वन का पर्यायवाची शब्द या वन का समानार्थी शब्द (van ka paryayvachi shabd ya van ka samanarthi shabd) के बारे में हम इस लेख में काफी विस्तार से जानने वाले है । तो अगर आप भी यह जानना चाहते है की वन के पर्यायवाची क्या होते है तो इस लेख को देखे ।
शब्द | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd / samanarthi shabd) |
वन | जंगल, अरण्य, कान्तार, कानन, अख्य, विटप, गहन, अभ्यारण्य, विपिन, बीहड़ । |
वन in Hindi | jangal, arany,kaantaar, kaanan, akhy, vitap, gahan, abhyaarany, vipin, beehad . |
वन in English | forest, jungle, wood, bush. |
दोस्तो वन का अर्थ होता है जंगल । यानि भूमी का एक ऐसा क्षेत्र जहां पर अधिक से अधिक मात्रा में वन पाए जाते है वन होता है । कहने का अर्थ है की जहां पर अधिक पेड़ पौधे देखने को मिलते है जिसे हम जंगल कहते है वही असल में वन होता है ।
दोस्तो आज के समय में वन को जंगल भी कहते और इसका प्रयोग वन के अर्थ को समझाने के लिए किया जाता है । दोस्तो आपको बता दे की आप वन के अर्थ को कई तरह से समझ सकते है जैसे –
वह भूमी का क्षेत्र जहां पर अधिक मात्रा में वन पाए जाते है वन होता है ।
वह क्षेत्र जहां पर अधिक मात्रा में पेड़ पौधे पाए जाते है यानि जंगल ।
वह जिसे अभ्यारण्य के के नाम से जाना जाता है ।
वह क्षेत्र जिसे विपट कहा जाता है यानि विपट ।
वह जिसे कान्तार कहते है वन होता है ।
वह जिसे अरण्य कहते है असल में वन होता है ।
इस तरह से दोस्तो वन का मतलब एक ऐसे क्षेत्र से होता है जहां पर अधिक से अधिक मात्रा में पेड़ पौधे होते है । और क्योकी ऐसे क्षेत्र को जंगल भी कहा जाता है तो इसका मतलब यह होता है की वन का मतलब जंगल भी होता है ।
भगवान राम को 14 वर्षों का वनवास हो गया ।
भगवान राम और माता सिता के साथ साथ भाई लक्ष्मण ने भी अपने जीवन के 14 वर्ष जंगल में गुजारे थे ।
श्री लक्ष्मण जी ने वन में बिताए 14 वर्षों में भौजन का एक कण अपने शरीर मेंग्रहण नही किया ।
वन में रहने वाले बंदर आज हमारे गाव में कैसे आ गए ।
जंगल में कई तरह के जीव जंतु रहते है और उनका राजा शेर होता है ।
बंदर भी अभ्यारण्य में रहने वाला एक जंतु होता है ।
पहले घोड़े अरण्य में पाए जाते थे मगर आज मानव के द्वारा मालतु बनाए जानेलगे है ।
कल रात किशोर कान्तार से घर जा रहा था तो एक जहरिले सांप ने काट लिया ।
दोस्तो वन भूमी का एक ऐसा स्थान होता है जहां पर अधिक मात्रा में पेड़ पौधे पाए जाते है । यानि उनकी सख्या काफी अधिक होती है तो ऐसे स्थानो को वन कहा जाता है । आपको पता होगा की भगवन श्री राम को वनवास हुआ था । तो वे वन के अंदर एक कुटियां में रहते थे । तो दोस्तो वह स्थान भी एक वन था । कहने का अर्थ है की आज हम जिसे जंगल के नाम से जानते है असल में वही वन होता है ।
क्योकी समय में बदलाव हो रहा है तो वन को जंगल कहा जाने लगा है ।
वन के अंदर बहुत ही अधिक पेड़ पौधे पाए जाते है । आपकी जानकारी के लिए बता दे की आज पृथ्वी पर लगभग 9.5% हिस्से में वन पाए जाते है । हालाकी आपको बता दे की प्राचीन समय में वन बहुत ही अधिक होते थे । मगर जैसे जैसे समय में बदलाव होता गया वन नष्ट होते गए । और इसके कई तरह के कारण होते है ।
दोस्तो अगर आपको नही मालूम है तो बता देते है की वन में अनेक तरह के जीवन जंतु रहते है । जिनमें से बहुत तो काफी छोटे होते है और बहुत ही काफी बड़े होते है जैसे जीराफ, हाथी आदी । मगर बहुत सारे जानवर या जंतु ऐसे भी होते है जो की मध्यम आकार के होते है । मगर दोस्तो आपको यह मालूम होना चाहिए की वन में वही सबसे भयानक या सासन कर सकता है जो की इन सभी से अलग होता है । कहने का अर्थ है की जो जंतु या पशु सभी से अलग होता है चाहे वह अपनी ताक्त के कारण हो या सोच के कारण तो वह जंगल का राजा कहा जाता है ।
तो आपकी जानकारी के लिए बता दे क वन का राजा शेर होता है । हालाकी वन के राजा को वनराज कहा जाता है । जो की शेर का ही दूसरा नाम होता है । शेर अपनी सोच के कारण से सभी से अलग होता है । ओर ताक्त तो शेर में इतनी है की जंगल का कोई भी जानवार उसका सामना नही कर सकता है । क्योकी जो भी वन में रहने वाले जानवर शेर का सामना करने के लिए जाते है तो वे मारे जाते है । और यह बात उन्हे मालूम है । जिसके कारण से वे हमेशा शेर से बचने का प्रयास करते है ।
दोस्तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की वन में शेर भी कभी कभार अकेला दूसरे जानवरो का शिकार करने में सक्षम नही होता है । और यह तब होता है जब अकेला शेर जीराफ या हाथी या फिर जंगली बैल या भैंस का शिकार करता है । क्योकी ये सभी बड़े होने के कारण से जंगल के शेर से आसानी से मार नही खाते है । और ऐसे जानवरो का शिकार करने के लिए शेर को सहयोग की जरूरत होती है ।
आपको यह भी बता देते है की जो मादा शेर होती है वह हमेशा ही शिकार झुंड में करती है और शेर अकेला रह कर शिकार करता है ।
दोस्तो आज के समय में वन में रहने वाले जानवरो के बारे में बात की जाए तो ऐसे बहुत सारे जानवरो का नाम सामने आता है जिनके बारे में हम अच्छी तरह से जानते है । ओर ऐसे भी जानवर होते है जिनके बारे में हमे बहुत कम मालूम है । तो दोस्तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की सिंह, बाघ, बारहसिंघा, हाथी, लकडबग्घा, जिराफ, सियार, लोमड़ी, सूअर, खरगोश, हिरण, चीतल घोड़े आदी जानवर वन में पाए जाते है ।
दोस्तो आपको यह बताने की जरूरत नही है की वन में सिंह पाया जाता है । मगर आपको यह मालूम होना चाहिए की सिंह जो होता है उसे ही शेर के नाम से जानते है । और शेर के बारे में आप अच्छी तरह से जानते है । दोस्तो आपको बता दे की वन का जो राजा होता है उसे वनराज कहा जाता है और यह असल में सिंह या शेर ही होता है ।
दोस्तो आपको बता दे की बड़ी बिल्लीयो में वैसे तो कई तरह के जानवर आते है जिनमें से सिंह भी होता है । मगर आपको यह भी जानकारी होनी चाहिए की बाघ भी उसी श्रेणी के अंदर आता है । दोसतो बाघ जो होता है वह एक मांसाहारी पशु होता है। जो की भोजन केवल दूसरे जीवन जंतुओ का अंत कर कर ही करता है । जिसका मतलब यह है की यह दुसरो जीव जंतुओ को अपना शिकार बना कर भोजन करता है ।
वैसे दोस्तो आज के समय में बाघ को अंग्रेजी में टाइगर कहा जाता है और टाइगर के बारे में कोन नही जानता है । सभी लोग इसी नाम के फैंन होते है ।
दोस्तो आपको पता होना चाहिए की वन में पाए जाने वाले सभी तरह के जीव जंतुओ में से एक बारहसिंघा भी होता है । आपको बता दे की यह एक तरह का मृग ही होता है । मगर इसे दलदल का मृग कहा जाता है । असल में यह हिरण की ही एक जाति होती है । जो की हिरण से अलग होते है । आपकी जानकारी के लिए बता दे की बाहरसिंगा के जीस तरह के सिंग होते है वह इसे सबसे अलग बना देता है। क्योकी हिरण की प्रजाति में ऐसे किसी के सिंग नही होते है ।
बाहरसिंगा का अर्थ आप आसानी से निकाल सकते है जैसे की सबसे पहले शब्द दिया गया है बारह तो इसका मलब है 12 और अंत में सिंगा दिया है तो इसका मतलब है सिंग तो इस तरह से अर्थ हुआ 12 सींग वाला ।
आज के समय में हाथी के बारे में भी कोन नही जानता है हाथी वही होता है जो की काफी बड़ा होता है और लक्ष्मी जी का वाहन कहा जाता है । आपकी जानकारी के लिए बता दे की हाथी जो होता है उसी का सिर भगवान गणेश के लगा होता है । तो कहने का मतलब यह है की हाथी का धार्मिक महत्व होता है । और कुछ यही कारण होता है की आज हर कोई हाथी के बारे में जानता है ।
दोस्तो हाथी के नाम पर एक मुहावरा होता है की हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ ओर होते है । तो इसका मतलब है कीहाथी के दो दांत होते है जो की बाहर की तरफ होते है। मगर वे दांत केवल दिखाने के लिए ही उपयोग में आते है । आपकी जानकारी के लिए बता दे की यही दांत वह कारण है जिससे हाथी की जान चली जाती है ।
दोस्तो इस तरह से हमने इस लेख में वन के पर्यायवाची शब्द या वन के सामनार्थी शब्द के बारे में जान लिया है । हम आशा करते है की आपको वन के पर्यायवाची शब्द समझ में जरूर आए होगे ।
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