वशीकरण कितने प्रकार का होता है ? वशीकरण के प्रकार दोस्तों वशीकरण के बारे मे आप जानते ही होंगे वशीकरण का मतलब होता है कि आप किसी को मानसिक रूप से अपने गुलाम बना लेते हो लेकिन हमेशा याद रखना कि आप उसे पूरी तरह से गुलाम वशीकरण की स्थिति मे नहीं बना पाओगे ।
यदि आप किसी को वश मे करते हो तो आपको सबसे पहले यह चुनना होता है कि आप उसे किस प्रकार से अपने वश मे करना चाहते हो ।वशीकरण के कई प्रकार होते हैं।
जैसे वशीकरण टोटके के अंदर हम अधिकतर केस के अंदर अपने शरीर की उर्जा की मदद से दूसरे इंसान के मन को काबू मे करने की कोशिश करते हैं। जबकि मंत्र शक्ति के माध्यम से हम इंसान के मन के उपर प्रभाव डालने की कोशिश करते हैं। वशीकरण करने से पहले आपको यह तय करना होता है कि आप किस प्रकार के वशीकरण को चुनना चाहते हो ।
दोस्तों वशीकरण का यह पहला प्रकार है।इस वशीकरण के अंदर आपको कोई मंत्र दिया जाता है। यह मंत्र पहले से सिद्व महात्माओं के द्वारा प्रयोग किया होता है और मंत्र बनाने का काम केवल वेही महात्मा करते हैं जो ध्वनी के प्रभाव को अच्छी तरीके से जानते हैं। हालांकि इस प्रकार के महात्माओं का मिलना बहुत ही दुर्लभ होता है। जब आप किस तरह का मंत्र जाप किसी निश्चित संख्या के अंदर करते हैं तो मंत्र की ध्वनी उस शक्ति के पास पहुंचती है जो ब्रह्रमांड के अंदर कहीं पर मौजूद है।उसके बाद उस शक्ति के द्वारा आपके कार्ये को पूर्ण किया जाता है। इसका पूरा विज्ञान होता है। हालांकि ऐसी चीजों को गुप्त रखा गया है। इसलिए आमजन के समाने इस प्रकार के नियम नहीं आ सके हैं।
संभव है कि इसका कारण यह हो कि यदि दुष्ट लोगों को इस प्रकार के नियमों का पता चल गया तो वे इस धरती पर नाश करना शूरू कर देंगे । लेकिन इन नियमों को एक उच्च कोटी का योगी ही जान सकता है और जो उच्च कोटी को पा लेता है उसके बाद उसके विनाश करने का प्रश्न ही नहीं बनता है। यदि आप मंत्रों के बारे मे अच्छे से जानना चाहते हैं तो फिर आपको मंत्र रहस्य की बुक पढ़नी चाहिए। यह नारायण दत क्ष्रीमाली की लिखी हुई है और आप इसको इंटरनेट से आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
तंत्र वशीकरण के अंदर हम वशीकरण करने के लिए कुछ स्पर्श की गई वस्तुओं का उपयोग करते हैं या फिर कुछ जड़ी बूटी की प्रयोग करते हैं।आमतौर पर एक प्रचलित वशीकरण यह है कि यदि पति को वश मे करना हो तो पत्नी को अपने हाथ पैरों के नाखुन को जला कर पति को खिला देना चाहिए । ऐसा करने से पति का वशीकरण हो जाता है। इस तरीके के अंदर पति के मन पर पत्नी के नाखूनों की उर्जा और मानसिक उर्जा एक गहरा प्रभाव डालती है। और यदि कोई महिला अधिक एकाग्रता रखने वाली है तो उसके लिए पति के मन को भेद पाना बहुत आसान होता है।
इस प्रकार के वशीकरण तरीकों के अंदर हम किसी मंत्र का प्रयोग नहीं कर पाते हैं और बस केवल तंत्र का प्रयोग करते हैं हालांकि मिक्स स्थिति के अंदर भी आपको वशीकरण प्रयोग मिल जाएंगे । जिसके अंदर तंत्र और मंत्र दोनों का प्रयोग किया जाता है। लेकिन आपको बतादें कि इस प्रकार के तंत्र वशीकरण मंत्र अधिक प्रभावी नहीं होते हैं और यह केवल प्यार के रिश्तों मे अधिक काम करते हैं।यदि आप इनका प्रयोग किसी अन्य इंसान को वश मे करना चाहते हैं तो यह नहीं होगा ।
दोस्तों इस वेबसाइट के उपर हमने आपको कई यंत्र वशीकरण के बारे मे भी बताया था। यंत्र वशीकरण वे होते हैं जिनके अंदर यंत्र का प्रयोग किया जाता है। ताबीज तो आपने देखा ही होगा ।उसके उपर कुछ लिखा जाता है अक्षरो के अंदर और उसके बाद ताबजी बनाया जाता है। उसी प्रकार से यंत्र वशीकरण होता है। इसके अंदर आप एक यंत्र बनाते हैं और उसके बाद उस यंत्र की मदद से वशीकरण करते हैं। जैसे आप पानी के लोटे के नीचे यंत्र बनाकर उसके पानी को महिला को पिला देते हैं।
ऐसा करने से वह महिला आपके वश मे हो जाती है।इसी प्रकार से कुछ यंत्र केले से जुड़े होते हैं यदि आप उनको केले के पत्ते पर लिखकर पानी मे डूबो कर उस पानी को जिस व्यक्ति को पिला देते हैं । वह आपके वश मे हो जाता है।
दोस्तों यह वशीकरण पहले दो वशीकरण से बहुत अधिक अलग होता है। और इसके अंदर आप किसी को वश मे करने के लिए कोई काली शक्ति की साधना करते हो और उसके बाद वह काली शक्ति प्रत्यक्ष होती है। उसके बाद आप उससे कार्य करने का वरदान लेते हो ।
वशीकरण का यह प्रयोग बहुत अधिक खतरनाख होता है। यदि आप चीजों को सही तरीके से नहीं कर पाए तो आपकी जान भी जा सकती है। इसलिए इस प्रकार का प्रयोग करने से पहले गुरू का परामर्श लेना जरूरी होता है।यहां पर काली शक्ति का मतलब होता है जैसे भूत प्रेत और चूड़ैल आदि ।
दोस्तों वशीकरण के लिए जब हम किसी देवता की साधना करते हैं तो इसी को सात्विक वशीकरण कहा जाता है। यदि आप किसी देवता की साधना करते हैं और उसके बाद वह देवता आकर आपको वरदान देता है तो उसे सात्विक साधना कहते हैं। हालांकि यह साधना बहुत कठिन होती है और किसी भी उग्र देवता की साधना बिना गुरू के परामर्श के ना करें ।इसी संबंध मे एक जगह किसी ने लिखा था कि वह जब गणेश की साधना कर रहा था तो पता नहीं क्या हुआ पागल हो गया और कई दिनों बाद ठीक हुआ । इस दौरान बहुत सारी समस्याएं आई। मैं आपको बतादूं कि जो साधक मोक्ष की तरफ जाना चाहते हैं उन्हें किसी देवता या भूत की साधना की आवश्यकता नहीं है।
दोस्तों सबसे बेस्ट वशीकरण के प्रकार की बात करें तो इसके अंदर मंत्र वशीकरण और तंत्र और यंत्र वशीकरण तीनों आते हैं। कुछ वशीकरण साधनाएं ऐसी होती हैं जिनके अंदर इन तीनों को शामिल किया जाता है। इनका प्रभाव बहुत अधिक होता है और इसकी सबसे बड़ी खास बात तो यह होती है कि यह बड़े से बड़े इंसान को भी अपने वश मे करने की क्षमता रखते हैं। आपको यदि किसी को वश मे करना होतो आप कोई ऐसा वशीकरण चुन सकते हैं जिनके अंदर यह तीनों हों ।
धैर्य का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , धैर्य का उल्टा क्या होता है…
भलाई का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , भलाई का उल्टा क्या होता है…
चोर का विलोम शब्द, चोर शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, चोर का उल्टा Chor vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)चोर पुलिसChor police …
सजीव का विलोम शब्द या सजीव का विलोम , सजीव का उल्टा क्या होता है…
सुगंध का विलोम शब्द, सुगंध शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, सुगंध का उल्टा Sugandh vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)सुगंध दुर्गन्धSugandh Durgandh …
रोगी का विलोम शब्द, रोगी शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, रोगी का उल्टा Rogi ka…