‌‌‌ योगी का  विलोम शब्द ‌‌‌क्या होगा ?yogi ka vilom shabd

‌‌‌ योगी का  विलोम शब्द ‌‌‌क्या होगा ? yogi ka vilom shabd

योगी का विलोम शब्द या योगी का विलोम शब्द, योगी का उल्टा क्या होता है ? yogi ka vilom shabd yogi ka vilom shabd kya hoga

शब्दविलोम शब्द
योगीभोगी
yogiBhogi

‌‌‌ योगी का  विलोम शब्द ‌‌‌क्या होगा ? yogi ka vilom shabd

‌‌‌योगी के विलोम शब्द की बात करें तो यह भोगी होता है।दोस्तों योगी की जब हम बात करते हैं तो योगी का मतलब होता है जो योग करता है वही योगी होता है। अब आपके दिमाग के अंदर यह सवाल आता होगा कि योगी होता कौन है तो असल मे योगी वही नहीं होता है जोकि हिमालय के अंदर बैठ कर तपस्या करता है। असल मे ‌‌‌जो नाम जाप आदि को करता है वह भी योगी ही होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते है। योग सिर्फ हठ योग को ही नहीं कहा जाता है भक्ति योग भी एक प्रकार का योग होता है। मतलब यही है कि योग सिर्फ एक प्रकार का नहीं होता है। वह कई सारे प्रकार का होता है।

योगी का  विलोम शब्द ‌‌‌क्या होगा

‌‌‌आपके लिए कौनसा योग सही है ? और कौनसा योग गलत है यह आपकी क्षमता के उपर निर्भर करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌ऐसा नहीं है कि भक्ति योग सबके लिए बना होता है। असल मे भक्ति योग उन लोगों के लिए काफी अधिक बेहतर तरीके से काम करता है जोकि भावनात्मक होते हैं । भक्ति योग के अंदर होता यह है कि एक इंसान भगवान की भक्ति के अंदर इतना अधिक डूब जाता है कि उसे फिर किसी तरह के दूसरे कामों की सुध ही नहीं ‌‌‌ होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।जैसे कि आप किसी भगवान की भगती करते हैं तो उसके बाद आप सब कुछ अपना उसके उपर न्योछावर कर देते हैं। जैसे कि आपने मीरा बाई का नाम तो सुना ही होगा मीरा बाई कृष्ण भगवान की भगत हुआ करती

‌‌‌ थी । उसके पास कोई भी काम नहीं था सिवाय कृष्ण को भजने के इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । वह दिन रात बस कान्हा का नाम का जाप करती रहती थी। कुल मिलाकर उनको हर जगह पर कान्हा ही दिखाई देते थे । कहा जाता ‌‌‌ है कि वह भगती के अंदर इतनी अधिक बावली हो जाती थी कि पूछों मत उनको बस यही सब कुछ दिखाई देता था । इस तरह से भक्ति योग का मतलब ही यही होता है कि उस भगवान के अंदर खो जाना । अपने आप को भक्ति के अंदर भूल जाना । ऐसा करने पर एक समय ऐसा आता है जिसके अंदर सब कुछ माया मोह नष्ट हो जाते हैं और उसके ‌‌‌ बाद इंसान इस संसार सागर से पार हो जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌लेकिन आजकल सब कुछ उल्टा फुल्टा हो रहा है । इंसान मंत्र लेता है और उनको जाप करके एक तरह की फोरमल्टी पूरी करता है। लेकिन हकीकत के अंदर वह सही तरह से भक्ति योग को कर नहीं पाता है और ऐसी स्थिति के अंदर उसका पार होने का सपना सिर्फ सपना ही रह जाता है।

‌‌‌यदि आप सही ढंग से नाम का जाप नहीं करते हैं तो उसके बाद इसका कोई भी फायदा नहीं होने वाला है आप इस बात को समझ सकते हैं। और आपके अंदर यदि भक्ति योग करने की क्षमता है तभी आपको इसके उपर ध्यान देना चाहिए नहीं तो कोई फायदा नहीं होगा ।

‌‌‌भोगी का अर्थ और मतलब

दोस्तों अब तक आपने योगी के बारे मे जाना कि योगी क्या होता है। अब हम आपको भोगी के बारे मे बताने वाले हैं। असल मे भोगी वह होता है जोकि भोग करता है। यदि आप भोग करते हैं तो इसका मतलब यह है कि आप भोगी है। अब आपके दिमाग के अंदर यह आता होगा ‌‌‌ कि भोगी का मतलब क्या होता है तो इसका मतलब होता है जो भोग करता है। तरह तरह की  वासनाओं के अंदर डूबा रहता है उसको हम भोगी के नाम से जानते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । जैसे कुछ लोग अधिक से अधिक धन एकत्रित कर लेना चाहते हैं। उनको लगता है कि मरने के बाद यह ‌‌‌ धन ही काम आएगा । इस तरह के लोग धन को एकत्रित करने के लिए कत्ल और न जाने क्या क्या कर्म करते हैं और अंत मे सब कुछ छोड़कर मर जाते हैं। फिर वह उनको एक करोड़ वाली कार के अंदर घूमने का मौका नहीं मिलता है। उनकी आत्मा प्रेत बनकर भटकती रहती है और अपने कुकर्मों का दंड उनको मिलता रहता है। याद ‌‌‌ रखें कर्म हमेशा लौट कर आते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं । ऐसा नहीं है कि कर्म लौट कर नहीं आते हैं। आप जो कुछ भी किसी के साथ भोग के चक्कर के अंदर करते हैं आपके साथ भी वैसा ही एक दिन होने वाला है।

‌‌‌याद रखें जज तुमको माफ कर सकते हैं बैल दे सकते हैं। लेकिन प्रकृति किसी को भी माफ नहीं करती है। वहां पर आप कोई अपील नहीं कर सकते हैं । मरने के बाद आपकी बुद्धि छीन ली जाती है और उसके बाद आप बिना दिमाग के जानवर की तरह अपनी वासनाओं को पूरा करने के लिए भटकते हैं।

‌‌‌आपको भूख तो लगती है लेकिन आप खा नहीं सकते है। आपको प्यास तो लगती है लेकिन आप पी नहीं सकते हैं। आपके बुरे कर्म आपको बिन जल मछली की तरह तड़पाते हैं। इसलिए जो कुछ भी यहां पर आप कर रहे हैं आपको सब कुछ सोच समझ कर ही करना चाहिए । तभी आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌ वरना आपके लिए काफी अधिक नुकसान हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *