दोस्तो इस लेख में हम वृष्टि का पर्यायवाची शब्द vrishti ka paryayvachi shabd या वृष्टि का समानार्थी शब्द vrishti ka samanarthi shabd के बारे में जानेगे इसके अलावा वृष्टि से जुडी ऐसी जानकारी के बारे में जानेगे जो की महत्वपूण है । यानि वृष्टि का अर्थ और वाक्य प्रयोग के अलावा भी बहुत कुछ जानेगे तो लेख को आराम से देखे ।
शब्द [shabd] | पर्यायवाची शब्द / समानार्थी शब्द [paryayvachi shabd / samanarthi shabd] |
वृष्टि | सम्पात, आसार, वर्षा, बारिश, वर्षा, वर्षाऋतु, वर्षण, बरखा, बरसात, पावस, वर्षाकाल, मेह । |
Vrshti {वृष्टि} in hindi | sampat, aasar, varsha, barish, varsha, varshartu, varshan, barkha, barasat, pavas, varsha kal, meh . |
Vrshti {वृष्टि} In English | Rain, rainfall, volley, shatter, storm, gale, shower, rain down, shower down, Inpouring. |
1. सम्पात – Sampat
2. आसार – Asar
3. वर्षा – Varsha
4. बारिश – Barish
5. वर्षा – Varsha
6. वर्षाऋतु – Varsharitu
7. वर्षण – Varshan
8. बरखा – Barkha
9. बरसात – Barsaat
10. पावस – Paus
11. वर्षाकाल – Varshakal
12. मेह – Meh
दोस्तो वृष्टि का साधारण भाषा में अर्थ वर्षा से जुडा होता है यानि जब वर्षा का जल उपर से निचे आता है तो उसे वृष्टि के नाम से जाना जाता है । क्योकी यह वर्षाऋतु मे सबसे अधिक देखने को मिलता है तो वर्षाऋतु को भी वृष्टि के नाम से जाना जा सकता है । इस तरह से वृष्टि के अनेक अर्थ है –
दोस्तो हिंदी भाषा के वृष्टि शब्द का उपयोग बरसात होने पर किया जाता है । और उसे वृष्टि होना कहा जाता है इसका कारण यह है की जब भी वर्षा होती है तो आसामन से छोटी छोटी पानी की बुंद आकर पृथ्वी पर गिरती है और इस तरह से आसामन से कुछ समय तक लगातार क्रिया होती रहती है ।
इस तरह से कुछ समय तक क्रिया होने को वृष्टि का अर्थ होता है और इसके अलावा आसमान से कुछ समय के लिए भी छोटी छोटी वस्तुओ के गिरने का अर्थ भी वृष्टि होता है यही कारण है की वर्षा या बरसात को भी वृष्टि शब्द के रूप में प्रयोग करते है ।
वृष्टि का अर्थ वर्षा होने से होता है और जब वर्षा न होती है तो उसे वृष्टि का विलोम शब्द कहा जाता है । क्योकी वर्षा न होने पर अकाल और सुखा रह जाता है जिसके कारण से वृष्टि के विलोम शब्द ये भी होते है ।
इसके अलावा वृष्टि के विलोम शब्द – अनावृष्टि, अकाल और सुखा ।
दोस्तो संसार में जीवन यापन करने के लिए पानी भी एक साहरा रहात है और हमारी इस पृथ्वी पर पानी कुल 70 प्रतिशत तक बताया जाता है । मगर फिर भी कुछ कारणो से अकाल जैसी स्थिति पैदा हो जाती है । इसका मुख्य कारण 70 प्रतिशत पानी का अनुपयोग है क्योकी यह पीने के योग्य नही है । पिने के लिए तो वर्षा का ही पानी उपयोगी रहता है ।
इसके अलावा किसान जब अपने खेतो मे सिंचाई का काम करते है तब भी वर्षा होती है और इसी वर्षा के कारण से इस सिंचाई के रूप मे देश और विदेश तक का पेट आराम से भर जाता है । मगर यह सब वर्षा का ही परिणाम है । जिसे एक अन्य नाम से जानते है यानि वृष्टि ।
क्योकी जब पानी की बूंदे आसमान से पृथ्वी पर आती है तो इस क्रियो को वर्षा या बारीश कहा जाता है मगर इसे ही वृष्टि कहा जाता है । इस तरह से वृष्टि एक ऐसा रूप होता है जिससे पानी आसमान से पृथ्वी पर आता है । मगर जब पानी पृथ्वी पर वर्षा के रूप में नही आता है तो लोग अपने पीने की प्यास को नही भूजा पाते है और उन्हे पानी की कमी महसुस होने लगती है ।
यहा तक की जो पानी पृथ्वी कें अंदर है वह और निचे चलता जाता है । अगर समय पर वृष्टि या वर्षा हो जाती है तो पानी उपर आ जाता है वरना एक समय ऐसा आता है की लोगो को यह पानी देखने को भी नही मिलता है । जिससे पेड पोधो पर भी बडा नुकसान देखने को मिल जाता है यानि वे सुखने लग जाते है ।
यहां तक की आसपास का वातारण पुरा का पुरा सुख जाता है और सुखे की स्थिति आ जाती है । इसके कारण से वायु की भी कमी होती है क्योकी हरे पेड पोधे जो ऑक्सीजन देने का काम करते वे तक नष्ट हो जाते है। क्योकी यह वर्षा के न होने के कारण से होता है। इस तरह से वर्षा के न होने को वृष्टि नही कहा जाता बल्की अनावृष्टि कहा जाता है । और सूखे की स्थिति आने को ही अनावृष्टि कहा जाता है।
दोस्तो अब तक हमने वृष्टि के बारे में तो जान लिया है मगर एक शब्द और होता है जिसे अल्प वृष्टि कहा जाता है । अल्पवृष्टि का अर्थ वृष्टि से बिल्कुल उल्टा होता है यानि ऐसी स्थिति जब वृष्टि अल्प मात्रा में हो ।
इस तरह की स्थिति के कारण से कई तरह की परेशानी आती है क्योकी वर्षा के कम होने के कारण से पेड पोधो तक की प्यास नही बुझ पाती है जिसके कारण से वे नष्ट होने लग जाते है । घास तक तो रहती नही है जो होती है उसे जानवर कुछ ही दिनो में खत्म कर देते है। इस कारण से कह सकते है की यह एक तरह की सूखे की स्थिति के बराबर ही होती है मगर इसमें कुछ मात्रा में वर्षा होती है ।
वृष्टि का अर्थ होता है की वर्षा समय समय पर निश्चित रूप से होती रहे ताकी किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पडे ।
इसी की तरह अतिवृष्टि का अर्थ भी वर्षा होने से है । मगर अतिवृष्टी में इतनी अधिक वर्षा होती है की जलाशय जैसे बाध, नदिया इतनी अधिक भर जाती है की एक तबाही का रूप ले सकती है । अधिक मात्रा में पानी वर्षा के रूप में होने पर किसानो की फसल पानी के साथ बहने लग जाती है ।
जिसके कारण से अन का बडा नुकासान होता है साथ ही कच्चे घर तो पानी के साथ ही बह जाते है और जो पक्के घर होते है उनमें भी पानी टपकने लग जाता है ।
इसके अलावा चारो और पानी ही पानी देखने को मिलता है जिसके कारण से बडी समस्या का सामना करना पडता है । इस तरह से अतिवृष्टि भी एक तबाही का रूप ले सकती है । हालाकी यह सूखे की स्थिति पैदा नही करती है मगर इसमे वर्षा की अधिक मात्रा रहती है ।
दोस्तो इस तरह से हमने इस लेख में
जी हां, वृष्टि जो होती है वह असल में मानव के जीवन में काफी उपयोगी होती है । क्योकी आपको पता होगा की जो वृष्टि होती है उसे वर्षां के रूप में जाना जाता है और यह जो वर्षा होती है वह तो असल में मानव के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखती ही है ।
दोस्तो आपको बता दे की वृष्टि अगर समय पर होती है तो मानव के पास अन्न की कोई कमी नही रहती है और वही पर वृष्टि न होने के कारण से खाने को भी कुछ नही मिलता है ओर इसी कारण से वृष्टि को मानव के जीवन में उपयोगी माना जाता है।
के पर्यायवाची शब्द या वृष्टि के समानार्थी शब्दो के बारे में जान लिया है इसके अलावा वृष्टि से जुडी रोचक जानकारी भी जानी ली है ।
अगर लेख पसंद आया तो कमेंट कर कर बताए ।
सांड को रोटी खिलाने से क्या होता है हिंदु धर्म के अंदर गाय को माता…
धैर्य का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , धैर्य का उल्टा क्या होता है…
भलाई का विलोम शब्द या भलाई का विलोम , भलाई का उल्टा क्या होता है…
चोर का विलोम शब्द, चोर शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, चोर का उल्टा Chor vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)चोर पुलिसChor police …
सजीव का विलोम शब्द या सजीव का विलोम , सजीव का उल्टा क्या होता है…
सुगंध का विलोम शब्द, सुगंध शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, सुगंध का उल्टा Sugandh vilom shabd शब्द (word) विलोम (vilom)सुगंध दुर्गन्धSugandh Durgandh …