यति का विलोम शब्द या यति का विलोम , यति का उल्टा क्या होता है ? YATI ka vilom shabd
शब्द | विलोम शब्द |
यति | गृहस्थ |
YATI | ghrast |
दोस्तों यदि का विलोम शब्द होता है ग्रहस्थ । वैसे आपको बतादें कि यति एक संस्कृत का शब्द होता है। इसका मतलब होता है योगी या भिक्षु । योगी के बारे मे आपने सुना ही होगा । योगी जो योग करते हैं साधना करते हैं। हम उस योग की नहीं जोकि शरीर को स्वस्थ करने के लिए होता है। हम उस योग की बात कर रहे हैं जोकि आत्मा को स्वस्थ करने के लिए होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए यह ध्यान वैगरह के अंदर आता है। जो इंसान यह जान लेता है कि इस जीवन के अंदर कुछ भी नहीं रखा है उसके बाद उसै वैराग्य हो जाता है। कुछ लोग ग्रहस्थ उसके बाद भी बने रहते हैं लेकिन उसके बाद वे सारे कामों को कर्तव्य समझ कर ही करते हैं। उनकी किसी भी काम के अंदर कोई रूचि नहीं होती है। लेकिन दूसरी तरफ वे लोग भी होते हैं जोकि जीवन के रहस्य को नहीं जानते हैं। वे मूर्ख बने रहते हैं और इस माया के अंदर फंसे रहते हैं। यह माया उनकी खुद की ही रची होती है। जिस तरह से मकड़ी जाला बनुती है तो यह जाला उसके खुद के लिए नहीं होता है लेकिन अक्सर आप कई बार देखते हैं कि वह जाले के अंदर खुद ही फंस जाती है और उसके बाद उसे छूटाने वाला कोई नहीं होता है तो उसकी मौत हो जाती है। इसी प्रकार से इंसान के साथ ही होता है। इंसान खुद के उपर अपने कर्मों का इतना अधिक बोझ डाल देता है कि उसे वह सब सहन नहीं होता है। और उसके बाद होता यह है कि उस इंसान की मौत होती है तो वे कर्म उसके साथ ही जाते हैं। कर्मों की सजा उसे भुगतनी पड़ती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । जिस तरह की शिक्षा वर्तमान मे इस दुनिया के अंदर दी जा रही है। उसे अंतत विनाश ही आने वाला है। इस तरह की शिक्षा से आप बड़े महल बना सकते हैं लेकिन इससे किसी का भला नहीं हो सकता है। इसके बारे मे आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं। धर्म कर्म की शिक्षा बहुत ही जरूरी है। लेकिन धर्म कर्म के बारे मे कोई किसी को बताता नहीं है। क्योंकि धर्म के रहस्य को जानने के लिए
काफी अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इसके बारे मे आपको पता ही होगा । और आप तो जानते ही हैं कि कोई इतनी मेहनत क्यों करेगा । लोग यहां तो धर्म कर्म दूर की बात है एक दूसरे को लूटने मे लगे हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी समझ सकते हैं।
इसलिए यदि आप सही जीवन जीना चाहते हैं तो अधिक से अधिक धर्म कर्म करें इसी के अंदर आपकी भलाई है। और आप समझ सकते हैं नहीं तो कुछ फायदा नहीं होगा । उल्टा आपको ही नुकसान होगा । यदि आप योगी नहीं बन सकते हैं तो अच्छे कर्म करने का सदैव प्रयास करें । यही आपके लिए सही होगा और आप समझ सकते हैं।
दोस्तों आपने ग्रहस्थ के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। ग्रहस्थ का मतलब होता है पत्नी बच्चों के साथ रहता है एक परिवार के अंदर रहता है। वह ग्रहस्थ होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि हम ग्रहस्थ की बात करें तो आजकल कम ही लोग संयासी होते हैं। अधिकतर लोग ग्रहस्थ ही बने रहना चाहते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वैसे एक ग्रहस्थ इंसान होता है वह आसानी से योग के मार्ग पर मोक्ष के मार्ग पर नहीं चल सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । क्योंकि एक घरेलू इंसान के पास अपनी कई तरह की समस्याएं होती हैं। इसकी वजह से उसके लिए यह सब करना संभव नहीं होता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए । यदि आप भी ग्रहस्थ इंसान हैं तो फिर आपके लिए योग के मार्ग पर चलना आसान नहीं है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप ग्रहस्थ होकर योगी नहीं हो सकते हैं। हो सकते हैं लेकिन इसके बारे मे आपको पता होगा कि
एक ग्रहस्थ जब योगी होता है तो उसके सामने नई तरह की चुनौतियां होती हैं उसे एक ग्रहस्थ धर्म भी निभाना होता है और एक योग धर्म भी निभाना होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।लेकिन यह दोनों काम करना काफी कठिन होता है। लेकिन जो संयासी होता है उसको बस अपना पेट भरना होता है। उसके पास पत्नी बच्चों जैसा कुछ भी नहीं होता है। वह सब खाने के लिए मांग कर ले आता है और उसके बाद अपना पेट भर लेता है। यही उसके साथ चलता रहता है। उसका जीवन काफी आसान होता है। वह भगवान के नामेां का जाप करता रहता है। और उसके बाद उसका काम चलता रहता है।
लेकिन कई पहुंचे हुए योगी होते हैं तो उनको भोजन मांगने की जरूरत ही नहीं पड़ती है। आप समझ सकते हैं। कारण यह है कि उनके पास इतना अधिक पैसा आता है कि पूछों मत क्योंकि उनके पास शक्तियां होती हैं जिसकी वजह से वह आसानी से लोगों का काम सार देता है। और जब लोगों का काम सिद्ध होता है तो फिर लोग उनको देने मे पीछे नहीं हटते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं। हालांकि सभी योगी अच्छे नहीं होते हैं। आज कुछ लोग इस प्रकार के भी हैं जोकि योगी होने का ढोंग करते हैं उनके पास बस जनता को गुमराह करने के अलावा कुछ भी नहीं होता है।
और लोग उनकी बातों मे आ जाते हैं आप इस बात को समझ सकते हैं। तो ऐसी स्थिति के अंदर क्या होगा । लोगों बहक जाते हैं। इस तरह के लोगों से आपको सावधान रहना होगा । क्योंकि आपको पता नहीं चल पाता है कि कौन सही है और कौन गलत है।
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