उल्लू के पंख से वशीकरण ( ullu ke pankh se vashikaran) – प्राचीन तंत्र के अंदर उल्लू का वशीकरण करने के बारे मे बताया गया है। यहां पर हम उल्लू से वशीकरण करने के कुछ तरीके बता रहे हैं लेकिन वे तरीके हम सम्पूर्ण रूप से आपके सक्षम नहीं करेंगे क्योंकि कुछ लोग उल्लू पक्षी को इसके लिए मारते हैं। जिसका हम समर्थन नहीं करते हैं। आपको यह लेख केवल ज्ञान के लिए है। और इस लेख के अंदर बताई जाने वाली विधियां अधूरी हैं। तो इनका प्रयोग करने का कोई फायदा नहीं होगा । आप यदि वशीकरण करना चाहते हैं तो दूसरी विधियों का प्रयोग कर सकते हैं।
कुछ दिन से मैं यह न्यूज के अंदर देख रहा हूं कि कुछ लोग मनमाने तरीके से उल्लू का शिकार कर रहे हैं और उल्लू को मारकर उसका वशीकरण प्रयोग कर रहे हैं। इस प्रकार के लोगों से हम यह कहना चाहते हैं कि वशीकरण के हजारों तरीकें हैं। आप किसी प्राणी को ना सतायें । आप अन्य कोई तरीका यूज मे ले सकते हैं।
पिछले दिनों एक न्यूज छपी थी जिसके अंदर एक व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ लिया जो उल्लू की बलि दे रहा था। पकड़े गए व्यक्ति से जब पुलिस ने पूछा कि उसके पास उल्लू कहां से आया तो उसने कहा कि उसके पास उल्लू किसी व्यक्ति की मदद से आया था।
वह उल्लू के पंजे को काटकर उसकी मदद से एक वशीकरण भस्म बनाकर जिस स्त्री के उपर डाली जाती है। वह वश मे हो जाती है।हालांकि इस व्यक्ति के बारे मे यह बताया जाता है कि यह तांत्रिक है और आस पास की महिलाएं इससे अपनी समस्याओं का समाधान करने के लिए भी आती है।
यह कोई एक ही घटना नहीं है।वरन कई सारी घटनाएं हैं जिनके अंदर उल्लू की बलि देने के मामले सामने आते हैं और इस प्रकार के लोगों पर कार्यवाही भी होती है। जब आपके पास बहुत सारे दूसरे वशीकरण के तरीके हैं तो उल्लू की मदद से वशीकरण करने का कोई तुक्क नहीं बनता है। जब आप बिना जानवर ही हत्या किये अपने काम को सिद्व कर सकते हो तो फिर फालतू के झंझट मे फंसना व्यर्थ है।
भारत सरकार ने वर्ष 1972 में भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम पारित किया था। इस अधिनियम के तहत उल्लू को संरक्षण प्राप्त है और यदि कोई किसी भी तरीके से उल्लू का शिकार करता है तो यह अपराध माना जाता है। यदि कोई यह अपराध करता है तो उसे अधिकतम 3 साल की सजा हो सकती है और 10 हजार से अधिक का जुर्माना लग सकता है।इसके अलावा अधिकतम जुर्माना 25 लाख तक लगाया जा सकता है।
हमारे समझाने का मतलब यही है कि इस लेख के अंदर दिए गए किसी भी तरीके के लिए किसी उल्लू की हत्या करना दंडनिय अपराध है । इस लेख को केवल ज्ञान के लिए ही लें । यदि इस चेतावनी के बाद भी आप किसी उल्लू की हत्या करते हैं तो आप इसके लिए खुद जिम्मेदार होंगे ।
उल्लू के वशीकरण के बारे मे कई विधियां उल्लूक तंत्र के अंदर मिलती हैं। हालांकि यह यहां पर अपूर्ण विधियों की झलक दे रहे हैं। क्योंकि पूर्ण विधियों को देने से इनके दुरपयोग होने का खतरा बढ़ जाएगा ।
इस तरीके के अंदर बताया गया है कि किसी उल्लू को पकड़ा जाता है और उसके दोनों कान को उखाड़ लिया जाता है। उसके बाद एरंड का पत्ता कान के अंदर मिलाया जाता है और पंख का चूर्ण भी बनाकर इसमे मिलाया जाता है। फिर ओम नमो कालरात्री मंत्र पढ़ा जाता है।अनेक तांत्रिक इस प्रकार की विधि को किताबें मे पढ़ते हैं और फिर उल्लू की हत्या करते हैं। इतना ही नहीं कुछ लोग गुप्त रूप से ऐसा करते हैं।
उल्लू के दूसरे वशीकरण प्रयोग के अंदर तांत्रिक किसी उल्लू को पकड़ते हैं और उसको मार देते हैं। उसके 7 पंखों को जलाते हैं और हर्ट निकाल लेते हैं।फिर गोरोचन को भी इसके साथ मिलाकर गुटिका बनाई जाती है और मंत्र जाप किया जाता है। यह सम्पूर्ण विधि अज्ञात है।
यह एक सर्वजन वशीकरण प्रयोग है। इसमे उल्लू की हडडी और गाय के दूध का को मिलाएं और फिर गाय का घी मिलाकर तिलक किया जाता है। लेकिन इस विधि का प्रयोग आपको नहीं करना है।
कुछ तांत्रिक उल्लू के दो पंख से वशीकरण करते हैं। इसके लिए पूर्णिमा की रात को एक उल्लू को पकड़ा जाता है और उसके बाद उसकी जांघों से दो पंख तोड़ें फिर उस उल्लू को वापस उड़ा दिया जाता है। अब वहीं पर किसी नदी मे जाना होता है।
अब नदी के अंदर जाकर स्नान करें ।और पंखों को भी अच्छी तरह से धो लेना चाहिए । उसके बाद पूर्व दिशा के अंदर मुख करके मंत्र का 1008 बार जाप करना होता है।
ओम नम: लक्ष्मी वाहक अलूक पक्ष्यै नम: काकारि नम: विष्णू देवाय ओम कं चं तं दं पं यं शं श्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं फट स्वाहा।।
उसके बाद वापस आ जाएं और दोनों पंखों मे से एक पंख को तांबे के तावीज के अंदर भरकर अपनी दाईं भूजा पर बांध लिया जाता है।और दूसरा पंख स्त्री के शरीर पर या जिसको वश मे करना हो उसके शरीर पर गुप्त रूप से डाल दिया जाता है।
किसी भी शनिवार के दिन उल्लू पक्षी का एक पंख और बींट लानी होती है। उसके बाद कौवे की बींट को उल्लू की बींट के अंदर मिलाना होता है। उल्लू के पंख का चूर्ण इसके अंदर मिलाएं और तिलक करके जहां भी जाते हैं वशीकरण होता है।
सबसे पहले कहीं से उल्लू और कौवे के पंख को लेकर आएं ।उसके बाद चंदन की लकड़ी के अंदर इनको जलाएं और भस्म बनालें । इस भस्म को जिस स्त्री और पुरूष के सिर के उपर गुप्त रूप से डाल दिया जाता है। वह आपके वश मे हो जाएगा ।
किसी भी मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को उल्लू को पकड़ें और उसके मस्तक के उपरी भाग से 5 पंख लें । फिर उसको वहीं पर वापस उड़ादें । उसके बाद पूर्णिमा के दिन आधी रात को उनी आसन बिछाकर पूर्व दिसा की ओर मुखकरके बैठ जाएं और फिर नीचे दिये गए मंत्र का 1008 बार जाप करें और पंखों पर फूंक मारते जाएं ।उसके बाद घर आ जाएं और जिस स्त्री को वशीभूत करना हो उसके सिर पर पंख रखदें ।
यदि आप अपनी प्रेमिका या पत्नी को वश मे करना चाहते हैं तो पंख को सोने के ताबीज के अंदर मंडवाकर लाल डोरे के अंदर डालकर अपने प्रेमिका के गले मे बांध दें ऐसा करने से वह आपकी दासी हो जाएगी । और सारा काम आपकी मर्जी से ही करेगी ।
यह उपाय शनिवार की रात 12 बजे करना है। सबसे पहले उल्लू के नाखुन की इसमे आवश्यकता होती है। और एक पंखकी । उसके बाद उल्लू के नाखुन को लाल सिंदूर के अंदर भीगो देना है। अगली बार जब शनिवार आए तो फिर सफेद कपड़े पर उस व्यक्ति का नाम लिखना होता है जिसका वशीकरण करना है। उसके बाद नीचे दिये गए मंत्र का 21 बार जाप करना है। अब उस कपड़े को जलादें और उल्लू के पंख को जमीन मे गाड़ दें । ऐसा करने से प्रचंड वशीकरण हो जाएगा ।
यदि आपका कोई काम सिद्व नहीं हो रहा है तो यह वशीकरण प्रयोग आपके लिए सही साबित हो सकता है।सबसे पहले उल्लू का एक पंखलाना होता है। उसके गूगल की धूप दें और सिंदूर से पूजन करें और पूर्णिमा को अपनी जेब मे रखदें । और जब कहीं पर जाएं तो इस पंख को जेब मे रहने दें। ऐसा करने से वशीकरण होता है।
वट वृक्ष की जड़ वाली आपको रेत लेनी है और सिंदूर और एक उल्लू का पंख लेना है।और यह कार्य शनिवार की रात को ही करना होगा । अब उल्लू के पंख के उपर आपको रेत से तिलक करना है और फिर सिंदूर से तिलक करना। उसको उस व्यक्ति के घर के सामने गाड़ देना है जिसका आप करना चाहते हो ।
यह प्रयोग आप अपने प्रेमी या प्रेमिका पर अजमा सकते हैं।उल्लू का पंख, कौवे का पंख, गौरचन और गुलाब लेना है। उल्लू के दो पंखो को जलाकर भस्म बनालें और फिर बाकी चीजों को मिलाकर एक पेस्ट बनाएं बस उसके बाद का रोजाना ही तिलक करें और अपने प्रेमी या प्रेमिका के सामने जाएं । इस प्रयोग के अंदर महिलाएं ज्यादा सफल होती हैं।
महिलाएं अल्लू के पंख को जलाकर और इसके अंदर कस्तूरी मिलाकर अपने शरीर के उपर लगाकर पति के साथ संबंध बनाती हैं तो पति उनका दास हो जाता है। यह एक अचूक प्रयोग है।
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आपको उल्लू का एक पख लेना है और उसके उपर सिंदूर छिड़कना है।आपको 11 बार सिंदूर छिड़कना है और 11 बार ही मंत्र बोलना होगा ।अब उस पंख को फोटो के उपर रखना है और उस फोटो को मोड़ किसी भारी पत्थर के नीचे दबा देना है। बस उसके बाद वशीकरण हो जाता है।
ओम नमः श्री महालक्ष्मी नम:
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