tablet use

unienzyme tablet uses in hindi or side effect

unienzyme tablet uses in hindi , unienzyme capsule uses in hindi unienzyme tablet का उपयोग आमतौर पर बदहजमी और पेट गैस के लिए उपयोग किया जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।यदि हम इसकी खुराक की बात करें तो इसकी खुराक सही तरह से लेना बहुत ही जरूरी होता है।

unienzyme tablet की खुराक आमतौर पर आपके डॉक्टर कितनी बताते हैं उसके हिसाब से लेना चाहिए । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । आप समझ सकते हैं। दवा को डॉक्टर के निर्देश पर ही लेना चाहिए । नहीं तो इसके नुकसान हो सकते हैं।

unienzyme tablet uses in hindi अपच या बदहजमी

unienzyme tablet uses को अपच या बदहजमी के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इसकी वजह से पेट के भरे होने का एहसास हो सकता है और सीने के अंदर जलन का अनुभव हो सकता है।और कई बार इसकी वजह से ऐसिड गले तक आ सकता है और गले मे जलन तक हो सकती है। पेट का एसिड जब पाचन तंत्र (म्यूकोसा) की संवेदनशील सुरक्षात्मक सतह के संपर्क में आता है, तो बदहज़मी हो सकती है।धूम्रपान, शराब, गर्भधारण, तनाव और सही तरह से नींद नहीं लेने जैसे कुछ कारण होते हैं जिसकी वजह से अपच की स्थिति हो सकती है। यदि आप इसको लेकर डॉक्टर के पास जाते हैं तो डॉक्टर आपको ‌‌‌कई तरह के टेस्ट करने के लिए कह सकता है।जैसे कि रक्त जांच की जा सकती है।इसके अलावा एक्सरे करने की सलाह भी आपको अपने डॉक्टर दे सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा कई लोग अलग अलग तरह की दवाएं उपयोग करते हैं जिसकी वजह से समस्याएं हो सकती है। और पेट मे अपच की समस्या हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

जंक फूड खाने, शराब पीने  आदि की वजह से अपच या बदहजमी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए यह अधिकतर केस मे अपने आप ही हल हो जाती है। यह भोजन के 2 घंटे बाद सही हो सकती है। इसके अलावा कुछ रोगियों के अंदर जिनके अंदर अन्य समस्याएं हैं उनको 4 घंटे तक का समय सही होने मे लग सकता है।

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि यदि आपको अक्सर अपच की समस्या रहती है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । क्योंकि हर समय अपच का होना अच्छा नहीं होता है। यह आपके लिए समस्या का कारण बन सकता है और शरीर को मिलने वाला पोषण प्रभावित हो सकता है।

बदहजमी (अपच) के लक्षण की यदि हम बात करें तो इसके कई सारे लक्षण आपको देखने को मिलते हैं तो आइए जानते हैं इनके लक्षणों के बारे मे विस्तार से और आप समझ सकते हैं।

  • ‌‌‌यदि आपके भोजन करने के बाद जल्दी से पेट भर जाता है या पेट भरा हुआ महसूस होता है तो इसका मतलब यह है कि आपको बदहजमी है तो इसका इलाज किया जाना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि अपच की समस्या है तो भोजन के बाद भी पेट भरा हुआ सा महसूस होता है। इसके अंदर अनावश्यक रूप से फुलावट आती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो आपको समझ लेना चाहिए कि आपको बदहजमी हो चुकी है।
  • छाती के नीचे और नाभि के बीच के क्षेत्र में हल्के से लेकर गंभीर दर्द महसूस करते हैं। तो इसका मतलब यह कि आपको समस्या है और आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌आपको यदि छाति के नीचे जलन हो रही है तो इसका मतलब यही है कि आपको बदहजमी की समस्या हो सकती है। अपने डॉक्टर से संपर्क करें ।
  • इसके अलावा बदहजमी की वजह से उल्टी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

बदहजमी (अपच) के कारण की यदि हम बात करें तो इसके पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।तो आइए जानते हैं अपच के कारणों के बारे मे विस्तार से ।

  • ‌‌‌पिताशय की पत्थरी का होना
  • हर्निया की वजह से ऐसा हो सकता है।
  • बहुत ज़्यादा खाना
  • बहुत तेजी से भोजन करना
  • वसायुक्त या तैलीय खाद्य पदार्थों का सेवन करना
  • मसालेदार भोजन खाना
  • कैफीन की अत्यधिक मात्रा का सेवन करना
  • अत्यधिक शराब पीना
  • बहुत चॉकलेट खाना
  • मोटापा होने की वजह से
  • आमाशय का कैंसर आदि ।

‌‌‌इन सभी समस्याओं की वजह से अपच  हो सकती है। आपको यदि लगातार अपच हो रही है तो अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । और अपनी जांच करवाई जानी चाहिए । ताकि आपकी समस्याएं सही हो जाए । ‌‌‌क्योंकि कई बार क्या होता है कि लगातार होती है अपच किसी ना किसी गम्भीर परेशानी का संकेत हो सकती है। और आप इसको नजर अंदाज करते चले जाते हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं।

बदहजमी (अपच) से बचाव की यदि हम बात करें यदि आपको सामान्य अपच है तो फिर आप अपनी जीवनशैली के अंदर बदलाव करके समस्या का हल कर सकते हैं तो आइए हम आपको कुछ टिप्स के बारे मे बताने वाले हैं जिसकी मदद से आप बदहजमी को रोक सकत  हैं।

  • ‌‌‌सबसे पहली बात हमारी तरह से अधिक भोजन को एक साथ ही पेट के अंदर ठूंसने का प्रयास ना करें । यदि आप ऐसा करते हैं तो समस्या होगी । बेहतर यही होगा कि आप कम से कम भोजन दिन मे कई बार खा सकते हैं। ताकि भोजन ठीक तरह से पच जाए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको बतादें कि आप अपनी नींद को पूरी जरूर ही करें । यह बहुत अधिक जरूरी होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। क्योंकि यदि आप नींद को पूरी नहीं करते हैं तो फिर आपके लिए समस्या होगी और पेट खराब होने का खतरा सबसे अधिक होगा इसलिए नींद को पूरा करें । आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको चाहिए कि आप भोजन को अच्छी तरह से चबा चबा कर खाएं जिससे कि काफी आसान हो जाएगा आपके भोजन को चबाना जोकि आपके लिए अच्छा ही होगा ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप भोजन कर रहे हैं तो भोजन करने के बाद आपको लेटना नहीं चाहिए ।वरन भोजन करने के बाद आपको कुछ समय के लिए इधर उधर घूमना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
  • यदि आप धुम्रपान करते हैं तो आपको धुम्रपान आपको छोड़ देना चाहिए । क्योंकि यह धुम्रपान आपके लिए सही नहीं होगा । यह आपके पेट मे ‌‌‌जलन पैदा कर सकता है। इसलिए धुम्रपान आपको छोड़ देना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप शराब का सेवन करते हैं तो आपको शराब का सेवन नहीं करना चाहिए । नहीं तो नुकसान हो सकता है। और यह आपके लिए समस्या को काफी अधिक बढ़ा सकता है।
  • ‌‌‌यदि आपका पेट भरा हुआ है तो आपको व्यायाम करने से बचना होगा आप इस बात को समझ सकते हैं। खाना खाने से पहले आपको व्यायाम करना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा अधिक तंग कपड़े पहनने से आपको बचना होगा । अधिक तंग कपड़े पहनने से पेट पर अधिक दबाव पड़ता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • आपको अपने तकिये को उंचा करना चाहिए । ताकि किसी तरह की समस्या ना हो और ऐसिड गले से उपर ना जाएं ।

बदहजमी (अपच) का परीक्षण

दोस्तों यदि हम बदहजमी के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं। जिसकी मदद से आप इसको आसानी से पहचान सकते हैं। यदि आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो डॉक्टर आपको निर्देश देता है कि आपको क्या करना चाहिए ।इसके अंदर डॉक्टर आपको खून जांच कर सकता है। इसके अलावा ‌‌‌ यह छोटी आंत का परीक्षण करने के निर्देश भी दे सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • ‌‌‌यदि हम बदहजमी के इलाज की बात करें तो इसके लिए कई सारे उपाय आप कर सकते हैं। जिनकी मदद से आप बदहजमी से आप बच सकते हैं।
  • सबसे पहली बात तो आपको बदहजमी वाले पदार्थों से बचना होगा । आपको इस तरह के किसी भी पदार्थ के सेवन करने से बचना होगा जोकि बदहजमी को बढ़ावा देने का काम करते हैं आप इस बात को समझ ‌‌‌ सकते हैं।
  • ‌‌‌दिन मे सारा भोजन एक साथ ही आपको नहीं करना चाहिए । वरन दिन मे आपको कई बार भोजन करना होगा । जिससे कि बदहजमी होने का जो चांस होता है वह काफी कम हो जाएगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌यदि आप नशा करते हैं शराब वैगरह का सेवन करते हैं तो आपको शराब वैगरह का सेवन करना कम करना होगा तभी आपके लिए कुछ फायदेमंद हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • इसके अलावा यदि आप चाय वैगरह का सेवन करते हैं तो आपको उसका सेवन करना भी कम करना होगा आप समझ सकते हैं। वरना यह ‌‌‌ आपकी समस्या को और अधिक बढ़ा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • एस्पिरिन, इबुप्रोफेन (एडविल, मॉट्रिन आईबी तथा अन्य) और नेपरोक्सन सोडियम (एलेव)। जैसी अधिक दवाओं के सेवन करने से आपको बचना होगा । वरना आपकी समस्या कम होने की बजाय और अधिक बढ़ सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपको तनाव और चिंता जैसी समस्याएं होती हैं तो आपको उनसे बचना होगा आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • यदि आपको लगातार बदहज़मी की शिकायत रहती है, तो दवाएं मदद कर सकती हैं

‌‌‌अब बात आती है कि बदहजमी के अंदर आपको क्या क्या खाना चाहिए । उपर हमने आपको परहेज के बारे मे बताया है। यदि आपको बदहजमी है तो आपको कुछ चीजों का परहेज करना होगा या उन चीजों को खाने से आपको बचना होगा आप इस बात को समझ सकते हैं।

  • ‌‌‌सबसे पहली बात यदि आपको बदहजमी है तो आप सेब के सिरके का सेवन कर सकते हैं। सेब का सिरका आपके लिए काफी फायदेमंद होता है। यह आपके शरीर के अंदर काफी उपयोगी होता है। और आपकी अपच की समस्या को दूर करने का काम करता है। यदि आपको अपच है तो सेब का सिरका का सेवन कर सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा अदरक भी काफी फायदेमंद होती है। अदरक का सेवन करना आपके लिए काफी उपयोगी होता है यह पाचन को बढ़ावा देने का काम करती है।
  • इसके अलावा बदहजमी के अंदर बेकिंड सोड़ा भी काफी फायदेमंद होता है। पेट के अंदर ऐसिड का स्तर बढ़ने की वजह से बदहजमी होती है। ‌‌‌और बेकिंड सोड़ा जो होता है वह पेट के अंदर ऐसिड के स्तर को कम करने का काम करता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको बतादें कि अजवाइन भी इसके अंदर काफी फायदेमंद होती है। यह अपच, पेट की गैस और दस्त का इलाज करने में सहायता करते हैं।
  • केला
  • पपीता
  • उबली हुई मछली
  • उबली हुई सब्जियां
  • सेब की चटनी
  • फल – अनानास, अंगूर आदि
  • दही

‌‌‌इन सभी चीजों का आप सेवन कर सकते हैं यह आपके लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।बदहजमी के साथ पेट में दर्द, काला मल, सांस लेने में परेशानी और उल्टी के साथ खून आता है तो उसके बाद आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत हो सकती है।

‌‌‌वैसे तो बदहजमी की वजह से आपको किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती है। यह अधिकतर केस मे अपने आप ही ठीक हो जाती है लेकिन यदि यह अपने आप ही ठीक नहीं होती है तो उसके बाद काफी परेशानी होती है। और आपको एक बार अपने डॉक्टर से भी संपर्क करना चाहिए आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन ‌‌‌ करना चाहिए । तभी आपके लिए कुछ फायदेमंद हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि आपको अपच की शिकायत होती है तो उसके बाद आप कुछ घरेलू उपचार कर सकते हैं जिसकी मदद से आप अपच की शिकायत को दूर कर सकते हैं। और यदि आपको घरेलू उपचार से मदद नहीं मिलती है तो उसके बाद आप अपने डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए ।

unienzyme tablet uses in hindi एसिडिटी

‌‌‌पेट मे जलन होना एसिडिटी होती है। यह आम प्रकार की समस्या होती है। और कई लोगों के अंदर यह देखने को मिलती है।इसकी वजह से छाती के आस पास जलन हो सकती है। अम्लीय पदार्थों का खाने की वजह से एसिडिटी होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।पेट के अंदर की परत हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के प्रति अनुकूलित ‌‌‌ होती है। लेकिन आमतौर पर  इसोफेगस की परते इसके लिए अनुकूलित नहीं होती है। जिसकी वजह से जलन पैदा होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।आपको बतादें कि एसिडिटी तब होती है जब पेट का एसिड  गले के अंदर आ जाता है तो इसकी वजह से जलन हो सकती है।

‌‌‌अब यदि हम पेट मे जलन की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं जिसकी मदद आप इसको पहचान सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि पेट मे जलन के लक्षणों के बारे मे विस्तार से ।

  • यदि आपके सीने के अंदर जलन होती है जोकि भोजन के बाद काफी अधिक बढ़ जाती है। और झुकने के बाद या लेटने के बाद काफी अधिक बढ़ जाती ‌‌‌ है तो इसका मतलब यह है कि आपके पेट मे एसिडिटी हो चुकी है और आपको इसका उपचार करवाने की जरूरत है।
  • कई बार पेट का अम्लीय द्रव गले तक भी वापस आ जाता है, जिससे जलन के साथ-साथ मुंह और गले का स्वाद भी बिगड़ जाता है। ऐसी स्थिति के अंदर आपको यह समझ लेना चाहिए कि आपको एसिडिटी हो चुकी है आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • मतली या उलटी।
  • पेट फूलना।
  • लगातार सूखी खांसी आना।
  • घरघराहट।
  • गले में लंबे समय से दर्द।
  • निगलने में कठिनाई या दर्द।
  • छाती या ऊपरी पेट में दर्द।
  • सांसों में बदबू।
  • काला मल या मल में खून।
  • लगातार हिचकी आना।
  • बिना किसी कारण के वजन घटना।

‌‌‌यदि आपको यह लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उनका पालन करना चाहिए । और डॉक्टर आपको जो दवाएं देता है। उन दवाओं को आपको लेना चाहिए । जिससे कि समस्या ठीक हो जाएगी ।

  • ‌‌‌यदि आपके पेट मे जलन बार बार हो रही है। और यह काफी लंबे समय तक हो रही है तो उसके बाद आपको डॉक्टर को दिखाने की जरूरत हो सकती है। इसको नजर अंदाज नहीं करना चाहिए ।
  • इसके अलावा यदि आपको निगलने मे काफी कठिनाइयां हो रही हैं तो इसका मतलब यह है कि आपको पेट जलन की समस्या हो सकती है। इसके बारे मे आपको ‌‌‌ पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • इसके अलावा यदि आपका वजन काफी तेजी से घट रहा है तो इसका मतलब यह हो सकता है कि आपको समस्या है।
  • इसके अलावा यदि आपको गले मे काफी समय से खांसी हैं और घुटन जैसा महसूस होता है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
  • ज्यादा समय से एंटी-एसिड दवाएं ले रहे हैं, लेकिन एसिडिटी की समस्या अभी भी बनी हुई है।
  • यदि सांस लेते समय आपका गल आवाज कर रहा है तो उसके बाद आपको अपने डॉक्टर को दिखाया जाना चाहिए ।
  • दर्द के साथ-साथ अगर आपको सांस लेने में कठिनाई, कमजोरी, नाड़ी अनियमित होना या पसीना आने से समस्याएं होती हैं तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करने की जरूरत हो सकती है।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपके मल मे खुन आ रहा है तो उसके बाद आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करने की आवश्यकता हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।

पेट में जलन (एसिडिटी) के कारण की बात करें तो इसके पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। जब आप पेट मे जलन के कारण समझ लेते हैं तो उसके बाद आपके लिए इसका उपचार करवाना काफी आसान हो सकता है।

  • गर्भावस्था में भी एसिड रिफ्लक्स हो जाता है तो गर्भावस्था के अंदर पेट मे जलन होना सबसे आम बात होती है। आपको इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसके लिए डॉक्टर से उपचार करवाया जाना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप अधिक तले हुए पदार्थों का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से पेट मे गैस हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌यदि आप अधिक तला हुआ खाना खाते हैं तो इसको पचन मे काफी अधिक समय लगता है। जिसकी वजह से पेट के अंदर अम्ल बनने लग जाता है। और इसकी वजह से पेट मे जलन हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌यदि आप अधिक मोटे हैं तो पेट मे जलन होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते  हैं इसलिए अपने वजन को कम करने के बारे मे आपको प्रयास करना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • इसके अलावा यदि आप अधिक नमक का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से भी पेट मे जलन हो सकती है।
  • फाइबर युक्त आहार का कम सेवन यदि आप करते हैं तो इसकी वजह से भी पेट मे जलन हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌और यदि आप शराब का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से भी पेट मे जलन हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप चाय का अधिक सेवन करते हैं तो इसकी वजह से भी आपके पेट मे जलन हो सकती है। क्योंकि चाय के अंदर कैफीन होता है जोकि आपके पेट मे जलन पैदा कर सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ज़रुरत से ज़्यादा भोजन करना, या सोने से तुरंत पहले खाना। ज़्यादा खाने से पेट में अम्ल ज्यादा बनने लगता है  । तो आपको चाहिए कि आप दिन मे सारा भोजन एक साथ ही ना करें । और दिन मे कई बार आप भोजन कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

unienzyme tablet uses in hindi ‌‌‌पाचन तंत्र के रोग

भोजन नली, पेट और छोटी व बड़ी आंत और पाचन प्रणाली में लिवर, पित्ताशय की थैली और अग्नाशय आदि पाचन तंत्र के अंदर आते हैं पाचन तंत्र की मदद से शरीर के अंदर से पोषक तत्वों का अवशोषण होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।पाचन तंत्र के रोग कई तरह के होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

दस्त, कब्ज, पाचन प्रणाली से खून आना और निगलने मे परेशानी होना यह सभी पाचन से जुड़े रोग होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।यदि पाचन तंत्र के रोग आमतौर पर कई हल्के होते हैं जिनको दवाओं से आसानी से ठीक किया जा सकता है। लेकिन कुछ लोग काफी गम्भीर होते हैं। ‌‌‌और इनका इलाज आसानी से नहीं किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि आपको भी पाचन से जुड़ा कोई रोग है तो एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करें और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है। आपको उसका पालन करना चाहिए । ताकि समस्या बढ़ने पहले ठीक तरह से इलाज किया जा सके ।

‌‌‌पाचन तंत्र से जुड़े रोग की बात करें तो इसके अंदर कई सारे रोग आते हैं जोकि पाचन तंत्र से जुड़े होते हैं। और इनका जो उपचार होता है वह अलग अलग तरीके से किया जाता है। यह रोग के उपर निर्भर करता है।

  • कब्ज
  • पित की पथरी
  • सीलिएक रोग
  • क्रोन रोग
  • बवासीर
  • एनल फिशर
  • इरीटेबल बाउल सिंड्रोम
  • पेट में छाले
  • अल्सरेटिव कोलाइटिस

पाचन तंत्र की बीमारी के लक्षण की यदि हम बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं। और पाचन तंत्र रोग के लक्षण रोग के अनुसार अलग अलग हो सकते हैं। लक्षणों के आधार पर यह पहचाना जाता है कि पाचन तंत्र मे क्या समस्या हो सकती है ? इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • पाचन तंत्र की बीमारी मे दस्त, कब्ज या मल त्याग मे किसी तरह का बदलाव होता है तो यह पाचन तंत्र से जुड़ा रोग होने का संकेत हो सकता है। एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है। उसका पालन करना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा खाने से पहले या फिर खाने के बाद पेट मे दर्द महसूस होता है तो यह पाचन से जुड़ा रोग होने का संकेत हो सकता है।
  • पेट फूला हुआ लगना या पेट में गैस बनना
  • उल्टी और मतली
  • सीने में जलन
  • भोजन वापिस बाहर निकल आना
  • ‌‌‌यदि आपका वजन लगातार घट रहा है तो यह पाचन से जुड़े किसी तरह का रोग होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • निगलने में कठिनाई व दर्द होना
  • भूख में कम लगना
  • काले रंग का मल आना
  • मल में खून आना

‌‌‌दोस्तों यदि आपको उपर दिये किसी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर को परामर्श करना चाहिए और आपको डॉक्टर जो निर्देश देते हैं तो आपको उनका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌अब यदि हम पाचन तंत्र के रोग के कारणों की बात करें तो पाचन तंत्र रोग के कई सारे कारण होते हैं इसके बारे मे हम आपको बताना चाह रहे हैं तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे कारण जिनकी मदद से पाचन तंत्र के रोगों को बढ़ावा मिलता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।

  • ‌‌‌यदि आपके पेट मे किसी तरह का इन्फेक्सन हो चुका है तो यह पाचन तंत्र के अंदर समस्या पैदा कर सकता है। इसलिए पेट के इन्फेक्सन का इलाज करने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप बार बार सूजन और जलन की दवाएं लेते हैं तो उसकी वजह से भी आपके पेट को नुकसान होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपको अक्सर कब्ज की समस्या होती है तो उसकी वजह से अन्य पेट की बीमारियों का जन्म हो सकता है। जैसे कि आपको कब्ज की समस्या है तो फिर इसकी वजह से बवासीर हो जाता है। और भी बहुत सारी समस्याएं हो सकती हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप अधिक मात्रा मे मीठा आदि का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से भी पेट दर्द की समस्या हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • भोजन में पर्याप्त मात्रा में पानी व अन्य तरल पदार्थ मौजूद न होना भी एक तरह से पेट की समस्या पैदा करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • शराब, चाय, कॉफी आदि का सेवन यदि आप अधिक करते हैं तो आपको चाहिए कि आपके पेट मे गैस वैगरह बनने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा शराब का सेवन करने से लिवर ‌‌‌ को नुकसान पहुंचता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • पित्ताशय एक तरल पदार्थ का निर्माण करता है जिसे पितरस कहते हैं। और जब पितरस के बहाव के अंदर बाधा आती है तो उसके बाद पित्तरस के अंदर पत्थरी बनने लग जाती है।और उसके बाद जब यह पत्थरी काफी अधिक बढ़ जाती है तो फिर इसका ऑपरेशन ही करवाना पड़ता है। इसका कोई इलाज नहीं होता है। ‌‌‌हालांकि यदि आप इसके उपर समय पर ध्यान देते हैं तो फिर आपको इसको सही करने के लिए अधिक पैसा के खर्च करने की जरूरत नहीं होगी । आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD)  भी एक प्रकार का रोग होता है। जिसकी वजह से पाचन तंत्र के अंदर सूजन आ जाता है लालिमा आ जाती है। और यह ठीक तरह से काम नहीं कर पाता है। और पाचन तंत्र की समस्या पैदा हो जाती है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।

जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के अंदर संक्रमण फैला रहे वायरस और बैक्टीरिया से लड़ती है लेकिन कई बार प्रतिरक्षा प्रणाली के अंदर किसी तरह की समस्या होने पर यह शरीर की कोशिकाओं को नष्ट करने लग जाती है।

unienzyme tablet का सेवन क्या गर्भवती महिलाएं कर सकती हैं ?

हां unienzyme tablet का उपयोग गर्भवति महिलाएं कर सकती हैं। यदि आप भी एक गर्भवति महिला हैं तो अपने डॉक्टर से पहले परामर्श करें और उसके बाद ही इस दवा का सेवन करें । यदि आप पहले से ही कोई दवा ले रहे हैं। ‌‌‌तो अपने डॉक्टर से उसके बारे मे बताएं । यदि दवा लेने के बाद किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट होता है तो इसके बारे मे भी एक बार अपने डॉक्टर को बताएं और डॉक्टर जो निर्देश देता है उसका पालन करें । यही आपके लिए सही होगा और आप समझ सकते हैं।

unienzyme tablet क्या स्तन पान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है ?

unienzyme tablet  का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाएं कर सकती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । स्तन पान करने वाली महिलाएं । यदि पहले से कोई दवा ले रही हैं तो सबसे पहले उनको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । ‌‌‌और दवा लेने के बाद यदि किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट नजर आता है तो सबसे पहले इस दवा को लेना बंद कर देना चाहिए तभी आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

unienzyme tablet का सेवन करने से पेट पर क्या असर होता है ?

दोस्तों unienzyme tablet  का सेवन करने से पेट पर किसी तरह का कोई बुरा असर नहीं होता है। यदि आप इस दवा का सेवन कर रहे हैं तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । आप ‌‌‌इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा । यदि आपको पेट से जुड़ी कोई बीमारी है तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें और उसके बाद ही दवा का सेवन करें ।

unienzyme tablet  का सेवन करने से क्या लत लग सकती है ?

unienzyme tablet   का सेवन करने से किसी भी तरह की लत नहीं लगती है। यह कोई नशा करने की चीज नहीं है। आप जब चाहें इस दवा को छोड़ सकते हैं। यह एक तरह से अच्छी दवा है और इसको डॉक्टर के परामर्श के बाद आप आसानी से ‌‌‌ ले सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

unienzyme tablet  क्या गुर्दे  के लिए ठीक है

हां यह दवा आपको गुर्दे को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाती है। लेकिन यदि आपको पहले से ही गुर्दे की किसी तरह की समस्या है तो सबसे पहले आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और उसके बाद ही इस दवा का सेवन करना चाहिए नहीं तो आपको नुकसान हो ‌‌‌सकता है। यदि आप गुर्दे के लिए पहले से कोई दवा ले रहे हैं तो सबसे पहले आपको एक बार अपने

डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।

unienzyme tablet  लिवर पर क्या प्रभाव डालती है ?

unienzyme tablet लिवर के लिए पूरी तरह से सुरक्षित होती है। लेकिन यदि आपको लिवर से जुड़ी पहले से ही कोई समस्या है तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । ‌‌‌इसके अलावा यदि आप लिवर से जुड़ी कोई दवा ले रहे हैं तो उसके बारे मे भी आपको एक बार अपने डॉक्टर को बताना होगा और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश या दवा देता है उसका पालन आपको करना होगा आप इस बात को समझ सकते हैं।

unienzyme tablet  ‌‌‌हर्ट के लिए कितनी सुरक्षित है ?

unienzyme tablet   वैसे तो आपके हर्ट मे किसी तरह की कोई समस्या पैदा नहीं करती है। लेकिन आपको चाहिए कि आपका डॉक्टर आपको जितनी दवा की मात्रा बताता है आपको उतनी ही सेवन करनी चाहिए । उससे अधिक मात्रा का सेवन करना आपके लिए काफी डेंजर हो सकता है। इसके अलावा ‌‌‌यदि आप हर्ट से जुड़ी कोई दवा ले रहे हैं तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करें । दवा का दुष्प्रभाव होने की दशा मे दवा का उपयोग बंद कर देना चाहिए ।

unienzyme tablet  को किस तरह से स्टोर करना चाहिए

दोस्तों unienzyme tablet   को आपको सही तरह से स्टोर करना जरूरी होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि आप इसे सही तरह से स्टोर नहीं करते हैं तो उसके बाद समस्या होती है। एक तो आपको इसको तेज धूप से बचाना होगा । क्योंकि तेज धूप होने पर यह दवा ‌‌‌खराब हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इसके अलावा आपको चाहिए कि आप इस दवा को फ्रीज के अंदर ना रखें। यदि आप इस  दवा को फ्रीज के अंदर रखते हैं तो उसकी वजह से भी यह दवा खराब हो सकती है। हां आप इस दवा को बच्चों की पहुंच से दूर रखना ना भूलें नहीं तो समस्या हो सकती है।

unienzyme tablet  की डोज यदि भूल जाते हैं तो क्या करें

unienzyme tablet   की डोज को यदि भूल जाते हैं तो भूली हुई डोज को आपको छोड़ देना चाहिए । आमतौर पर दो डोज एक साथ ही आपको नहीं लेनी चाहिए नहीं तो यह आपके लिए नुकसान कर सकती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । ‌‌‌बाकि यदि आप सही समय पर दवा नहीं लेंगे तो आपको काफी अधिक समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए सही समय पर दवा लेना जरूरी होता है।

unienzyme tablet  का अधिक सेवन करने पर क्या करें

यदि आप unienzyme tablet   का ओवर डोज ले चुके है। तो इसके साइड इफेक्ट देखने को मिलेंगे इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वरना समस्या हो सकती है। और अपने डॉक्टर से संपर्क करें आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है। उसका पालन आपको करना चाहिए ।

unienzyme tablet  के एक्सपायरी होने के बाद क्या करें ?

unienzyme tablet   यदि एक्सपायरी हो जाती है तो उसके बाद आपको चाहिए कि आप उस दवा को अपने घर के अंदर ना रखें । वरन घर से फेंक दें क्योंकि यदि आप एक्सपायरी दवा लेलेते हैं तो इससे आपको फायदा होने की बजाय नुकसान अधिक होता है आप इस बात को ‌‌‌समझ सकते हैं।

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