प्रयास करता है। और इस तरह के लोग जो भगवान की अवधारण को नहीं मानते हैं और अपने मन के मुताबिक विचार और धारणाएं बनाते हैं और सत्य पर यकीन नहीं करते हैं

‌‌‌इस तरह के लोग माया जाल के अंदर फंस कर प्रेत योनी को प्राप्त हो जाते हैं । इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए।  एक  ज्ञानी इंसान जिसके पास जरा भी तर्क करने की क्षमता है वह चीजों को तर्क के आधार पर जान लेता है। लेकिन जिस इंसान के अंदर ना तो तर्क करने की क्षमता और ना ही जानने की ‌‌‌क्षमता और ना ही जानने की इच्छा इस तरह के लोग अपने छोटे से मन की दुनिया के अंदर ही रहते हैं और सीमाएं स्थापित कर लेते हैं।

‌‌‌महान का विलोम शब्द

‌‌‌दोस्तों महान का अर्थ और मतलब की यदि हम बात करें तो महान का मतलब एक ऐसा इंसान जो मानवता के भलाई के लिए काम करता है वह महान इंसान है। हालांकि कलयुग के अंदर महानता की परिभाषा लोग और ज्ञानी अपने अनुसार लिखते हैं। क्योंकि यहां पर सारा ठेका पैसे वाले लोग ले रखें हैं जो वे खुद मानते ही हैं।‌‌‌वे ही यह दूसरे लोगों को मनवाने का प्रयास करते हैं । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । दोस्तों आजकल तो पूरी जिदंगी जो कत्ल करता है वह मरने के बाद महान हो जाता है और लोग उसकी पूजा करने लग जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।

‌‌‌दोस्तों इसलिए आजकल महानता की टोपी लेाग अपने फायदे के लिए किसी को भी पहनादेते हैं। और अपना मतलब निकल जाने के बाद बस कुछ भी बोलते नहीं है। इसी तरह से आप समझ सकते हैं आजकल महानता क्या होती है।

‌‌‌अक्सर आपने अनेक धर्मों का उपहास करने वाली फिल्मों को बनते हुए देखा होगा । और सब यही कहते हैं कि वे कुरितियों के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं। वे लोग कुरितियों पर आपको फिल्म बनाकर दे रहे हैं जोकि झूठ की फैक्ट्री हैं और कपड़ों की तरह उनकी बीवियां बदलती रहती हैं। नशेडी हैं वे आपको यह ‌‌‌बताने लग जाएंगें कि धर्म के अंदर क्या कूरितियां हैं तो फिर आपका और उस समाज का पतन होना तय है। इसे कोई भी रोक नहीं सकता है। लोग कहते हैं कि मृत्यु भोज गलत है वे लोग कहते हैं जो मौत के बारे मे कुछ भी नहीं जानते हैं वे लोग जोकि इसके पीछे की वैज्ञानिकता को नहीं जानते हैं वे यह सब तय कर रहे हैं। ‌‌‌असल मे मृत्यु भोज की जरूरत इसी तरह के लोगों को सबसे पहले होती है। उन लोगों को नहीं जोकि ज्ञानी होते हैं असली वाले ज्ञानी । ज्ञान होने का ढोंग नहीं करते हैं। वे आपकी विचार धारा से सब कुछ जान लेते हैं वे  बहस नहीं करते हैं क्योंकि उनको पता होता है कि बहस करने का कोई फायदा नहीं होता है।

‌‌‌इस तरह से असली महान इंसान वही है जिसने मानवता के कल्याण के लिए काम किया है। ऐसा कल्याण जोकि कम लोग ही करते हैं। यह लोग बिना किसी फायदे के लिए कल्याण करते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इस तरह से मानवता के कल्याण से बड़ी कोई चीज नहीं है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌जो मानवता के कल्याण के लिए काम करता है वह एक सच्चा इंसान है बाकि सब इंसान के रूप मे जानवर से भी अधिक बदतर हो चुके हैं आप इस बात को समझें और राक्षस बनने की कोशिश ना करें वरन इंसान बनें ।

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