आज हम बात करेंगे तुलसी के पत्ते से वशीकरण (tulsi ki patti se vashikaran) करनें की । यदि आप सरल वशीकरण तलास कर रहे हैं तो तुलसी के पत्तों से वशीकरण प्रयोग मे ले सकते हैं।भारत मे तुलसी को बहुत अधिक पवित्र माना जाता है।कहा गया है कि हर घर के अंदर तुलसी का पौधा होना चाहिए और जो तुलसी के पौधे की सेवा करता है।वह अनेक व्रतों के समान फल को प्राप्त कर लेता है। इतना ही नहीं कुछ लोग तो जल के अंदर तुलसी के पत्तों को डालकर स्नान करते हैं।कहा जाता है कि तुलसी शरीर की पवित्रता को बढ़ाने का काम करती है।
तुलसी के पौधे की पूजा करना और उसको जल देने से सुख-समृद्धि, सौभाग्य के अंदर बढ़ोतरी होती है।जिस घर के आंगन के अंदर तुलसी का पौधा होता है। वहां पर किसी भी प्रकार का लड़ाई झगड़ा नहीं होता है और घर मे सुख और शांति भी रहती है।
दही और तुलसी का सेवन करना बेहद लाभदायक माना जाता है।इतना ही नहीं नजर उतारने के लिए भी तुलसी के पत्ते का प्रयोग किया जाता है। कुल मिलाकर तुलसी का पौधा काई प्रकार के कार्यों के अंदर यूज होता है। तुलसी का पौधा लगभग हर घर के अंदर उपलब्ध हो ही जाता है।
यदि आपके घर के अंदर क्लेश हो रहा हो या आप और आपके परिवार के सदस्य की बीच अनबन चल रही हो तो यह वशीकरण प्रयोग किया जा सकता है। तुलसी के पांच पत्ते किसी भी वार को तोड़ें और उसके बाद उनको एक पितल के कलश के अंदर डालदें । 24 घंटे तक ऐसे ही रहने दें और फिर इनको निकालें और घर के मुख्य द्वार पर डालदें । ऐसा करने से घर के अंदर शांति आती है और जो अनबन होती है। वह अपने आप ही दूर हो जाती है।
किसी भी शनिवार के दिन तुलसी के बीजों को पीस लें और फिर इसके अंदर कुम कुम मिलाएं । उसके बाद इसको एक डिबिया के अंदर भरकर किसी भी देवता के आगे 24 घंटे के लिए रखदें ।उसके बाद आप इनका तिलक करके जिस किसी के सामने जाएंगे वह आपके वश मे हो जाएगा । यह अगले इंसान के मन के उपर बहुत ही गहरा असर डाले का काम करता है।
यह सरल वशीकरण प्रयोग है।इसके अंदर 2 तुलसी के पत्तों को लेना होगा और उसके बाद शुक्रवार को लाल आसन के उपर बैठ जाना है।दोनों तुलसी के पत्तों पर उस व्यक्ति का नाम लिखना है। और नीचे दिये गए मंत्र का 180 बार जाप करना है। हर बार पत्तों के उपर फूंक मारते रहना है। उसके बाद आपको वह तुलसी के पत्ते अपने पास रखलेना है। कुछ समय बाद जब वह व्यक्ति आपके पास आए तो उन पत्तों को किसी भी बहते हुए पानी मे बहा देना है।
ॐ त्रिपुराए विघ्नहे तुलसी पतरायः धीमहि तन्नो तुलसी प्रचोदयात।।
इस प्रयोग को करने के लिए आपको गुरुवार के दिन सूर्य उदय से पूर्व उठकर स्नान कर लेना चाहिए । उसके बाद दो तुलसी के साफ सुथरे पत्ते लेने हैं और उनमे से एक के उपर अपना नाम और दूसरे के उपर उस व्यक्ति का नाम लिखना है जिसको आप अपने वश मे करना चाहते हो ।
उसके बाद दोनों पत्तों को दाएं हाथ के अंदर पकड़कर 151 बार नीचे दिये गए मंत्र का करना होगा ।उसके बाद पत्तों पर फूंक मारे उसके बाद अपने नाम वाले पत्ते को जीभ के उपर रखें और दूसरा पत्ता जीभ के नीचे रखकर मंत्र जाप 7 बार करें और फूंक मारें । फिर इन पत्तों को कहीं पर जमीन के अंदर दफना देना चाहिए ।ऐसा करने से प्रचंड वशीकरण होता है।
ओम नमो नाद रूपाय वश्यं कुरु कुरु स्वाहा
दोस्तों यह भी एक साधारण वशीकरण तिलक है।सबसे पहले किसी भी शनिवार के दिल तुलसी के बीजों को पीसे और उसके अंदर काली हल्दी मिलाएं । फिर थोड़ा सा आंवले का रस मिलाएं । इसका आप तिलक कर सकते हैं। इससे वशीकरण प्रभाव पैदा होता है। यह टोटका कई प्रकार के काम करता है।पति पत्नी के अंदर होने वाली अनबन दूर हो जाती हैं और दुश्मन कितना भी बड़ा हो वह आपके प्रभाव मे आ जाता है। इतना ही नहीं घर के अंदर शांति स्थापित करने का काम भी यह करता है।
दोस्तों यदि पत्नी का वशीकरण करना है तो यह सबसे अधिक प्रभावी उपाय है। तुलसी के बीज को दूध के साथ सेवन करके पत्नी के साथ रमण करने से पत्नी वश मे हो जाती है। और इससे नपुंसकता भी दूर होती है। और मन का वशीकरण करने के लिए भी यह एक अचूक उपाय है।
यदि आपको लग रहा है कि आपकी नौकरी को कोई खा जाएगा या ऑफिस के अंदर आपके साथ अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा है तो यह वशीकरण टोटका कर सकते हैं।सफेद कपड़े के अंदर तुलसी के सोलह बीज को बांध लें उसके बाद इस पेाटली को किसी भी जगह जहां पर कोई आता जाता नहीं हो अपनी कामना को बोलकर भूमी के अंदर दबादें । ऐसा करने से वशीकरण होता है।
दोस्तों यदि आप रोजाना तुलसी को जल अर्पित करते हैं तो उसके सामने अपनी इच्छा रख सकते हैं। ऐसा करने से वशीकरण होता है। यदि आपका प्रेमी या प्रेमिका आपसे रूठ गया है तो आप यह वशीकरण प्रयोग कर सकते हैं आपको सफलता मिलेगी ।
यह प्रयोग आपको शुक्रवार के सुबह करना है। प्रयोग करने से पहले नहाधो लें ।फिर तुलसी के बीज, एक लौंग, एक साबुत सुपारी और एक इलायची आदि को एक लाल कपड़े के अंदर बांध लेना है। उसके बाद अब माता लक्ष्मी के सामने देसी घी का दीपक जलाएं और फिर पेाटली को सामने रखें और पंपोचार विधि से पूजन करें ।लक्ष्मी जी के स्त्रोत का पाठ भी आपको करना है।
फिर अगले दिन उस सामग्री को लेकर हनुमानजी के मंदिर मे जाएं और दीपक जलाकर हनुमान चालिसा का पाठ करें सामग्री को वहीं पर रखकर आ जाएं । शाम को हनुमान मंदिर के अंदर फिर जाएं और दीपक जलाकर हनुमान चालिसा का पाठ करें ।अब उसको अपनी भूजा के अंदर बांध लेना है। बस ऐसा करने के बाद ही वशीकरण हो जाएगा । और आपको अपनी मनोकामना भी बोलनी होगी । कोई भी गलत मनोकामना पूर्ण नहीं होगी ।
यह सरल वशीकरण तिलक है और इसका प्रयोग कोई भी कर सकता है।तुलसी के सूखे हुए बीज के चूर्ण को सहदेवी के रस में पीसकर ललाट पर तिलक के रूप में लगालें और उसके बाद उस व्यक्ति के सामने जाएं जिसको आप अपने वश मे करना चाहते हो । इस वशीकरण प्रयोग का प्रभाव पत्नी या पति या प्रेमी प्रेमिका पर अधिक होता है।
सबसे पहले आपको कुछ तुलसी के पत्ते लेकर आने हैं।उनको पहले तो अच्छी तरह से धो लेना है। उसके बाद उनको छाया के अंदर सुखा देना है।फिर उनको पीस लेना है और असगंध , भांग व कपिला गाय का दूध मिलाकर सेवन करना है। इस प्रकार सेवन करने से तुरन्त ही वशीकरण प्रभाव पैदा हो जाता हैं।
इस प्रयोग को आपको शनिवार के दिन सुबह ही करना होगा ।सबसे पहले आपको 7 आम के और 7 तुलसी के पत्ते लेकर आने हैं और इनको अच्छे से साफ कर लेना है। अब सफेद आसन और सफेद कपड़ा पहने औरएक पानी का लोटा रखें जिसको वश मे करना हो उसकी एक फोटो भी होनी चाहिए । ओम बद बद नाम आकर्षाय आकर्षाय स्वाहा ।।
इस मंत्र का आपको 121 बार जप करना होगा ।उसके बाद उस लौटे के पानी को पी जाएं और इन सारी सामग्री को कहीं पर छुपा कर रखदें ।यदि यह प्रयोग एक दिन मे सफल नहीं हो तो आप इसको दुबारा भी कर सकते हैं।
कौवे से वशीकरण करनें के 14 सबसे डेंजरस प्रयोग
लाल चंदन से वशीकरण करने के कुछ मस्त उपयोगी तरीके
दूध से वशीकरण करने के प्रभावशाली तरीके
गुलाब के फूल से वशीकरण करने के कुछ फेवरेट तरीके
आपको यह प्रयोग शुक्रवार के दिन ही करना है। यदि आप तुलसी के पत्तों से अपनी प्रेमी या प्रेमिका को आकर्षित करना चाहते हैं तो यह वशीकरण प्रयोग आप कर सकते हैं।सबसे पहले तुलसी के साबुत पत्तों को तोड़ लें और उनको धो लेना चाहिए । फिर एक स्टार आपको बनाना है और इसके पांच कोनों के उपर एक एक मोमबती आपको जला देनी होगी ।
फिर उस महिला की चूड़ियां बीच मे रखें जिसको वश मे करना हो ।सूई की मदद से गुड़िया पर तुलसी के पत्ते लगाएं । अब गुड़िया के उपर परफ्यूम डालें और फिर 27 बार मंत्र पढें और 7 तुलसी के पत्तों को मोमबती की लो में जलादें और गुड़िया पर लगे तुलसी के पत्तों को पान मे रखकर उस महिला को खिलादें । ऐसा करने से वह आपकी बन जाएगी ।
ओम नमो भगवते श्रीसूर्याय ह्रीं सहस्त्र-किरणाय ऐं अतुल-बल-पराक्रमाय नव-ग्रह-दश-दिक्-पाल-लक्ष्मी-देव-वाय, धर्म-कर्म-सहितायै अमुक नाथय नाथय, मोहय मोहय, आकर्षय आकर्षय, दासानुदासं कुरु-कुरु, वश कुरु-कुरु स्वाहा
तुलसी के पत्ते से वशीकरण प्रयोग लेख के अंदर हमने कई वशीकरण प्रयोगों को देखा ।जो वशीकरण प्रयोग आपको सरल लगता है आप उसका प्रयोग कर सकते हैं।
धैर्य का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , धैर्य का उल्टा क्या होता है…
भलाई का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , भलाई का उल्टा क्या होता है…
चोर का विलोम शब्द, चोर शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, चोर का उल्टा Chor vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)चोर पुलिसChor police …
सजीव का विलोम शब्द या सजीव का विलोम , सजीव का उल्टा क्या होता है…
सुगंध का विलोम शब्द, सुगंध शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, सुगंध का उल्टा Sugandh vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)सुगंध दुर्गन्धSugandh Durgandh …
रोगी का विलोम शब्द, रोगी शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, रोगी का उल्टा Rogi ka…